रविवार, 30 अप्रैल 2023
सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान: 41 वां दिन. कौन कौन बैठे क्रमिक अनशन पर.
* करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ 30 अप्रैल 2023.
समिति के तत्वाधान में सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग को लेकर अनशन के 41 वे दिन श्री योगेश स्वामी अध्यक्ष विविधा संस्था श्री किशन लाल स्वामी अध्यक्ष श्री अमरनाथ यात्रा लंगर सेवा समिति सूरतगढ़ श्री विक्रम बाल्मीकि मनोनीत पार्षद व शिक्षक संघ की ओर से बंशीलाल खोड क्रमिक अनशन पर बैठे।
आज बिश्नोई समाज की ओर से सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान समिति की ओर से सूरतगढ़ को जिला बनाने को लेकर किये जा रहे प्रयासों के लिए शील्ड देकर सम्मानित किया गया
शनिवार, 29 अप्रैल 2023
राजनीतिक दल सूरतगढ़ सीट नारी के लिए छोड़ दें : 2023 में नारी को टिकट दें
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र 2008 से नए रूप में आया उससे पहले बड़ा विस्तृत रूप था। 1952 में पहला विधानसभा चुनाव हुआ और उसके बाद आज तक केवल एक नारी श्रीमती विजयलक्ष्मी बिश्नोई ही विधायक बनी। विजयलक्ष्मी विश्नोई 1998 में इंडियन नेशनल कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुनी गई थी। सन् 2003 के चुनाव में वे भारतीय जनता पार्टी के अशोक नागपाल से पराजित हो गई।
सन् 1952 से लेकर 2018 तक के चुनावों में केवल एक बार नारी विधायक बनी।
आश्चर्यजनक है कि सभी राजनीतिक दल पहले चुनाव से लेकर 2018 तक के चुनाव में पुरुष नारी युवा सभी पुरुषों के लिए वोट मांगते रहे। किसी राजनीतिक दल ने राजनीतिक नेताओं ने कार्यकर्ताओं ने नारी सम्मान में यह आवाज नहीं उठाई की चुनाव में पुरुष के बजाय नारी को पार्टी का टिकट दे दिया जाए। नारी को चुनाव लड़ाया जाए।
क्या नारी का यह सम्मान भाषणों तक सीमित है? क्या यह सम्मान कागजों तक सीमित है? पार्टी कार्यक्रमों तक सीमित है?
हर राजनीतिक दल में महिला मोर्चा बना हुआ है। उसमें पदाधिकारी भी होते हैं कार्यकर्ता भी होते हैं। हर चुनाव में वोट मांगने के लिए घर के अंदर जाकर के वोट मांगने का कार्य नारी मोर्चा ही करता है। उस समय कहा जाता है कि इनकी पहुंच रसोई तक होती है।यह पार्टी की आवाज प्रत्याशी की आवाज चूल्हे चौके तक पहुंचा सकती हैं लेकिन चुनाव के समय हर राजनीतिक दल नारी का सम्मान बातों से करता हुआ नजर आता है. लेकिन चुनाव लड़ाने के लिए बात नहीं करना चाहता। हर जगह टिकट मांगने वालों में पुरुषों की भीड़ होती है। उनके पद देखे जाते हैं कितने सालों से कार्य कर रहा है यह देखा जाता है लेकिन नारी को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित नहीं करते हैं। नारी को आगे लाने की कोई कोशिश भी नहीं करता।
सन् 2008 के चुनाव में मैंने यह आवाज उठाई थी कि सूरतगढ़ सीट महिलाओं के लिए छोड़ दी जाए लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली।
* एक बार मीनाक्षी लेखी भाजपा नेता सूरतगढ़ आई। सनसिटी रिसोर्ट में श्रीमती राजेश सिडाना के निवास पर मेरी उनसे बात हुई। मैंने यही प्रश्न किया कि जब चुनाव आते हैं तो कम से कम महिलाओं का भी ध्यान रखा जाना चाहिए और चुनाव में महिलाओं को भी टिकट देने में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वे बहुत ऊंचे पद पर रही लेकिन उन्होंने प्रश्न मेरे से किया कि कितनी महिलाएं जीत पाती हैं? उन्होंने कहा जितनी महिलाओं को टिकट देते हैं उनमें से करीब आधी ही जीत पाती हैं। यह उनका साक्षात्कार मेरे कहीं रिकॉर्ड में पड़ा भी होगा। मुझे आश्चर्य हुआ और मैंने कहा भी कि क्या पुरुष सभी जीतते हैं? पुरुष भी तो चुनाव हारते हैं। महिला चुनाव में जीत नहीं पाएगी हार जाएगी वाली यह सोच पहले से ही क्यों होनी चाहिए? महिला को टिकट देंगे और वह जीत नहीं पाएगी।
👍 अभी सन् 2023 के चुनाव में कुछ महीने बाकी हैं तो मेरे मन में एक बार फिर पुरानी आवाज पैदा हुई है कि सूरतगढ़ सीट पर राजनीतिक दल मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी महिलाओं को चुनाव लड़ाए।
भाजपा और कांग्रेस पार्टी अगर महिलाओं को टिकट देती है तो अन्य दल जैसे बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी भी ऐसा कर सकेंगी।
सन् 1952 के बाद में केवल एक महिला विधायक बनी। इस पर विचार करना चाहिए।
👍 राजनीतिक दलों के अध्यक्ष आदि सोचें कि पार्टी में केवल महिला मोर्चा दिखावे का और कागजी नहीं है। यह साबित करें कि सच में महिलाओं को आगे लाना चाहते हैं और 2023 का चुनाव भी महिला को टिकट देकर चुनाव लड़ाना चाहते हैं।
* राजनीतिक दल के नेता घोषणा करें कि वे यह चुनाव सूरतगढ़ सीट का चुनाव महिला मोर्चा को लड़ाएंगे। महिला को आगे बढ़ाने का जो नारा लगाया जाता है उसको सिद्ध करके भी दिखाएं।जो महिला सीट जीत सकती है उसको टिकट दें। ०0०
राजस्थान में बढता नशा:बीट कांस्टेबल से रिपोर्ट ली जाए:लोकसभा अध्यक्ष को नरेंद्र घिंटाला का ज्ञापन।
सूरतगढ 29 अप्रैल 2023.
भारतीय जनता पार्टी के नेता नरेंद्र घिंटाला निवासी अमरपुरा जाटान सूरतगढ़ ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से कोटा में भेंट की।
नरेंद्र घिंटाला ने राजस्थान में बढ़ते नशे के विरुद्ध
बीट कास्टेबल से सूचनाएं लेकर कार्यवाही की जाने की मांग करते हुए राजस्थान सरकार को निर्देश दिए जाने का आग्रह करते हुए ज्ञापन दिया।
यह भेंट और ज्ञापन 24 अप्रैल 2023 को दिया गया। घिंटाला ने पुलिस की कार्यवाही को सामान्य बताया।
उन्होंने कहा कि ज्ञापन में लिख कर दिया कि पुलिस कोई केस सामने आता है तो पकड़ती है लेकिन खोज के लिए जांच नहीं करती कि नशा कौन बेच रहा है कौन खरीद रहा है कौन सेवन कर रहा है।
उन्होंने कहा कि बीट कांस्टेबल से जांच करवाई जाए नशा बेचने वाले सेवन करने वाले थोक में व्यापार करने वालों का मालुम हो सके ताकि उन पर कार्रवाई हो सके।०0०
* करणीदानसिंह राजपूत.
पत्रकार,
( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ ( राजस्थान )
94143 81356.
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शुक्रवार, 28 अप्रैल 2023
टीटीई प्रदीप ने यात्री का लेपटॉप लौटा रेलवे की शान बढ़ाई
* करणीदानसिंह राजपूत *
श्रीगंगानगर, 28 अप्रैल 2023.
उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर रेल मंडल के टीटीई प्रदीप कुमार ने अपनी ईमानदारी की मिशाल पेश करते हुए ट्रेन में यात्री द्वारा भूलवश छोड़े गए बैग को सुरक्षित लौटाकर अपनी ईमानदारी का परिचय दिया और रेलवे की शान भी बढ़ाई है।
अपनी ड्यूटी पर सजग रहने वाले प्रदीप कुमार की ड्यूटी विगत 23 अप्रैल को गाड़ी संख्या 14727 श्री गंगानगर तिलकब्रीज में थी। ट्रेन के कोच नम्बर एस 2 की बर्थ नम्बर 8 के यात्री ने लुहारु स्टेशन पर अपना बैग भूलवश ट्रेन में ही छोड़ दिया व उतर कर चले गए। इस पर टीटीई प्रदीप ने बैग के बारे में पूछताछ की तो ट्रेन के यात्रियों ने अनभिज्ञता जाहिर की।
प्रदीप ने बीकानेर कंट्रोल को मैसेज किया व अपने इंचार्ज सीटीआई रोहतास को फोन पर इसकी सूचना दी।
इसके बाद प्रदीप ने 25 अप्रैल की सुबह श्रीगंगानगर पहुंचने के बाद आरपीएफ की मदद से बैग के मालिक का पता लगवा कर हनुमानगढ़ निवासी श्री रघुनंदन सोनी को बैग पूरे सामान सहित उन तक पहुंचाकर अपने कर्तव्य का पालन किया।
गौरतलब है कि विगत दिनों इसी ट्रेन में दिल्ली से आते हुए एक यात्री की तबियत बिगड़ने पर प्रदीप ने अधिकारियों से संपर्क कर रेवाड़ी स्टेशन पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाकर यात्री की जान बचाने का कार्य किया था।०0०
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