गुरुवार, 31 मार्च 2022

राजस्थानी मान्यता सारूं अरज कोनी सुणै सरकारां:जमानो आंख्यां राती कर लठ दिखावणै रो

 



* करणीदानसिंह राजपूत *


राजस्थान थरपणा दिवस माथे 30 मार्च नै राजस्थान मांय  ठोड़ ठोड़ राजस्थानी भाषा नै मान्यता देवणे री मांग सारूं खुला मंच सजाया गया। खुला मंचा माथै बातचीत हुयी, गीत नाच अर भाषण होया। 

 बातां सामी आई। राजस्थान सरकार राजस्थानी  मायड़ भाषा नै राजभासा घोषित करै। भारत सरकार संविधान री आठवीं अनुसूचि मांय सामल करे।

कार्यक्रमां मांय राजस्थानी भासा रा विदवानां,राजस्थानी भासा रा प्रेमियां आम नागरिकां पत्रकार रचनाकारां कलाकारां लोग अर लुगायां राजस्थानी री ताकत री बात राखी।


अलग अलग राजनीतिक दलां रा नेता भी सामल होया। राज नेतावां नै अरज करी गई कै

अ मंच सांझा है मिलजुल काम करस्यां इमें राजनीति रो मुद्दो कोनी।

आप आप रा विचार है। राजस्थानी मान्यता री मांग माथै आंदोलन करता लड़ता लड़ता चालीस साल बीत गया। ईं सूं बेसी हो ग्या। मायड़ भाषा राजस्थानी ना तो राजभाषा घोषित हो सकी अर ना राजस्थानी नै भारत सरकार सरकार संविधान री आठवीं अनुसुचि मांय सामल करी।

राजस्थान सरकार अर भारत सरकार सुणै कोनी अरज करता करता सालो साल बीत ग्या। आगै और कितरा साल अरज करता रैस्यां। अरज करणै सूं पार पड़ी कोनी अर आगै भी पार पड़ जासी इण रो भी भरोसो कोनी। 


राजस्थानी लोग अर रचनाकार बडाई मांय कैवता रैवे क लाठी लठ डांग रा बीसियों सब्द राजस्थानी मांय है। बडो सब्दकोस है। इण रो मुकाबलो दूजी भासा कोनी कर सकै।


पण आप सुणाता रैवो।डांग मारीजे कोनी। आपणी सुनवाई कोनी अर डांग आपणै सूं मारीजै कोनी। आपणा हालात ऐड़ा है कै  डांग मारणी तो दूर अआपणै सूं तो  सरकारां नै डांग दिखाईजै भी कोनी। डांग री ताकत दिखाया बिना ना राजस्थान सरकार पूछे अर न भारत सरकार पूछै।

सरकारां नै कोई ज्यादा काम कोनी करणो। राजस्थान सरकार नै तो राजस्थान री राजभाषा घोषित करणी  है अर भारत सरकार नै संविधान री आठवीं अनुसुचि मांय सामल करणी है।


अबकी बार राजस्थान थरपणा दिवस 30 मार्च 2022 पर नजरां ही। बिस्वास हो कै राजस्थान सरकार रा मुखमंत्री अशोक गहलौत घोषणा कर देसी। ओ बिस्वास अर भरोसा हवा मांय उड ग्यो। पूरो दिन खाली अर खाली निसर ग्यो।


जै डांग दिखायोड़ी होवती तो अशोक गहलौत री छींया भी बोल उठती। सरकार नै कीं डर भय होवै जणा काम करै। आपां हां तो रण बांकुरा पण कथा कहाणियां कवितावां कहावतां मांय हां। आपां जुद्ध करणो नीं चावां। राज नेतावां री पावांधोक करणै सूं साल दर साल बीत ग्या अर आगै भी बीत जासी। 

डांग मारो ना  पण दिखाओ तो सरी। राजस्थान सरकार अर भारत सरकार नै डांग दिखाओ तो सरी। डांग दिखाणै सूं भी डरो हो तो फेर किस्या रणबांकुरा हो। कूड़मूड़ रा रणबांकुरा हो। 


अब डांग मारया अर दिखायै बिना राजस्थानी बस्तै मांय बंद ही पड़ी रैसी। ओ नीं कर सको तो कागज पतर  में डांग रो चित्र बनाकर भेज्या करो। मंचा माथै राजस्थानी भासा मांग करणिया कहता रेवै क ओ राजनीति रो बिषय कोनी सारा मिलजुल करता रैस्यां। अरज करता रैवो अर मरता रैवो। कितरा रचनाकार सरग सिधार गया राजस्थानी री मान्यता री मांग करता। बींया जितरा नामी तो अब बच्या ही कोनी।

 बिना तलवारां कोई जुद्ध जीत्या है कांई।


ओ माननो ही पड़ेगो कै राजस्थानी री मान्यता रो असली मुद्दोराजनीति रो ही मुद्दो है। राजनीति रै कारण सूं ही मान्यता रुकी पड़ी है। 


चापलूसी करता रैवो सरकारां रै कीं फरक पड़ै कोनी। पैलां पार पड़ी कोनी अर आगे भी पड़ै कोई। कागज पत्तर लिखता रहवो पण राजनीति सूं दूर भागणो सही नहीं। राजनीति में भी आंख्यां दिखाओ। आंख्यां राती राती कर दिखाओ अर पाछै इण री ताकत अर फरक देख्या। । 

भारत सरकार भी मान सी। अर राजस्थान सरकार भी मान सी।

लठ अर डांग मारया बिना सरकारां डरै कोनी।  डांग चलावणै री बात तो करो। 

सबसे बड़ी बात तो आ है क  राजस्थान सरकार खनै तो बहानो भी है अर ओ सच भी है कै राजस्थान सरकार तो 2003 में प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार ने भिजवा दियो। बो प्रस्ताव भारत सरकार खनै कागजां मांय कागज के रूप में कठैई पड़यो है फेंक्योड़ो सो।

भारत सरकार 2014 सूं तो साफ-सुथरी भारतीय जनता पारटी री है।भाजपा अर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सभ्यता संस्कृति री बातां करै। नई शिक्षा नीति मांय प्राथमिक पढ़ाई यानी के पांचवी तक पढ़ाई मायड़ भाषा में करणै री घोषणा कर चुकया है तो असली काम करणै सूं मूंडो क्यूं फेरै। भारत सरकार राजस्थानी नै आठवीं अनुसूची मांय सामल करै। राजस्थान रा जका सांसद है बै प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सूं अर  गृहमंत्री अमित शाह सूं साफ-साफ बात करै। 

राजस्थानी रा आंदोलन करण वाला भारत सरकार रे गृह मंत्री नै बतावै क्यूं नीं कै राजस्थान रा लोग नाराज हो रैया है। 

राजस्थान प्रदेश मांय भारतीय जनता पार्टी वाला नेता भारत सरकार पर दबाव घालै कहवै कै भेदभाव बंद करयो जावै। 

राजस्थान सरकार 2003 मांय प्रस्ताव पारित कर भारत सरकार नै भेज दिनयो हो।  बो प्रस्ताव अजै ताईं भारत सरकार बिना बिना विचार करै क्यूं रोक राख्यौ है। 

गृहमंत्री अमित शाह सूं भी आ बात दबाव सूं पूछी जावै। 

एकर फेरूं सोच लो कै ओ राजनीति रो ही मसलो है। 

राजस्थानी भाषा मांग पूरी होवते ही राजस्थानी जवान लड़का लड़कियां रै वास्तै सरकारी नौकरी रा दरवाजा खुल जासी। राजस्थानी बेटा बेटी सरकारी नौकरी लागे,सरकारी अफसर बने तो राजस्थान सरकार अर  भारत सरकार नै डांग दिखाणी ही पड़सी। इसा काम बातां सूं कोनी चालै।

* राजस्थान में 3 हजार सूं माध्यमिक विद्यालय उच्च माध्यमिक में क्रमोन्नत होया है। इण विद्यालयां मांय राजस्थानी साहित्य खुलवा देवो तो सीधी सट 3000 राजस्थानी पढया युवकां  ने अभी अध्यापक री नौकरी मिल जासी। आज जरूरत है जका राजनेता लोग राजस्थान विधानसभा रो 2023 रो चुनाव लड़न की तैयारी करण लाग रैया है बै राजस्थानी रे वास्ते आवाज उठावै अर उच्च माध्यमिक विद्यालयां मांय राजस्थानी विषय खुलावै। ओ काम कोई ज्यादा मेहनत नीं मांग। बस घरां सूं बारै निकलणो है। अठै रा नेतावां नै भी ने भी साफ-साफ डांग दिखानी चाईजै। 2023 मांय वोट बीं नै जको राजस्थानी विद्यालयां मांय खुलवासी भागदौड़ करसी। चुनाव सूं पैला अभी पढाई सरु होवणै सूं पैलां ओ काम करावै।

अब की बार नेताओं नै लठ दिखाणै की जरूरत है। भारत सरकार रा आम चुनाव 2024 मांय होसी जिका मांयअब कोई ज्यादा वक्त नीं बचयो।

ओ मुद्दो  राजनीति रो भी है बिना राजनीति करयां राजस्थानी ने मान्यता मिलनी दूर है। 


राजस्थान में राजभाषा घोषित कराणै मांय भी नजरां राती अर टेढी कर मांग करोगा जणा काम होसी। 

राजस्थानी भाषा साहित्य अकादमी रो अध्यक्ष ही कोनी। इण वास्तै भी इतरी ताकत भी कोनी कै राजस्थान सरकार ने राती आंख्यां दिखा सको। 

अकादमी रो अध्यक्ष पद सरकार सूं भरावणै मांय राजस्थानी रचनाकारों नै डर क्यूं लागै।

अब जमानो अरज रो कोनी। अरज रो बखत बीत ग्यौ। अब लठ लाठी डांग दिखाणै रो बखत है।आंख्यां राती कर दिखाणै रो बखत है।०0०

दि. 31 मार्च 2022.


करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356.

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बुधवार, 30 मार्च 2022

राजस्थान दिवस:राजस्थान उत्सव में राजस्थानी संस्कृति की झलक



* करणीदानसिंह राजपूत*


श्रीगंगानगर, 30 मार्च 2022.


 राजस्थान दिवस (30 मार्च 2022) के अवसर पर जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से जवाहर नगर स्थित इंदिरा वाटिका में आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम ’राजस्थान उत्सव‘ में राजस्थानी संस्कृति की झलक देखने को मिली। कलाकारों ने एक से बढ़कर एक नृत्य प्रस्तुतियां पेश करते हुए राजस्थान की बहुरंगी संस्कृति और गौरवशाली कला को साकार किया।

गंगानगर विधायक राजकुमार गौड़, एडीएम प्रशासन भवानी सिंह पंवार ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।


* दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात पर्यटन विभाग की मसक वादन की प्रस्तुति मंगला राम भील और उनकी टीम ने दी।

* किंग्स स्नेपर डांस ग्रुप ने राजस्थानी लोक नृत्य ’आयो रे शुभ दिन आयो‘ के माध्यम से राजस्थान दिवस का स्वागत किया। 

*पर्यटन विभाग की ओर से मयूर नृत्य और राजस्थानी लोकगीत, 

*नोजगे पब्लिक स्कूल द्वारा कालबेलिया लोक नृत्य और शास्त्रीय कत्थक नृत्य, 

*गुड शेफर्ड स्कूल द्वारा घूमर लोक नृत्य, 

*एनिमा डांस ग्रुप द्वारा राजस्थानी लोक नृत्य, *नटराज नृत्य शक्ति ग्रुप द्वारा राजस्थानी नृत्य ’आयो रे मारो ढोलना‘ और 

*नगर परिषद की ओर से चंग धमाल की प्रस्तुतियां दी गईं।


  कार्यक्रम में विधायक राजकुमार गौड़ ने समस्त नागरिकों को राजस्थान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए देश व प्रदेश की उन्नति और उज्जवल भविष्य की कामना की। 




 इस अवसर पर एडिशनल एसपी जयसिंह तंवर, एडीएम उम्मेद सिंह रतनू, नगर विकास न्यास की सचिव डॉ0 हरीतिमा, एसीईओ मुकेश बारेठ, आयुर्वेद विभाग के डीडी श्री हरिन्द्र दावड़ा, सीएमएचओ डॉ0 गिरधारी लाल मेहरड़ा, पीएमओ डॉ0 बलदेव सिंह चौहान, पर्यटन विभाग बीकानेर के पर्यटन अधिकारी पुष्पेंद्र सिंह, हंसराज यादव,विजय कुमार, श्रीमती प्रीतिबाला गर्ग, पूर्व खेल अधिकारी सुरजाराम सिंहाग, प्रेम चुघ सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री भरत सिडाना ने किया।

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मंगलवार, 29 मार्च 2022

सूरतगढ़: परिसर की समस्याओं का हल करने वास्ते बार संघ द्वारा तहसीलदार को ज्ञापन

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 मार्च 2022.

बार संघ राजस्व सूरतगढ़  के अध्यक्ष एड्वोकेट कैलाश गोदारा द्वारा आज तहसीलदार सूरतगढ़ को तहसील परिसर में व्याप्त समस्याओं के समाधान करने की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया।

ज्ञापन में अवगत करवाया गया कि कुछ समय पूर्व ही तहसील परिसर के बाहर सड़क का निर्माण किया गया है जिससे तहसील परिसर भूमि मुख्य सड़क से नीचे हो गई है। इससे

 वर्षा होने के समय आसपास का पानी तहसील परिसर मे आएगा और उससे कार्यालय भवन, अधिवक्ताओं के चेंबर और शैड में पानी भरेगा।उससे बड़ी क्षति होने की पूरी पूरी संभावना बन जाएगी। 

तहसील का मुख्य द्वार भी बहुत पुराना है वह मुख्य सड़क से नीचे होने के कारण पानी अंदर आएगा इस पुराने गेट का पुनः निर्माण किया जाकर इस गेट का तल मुख्य सड़क से ऊपर करवाने का निवेदन किया गया है। तहसील परिसर में राजस्व कर्मचारियों ,अधिवक्ताओं द्वारा बनाए गए पार्क की सुरक्षा बाबत चारदीवारी का निर्माण करवाने का निवेदन किया ताकि वहां लगे पेड़ पौधों, हरी दूब की आवारा पशुओं से सुरक्षा की जा सके। 


ज्ञापन देते समय अध्यक्ष कैलाश चंद्र गोदारा सचिव रामनारायण सह सचिव अमित कुमार सैनी अधिवक्तागण राम प्रताप तिवाड़ी  राजवीर भादू, कमल दत्त शर्मा, सुरेंद्र सुथार, रामस्वरूप बारूपाल, अमरजीत सिंह, दलवीर सिंह सोवना आदि मौजूद रहे।०0०





सूरतगढ़ में रेल लाइन और रेलगाड़ियों के विस्तार सहित नयी रेल लाइन की मांग:

 


* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 मार्च 2022.
गंगानगर जिले की रेल समस्याओं को लेकर जिला संयुक्त रेल संघर्ष समिति द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत आज सूरतगढ़ में रेल विकास संघर्ष समिति ने जिला कमेटी के आह्वान का समर्थन करते हुए केंद्रीय रेल मंत्री के नाम स्टेशन अधीक्षक राज सिंह शेखावत को ज्ञापन सौंपा।
जिसमें रेल लाइन का दोहरीकरण भटिंडा हनुमानगढ़।
सूरतगढ़ अनूपगढ़ रेल लाइन का घड़साना होते खाजूवाला तक विस्तार किया जाए।
सूरतगढ़ अनूप गढ 35 वर्ष पुराने ब्रॉड गेज लाइन पर मेल एक्सप्रेस ट्रेन शुरू करने गाड़ियों का विस्तार करने
गाड़ी संख्या 12495- 96 बीकानेर-  कोलकाता गाड़ी संख्या 20 471 बीकानेर पुरी जो कि 48 घंटे बीकानेर में खड़ी रहती हैं,का  विस्तार सूरतगढ़ होते श्रीगंगानगर तक करने।
बीकानेर दादर रेल का विस्तार सूरतगढ़ रायसिंहनगर श्रीगंगानगर तक करने,बाड़मेर कालका जो 40 वर्ष पुरानी रेल सेवाएं उसको तत्काल शुरू करने,
सूरतगढ़ से बोड़पल जाखडावाली पल्लू रावतसर सरदारशहर तक नई रेल लाइन बिछाने की माग भी हुई।
गाड़ी संख्या 19225- 26 जोधपुर सूरतगढ़ अमृतसर होकर जम्मू जाने वाली रेलगाड़ी का नाम गुरु गोविंद सिंह के शहीद दोनों पुत्रों के नाम से शहीद वीर बाल एक्सप्रेस रखने,
सूरतगढ़ भटिंडा  रेलवे लाइन का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हुए 2 वर्ष हो गए दो बार सीआरएस विजिट हो गई तत्काल इलेक्ट्रिक ट्रेन शुरू करने सहित मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। 



जिला संयुक्त रेल संघर्ष समिति जिला अध्यक्ष ललित किशोर शर्मा रेल विकास संघर्ष समिति सूरतगढ़ ,अमित कडवासरा नरेन्द्र घिंटाला के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया
मास्टर रामप्रताप खोरवाल हरनेक सिंह मान सुरेश सिडाना भवानी शंकर गुर्जर संजय बैद भंवर बारिया रमेशचंद्र माथुर अशोक मखीजा नरेंद्र ओझा विमल सिंह राजपूत पार्षद जसराम टाक,सुशील कुमार जैन ओम चाहर रामस्वरूप खोरवाल सीताराम मेघवाल मास्टर प्रेम राज कुलदीप सारण सहित पदाधिकारी उपस्थित थे। ०0०






सोमवार, 28 मार्च 2022

सूरतगढ़ में ठोकरों झटकों में मुस्कुराते रहें। * करणीदानसिंह राजपूत *

 


सूरतगढ़ में रहते हैं तो मुस्कुराते रहें। यदि मेहमान बनकर आए हैं तो सभ्यता के नाते मुस्कुराते रहें। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

इसको सुंदर बनाने मे विकसित करने में इन नेताओं ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण पांच पांच साल लगा दिए।

* नागपाल जी सन 2003 से 2008.
* मील साहब   सन 2008 से 2013.
* भादु जी        सन 2013 से 2018.
* कासनिया जी सन 2018 से 2023.
   ( कासनिया जी का राज अभी चल रहा है)
* कांग्रेस मील सा.5 साल*
* भाजपा नागपाल जी  भादूजी और कासनिया जी का राज कुल 15 साल।

विनम्र अनुरोध है।
* घरों में रहें। अनावश्यक बाहर नहीं निकलें।
* बाहर निकलें तब सड़कों पर ध्यान से निकलें। चाहे पैदल चाहे वाहन हो!
० यहां की सड़कें विशेष डिजाइन से तैयार है। ऊंची नीची गड्ढे वाली। टूटी फूटी। प्यार से चलें। नहीं तो ये ठोकर लगाती है और धीरे से जोर का झटका लगा देती है। फिर मेरुदंड में लगा झटका लंबे विश्राम भी करा देता है। मेरुदंड मतलब रीढ की हड्डी!
* एक खास बात हम सूरतगढ़ के रहने वाले सभ्य हैं इसलिए विकसित करने वालों के सम्मान में चुप रहते हैं। यदि आप बाहर से दो चार दिन के लिए सूरतगढ़ आएं हैं और ठोकर झटका थबाईचांस लग जाए तो गुड फील करें। ईलाज उपचार अपने शहर में जाकर करवालें। बस मुस्कुराते हुए लौटें ताकि स्वस्थ रहें।
एक बात रह गई।
सड़कें टूटी फूटी हैं वह तो लिख ही दिया। सीवरेज के चैम्बर गोल ढकने। कहीं ऊंचे हैं तो कहीं सड़क में घुसे हुए। इनकी ठोकर और झटका। बड़ा प्यार करता है।
आप यह कतई न सोचें कि मैं हंसी उडा रहा हूं। असल में फोटोग्राफर स्माइल प्लीज कहता तब भी मुझे कभी हंसी नहीं आई। तो अब हंसी उड़़ाने जैसी भी बात नहीं करता।
आपका स्वास्थ्य बना रहे और बदन में कहीं मोच न आए।  आपकी काया सुंदर बनी रहे।
इसलिए कहता हूं।
मुस्कुराते रहें।
बात सड़कों की हुई तो नाले नालियां आवाज करने लगे। दो चार लाइनों की कृपा हम पर भी करदो।
सूरतगढ़ कमाल का शहर है जहां नाले नालियां भी बोलते हैं।
"हम बंद हैं । ऊपर से आरसीसी सीमेंट कंक्रीट के पक्के निर्माण से सांस नहीं ले सकते। बदबू से दम घुट रहा है। हमें भी खुली हवा में सांस लेने का अधिकार है।"
बस,इनकी आवाज नहीं सुननी है। ये तो चिल्लाते ही रहते हैं। इनके पास भी मत जाइये। ये बदबू से परेशान हैं और आपने गंध ले ली तो नाहक परेशानी होगी।
इसलिए मुस्कुराते रहें।
मंदिरों के पास पुराने जोहड़ को भूल कर भी देखने न जाएं। उसमें गंद मलबा भर रहे हैं।  आस्था जाग उठेगी तो परेशानी होगी। जोहड़ की ओर चले भी जाएं तो देखें नहीं। देखलें निगाहें पड़ भी जाएं तो घुमा लें। वैसे भी अपन लोग निगाहें घुमाने में माहिर हैं।
बस,मुस्कुराते रहें।
* असल में सड़कें नाले जोहड़ आदि नगरपालिका  के काम हैं। बोर्ड तो शहरवासी ही चुनते हैं।
* बड़े नेताओं का नाम इसलिए कि शहर में जो कुछ हो रहा है उस पर सभी सीधे रूप में न देखते हैं न बोलते हैं न सुनते हैं।
बड़े नेताओं ने गांधी जी के तीन बंदरों को देख लिया और कुछ ज्यादा ही ध्यान कर लिया।
गांधी जी के तीन बंदरों की मूर्तियों को या चित्रों को तो आपने भी देखा होगा।
नहीं देखा तो मुसकुराते हुए पढ लें।
एक के आंखों पर हाथ मतलब बुरा न देखो।
दूसरे के मुंह पर हाथ मतलब बुरा न बोलो।
तीसरे के कानों पर हाथ मतलब बुरा न सुनो।
बड़े नेता सीधे लड़ाई झगड़ा नहीं करते। वह सब जनता करे और करती रहे। इसलिए ही मैं कहता हूं कि मुस्कुराते रहें।
तो फिर बड़े नेताओं का काम क्या होता है?
बड़े नेताओं का काम होता है चुनाव लड़ना और पार्टी से टिकट लेने की कोशिश करना।
बड़े नेताओं का यही काम चल रहा है।
हम चुनाव लड़ें या हमारा बेटा लड़े। परिवार का सदस्य चुनाव लड़े। टिकट के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ती है। सभी बड़े नेता इस मेहनत में लगे हैं। बड़े से भी बड़ा और बड़ा आ जाए तो उसके स्वागत सत्कार का काम। टिकट के लिए बहुत कुछ करना होता है। बड़े नेताओं को फुर्सत ही नहीं है। सब देखभाल करने की फुर्सत के लिए लोग हैं।
बड़े नेता चाहते हैं कि जनता गांधी जी के बंदरों को देखने पर ध्यान लगाए। गांधी जी के तीन बंदरों को देखने में जीवन के सभी सुख हैं। बंदरों को देखते रहें तो ठोकरें झटके बदबू कुछ भी महसूस नहीं होगा।
इसलिए बाकी सभी मुस्कुराते रहें।
सूरतगढ़ में मुस्कुराते रहें।
दि. 28 मार्च 2022.


करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
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रविवार, 27 मार्च 2022

आप' राजस्थान का सदस्यता अभियान:प्रदेश कार्यकारिणी व सभी युनिटें भंग

 


* करणीदानसिंह राजपूत *


आम आदमी पार्टी ने अपने पार्टी संगठन का पुनर्गठन करने के लिए राजस्थान की वर्तमान प्रदेश कार्यकारिणी सहित सभी इकाइयों को भंग कर दिया है।

 राजस्थान में पार्टी के नए चुनाव प्रभारी, द्वारका (दिल्ली) से विधायक विनय मिश्रा ने रविवार 27 मार्च को जयपुर में यह घोषणा की। 


बिड़ला सभागार में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में उन्होंने राज्य की कार्यकारिणी को भंग करने का प्रस्ताव रखा.



* राजस्थान में सदस्यता अभियान शुरू होगा *


विनय मिश्रा ने प्रस्ताव किया कि आज से 'आप' राजस्थान की प्रदेश कार्यकारिणी, सभी जिलों और प्रकोष्ठ का संगठन भंग किया जाता है. उन्होंने कहा कि, ''अगले 3 महीने पूरे राज्य में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। घर-घर जाकर लोगों को जोड़ा जाएगा। प्रदेश में हम सब मिलकर एक मजबूत संगठन खड़ा करेंगे.''


इसके साथ ही विनय मिश्रा ने राजस्थान में बेरोजगारी और किसान कर्जमाफी को लेकर मौजूदा कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पार्टी इन मुद्दों को उठाएगी। 


मिश्रा ने कहा कि राजस्थान में भी ऐसी सरकार की जरूरत है, जो युवाओं की बात करे. इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह भी मौजूद थे।


बड़ी संख्या में लोगों ने पार्टी की सदस्यता ली.०0०







शनिवार, 26 मार्च 2022

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का सूरतगढ़ में स्वागत: बड़ी रिपोर्ट सचित्र.

 





* करणीदानसिंह राजपूत *


सूरतगढ़ 26 मार्च 2022.


भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष श्री सतीश पूनिया के सूरतगढ़ आगमन पर भारतीय जनता पार्टी सूरतगढ़ के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने सूरतगढ़ स्टेशन पर उनका स्वागत किया।


प्रदेश अध्यक्ष के साथ विधायक रामप्रताप कासनिया, भाजपा प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया का भाजपा सूरतगढ़  के सभी मंडलों द्वारा व सभी मोर्चों द्वारा स्वागत किया गया!  

विधायक रामप्रताप कासनिया,पूर्व विधायक राजेंद्र भादू , पूर्व विधायक अशोक नागपाल ने स्वागत किया।


प्रदेश अध्यक्ष सतीश  पूनिया के सूरतगढ़ आगमन पर भाजपा नगर मंडल की ओर से, अध्यक्ष सुरेश मिश्रा और महामंत्री लालचंद शर्मा ने बीजेपी का पटका पहनाकर स्वागत किया और आगवानी की।


 इस अवसर सभी सम्मानित वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया।









जिला उपाध्यक्ष शरणपाल  सिंह मान, जिला उपाध्यक्ष श्रीमती आरती शर्मा ,जिला महामंत्री प्रदीप धेरड़,, देहात मंडल अध्यक्ष पेपसिंह राठौड़, जैतसर अध्यक्ष अशोक गोयल, बीरमाणा मंडल अध्यक्ष बदरूराम पूर्व चेयरमैन श्रीमती काजल छाबड़ा,ढाबा  अध्यक्ष कालुराम कड़ेला, वरिष्ठ नेता नरेंद्र घिंटाला,मोहन पूनिया,पवन ओझा, पार्षद  जगदीश मेघवाल,राधेश्याम ओझा, नत्थुराम गोदारा,महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला भाटी, मंडल उपाध्यक्ष पृथ्वीराज स्वामी,विनय सिंह चंदेल, श्रीमती बसंती शर्मा, प्रेमसिंह राठौड़, पार्षद श्रीमती बीरमा देवी तावणियां, युवा मोर्चा संयोजक  मंयक वशिष्ठ, ओबीसी मोर्चा मंडल अध्यक्ष प्रेम प्रकाश वर्मा,व्यापार मंडल अध्यक्ष महेश सेखसरिया, अशोक आसेरी, एडवोकेट आंनद शर्मा,युवा मोर्चा जिला महामंत्री विनोद सारस्वत,पार्षद राजीव चौहान,पार्षद श्रीमती संतोष गिरी,गोविन्द नायक, महामंत्री गौरव बलाना,अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष जलालुद्दीन, इंजीनियर रमेश चन्द्र माथुर, श्विक्रम खींची, मनोज शर्मा,आशीष सैनी, अभिनव कोठारी , रमेश राइका,कृष्ण लाल स्वामी आदि सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी का पटका व पुष्प गुच्छ भेंट कर प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया।


 प्रदेश अध्यक्ष सूरतगढ़ से रवाना हुए गंगानगर रोड़ पर  छावनी के पास कुछ विश्राम कर,जलपान लिया। 

 भाजपा के वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, पूर्व विधायकों  से बैठक कर,बीझबायला मंडल के माझुबास शक्ति केन्द्र में पन्ना प्रमुख सम्मेलन के लिए रवाना हो गए ०0०





पंजाब में अब पूर्व विधायकों को सिर्फ एक टर्म की पेंशन मिलेगी। जल्दी बनेगा कानून।

 




पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 25 मार्च 2022 को एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि पंजाब में पूर्व विधायकों को अब एक ही पेंशन मिला करेगी। पहले जितनी बार विधायक रह चुके हैं उतने ही बार की  पेंशन मिल रही है।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आने के बाद यह महत्वपूर्ण घोषणा है। विधानसभा में इसके लिए प्रस्ताव पारित कर कानून बनाया जाएगा तभी यह लागू हो सकेगा लेकिन इस घोषणा का आम जनता में स्वागत हुआ है।
इससे सरकार के करोड़ों रुपए बचेंगे जो अन्य कार्यों में जनता के लिए खर्च किए जा सकेंगे।
मुख्यमंत्री मान का कहना है कि इसके साथ साथ पूर्व विधायकों को जो फैमिली भत्ते मिलते है उनमें भी कटौती की जाएगी। किसी भी पार्टी का उम्मीदवार चाहे कितनी भी बार का विधायक रहा हो उसे एक ही पेंशन मिलेगी। इसी अनुपात में फैमिली पेंशन भी कम होगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार 25 मार्च  को अपने एक वीडियो मैसेज जारी करके कहा कि अधिकारियों को इसे लेकर उचित कार्यवाही करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। मान ने कहा कि इस फैसले से सरकारी खजाने पर बोझ कम होगा, जो पैसा बचेगा उसे लोगों के कल्याण में लगाया जाएगा।
मान ने कहा कि पार्टियां सेवा का बहाना बनाकर सत्ता हासिल कर गईं, लेकिन लोगों केे कल्याण के लिए कुछ नहीं किया। उन्हाेंने कहा कि कई विधायक तो ऐसे हैं जो चार बार विधायक रहकर हार गए। किसी की पेंशन चार लाख किसी की सवा पांच लाख है, लेकिन अब सिर्फ एक ही पेंशन मिलेगी।
मान ने कहा कि कई विधायक तो सांसद भी रह चुके हैं और दोनों पेंशन ले रहे हैं। मान ने कहा कि बेरोजगारी बहुत बड़ा मुद्दा है। युवा डिग्रियां ले रहे हैं, लेकिन नौकरी मांगने पर उन्हें लाठियां मिलती हैं। सड़कों पर युवाओं की पगड़ी उतरती है, फिर भी नौकरी नहीं मिलती। अगर मिलती है तो अच्छा वेतन नहीं मिलता। अब युवाओं को लेकर सरकार फैसले लेगी जिनसे उनकाे रोजगार के साथ साथ अच्छा वेतन मिले। बेरोजगारी को खत्म करने के लिए ऐसी घोषणाएं जरूरी है।
कांग्रेस, शिअद ने किया स्वागत
दिलचस्प बात है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पेंशन न लेने के लिए स्पीकर को लिखा था। बादल 11 बार विधायक और पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बादल ने इच्छा जताई थी कि उनकी पेंशन को शिक्षा के लिए खर्च किया जाए। अगर किसी जरूरतमंद की पढ़ाई पर खर्च हो तो ये ज्यादा बेहतर होगा। शिरोमणि अकाली दल ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
शिअद के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी की सोच में बदलाव है।
कांग्रेस के पूर्व मंत्री परगट सिंह ने भी फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे खजाने पर वित्तीय बोझ कम होगा। उन्होंने कहा कि प्रमुख विपक्षी पार्टी के तौर पर हम साकारात्मक भूमिका अदा करेंगे।
(यह निर्णय बहुत महत्वपूर्ण है और अन्य राज्यों में भी ऐसे बदलाव की मांग उठना भी निश्चित है।)

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शुक्रवार, 25 मार्च 2022

बड़े दुख की बात है कि पंजाब में प्रधानमंत्री जी का सच हाथाजोडी कुछ भी क्यों नहीं चला।

 

* इसे केजरीवाल की जीत नहीं मोदी जी की हार के रूप में लोग देख रहे हैं। यही बात भाजपा के शूलें चुभाती रहेंगी।*


* करणीदानसिंह राजपूत *


प्रधानमंत्री मोदी जी और भाजपा  नेताओं का सच पंजाब में नहीं चला और केजरीवाल और आप का झूठ पंजाब में चल गया इसलिए भाजपा हार गई और आप जीत गई। यह आरोप भाजपा और संघ समर्थक लगाते हैं। 

इसका सीधा सादा अर्थ यह निकलता है।

क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का सच इतना कमजोर है या पंजाब में इतना अधिक कमजोर रहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री के सच को नहीं माना। केजरीवाल का उसकी आम आदमी पार्टी का झूठ ज्यादा ताकतवर रहा कि उसको लोगों ने मान लिया। प्रधानमंत्री मोदी जी दुनिया में ताकतवर प्रधानमंत्री माने जाते हैं और उनकी धाक अपने ही देश के एक छोटे से प्रदेश में पावरलैस हो गई। लोगों ने उनके सच को ठुकरा दिया। मोदीजी ने पावरफुल बाबाओं के आगे हाथ जोड़े धोक लगाए उनकी प्रसंशा के गीत गाए। बाबाओं के पास वोटबैंक था। इतने बाबा भी सच को वोट नहीं दिला पाए। सारी हाथाजोड़ी बेकार चली गई। आखिर इसकी समीक्षा तो की ही जानी चाहिए कि प्रधानमंत्री जी की पावर वहां फेल क्यों हो गई और केजरीवाल की झूठ प्रधानमंत्री जी के सच पर कैसे हावी हो गई? पंजाब में प्रधानमंत्री जी की पावर फेल होना इतनी मामूली सी घटना नहीं है कि वह भुला दी जाएगी। पंजाब में आम आदमी पार्टी केजरीवाल की यह जीत नहीं प्रधानमंत्री जी की भाजपा की हार में इसका उल्लेख होता रहेगा। लोग बातों में और राजनैतिक लेखक अपने लेखों में उदाहरण देते रहेंगे। 

दिल्ली में केजरीवाल को पटखनी देने में कुछ बाकी नहीं रखा मगर वह मफलर बाबू जीता और सरकार बना गया। भाजपा नेताओं और मोदी जी में बाकी कुछ नहीं रहा। भाजपा की ऐसी बुरी गत बनी की वह मार भाजपा कभी भूल नहीं सकती। केजरीवाल की सत्ता में अड़ंगे पर अड़ंगे उपराज्यपाल के माध्यम से डलते रहे। इसके बावजूद आम आदमी पार्टी को झुका नहीं सके रोजाना अभद्र टिप्पणियों से सोशल मीडिया पर आरोप। सब फेल हो गए। इतने दिन रात के आरोप चल नहीं पाए। हां,भाजपा और संघ समर्थकों की आरोप लगाते में हार नहीं हुई। बस वे पंजाब चुनाव में हार गए। यह हार और इसकी मार। भुलाए नहीं भूली जा सकती। भाजपा और संघ समर्थक पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत को सहन नहीं कर सकते। रोजाना कुछ न कुछ पंजाब सरकार के विरुद्ध हंसी मजाक चलाते रहेंगे। दिल्ली पूर्ण राज्य नहीं था लेकिन पंजाब तो पूर्ण राज्य है। 

पंजाब की हार यानि मार ऐसी रही है कि भाजपा चार राज्यों का जीत उत्सव मनाती रही और मनाती रहेगी और पंजाब का कहीं नाम भी नहीं लेगी। 

पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत को हवा में तो उड़ाया नहीं जा सकता। भाजपा पंजाब में 10 साल पीछे चली गईं। पहले कांग्रेस ने पांच साल राज किया और अब आप पांच साल राज करेगी। दस साल तक सत्ता विहीन रहना मामूली नहीं होता। अमरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री रहा वह अधिक चुभा नहीं लेकिन आम आदमी पार्टी का राज और मुख्यमंत्री तो शूलें चुभाते रहेंगे। उपर से केजरीवाल का नाम आते ही मुंह खारा। जनता के सामने कैसे थूकें निगलते रहना पड़ेगा।

दिल्ली के बाद पंजाब की जीत से आप के हौसले बुलंद हो गए जिससे अब दूसरे आसपास के राज्यों में भी आप के घुसने का डर। राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव है और आम आदमी पार्टी यहां भी भाजपा के फाचर ठोकने की तैयारी में है।०0०

दि.25 मार्च 2022.

करणीदानसिंह राजपूत,

( 58 साल पत्रकारिता अनुभव)

पत्रकार,

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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गुरुवार, 24 मार्च 2022

42 रेलसेवाओं में मासिक सीजन टिकट में विस्तार: शुरू से गंतव्य तक विस्तार

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 24 मार्च 2022.


उत्तर पश्चिम रेलवे पर यात्रियों की सुविधा के लिए 42 रेलसेवाओं में मासिक सीजन टिकट के लिये अनुमत रेलखण्ड में विस्तार किया। उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा यात्रियों की सुविधा को देखते हुए 42 रेलसेवाओं में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए मासिक सीजन टिकट के लिये अनुमत रेलखण्ड में विस्तार किया गया है।

 उत्तर पश्चिम रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा रेलसेवाओं से मासिक सीजन टिकट के लिये अनुमत रेलखण्ड में विस्तार किया गया है। जिसके तहत  गाड़ी संख्या 04701 भटिंडा-लालगढ़ स्पेशल रेलसेवा में भटिंडा-लालगढ़ रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04702, लालगढ़-अबोहर स्पेशल रेलसेवा में लालगढ़-अबोहर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 19721 जयपुर-बयाना रेलसेवा में जयपुर-बयाना रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 19722 बयाना-जयपुर रेलसेवा में बयाना-जयपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14893 जोधपुर-पालनपुर रेलसेवा में जोधपुर-पालनपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14894 पालनपुर-जोधपुर रेलसेवा में पालनपुर-जोधपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14737 भिवानी-तिलकब्रिज रेलसेवा में भिवानी-तिलकब्रिज रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14738 तिलकब्रिज-भिवानी रेलसेवा में तिलकब्रिज-भिवानी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04090 हिसार-दिल्ली स्पेशल रेलसेवा में हिसार-दिल्ली रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04089 दिल्ली-हिसार स्पेशल रेलसेवा में दिल्ली-हिसार रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14729 रेवाडी-फजिल्का रेलसेवा में रेवाडी-फजिल्का रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14730 फजिल्का-रेवाडी रेलसेवा में फजिल्का-रेवाडी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14733 श्रीगंगानगर-रेवाडी रेलसेवा में श्रीगंगानगर-रेवाडी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14734 रेवाडी-श्रीगंगानगर रेलसेवा में रेवाडी-श्रीगंगानगर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04083 जींद-हिसार स्पेशल रेलसेवा में जींद-हिसार रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04084 हिसार-जींद स्पेशल रेलसेवा में हिसार-जींद रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 05835 मंदसौर-उदयपुर स्पेशल रेलसेवा में मंदसौर-उदयपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 05836 उदयपुर-मंदसौर स्पेशल रेलसेवा में उदयपुर-मंदसौर रेलखण्ड पर मासिक सीजन टिकट की सुविधा प्रदान की गई थी, जिसका विस्तार कर अब प्रारम्भिक स्टेशन से गंतव्य स्टेशन तक विस्तार किया गया है।

इसी प्रकार गाड़ी संख्या 09438 आबूरोड-मेहसाना डेमू स्पेशल रेलसेवा में आबूरोड-मेहसाना रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 09437 मेहसाना-आबूरोड डेमू स्पेशल रेलसेवा में मेहसाना-आबूरोड रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04763 सादुलपुर-श्रीगंगानगर स्पेशल रेलसेवा में सादुलपुर-श्रीगंगानगर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04764 श्रीगंगानगर-सादुलपुर स्पेशल रेलसेवा में श्रीगंगानगर-सादुलपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 19735 जयपुर-मारवाड जं. रेलसेवा में जयपुर-मारवाड जं. रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 19736 मारवाड जं.-जयपुर रेलसेवा में मारवाड जं.-जयपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14821 जोधपुर-साबरमती रेलसेवा में जोधपुर-साबरमती रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14822 साबरमती-जोधपुर रेलसेवा में साबरमती-जोधपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14823 जोधपुर-रेवाडी रेलसेवा में जोधपुर-रेवाडी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14824 रेवाडी-जोधपुर रेलसेवा में रेवाडी-जोधपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14897 बीकानेर-हिसार रेलसेवा में बीकानेर-हिसार रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14898 हिसार-बीकानेर रेलसेवा में हिसार-बीकानेर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14891 जोधपुर-हिसार रेलसेवा में जोधपुर-हिसार रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14892 हिसार-जोधपुर रेलसेवा में हिसार-जोधपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14725 भिवानी-मथुरा जं. रेलसेवा में भिवानी-मथुरा जं. रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 14726 मथुरा जं-भिवानी रेलसेवा में मथुरा जं.-भिवानी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 12468 जयपुर-जैसलमेर लीलण रेलसेवा में जयपुर-जैसलमेर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 12467 जैसलमेर लीलण-जयपुर रेलसेवा में जैसलमेर-जयपुर रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04435 रेवाडी-मेरठ स्पेशल रेलसेवा में रेवाडी-मेरठ रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04436 मेरठ-रेवाडी स्पेशल रेलसेवा में मेरठ-रेवाडी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04469 रेवाडी-दिल्ली स्पेशल रेलसेवा में रेवाडी-दिल्ली रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04470 दिल्ली-रेवाडी स्पेशल रेलसेवा में दिल्ली-रेवाडी रेलखण्ड, गाड़ी संख्या 04573 भिवानी-हनुमानगढ स्पेशल रेलसेवा में भिवानी-हनुमानगढ रेलखण्ड तथा गाड़ी संख्या 04574 लुधियान-.भिवानी स्पेशल रेलसेवा में लुधियाना-भिवानी रेलखण्ड पर  पूर्व में इन रेलसेवाओं में कुछ दूरी के लिये मासिक सीजन टिकट की सुविधा प्रदान की गई थी, जिसका विस्तार किया जाकर अब प्रारम्भिक स्टेशन से गंतव्य स्टेशन तक किया गया है। ०0०                           

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