सोमवार, 31 मार्च 2025

सूरतगढ़. वार्डों के पुनर्सीमांकन पर उबाल. एक जांच समिति.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 31 मार्च 2025.

नगर पालिका सूरतगढ़ के 45 वार्डों के पुनर्सीमांकन घोषणा के बाद राजनीतिक रूप से जबरदस्त हलचल मच गई है। कांग्रेस पार्टी में पुनर्सीमांकन के मामले में अधिक हलचल हुई है। कांग्रेस पार्टी की तरफ से यह मामला प्रदेश अध्यक्ष तक सूचित किया जा चुका है। कांग्रेस पार्टी ने वार्डों के सीमांकन वार्डों के वोट आदि की जांच के लिए प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर एक पांच सदस्य समिति गठित की है जो 7 दिन में अपनी रिपोर्ट पेश करेगी।

👌 सूरतगढ़ के विधायक डूंगर राम गेदर ने 31 मार्च को यह समिति घोषित की है। समिति

में परसराम भाटिया ब्लॉक अध्यक्ष,बलराम वर्मा पूर्व पार्षद, इकबाल कुरैशी पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष, जयप्रकाश गहलोत शहर कांग्रेस अध्यक्ष,एवं एडवोकेट सहदेव जोशी सदस्य बनाए गए हैं।

* विदित रहे की नगर पालिका में कुल 45 वार्ड है और जिनकी पुनर्सीमांकन की रिपोर्ट जिला कलेक्टर की ओर से 28 मार्च को घोषित हुई है, जिसका एतराज जिला कलेक्टर या सूरतगढ़ के उपखंड अधिकारी को 17 अप्रैल तक प्रस्तुत किया जा सकता है। 

* आम नागरिक भी एतराज कर सकता है। किसी एक वार्ड पर भी एतराज हो सकता है। एतराज तथ्यों पर हो प्रमाण पर हो तो ही प्रभावी हो सकते हैं।०0०

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श्रीकुंडिया सारस्वत समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा: धर्मशाला निर्माण पहले.

 

सूरतगढ़ 31 मार्च 2025.

श्री कुंडिया सारस्वत समिति के अध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा ने 30 सितंबर मार्च को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि धर्मशाला के रुके हुए कार्यों को पूरा करवाने में प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि श्री कुंडिया सारस्वत समाज विशाल समाज है और सभी को एक साथ लेकर के चलना है, समाज में छुटपुट घटनाएं होती रहती है। अभी पहला कार्य धर्मशाला संपूर्ण निर्माण का है जो अधूरा बीच में रुका हुआ है। 

*प्रेस कॉन्फ्रेंस में अध्यक्ष लक्ष्मण शर्मा मंत्री पवन कुमार तावनिया ने विचार रखे। 

उपस्थिति में कोषाध्यक्ष लालचंद शर्मा, हरि प्रकाश, मदन ओझा शिव शंकर ओझा,कालूराम तावनिया,पूनम चंद तावनिया, सत्यनारायण तावणिया, सुरेंद्र ओझा, दीपेश कुमार, देवेंद्र शर्मा,सत्यनारायण सारस्वत, मुकेश तावनिया, अनिल शर्मा, चिरंजीलाल, हरिमोहन शर्मा पृथ्वीराज सारस्वा, कमल तावनिया और सुशील तांवणिरियां आदि उपस्थित हुए।०0०




रविवार, 30 मार्च 2025

सूरतगढ़.वार्डों के पुनर्गठन में बड़ा खेला:बहुतों की राजनीति खत्म हो जाएगी.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ नगरपालिका में भ्रष्टाचार  चुप क्यों हैं भाजपा नेता?

* कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया का नगरपालिका अध्यक्षता काल और भ्रष्टाचार। कांग्रेस भाजपा दोनों चुप.


नगर पालिका सूरतगढ़ के 45 वार्डो का पुनर्गठन घोषित हो गया है जिसको लेकर राजनेताओं में और शहर में चर्चा है कि अनेक नेता और उनके परिवार जो अपने वार्डों को पैतृक संपत्ति के रूप में समझने लगे,अपने मठ समझने लगे,खुद को मठाधीश समझने लगे थे वे अब पुन:सीमांकन से चुनाव लड़े बिना ही हार गए हैं। ऐसे लग रहा है कि मानो उनकी जमानत ही जब्त हो गई है। *हालत यह रहे हैं कि अनेक वार्डों में जो पार्षद शाही चली उसके अनुसार चुनाव में लडूंगा, स्त्री की सीट आई तो मेरी पत्नी लड़ेगी,कुछ और परिवर्तन हुआ तो मेरी बहू को लड़ाएंगे लेकिन वार्ड की सत्ता को किसी भी हालत में अपने परिवार से बाहर जाने नहीं देंगे। मैं और मेरा परिवार बस इसके अलावा कोई व्यक्ति दूसरा टिकट मांगता ही क्यों है? चुनाव लड़ने की सोचता ही क्यों है? ऐसे परिवारों पर अब संकट सा गया है। ऐसे परिवार केवल एक पार्टी में नहीं भाजपा से संबंधित भी हैं और कांग्रेस से संबंधित हुए हैं। वे ही लड़ते हैं वे ही जीतते हैं। उनके ही नगरपालिका के कारनामे उजागर होते हैं या निकम्मापन साबित होता है। जानबूझकर किसी का काम नहीं करना भी साबित होता है। यह सब शहर की जनता देख रही थी।

👌 इस बार चुनाव में अध्यक्ष पद का चुनाव सीधे जनता से होगा या पहले पार्षद चुने जाएंगे और फिर पार्षद अपना अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनेंगे? यह अभी पर्दे के पीछे है। सरकार ने अभी कोई घोषणा नहीं की है लेकिन जिस तरह से वार्डों के पुनर्गठन की घोषणा के बाद चर्चा जनता में चल रही है उससे लगता है कि अनेक लोगों के सपने छिन गए हैं या टुकड़े-टुकड़े हो गए हैं।

**जहां से वोटो की पॉन्ड (पोटली) मिलती थी उसमें विभाजन हो गया है। अब थोड़े से वोटो से पार्षदशाही चलाने वाले जीत नहीं सकते। सच तो यह है कि ऐसे लोगों ने पार्षद बनने के बाद पालिका में वातावरण दूषित किया, जिसके कारण शहर के विकास कार्य नहीं हो पाए। जनता आज भी अच्छी सड़कों और  सड़क गलियों में रात्रि बिजली के लिए परेशान है। वहीं मोदी जी का सफाई का सपना कदम कदम पर झूठा सा साबित हो रहा है। सड़कों गलियों में कचरे के ढेर हैं और नाले नालियों में गंदगी भरी पड़ी है,और डबल इंजन सरकार के प्रतिनिधि कोई भी बोल नहीं रहे हैं। आश्चर्य जनक तो यह है कि जिस प्रतिपक्ष कांग्रेस स्थान इंगित करते हुए बोलना चाहिए वह चुप है।  सूरतगढ़ में कांग्रेस के विधायक हैं पार्टी है लेकिन वे और पदाधिकारी कुछ भी शिकायत करने को तैयार नहीं है। विधायक की दुखती रग और  कांग्रेस की नाजुक हालत यह है कि कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया के कार्यकाल में 120 दिन में जो भ्रष्टाचार पट्टों से संबंधित मामले स्थानीय ब्लास्ट की आवाज में उजागर हुए उनमें इस लूट के अंदर कांग्रेसियों के साथ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने भी जमकर भ्रष्टाचार किया। *फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी वोटर लिस्ट के आधार पर पट्टे प्राप्त करने वाले अब बुरी तरह से छटपटा रहे हैं कि किसी तरह से अखबार में न्यूज़ न छपे और  लाखों रुपए की संपत्ति के मालिक बने रहें। परसराम भाटिया पर गलत ढंग से फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पट्टे बांटने के बहुत बड़े आरोप हैं। अभी तो कुछ मामले ही खुले हैं। ऐसे मामले छापने से पहले रिकॉर्ड ले पाना ही बहुत बड़ा प्रयास होता है। भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड आसानी से नहीं मिलता।

पट्टे लेने वाले परिवार चुप हैं,भागदौड़ कर रहे हैं कि किसी तरह से मामले दबे रह जाएं।

* आश्चर्य तो यह है कि परसराम भाटिया कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष हैं जो 120 दिन नगरपालिका के अध्यक्ष के पद पर रहे।

👌परसराम भाटिया के अध्यक्ष कार्यकाल के भ्रष्टाचार उजागर होने पर स्थानीय विधायक डूंगर राम गेदर अपना मुंह खोल नहीं रहे हैं, बल्कि हर कार्यक्रम में परसराम भाटिया के बिना उनका पहिया 1 इंच भी घूम नहीं सकता। यहां बात केवल कांग्रेस की नहीं परसराम भाटिया के कार्यकाल में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अपनी फोटो, अपनी पत्नियों के फोटो चिपका के फर्जीवाड़ा करके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी वोटर लिस्ट के आधार पर सूरतगढ़ का नागरिक बताते हुए पट्टे लिए और उनकी ही पार्टी राज व प्रशासन में परसराम भाटिया के घोटालों पर भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता चुप हैं। नगर मंडल यह मामले ऊपर दे सकता है। नगर मंडल अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष जिले के अन्य पदाधिकारी रह चुके नेता और नेता,मोर्चा के अध्यक्ष पदाधिकारी सभी ने अपने मुंह भयानक भ्रष्टाचार पर बंद कर रखे हैं।

क्या उनके मुंह बंद रखने से परसराम भाटिया बच सकेंगे?क्या उनके मुंह बंद रखने से जिन लोगों ने पति-पत्नी ने लाखों करोड़ों की जमीन प्राप्त की वे बच जाएंगे? यहां यह बताना उचित होगा कि कांग्रेस और  भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अभियान में गरीबों के लिए आवाज नहीं उठाई,अगर गरीबों की तरफ से आवाज उठाते गरीबों की सहायता करते तो उनको भी काबिज भूमि के पट्टे मिल जाते। कोई भी फाइल नगर पालिका में बाकी नहीं रहती। पट्टों के आवेदकों के साथ कुछ पार्षद जरूर नगर पालिका के चक्कर काटते रहे परेशान होते रहे जिन्होंने कुछ काम भी करवाए। लेकिन कांग्रेस बीजेपी पार्टियों की तरफ से किसी ने भी कभी कोशिश नहीं की। जो अपने आप को नेता समझते हैं उन्होंने भी कभी कोशिश नहीं की। इन सब की कोशिश एक ही है कि परसराम भाटिया के कार्यकाल में जो भ्रष्टाचार हुए उन पर बोला नहीं जाए लिखा नहीं जाए,सारे मामले दबे रहें। और जो लिखता है छपता है तो उसको झूठे मुकदमों में फंसाया जाए। 

* परसराम भाटिया पर भ्रष्टाचार के मुकदमे सिटी थाने में महीनों से पैंडिंग पड़े हैं उन पर भाजपा के दिग्गज नेता कासनिया और उनकी टीम और पूर्व विधायक अशोक नागपाल

चुप हैं। * कांग्रेस से भाजपा में आए हनुमान मील,पूजा छाबड़ा आदि भी चुप हैं। आरोपों से घिरे होने के बावजूद परसराम भाटिया भाजपा नेताओं के मुंह में बार बार मुंह में उंगलियां फिराता चैलेंज करता है केस करता है। ताजा उदाहरण है विवेकानंद स्कूल जाखड़ावाली को सूरतगढ़ में भूमि आवंटन के नगरपालिका प्रस्ताव पर हाईकोर्ट से स्थगन करवाना। आरोप तो पहले ही लगाए जा रहे थे अब भाजपा सरकार तक के हाथ बांध दिए।

* फिलहाल शहर की नयी गर्मागर्म राजनीति पर चर्चा करें सोचें। नगरपालिका के वार्डों के पुनर्गठन में बहुत बड़ा खेला हो जाने की चर्चा जोरों पर है। बहुत से पुराने मठाधीशों की तो राजनीति खत्म हो जाएगी। नये नेताओं का उदय होगा और निकम्मे लोग पार्षदगी का चुनाव जीत नहीं पाएंगे। अनेकों को तो पार्टियां टिकट भी नहीं देंगी। मुख्य चुनावी युद्ध भाजपा और कांग्रेस के बीच ही होगा। नया समीकरण बनने की कोई गुंजाइश नजर नहीं आती।०0०






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शनिवार, 29 मार्च 2025

बिना फार्मासिस्ट के कितने मेडिकल स्टोर?

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

 अनेक मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट नहीं है। बिना फार्मासिस्ट के मेडिकल स्टोर चलाया नहीं जा सकता। फार्मासिस्ट की उपस्थिति जरूरी है। यहां अनेक मेडिकल स्टोरों ने फार्मासिस्ट के प्रमाण पत्र किराए पर यानि शुल्क पर लेकर को लगा रखा है। दवाओं के साल्ट के बारे में फार्मासिस्ट को जानकारी होती है। लेकिन दुकान मालिक या काऊंटर पर बैठे व्यक्ति को दवा के साल्ट के बारे में जानकारी नहीं होती। मेडिकल स्टोरों पर फार्मासिस्ट के बिना गड़बड़ी भी हो सकती है।

* सबसे बड़ा घोटाला यह है कि फार्मासिस्ट ने अपना लायसेंस मेडिकल स्टोर पर लगा रखा है, मतलब वहां कार्यरत है लेकिन असल में वह कहीं दूसरे स्थान पर नौकरी या कोई व्यवसाय कर रहा है। एक ही व्यक्ति दो जगह नौकरी कैसे संभव है?मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट का उपस्थिति रजिस्टर अनिवार्य हो ताकि दो जगह की उपस्थिति का भ्रष्टाचार बंद हो। 

👌 जहां फार्मासिस्ट का लायसेंस किराये पर हो ,उन्हीं में से अनेक मेडिकल स्टोरों पर कमाई के लिए ड्रग नशे को बेचे जाने की शिकायतें होती है। 

👌 ड्रग इंस्पेक्टर जब भी कार्रवाई करता है। मेडिकल स्टोर्स को कुछ दिनों के लिए बंद करते हैं। फार्मासिस्ट पर भी कार्वाई हो उस न्यूज के साथ फार्मासिस्ट का नाम भी अनिवार्य हो। जब जांच हो तब फार्मासिस्ट के बयान भी अनिवार्य रूप से लिए जाएं ताकि किराए पर लायसेंस का घपला बंद हो। 

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29 मार्च 2025.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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राष्ट्र निर्माण में युवा महत्वपूर्ण:शरणपालसिंह मान


* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 29 मार्च 2025.
राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार राजस्थान दिवस साप्ताहिक महोत्सव के तहत शनिवार को रोजगार उत्सव एवं युवा सम्मेलन का आयोजन किया गया। माननीय मुख्यमंत्री महोदय श्री भजनलाल शर्मा की अध्यक्षता में कोटा में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का वीसी के माध्यम से प्रसारण नई धानमंडी के दी गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन सभागार में किया गया। इस दौरान नवनियुक्त कार्मिकों ने नियुक्ति पत्र पाकर खिले चेहरों से माननीय मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
 जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिला कलक्टर डॉ. मंजू, एडीएम प्रशासन श्री सुभाष कुमार, एडीएम सतर्कता श्रीमती रीना, श्री शरणपालसिंह मान, जिला परिषद सीईओ श्री गिरधर, सीएमएचओ डॉ. अजय सिंगला, पीएमओ डॉ. दीपक मोंगा, श्री हिमांशु बिहाणी सहित अन्य मौजूद रहे। माननीय मुख्यमंत्री महोदय के संबोधन के पश्चात अतिथियों द्वारा नवनियुक्त चयनित कार्मिकों को वेलकम किट और नियुक्ति पत्र सौंपे गए। जिलाकलेक्टर मंजू एवं शरणपालसिंह मान ने नियुक्ति पत्र सौंपे।

* श्री शरणपालसिंह मान ने अपने संबोधन में नव नियुक्त कार्मिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्रनिर्माण में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए युवा देश-प्रदेश के विकास में सकारात्मक योगदान दें। उन्होंने 30 मार्च को राजस्थान दिवस और नववर्ष की उपस्थितजनों को बधाई देते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री विकसित राजस्थान की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रदेश के सर्वांगीण विकास हेतु प्रतिबद्ध हैं। युवाओं के सपने साकार करने के लिए मुख्यमंत्री निरंतर प्रयासरत हैं।






 राज्य स्तरीय कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा स्कूल के विद्यार्थियों को 300 करोड़ रुपए से अधिक की राशि हस्तान्तरण कर स्किल नीति और युवा नीति का विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान के तहत जिला मुख्यालयों पर रोजगार मेलों का आयोजन भी किया गया।
 इस अवसर पर उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक श्री हरीश मित्तल, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक श्री वीरेंद्र सिंह, सीडीईओ श्री गिरजेशकान्त शर्मा, डॉ. सुरेंद्र बिश्नोई, श्री दुष्यंत जैन, श्री प्रदीप धेरड़, श्री जयप्रकाश शर्मा सहित अन्य मौजूद रहे। मंच संचालन श्री वेद पाहवा ने किया जबकि सीएमएचओ डॉ. सिंगला ने धन्यवाद जताया। ०0०





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सूरतगढ़ नगरपालिका वार्डों का पुनः गठन प्रकाशित. उपलब्ध स्थान




* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 मार्च 2025.

नगरपालिका सीमा के 45 वार्डों का पुनर्गठन कर दिया गया है। सूचना नगरपालिका कार्यालय, उपखंड अधिकारी कार्यालय और वार्डों में चिपकाए गये हैं। इस संबंध किसी को एतराज हो तो वह 17 अप्रैल 2025 तक जिलाकलेक्टर ओर उपखंड अधिकारी सूरतगढ़ को पेश कर सकते हैं।०0०


















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राणा सांगा ने बाबर को पत्र नहीं लिखा: प्रेमसिंह कुंपावत

 

महाराणा सांगा द्वारा बाबर को पत्र लिखे जाने का कोई प्रमाण नहीं है। एक बार फिर यह निर्थक चर्चा का विषय बना हुआ है।

 बाबर 1519 ई० से ही भारत को लूटने आता रहा था तथा हर बार छुटपुट युद्ध के बाद पराजित लौट जाता था। 1526 में महाराणा सांगा द्वारा उसको पत्र लिख कर बुलाने का क्या तर्क बैठता है, यह इस अभागे देश के मक्कार वामी इतिहासकार ही बता सकते हैं। 


बाबर को पत्र लिखने का स्रोत बाबर का ही लिखा  *बाबरनामा* है जो कि झूठ का पुलिंदा है। आत्ममुग्ध हत्यारे की पुस्तक के आधार पर वामियों ने जो झूठ प्रचारित किया है, वह पुस्तक पूरी ही असत्य है। 


 जिस लोधी को महाराणा सांगा, बकरौल व खतौली के युद्ध में दो बार पराजित कर  लोधी के पुत्र को दो वर्षों तक बंदी बनाकर रख चुके थे तथा लाखों स्वर्ण मुद्राएँ दण्ड लेने के बाद जिसे मुक्त किया गया, उस लोधी को पराजित करने के लिए सांगा बाबर को पत्र लिखेंगे, यह मूर्खता केवल वामपंथी ही कर सकते हैं। 


 बाबर को यह पत्र गुजरात के लुटेरे शासक के मंत्री इमाद- उल- मुल्क ने लिखा था, जिसका विस्तारपूर्वक उल्लेख श्री RC मजूमदार ने अपनी विराट पुस्तक *दिल्ली सल्तनत* में किया है। 

कुछ लेखकों के अनुसार यह पत्र पंजाब के मुसलमान राज्यपाल या स्वयं लोधी के संबन्धियों ने लिखा था। 


 इस अभागे देश में वामपंथी ठगों ने पानीपत के युद्धों को निर्णायक युद्ध बताकर मार्केटिंग की है। इसका कारण था हिंदू राजाओं व योद्धाओं के शौर्य को पोंछ कर इस्लामी हत्यारों की क्रूरता को कम करके दर्शाना, जिससे कि बचे खुचे भारत का इस्लामीकरण भी शीघ्रता से किया जा सके। 


सोलहवीं शताब्दी का सबसे निर्णायक युद्ध पानीपत नहीं, खानवा में लड़ा गया था।


बाबर की एक लाख  व सांगा की दो लाख सेना के बीच लड़ा गया यह युद्ध इतिहास के सर्वाधिक वीभत्स युद्धों में से एक है। प्रातः आठ बजे से बारह घंटे तक चले इस युद्ध में दो लाख योद्धा मारे गए थे। 


पानीपत का युद्ध खानवा के युद्ध के सम्मुख बचकानी झड़प से अधिक नहीं था  पर मानना पड़ेगा इस देश के वामियों को। खानवा का उल्लेख तक मिटा दिया गया है इतिहास से। 

दस वर्षों से रो रहा हूँ कि केन्द्र व राज्य की भाजपा सरकारों को एक *इतिहास पुनर्लेखन आयोग* का गठन करना चाहिए । History rewriting commission बना तो मेरे यशस्वी पूर्वज महाराणा सांगा जैसे अनेकानेक हिंदू राजाओं व योद्धाओंके साथ हुए अन्याय को हम सुधार सकेंगे। अन्यथा यही मिथ्या प्रलाप हमारे बच्चों को पढ़ाया जाता रहेगा।बलात्कारी- हत्यारों का समूह हमारे बादशाह बन जाएँगे तथा हमारे रक्षक राजा लुटेरे बना दिए जाएँगे। 


प्रेमसिंह कुंपावत,

गांव ढो़ला,जिला पाली राजस्थान

 99501 20011

शुक्रवार, 28 मार्च 2025

समाचार पत्र प्रकाशन पर सरकार की सख्ती,नई गाइड लाइन*

 

*अनिल जान्दू .


*हनुमानगढ़/श्रीगणनगर।* भारत सरकार के प्रेस पंजीकरण कार्यालय नई दिल्ली ने प्रकाशित होने वाले सभी समाचार पत्रों के लिए पुरानी गाइड लाइन में संशोधन करते हुए नई गाइड लाइन जारी की है। जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया आफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. अनुराग सक्सेना के हवाले से केन्द्रीय सलाहकार सदस्य डा.ए.के.राय ने यह जानकारी देते हुए कहा कि 10 मार्च 2025 को सरकार ने एक नई गाइडलाइन (एडवाइजरी नं. 03/2025) जारी की है जिसके अनुसार अब जो भी समाचार पत्र पीडीएफ पर चल रहे हैं, उन सभी को प्रकाशित करना अनिवार्य किया गया है। प्रेस पुस्तक पंजीकरण के नियम 10 के अनुसार दैनिक/साप्ताहिक/ पाक्षिक/मासिक समाचार पत्र प्रकाशित होने के 48 घंटों के भीतर समाचार पत्र के प्रिंट वर्जन को स्कैन करके उसको अपनी आईडी से प्रेस सेवा पोर्टल पर अपलोड करना आवश्यक होगा। 

*उदाहरण के तौर पर यदि आप दैनिक समाचार पत्र चला रहे है तो रोजाना समाचार पत्र के प्रिंट वर्जन को स्कैन करके जेपीजी या पीडीएफ फॉर्मेट में अपलोड करना होगा एवं साथ ही हर माह की 5 तारीख से पहले पीआईबी के प्रादेशिक कार्यालय में प्रिंट कॉपी जमा करानी होगी। हर माह समाचार पत्र की कॉपी अपलोड करने के बाद आपको अपनी आईडी से एक नियमितता सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा उसी के आधार पर समाचार पत्र को नियमित माना जाएगा। यदि किसी कारणवश कॉपी अपलोड नहीं की जाती है तो उस समाचार पत्र को अनियमित माना जाएगा एवं 12 माह तक अनियमित रहने पर समाचार पत्र का शिर्षक (टाइटल) रद्द किया जा सकता है। इसके साथ ही प्रिंटिंग प्रेस को भी पाबंद किया है कि आपके यहां छपने वाले समाचार पत्रों की डिटेल अपलोड करें कि किस समाचार पत्र की कितनी कॉपी आपके यहां प्रिंट हुई है। सरकार द्वारा इस गाइडलाइन के जारी होने के बाद समाचार पत्र संचालकों पर अब सिर्फ पीडीएफ के रूप में अखबार चलाना आसान नहीं होगा और अपलोड नहीं किए जाने की सूरत में समाचार पत्र का रजिस्ट्रेशन निरस्त किया जाएगा।

👌 राजस्थान श्रमजीवी पत्रकार संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष (निर्वाचित) अनिल जान्दू ने बताया कि पहले विभाग के आदेशानुसार आरएनआई ने समाचार पत्र की कॉपी 48 घंटे मे आरएनआई मे जमा करने का आदेश किया था जिसके विरोध मे पत्रकार संगठनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को और पत्र द्वारा सरकार व सूचना एवं प्रसारण मंत्री को विरोध दर्ज कराया था जिसके चलते सरकार ने अपने पुराने आदेश को संशोधित कर दिया।.०0०

प्रस्तुत कर्ता: करणीदानसिंह राजपूत.


गुरुवार, 27 मार्च 2025

राजस्थान पेंशनर समाज का होली स्नेह मिलन.सूरतगढ़.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *      

सूरतगढ़  27 मार्च 2025.

राजस्थान पेंशनर समाज सूरतगढ़ का होली स्नेह मिलन कार्यक्रम होटल राजहंस में

(Peeperan के पास) रखा गया। कार्यक्रम में सूरतगढ़ तहसील के समस्त सदस्य उपस्थित हुए तथा एक दूसरे पर पुष्प वर्षा करते हुए होली स्नेह मिलन कार्यक्रम धूमधाम से मनाया। 

 यह कार्यक्रम पेंशनर समाज के सम्मानित सदस्य श्री सलविंदर जी द्वारा प्रायोजित किया गया था। इसके लिए संगठन के समस्त सदस्यों द्वारा उनका आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष श्री धर्मवीर शर्मा द्वारा की गई।

 कार्यक्रम में संगठन के संरक्षक श्री रमेश चंद्र माथुर श्री रामेश्वर दयाल तिवारी श्री ओमप्रकाश भारद्वाज श्री सुमेर सिंह श्री गोपाल शंकर द्वारा होली संबंधी कविताएं गाने एवं चुटकुले प्रस्तुत किए गए। उपस्थित संगठन के समस्त सदस्यों द्वारा करतल ध्वनि से इस कार्यक्रम की प्रशंसा की गई तथा विचार व्यक्त किए गए  कि इस प्रकार के कार्यक्रम प्रत्येक त्योहार पर आयोजित किए जाने चाहिए। संगठन के अध्यक्ष द्वारा होली  स्नेह मिलन कार्यक्रम में सभी सदस्यों को स्वस्थ एवं जीवन में प्रसन्न रहने की शुभकामनाएं प्रेषित की गई।

* यह कार्यक्रम पेंशनर समाज की मासिक बैठक में परिवर्तित हो गया तथा एजेंडे के अनुसार बैठक का संचालन किया गया।बैठक में RGHS योजना के तहत अनुमोदित फार्मा स्टोरों द्वारा पेंशनर को दवाई उपलब्ध न करने पर गहरी चिंता व्यक्त की गई तथा विभिन्न सदस्यों द्वारा असंतोष जाहिर किया गया। 

 श्री सुरेश कोठारी जी श्री पूराराम जी श्री राजेंद्र सिंह श्री दयाराम जाखड़ आदि ने विचार रखें तथा दवाई नहीं देने वाले फार्मा स्टोर के संबंध में अपेक्षित कार्रवाई करने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। इसके उपरांत राजकीय अस्पताल एवं एपेक्स हॉस्पिटल में पेंशनर को नियमित जांच करवाने में आ रही समस्याओं के संबंध में चर्चा की गई।अध्यक्ष श्री धर्मवीर शर्मा द्वारा अवगत करवाया गया के एपेक्स हॉस्पिटल में रजिस्ट्रेशन के संबंध में वरिष्ठ नागरिकों विशेष कर पेंशनरों को काफी समय तक इंतजार करना पड़ता है जिससे  पेंशनर में अत्यधिक असंतोष है। सभी ने एक मत होकर प्रस्ताव पारित किया  कि राज्य सरकार के आदेश अनुसार वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य परीक्षण में प्राथमिकता मिलनी चाहिए। इसके लिए राजकीय अस्पताल एवं एपेक्स हॉस्पिटल के प्रभारी से मिलने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके उपरांत संगठन को सदस्यों की प्राप्त समस्याओं  पर चर्चा की गई। अध्यक्ष द्वारा अवगत करवाया गया की पिछली बैठक से लेकर आज तक  संगठन को चार अभ्यावेदन प्राप्त हुए थे जिसमें श्रीमती सुशील ढींगरा श्रीमती सुनीता रानी के प्रकरणों का निस्तारण करवा दिया गया है। श्री ब्रह्मानंद शर्मा एवं श्री सतनाम जी के प्रकरण पर कार्रवाई जारी है जिसका निस्तारण शीघ्र करवा दिया जाएगा। बैठक में सदस्यता अभियान चलने का प्रस्ताव पारित किया गया तथा निर्णय लिया गया का 30 अप्रैल 2025 तक अधिक से अधिक सदस्यों को सदस्यता ग्रहण करवाई जाए।उसके उपरांत संगठन के चुनाव की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। बैठक में संगठन का लेखा-जोखा प्रस्तुत करने के लिए भी प्रस्ताव आया जिसमें अध्यक्ष ने अआश्वस्त किया कि आगामी बैठक में संगठन का लेखा-जोखा प्रस्तुत कर दिया जाएगा। बैठक में पेंशनर समाज सूरतगढ़ के लिए कार्यालय आवंटन हेतु भी चर्चा की गई जिसमें अध्यक्ष द्वारा अवगत करवाया गया कि इस संदर्भ में प्रस्ताव श्रीमान कोषाधिकारी को प्रेषित कर दिए गए हैं।  निर्णय लिया गया इस संबंध में जिला शाखा से संपर्क कर  आवंटन करवाने हेतु कार्यवाही शीघ्र अमल में लाई जाए। श्री रामेश्वरदयाल तिवारी जो जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारी हैं उनके द्वारा आश्वासन दिया गया की जिला शाखा स्तर पर इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही करवाई जाएगी।इस अवसर पर जिला शाखा में शामिल किए गए श्री रामेश्वरदयाल तिवारी का स्वागत किया गया तथा इसके लिए  जिला अध्यक्ष श्री किशन शर्मा को धन्यवाद दिया।

वैष्णव समाज के संरक्षक इंजीनियर रमेश चंद्र माथुर ने टाइम बैंक आफ इंडिया की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला।

 श्री राजेंद्र सिंह द्वारा वर्ष जनवरी 2016 से 31 दिसंबर 2016 के मध्य रिटायर्ड हुए अधिकारी कर्मचारियों को सातवें  वेतन आयोग के अनुरूप ग्रेच्युटी काॅम्यूटेशन तथा लीव एनकैशमेंट का भुगतान दिलवाने की मांग की गई। इस संबंध में अध्यक्ष महोदय द्वारा अवगत करवाया गया कि इस प्रकरण को लेकर माननीय उच्च न्यायालय जोधपुर में रिट दायर की गई है जिसका अभी फैसला  शेष है तथा संगठन के स्तर पर भी इस मांग को राज्य सरकार के समक्ष उठाया गया है। बैठक में श्री परसराम भाटिया द्वारा भी विचार व्यक्त किए गए तथा उनके द्वारा अआश्वस्त किया गया कि पेंशनर समाज के कार्यालय हेतु जो भी संभव हो सकेगा वे अपने प्रयास जारी रखेंगे। कार्यक्रम में श्री राम नारायण,श्री विक्रम जी श्री विनोद मित्तल श्री चंद्र प्रकाश श्री साधु राम श्रीमती पुष्पा राजपूत श्रीमती सुशील ढींगरा श्रीमती सुमन इंदौर एवं श्रीमती वेद कौर तथा नीलम शर्मा उपस्थित थी। संगठन के भारी संख्या में सदस्यों द्वारा इस कार्यक्रम में भाग लिया गया अंत में संगठन के अध्यक्ष श्री धर्मवीर शर्मा द्वारा होली के पावन पर्व के उपलक्ष्य में मनाए गए स्नेह मिलन पर संगठन के सभी सदस्यों और उनके परिवार को शुभकामनाएं प्रेषित की गई।०0०



राजस्थान उत्सव में अर्जुन जुलिया सूरतगढ़ ने मषक वादन से रंग जमाया.

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 27 मार्च 2025.

राजस्थान स्थापना के उपलक्ष्य में नई दिल्ली स्थित बीकानेर हाउस में राजनेताओं और दर्शकों

के बीच पर्यटन विभाग की ओर से राजस्थान उत्सव मनाया गया।

* सांस्कृतिक संध्या में राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों से कलाकारों ने अपनी कलाओं का प्रदर्शन किया। राजस्थान उत्सव 2025 और राजविका  क्राफ्ट फेयर,एवं फूड फेस्टिवल का उद्घाटन भी इसमें हुआ। 

कलाकारों के प्रदर्शन को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला,राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा , केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत,केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, सांसद घनश्याम तिवारी,सीपी जोशी, श्री पी पी चौधरी,भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ उपस्थित रहे। समारोह में राजस्थान की संस्कृति की पहचान और प्रदर्शन की सभी ने सराहना की।

 💐 सांस्कृतिक संध्या में सूरतगढ़ के अर्जुन जुलिया ने राजस्थानी पहनावे में अपनी टीम के साथ सजीधजी मषक का वादन किया। जुलिया स्वयं झूमे और दर्शकों को भी झुमाया आनंदित किया।



* मषक वादन राजस्थान की प्राचीन प्रसिद्ध कलाओं में  गिना जाता है।लोग विभिन्न उत्सवों में मषक वादन सुनते हैं। आपके समक्ष अर्जुन जूलिया के कुछ चित्र प्रस्तुत कर रहे हैं। भविष्य में और बड़े रूप में इस कलाकार का विवरण 'करणी प्रेस इंडिया' में देने की कोशिश करेंगे।०0० करणीदानसिंह राजपूत, पत्रकार ( राजस्थान सरकार से मान्यता प्राप्त लाईफटाईम) 

सूरतगढ़ (राजस्थान) 

94143 81356.

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गुड्डी मीणा को राज्यपाल द्वारा स्वर्णपदक सम्मान.वि.वि.एमए.फस्ट पोजीशन.2022.

 







* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 27 मार्च 2025.

गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय सूरतगढ़ की छात्रा गुड्डी मीणा को महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय में सन् 2022 में एमए इतिहास में फस्ट पोजीशन प्राप्त करने पर विश्व विद्यालय में 26 मार्च को आयोजित नवम् दीक्षांत समारोह में राज्यपाल कुलाधिपति हरिभाऊ वागड़े की उपस्थिति में गोल्ड मेडल प्रदान किया गया। 

राज्यपाल व मुख्यमंत्री के मंचासीन सामूहिक चित्र में दाहिने तरफ से द्वितीय क्रम पर हैं।

गुड्डी मीणा के पिता शिवलाल मीणा सूरतगढ़ सिटी पुलिस स्टेशन में सहायक उप निरीक्षक हैं।



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* करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से मान्यता लाईफटाईम)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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बुधवार, 26 मार्च 2025

सूरतगढ़:नगरपालिका में कांग्रेसी बोर्ड बनाना मुश्किल क्यों हैं? गेदर टीम निष्क्रिय.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 26 मार्च 2025.

विधायक डुंगरराम गेदर और उनकी टोली कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया, शहर कांग्रेस अध्यक्ष जे.पी.गहलोत गरीबों के घरों पर जेसीबी चलती है तो कहीं भी साथ खड़े नजर नहीं आते और प्रभावशाली पैसे वालों के बड़े एवं पक्के सड़कों के लाखों रू.के अतिक्रमणों पर प्रशासन की कार्वाई नहीं होने पर चुप हैं। 

* शहर कांग्रेस की शहर के प्रति कुछ तो जिम्मेदारी बनती होगी लेकिन शहर कांग्रेस अध्यक्ष जे.पी.गहलोत किसी भी मुद्दे पर एक पत्र तक लिखे नजर नहीं आते। 

* विधायक डुंगरराम गेदर ही सूरतगढ़ में अभी संपूर्ण कांग्रेस है। अभी 23 मार्च 2025 को विधायक और ब्लॉक अध्यक्ष की पत्रकार वार्ता थी जिसमें शहर कांग्रेस अध्यक्ष जे.पी.गहलोत व टीम के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। विवेकानंद स्कूल को जमीन दिए जाने के मामले में विधायक डुंगरराम गेदर ने कहा कि आगे

 " नगरपालिका में हमारा कांग्रेस का बोर्ड बनेगा तब हम स्कूल को जमीन देने का प्रस्ताव कैंसिल करवा देंगे।' आखिर यह पक्का विश्वास किस आधार पर है? कांग्रेस के द्वारा तो केवल कागजी कार्रवाई और कभी 20-25 संख्या में धरना प्रदर्शन हुआ है। शहर की सफाई सड़कें स्ट्रीट लाईट, गंदे पानी की निकासी नाले नालियों की सफाई आदि पर शहर कांग्रेस आखिर चुप क्यों है? कांग्रेस के पास शहर कांग्रेस के अध्यक्ष के लिए भी कोई दमदार नेता नहीं है तो नगरपालिका चुनाव में जीत किस आधार पर पक्की होगी? केवल भाषण देने और घोषणाएं करने से तो कुछ नहीं होगा? कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं से सभी 45 वार्डों की रिपोर्ट ले,नगरपालिका कार्यालय की रिपोर्ट ले और उसका अध्ययन करे जिससे पूरा रिपोर्ट कार्ड निकलेगा। अभी कांग्रेस की ऐसी हालत नहीं है कि वह नगरपालिका चुनाव में बहुमत ले ले। कुल 45 वार्डों में बोर्ड बनाने के लिए 23 पार्षद तो जीतने ही चाहिए।

 * सन् 2009 में सीधे जनता से अध्यक्ष का चुनाव था जिसमें विधायक गंगाजल मील के प्रभाव से कांग्रेस के बनवारी लाल जीते।

* सन् 2019 में कांग्रेस को 45 वार्डों में 22 पर जीत मिल पाई। मील का प्रभाव था फिर भी एक पार्षद की कमी रह गई। मील ने अपने प्रभाव से अन्य के सहयोग से कांग्रेस का बोर्ड बनाया जिसमें ओमप्रकाश कालवा अध्यक्ष बने जिनको 30 वोट मिल गये। कालवा बाद में भाजपा में चले गये। फिर मील का सूरतगढ़ का राजनीतिक कुनबा गंगाजल मील,प्रधान हजारी मील,पंचायत समिति डायरेक्टर हेतराम मील और हनुमान मील सभी भाजपा में चले गये। बनवारीलाल भी भाजपा में चले गये। * जहां तक उदाहरण है डुंगरराम गेदर की जीत का तो उसमें तो स्पष्ट हो चुका है कि उस समय के विधायक रामप्रताप कासनिया से नाराजगी के वोट मिलने से जीत हुई। अब हालात एक दम उलट हैं। डुंगरराम गेदर को जिताने वाले दुखी हैं टूट रहे हैं और उधर कासनिया को हराने वाले जिनमें भाजपा के लोग भी हैं, वे भी परेशान हैं। डुंगरराम गेदर से काम नहीं हो रहा यह मानते हुए पछतावा करते कासनिया के पास ही दुखड़ा बखान कर सहयोग लेते हैं। जब ये राजनैतिक  हालात हैं और कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहीं भी जनता से लागलगाव नहीं है, नगरपालिका से संबंधित कोई काम नहीं करवाया तो फिर वोट कहां से आएंगे? मील जैसा कोई नेता नहीं है जो अपने प्रभाव से जीत तक पहुंचा दे और कांग्रेस का बोर्ड बनवा दे। शहर में चुपचाप खुद घूम लें पूछ लें तो हालात मालुम पड़ेंगे कि 10 पार्षद तक भी जीत तक पहुंचना मुश्किल है। अभी कालवा ( भाजपा) को सस्पेंड कराए जाने के बाद परसराम भाटिया को अध्यक्ष बनाया गया जो 120 दिन अध्यक्ष रहे। परसराम भाटिया के इस अल्प काल में ही खूब भ्रष्टाचार हुआ। बड़े प्रभाशाली लोगों को गैरकानूनी नियम विरुद्ध भूखंडों के पट्टे दिए गये यहां तक कि भाजपा के भी कई नेताओं और उनकी पत्नियों को,उनके परिवारों को पट्टे दे दिए  लेकिन जिनको छत जरूरी थी वे रोते रह गये।परसराम भाटिया पर लग रहे आरोपों पर विधायक गेदर चुप हैं।

ऐसी स्थिति में ऐसी कौनसी जादुई तरीका है जिससे कांग्रेस का बोर्ड बना लेंगे? भाजपा के लोगों ने जो शहर में ही नहीं रहते फर्जी रिकॉर्ड तैयार किया और कांग्रेस के परसराम भाटिया ने उनको पट्टे दे दिए जो आए दिन अखबारों में छपते हैं। परसराम भाटिया द्वारा भाजपाइयों को फर्जी रिकॉर्ड पर पट्टे दिए जाने के पीछे राज क्या है? क्या भाटिया ने सूखे ही हस्ताक्षर कर दिए? भाजपा नेता चंद्र जनवेजा की पुत्रवधू को बिना किसी कीमत के नगरपालिका का पंप हाऊस भी दे दिया। भाजपा के नेता राजाराम धारणिया पत्नी सहित मानकसर में रहते हैं जिनको सूरतगढ़ में पट्टा दे दिया। परसराम के अध्यक्षता काल के भ्रष्टाचार लगातार यहां के एक साप्ताहिक ' ब्लास्ट की आवाज' में छप रहे हैं। एक खसरे की भूमि पर जहां ओमप्रकाश कालवा ने हस्ताक्षर नहीं किए और मील से दुश्मनी लेकर भाजपा में चले गये,उसी फाईल पर परसराम भाटिया ने हस्ताक्षर कर दिए। अभी तो एक एक कर भ्रष्टाचार के भेद खुल रहे हैं। जब भ्रष्टाचार का आरोपी कांग्रेस में ब्लॉक अध्यक्ष पद पर है, मुकदमें भी दायर हैं और हर मामले पर गरीब जनता से दूरी है तो नगरपालिका में कांग्रेस का बोर्ड कैसे बनेगा? कांग्रेस के पास ऐसे कार्यकर्ता नहीं जिनको ब्लॉक अध्यक्ष और शहर कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सके जो आने वाले नगरपालिका चुनाव तक जनता से जुड़ सकने जैसे कार्य कर सकें। ऐसा लगता है कि विधायक डुंगरराम गेदर के हाथ पावरलैस हैं। कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए स्वेच्छा से परसराम भाटिया और जे.पी.गहलोत इस्तीफा देकर पद छोड़ने वाले नहीं हैं। ये तथा और भी कारण है जिनसे नगरपालिका में काग्रेस का बोर्ड बनना मुश्किल लगता है। नगरपालिका चुनाव आने तक डुंगरराम गेदर कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए कौनसे प्रभावी कदम पार्टी में उठाएंगे? नगरपालिका में कांग्रेस की हार होती है, कांग्रेस का बोर्ड नहीं बना तो सीधी जिम्मेदारी डुंगरराम गेदर पर होगी और 2028 के विधानसभा चुनाव में गेदर की टिकट पर अनेक संकट होंगे। यह माना जाता रहा है कि गेदर हर कदम चुपचाप ही उठाते हैं सो नगरपालिका चुनाव से पहले अप्रैल माह से ही कुछ जनता को नजर आने लगे। 

अपनी पार्टी में और दूर गये दूर होते जा रहे गरीबों को अपने साथ लाने के लिए डुंगरराम गेदर क्या कदम उठाते हैं? 👌 एक बड़ा सवाल जनमानस में चल रहा है कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बलराम वर्मा की सलाह ली जाए। एक और सवाल कांग्रेस में आए पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादु की चुप्पी भी है आलसी सा रवैया दिख रहा है।

* जनता में यह धारणा बन रही है कि विधायक में पहले जैसी बात नहीं है। यह धारणा कैसे टूट पाएगी?

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करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिकृत मान्यता प्राप्त. लाईफटाईम।)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

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अतिक्रमण पर पंचायत प्रशासक,ग्राविअ जिम्मेदार.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 26 मार्च 2025.

नंदीशाला के सामने राजपुरा पीपेरन ग्राम पंचायत क्षेत्र में 22-23 मार्च की रात में अतिक्रमणकारियों ने पिल्लर लगाए जिनको तुरंत हटवाना की और कानूनी कार्वाई पुलिस में कराने की पूरी जिम्मेदारी पंचायत के प्रशासक और ग्राम विकास अधिकारी की है। प्रशासक लालचंद ( पूर्व सरपंच जिन्हें सरकार ने प्रशासक नियुक्त किया,और ग्राम विकास अधिकारी करणीसिंह हैं। इनको अपनी जमीन का ध्यान होना चाहिए जिसकी जिम्मेदारी भी है। ये उपखंड अधिकारी को सूचना दें और तुरंत हटवाएं। ऐसी सूचना है कि इस भूमि पर अदालत का स्टे है और स्टे अभी कायम है।

* विदित रहे कि अतिक्रमण रोकने का कहने पर भाजपा नेता श्रीभगवान सेवटा को जानसे मार डालने की धमकी मिली। जिसकी शिकायत सूरतगढ़ सिटी थाना अधिकारी दिनेश सारण और एसपी को दी गई। ०0०* करणीदानसिंह राजपूत, पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिकृत मान्यता प्राप्त) सूरतगढ़ ( राजस्थान ) 

94143 81356.

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दफ्तरों में भ्रष्टाचारियों पर कार्वाई होगी.

  

* करणीदानसिंह राजपूत *

सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार करने वाले किसी भी पद अधिकारी हो या कर्मचारी पर हर स्तर की कार्रवाई होगी।

👌 फोटो विडिओ न्यूज सभी होंगे।

👌 भ्रष्टाचार निरोधक विभाग में शिकायत होगी और कराने पर,कराने वाले को जो सहयोग होगा करने में पूरी कोशिश रहेगी। जनता का काम रोकना, देरी करना, *शिकायतें होने पर जांच में झूठे जवाब देना,सरकारी दफ्तरों में बाहरी व्यक्ति को फाईलें सौंपना, दफ्तरों में बाहरी व्यक्तियों को कर्मचारियों की बैठाकर सरकारी फाईलों में काम कराने वाले, अतिक्रमणों को तोड़ने में कार्रवाई नहीं करना, सरकारी गाड़ियों का दुरुपयोग और गैराज के बजाय अपने आवासों पर रखना, परिवारों सहित घूमना अधिकार क्षेत्र से बाहर ले जाना, उपयोग से पहले ड्राइवर बुक में यात्रा का नोट नहीं डालना, 

 संबंधित ब्रांच कर्मचारी अधिकारी और कार्यालय के अधिकारी सभी गैरकानूनी कार्यों में दोषी होते हैं और हर भ्रष्टाचारी पर कार्वाई कराने में सक्षम तरीका अपनाया जाएगा।

* भ्रष्टाचार तो भ्रष्टाचार ही है। सरकार भ्रष्टाचार के विरुद्ध है इसलिए विभिन्न जांच एजेंसियां है और उनके पास भ्रष्टाचारियों को गिरफ्तार करने अदालत तक पहुंचाने की शक्तियां भी है।

* भ्रष्टाचारियों के सहयोगी, उनके पक्ष में दलीलें देने वाले, भ्रष्टाचारियों की अनैतिक हरकतें देखने वाले भी अपना कालापन दूर करें तो अच्छा नहीं तो वे भी कहीं गैरकानूनी कार्रवाई में आ सकते हैं।

26 मार्च 2025.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिकृत मान्यता) सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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मंगलवार, 25 मार्च 2025

भाजपा नेता को मारने की धमकी पर कार्रवाई कब होगी?

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

भाजपा नेता श्रीभगवान सेवटा को अतिक्रमण करने वालों की तरफ से जान से मार डालने की धमकी 22 मार्च के कितने दिन बाद पुलिस कार्वाई होगी। इस गंभीर धमकी पर 25 मार्च का दिन भी बीत गया। प्रदेश में भाजपा की सरकार है और धमकी पर तुरंत कार्रवाई नहीं होना मतलब क्या निकलता है। भाजपा से सवाल है कि अतिक्रमणकारियों के हमले के बाद पुलिस जागेगी। 

* सेवटा का आवास उजाड़ से क्षेत्र में है जहां उसके सामने अतिक्रमण हो रहा था। 22 मार्च की रात्रि को ही सेवटा ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी को फोन कर दिया। 23 मार्च को सिटी थानाधिकारी दिनेश सारण को लिखित में दिया। एक हैड कांस्टेबल को यह जांच सुपुर्द कर दी गई। हालात को ध्यान में रखते हुए सेवटा ने 25 मार्च को एसपी को शिकायत की। पुलिस पर कोई सवाल नहीं। सवाल भाजपा पर है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार है सो कार्रवाई में कितने दिन लगेंगे?

* 23 मार्च को विधायक डुंगरराम गेदर और ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया की प्रेसवार्ता में सूरतगढ़ के आपराधिक हालात पर पुलिस निशाने पर थी। आरोप लगाया गया था कि पुलिस की ढीली कार्रवाई के कारण नशा, चोरियां, हमले जैसी घटनाएं बढ रही है।०0०

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