गुरुवार, 31 मार्च 2022
बुधवार, 30 मार्च 2022
राजस्थान दिवस:राजस्थान उत्सव में राजस्थानी संस्कृति की झलक
![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEh6dNF8s0pmuxslN2B4a532zDp-txRkwkrXQ7xiyzy52DE4RXaSckB3CX046FcR4L3O1f7BwCp1iGMtxDpejVn7PxCxq4FC4ezleSGL_zMVtY7RihEu0Df4hwFDRlpa0MmJOvvKfXlVvsgSnNmdMPKQPn9ULvUrIwmGr0QkhTer054dyHU3AAH-dkVr-g/s16000-rw/IMG_20220330_214945_resize_38.jpg)
* करणीदानसिंह राजपूत*
श्रीगंगानगर, 30 मार्च 2022.
राजस्थान दिवस (30 मार्च 2022) के अवसर पर जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से जवाहर नगर स्थित इंदिरा वाटिका में आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम ’राजस्थान उत्सव‘ में राजस्थानी संस्कृति की झलक देखने को मिली। कलाकारों ने एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुतियां पेश करते हुए राजस्थान की बहुरंगी संस्कृति और गौरवशाली कला को साकार किया।
गंगानगर विधायक राजकुमार गौड़, एडीएम प्रशासन भवानी सिंह पंवार ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
* दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात पर्यटन विभाग की मसक वादन की प्रस्तुति मंगला राम भील और उनकी टीम ने दी।
* किंग्स स्नेपर डांस ग्रुप ने राजस्थानी लोक नृत्य ’आयो रे शुभ दिन आयो‘ के माध्यम से राजस्थान दिवस का स्वागत किया।
*पर्यटन विभाग की ओर से मयूर नृत्य और राजस्थानी लोकगीत,
*नोजगे पब्लिक स्कूल द्वारा कालबेलिया लोक नृत्य और शास्त्रीय कत्थक नृत्य,
*गुड शेफर्ड स्कूल द्वारा घूमर लोक नृत्य,
*एनिमा डांस ग्रुप द्वारा राजस्थानी लोक नृत्य, *नटराज नृत्य शक्ति ग्रुप द्वारा राजस्थानी नृत्य ’आयो रे मारो ढोलना‘ और
*नगर परिषद की ओर से चंग धमाल की प्रस्तुतियां दी गईं।
कार्यक्रम में विधायक राजकुमार गौड़ ने समस्त नागरिकों को राजस्थान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देश व प्रदेश की उन्नति और उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर एडिशनल एसपी जयसिंह तंवर, एडीएम उम्मेद सिंह रतनू, नगर विकास न्यास की सचिव डॉ0 हरीतिमा, एसीईओ मुकेश बारेठ, आयुर्वेद विभाग के डीडी श्री हरिन्द्र दावड़ा, सीएमएचओ डॉ0 गिरधारी लाल मेहरड़ा, पीएमओ डॉ0 बलदेव सिंह चौहान, पर्यटन विभाग बीकानेर के पर्यटन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह, हंसराज यादव,विजय कुमार, श्रीमती प्रीतिबाला गर्ग, पूर्व खेल अधिकारी सुरजाराम सिंहाग, प्रेम चुघ सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री भरत सिडाना ने किया।
o0o
---------
मंगलवार, 29 मार्च 2022
सूरतगढ़: परिसर की समस्याओं का हल करने वास्ते बार संघ द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 मार्च 2022.
बार संघ राजस्व सूरतगढ़ के अध्यक्ष एड्वोकेट कैलाश गोदारा द्वारा आज तहसीलदार सूरतगढ़ को तहसील परिसर में व्याप्त समस्याओं के समाधान करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया।
ज्ञापन में अवगत करवाया गया कि कुछ समय पूर्व ही तहसील परिसर के बाहर सड़क का निर्माण किया गया है जिससे तहसील परिसर भूमि मुख्य सड़क से नीचे हो गई है। इससे
वर्षा होने के समय आसपास का पानी तहसील परिसर मे आएगा और उससे कार्यालय भवन, अधिवक्ताओं के चेंबर और शैड में पानी भरेगा।उससे बड़ी क्षति होने की पूरी पूरी संभावना बन जाएगी।
तहसील का मुख्य द्वार भी बहुत पुराना है वह मुख्य सड़क से नीचे होने के कारण पानी अंदर आएगा इस पुराने गेट का पुनः निर्माण किया जाकर इस गेट का तल मुख्य सड़क से ऊपर करवाने का निवेदन किया गया है। तहसील परिसर में राजस्व कर्मचारियों ,अधिवक्ताओं द्वारा बनाए गए पार्क की सुरक्षा बाबत चारदीवारी का निर्माण करवाने का निवेदन किया ताकि वहां लगे पेड़ पौधों, हरी दूब की आवारा पशुओं से सुरक्षा की जा सके।
ज्ञापन देते समय अध्यक्ष कैलाश चंद्र गोदारा सचिव रामनारायण सह सचिव अमित कुमार सैनी अधिवक्तागण राम प्रताप तिवाड़ी राजवीर भादू, कमल दत्त शर्मा, सुरेंद्र सुथार, रामस्वरूप बारूपाल, अमरजीत सिंह, दलवीर सिंह सोवना आदि मौजूद रहे।०0०
सूरतगढ़ में रेल लाइन और रेलगाड़ियों के विस्तार सहित नयी रेल लाइन की मांग:
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 मार्च 2022.
गंगानगर जिले की रेल समस्याओं को लेकर जिला संयुक्त रेल संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत आज सूरतगढ़ में रेल विकास संघर्ष समिति ने जिला कमेटी के आह्वान का समर्थन करते हुए केंद्रीय रेल मंत्री के नाम स्टेशन अधीक्षक राज सिंह शेखावत को ज्ञापन सौंपा।
जिसमें रेल लाइन का दोहरीकरण भटिंडा हनुमानगढ़।
सूरतगढ़ अनूपगढ़ रेल लाइन का घड़साना होते खाजूवाला तक विस्तार किया जाए।
सूरतगढ़ अनूप गढ 35 वर्ष पुराने ब्रॉड गेज लाइन पर मेल एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने गाड़ियों का विस्तार करने
गाड़ी संख्या 12495- 96 बीकानेर- कोलकाता गाड़ी संख्या 20 471 बीकानेर पुरी जो कि 48 घंटे बीकानेर में खड़ी रहती हैं,का विस्तार सूरतगढ़ होते श्रीगंगानगर तक करने।
बीकानेर दादर रेल का विस्तार सूरतगढ़ रायसिंहनगर श्रीगंगानगर तक करने,बाड़मेर कालका जो 40 वर्ष पुरानी रेल सेवाएं उसको तत्काल शुरू करने,
सूरतगढ़ से बोड़पल जाखडावाली पल्लू रावतसर सरदारशहर तक नई रेल लाइन बिछाने की माग भी हुई।
गाड़ी संख्या 19225- 26 जोधपुर सूरतगढ़ अमृतसर होकर जम्मू जाने वाली रेलगाड़ी का नाम गुरु गोविंद सिंह के शहीद दोनों पुत्रों के नाम से शहीद वीर बाल एक्सप्रेस रखने,
सूरतगढ़ भटिंडा रेलवे लाइन का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हुए 2 वर्ष हो गए दो बार सीआरएस विजिट हो गई तत्काल इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू करने सहित मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा।
जिला संयुक्त रेल संघर्ष समिति जिला अध्यक्ष ललित किशोर शर्मा रेल विकास संघर्ष समिति सूरतगढ़ ,अमित कडवासरा नरेन्द्र घिंटाला के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया
मास्टर रामप्रताप खोरवाल हरनेक सिंह मान सुरेश सिडाना भवानी शंकर गुर्जर संजय बैद भंवर बारिया रमेशचंद्र माथुर अशोक मखीजा नरेंद्र ओझा विमल सिंह राजपूत पार्षद जसराम टाक,सुशील कुमार जैन ओम चाहर रामस्वरूप खोरवाल सीताराम मेघवाल मास्टर प्रेम राज कुलदीप सारण सहित पदाधिकारी उपस्थित थे। ०0०
सोमवार, 28 मार्च 2022
सूरतगढ़ में ठोकरों झटकों में मुस्कुराते रहें। * करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ में रहते हैं तो मुस्कुराते रहें। यदि मेहमान बनकर आए हैं तो सभ्यता के नाते मुस्कुराते रहें। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
इसको सुंदर बनाने मे विकसित करने में इन नेताओं ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण पांच पांच साल लगा दिए।
* नागपाल जी सन 2003 से 2008.
* मील साहब सन 2008 से 2013.
* भादु जी सन 2013 से 2018.
* कासनिया जी सन 2018 से 2023.
( कासनिया जी का राज अभी चल रहा है)
* कांग्रेस मील सा.5 साल*
* भाजपा नागपाल जी भादूजी और कासनिया जी का राज कुल 15 साल।
विनम्र अनुरोध है।
* घरों में रहें। अनावश्यक बाहर नहीं निकलें।
* बाहर निकलें तब सड़कों पर ध्यान से निकलें। चाहे पैदल चाहे वाहन हो!
० यहां की सड़कें विशेष डिजाइन से तैयार है। ऊंची नीची गड्ढे वाली। टूटी फूटी। प्यार से चलें। नहीं तो ये ठोकर लगाती है और धीरे से जोर का झटका लगा देती है। फिर मेरुदंड में लगा झटका लंबे विश्राम भी करा देता है। मेरुदंड मतलब रीढ की हड्डी!
* एक खास बात हम सूरतगढ़ के रहने वाले सभ्य हैं इसलिए विकसित करने वालों के सम्मान में चुप रहते हैं। यदि आप बाहर से दो चार दिन के लिए सूरतगढ़ आएं हैं और ठोकर झटका थबाईचांस लग जाए तो गुड फील करें। ईलाज उपचार अपने शहर में जाकर करवालें। बस मुस्कुराते हुए लौटें ताकि स्वस्थ रहें।
एक बात रह गई।
सड़कें टूटी फूटी हैं वह तो लिख ही दिया। सीवरेज के चैम्बर गोल ढकने। कहीं ऊंचे हैं तो कहीं सड़क में घुसे हुए। इनकी ठोकर और झटका। बड़ा प्यार करता है।
आप यह कतई न सोचें कि मैं हंसी उडा रहा हूं। असल में फोटोग्राफर स्माइल प्लीज कहता तब भी मुझे कभी हंसी नहीं आई। तो अब हंसी उड़़ाने जैसी भी बात नहीं करता।
आपका स्वास्थ्य बना रहे और बदन में कहीं मोच न आए। आपकी काया सुंदर बनी रहे।
इसलिए कहता हूं।
मुस्कुराते रहें।
बात सड़कों की हुई तो नाले नालियां आवाज करने लगे। दो चार लाइनों की कृपा हम पर भी करदो।
सूरतगढ़ कमाल का शहर है जहां नाले नालियां भी बोलते हैं।
"हम बंद हैं । ऊपर से आरसीसी सीमेंट कंक्रीट के पक्के निर्माण से सांस नहीं ले सकते। बदबू से दम घुट रहा है। हमें भी खुली हवा में सांस लेने का अधिकार है।"
बस,इनकी आवाज नहीं सुननी है। ये तो चिल्लाते ही रहते हैं। इनके पास भी मत जाइये। ये बदबू से परेशान हैं और आपने गंध ले ली तो नाहक परेशानी होगी।
इसलिए मुस्कुराते रहें।
मंदिरों के पास पुराने जोहड़ को भूल कर भी देखने न जाएं। उसमें गंद मलबा भर रहे हैं। आस्था जाग उठेगी तो परेशानी होगी। जोहड़ की ओर चले भी जाएं तो देखें नहीं। देखलें निगाहें पड़ भी जाएं तो घुमा लें। वैसे भी अपन लोग निगाहें घुमाने में माहिर हैं।
बस,मुस्कुराते रहें।
* असल में सड़कें नाले जोहड़ आदि नगरपालिका के काम हैं। बोर्ड तो शहरवासी ही चुनते हैं।
* बड़े नेताओं का नाम इसलिए कि शहर में जो कुछ हो रहा है उस पर सभी सीधे रूप में न देखते हैं न बोलते हैं न सुनते हैं।
बड़े नेताओं ने गांधी जी के तीन बंदरों को देख लिया और कुछ ज्यादा ही ध्यान कर लिया।
गांधी जी के तीन बंदरों की मूर्तियों को या चित्रों को तो आपने भी देखा होगा।
नहीं देखा तो मुसकुराते हुए पढ लें।
एक के आंखों पर हाथ मतलब बुरा न देखो।
दूसरे के मुंह पर हाथ मतलब बुरा न बोलो।
तीसरे के कानों पर हाथ मतलब बुरा न सुनो।
बड़े नेता सीधे लड़ाई झगड़ा नहीं करते। वह सब जनता करे और करती रहे। इसलिए ही मैं कहता हूं कि मुस्कुराते रहें।
तो फिर बड़े नेताओं का काम क्या होता है?
बड़े नेताओं का काम होता है चुनाव लड़ना और पार्टी से टिकट लेने की कोशिश करना।
बड़े नेताओं का यही काम चल रहा है।
हम चुनाव लड़ें या हमारा बेटा लड़े। परिवार का सदस्य चुनाव लड़े। टिकट के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है। सभी बड़े नेता इस मेहनत में लगे हैं। बड़े से भी बड़ा और बड़ा आ जाए तो उसके स्वागत सत्कार का काम। टिकट के लिए बहुत कुछ करना होता है। बड़े नेताओं को फुर्सत ही नहीं है। सब देखभाल करने की फुर्सत के लिए लोग हैं।
बड़े नेता चाहते हैं कि जनता गांधी जी के बंदरों को देखने पर ध्यान लगाए। गांधी जी के तीन बंदरों को देखने में जीवन के सभी सुख हैं। बंदरों को देखते रहें तो ठोकरें झटके बदबू कुछ भी महसूस नहीं होगा।
इसलिए बाकी सभी मुस्कुराते रहें।
सूरतगढ़ में मुस्कुराते रहें।
दि. 28 मार्च 2022.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
********