मंगलवार, 31 जनवरी 2023
सूरतगढ़: रेल प्लेटफार्म विस्तार और पटरी समीप का रामदेव मंदिर
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 31 जनवरी 2023.
उ.प.रेलवे के बीकानेर डिवीजन में सूरतगढ़ के समस्त चारों प्लेटफार्मों का विस्तार होगा। उत्तर दिशा की ओर सभी की लम्बाई बढाई जाएगी। प्लेटफार्म नं 4 को 24 कोच का बनाने का प्रस्ताव है।
* इस विषय में 16 जनवरी 2023 की शाम को रेल अधिकारियों व ठेकेदार कं के प्रतिनिधि ने निरीक्षण किया था।
* प्लेटफार्म नं पर बना हुआ बाबा रामदेव मंदिर के पीछे रेल लाईन पर खड़े कोच की दूरी करीब 5-6 फुट रहती है। प्लेटफार्म का विस्तार इस मंदिर को शिफ्ट किये बिना संभव नहीं। मंदिर को प्लेटफार्म के अंतिम जगह मुख्य द्वार पूर्व सहित नये रूप में स्थापित कर भव्यरूप दिया जा सकता है। मंदिर कमेटी को इस दिशा में उचित निर्णय शीघ्र करना चाहिए। ०0०
पुलिस में सीएम गहलोत के आदेश हवा: एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी
चार साल पहले शुरू की थी एसपी ऑफिस में जीरो एफआईआर दर्ज करने की सुविधा
- फिर भी परिवादी काटते हैं चक्कर, न थानों में दर्ज होती है रिपोर्ट, न ही एसपी ऑफिस में
- पीडि़तों को लेना पड़ता है न्यायालय का सहारा
‘राजस्थान में थाने के अंदर एफआईआर दर्ज करना कंपलसरी कर दिया है, जो अन्य कहीं पर भी नहीं है। क्राइम की संख्या बढ़ेगी, लेकिन लोगों को राहत मिलना आवश्यक है,यदि थाने में नहीं करते हैं तो एसपी ऑफिस के अंदर भी दर्ज करने की कार्रवाई हमने शुरू करवा दी, वह भी देश में कहीं नहीं है।’ ट्विटर की यह पोस्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अगस्त, 2019 में की थी और गत 20 जनवरी, 2023,शुक्रवार को यही घोषणा हनुमानगढ़ जंक्शन में आयोजित कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन में हुई। मात्र 7 दिन पहले जंक्शन धान मंडी में हुई घोषणा के बावजूद आज भी संज्ञेय अपराधों के पीडि़त थानों व एसपी ऑफिस के बीच एफआईआर दर्ज करवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र में दर्ज हुए मामलों की संख्या कम दिखाने या अपराध की जांच आदि के झंझट से बचने के लिए एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी करते हैं। आखिर में परिवादियों को न्यायालय का सहारा लेना पड़ता है। एसपी ऑफिस में जीरो एफआईआर दर्ज करने के लिए शुरू की गई सुविधा के तहत पिछले चार वर्षों में कितनी रिपोर्ट दर्ज हुई, इसकी जानकारी देने में पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं, क्योंकि जीरो एफआईआर की संख्या नगण्य है। हालांकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि थानों पर ही एफआईआर दर्ज हो रही है, इसलिए जीरो एफआईआर दर्ज करने की नौबत ही नहीं आती है। जिले की एक महिला को अगस्त माह में आरोपियों ने पांच दिन तक बंधक बनाए रखा और गैंग रेप किया। इसके बाद आरोपियों ने पीडि़ता को थाने के सामने ले जाकर छोड़ दिया। इसके बाद पीडि़ता ने थाने में रिपोर्ट दी, लेकिन मामला दर्ज नहीं हुआ। इसके बाद पीडि़ता ने एसपी के समक्ष पेश होकर अपनी पीड़ा सुनाई, लेकिन फिर भी मामला दर्ज नहीं होने पर न्यायालय के इस्तागसे से मामला दर्ज करवाया। अब पीडि़ता पिछले दो-ढाई माह से पुलिस अधिकारियों के चक्कर काट रही है, लेकिन उसे न्याय नहीं मिला है। यह मात्र एक उदाहरण है पुलिस की कार्यशैली का, बाकी ऐसे मामले एसपी ऑफिस में आए दिन आते हैं, लेकिन उनमें न तो जीरो एफआईआर दर्ज होती है और न ही सम्बन्धित पुलिस अधिकारियों के खिलाफ धारा 166 (ए) के तहत कार्रवाई। इसी तरीके से जंक्शन के सिविल लाइन्स निवासी एक ठेकेदार द्वारा जिस दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हनुमानगढ़ में कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे ठीक उसी दिन जंक्शन थाने में परिवाद दिया गया है कि उसकी मशीनरी सिविल लाइन निवासी एक प्रभावशाली व्यक्ति विशेष के कब्जे से छूड़वाई जाए लेकिन पुलिस अधिकारी इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे। उक्त मामले में परिवादी ठेकेदार को वर्तमान में जान से मारने की धमकी भी मिल चुकी है लेकिन पुलिस अधिकारी है कि मौन धारण करें बैठे हैं। मतलब कानून नाम की कोई चीज नहीं रही। पुलिस अधिकारी ऐसे मामलों को जानबूझ कर हल्के में क्यों ले रहे है। कल को कोई अप्रिय घटना हुई तो ऐसे कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी जांच के दायरे में होंगे।
नियम तो यह भी है, लेकिन पालना नहीं होती
यदि आपको अपने क्षेत्र के थाने के विषय में जानकारी नहीं हैं, तो किसी भी नजदीकी थाने में जाकर आप एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। कोई भी पुलिस अधिकारी एफआईआर दर्ज करने से मना नहीं कर सकता, चाहे अपराध उसके पुलिस स्टेशन के कार्यक्षेत्र से बाहर ही क्यों न हुआ हो। आप अपने क्षेत्र से बाहर के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हैं, तो उस थाने के अधिकारी एफआईआर दर्ज कर आपके क्षेत्र के पुलिस स्टेशन को शिकायत भेज देते हैं, इसे ‘जीरो एफआईआर’ कहा जाता है। इसके बावजूद जिले में परिवादियों को एफआईआर दर्ज करवाने के लिए भटकना पड़ रहा है।
मौखिक में भी दे सकते हैं सूचना,महिलाओं के लिए विशेष प्रावधान
एफआईआर दर्ज कराने के लिए पुलिस अधिकारी को मौखिक अथवा लिखित सूचना दी जा सकती है। एफआईआर दर्ज कराने के लिए खुद को थाने जाने की जरूरत नहीं है। घटना का चश्मदीद या कोई रिश्तेदार भी प्राथमिकी दर्ज करा सकता है। आपात स्थिति में पुलिस फोन कॉल या ई-मेल के आधार पर भी प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। यदि पीडि़त महिला स्वयं अपने साथ हुए यौन अपराध की एफआईआर दर्ज कराती है तो उसे महिला पुलिस अधिकारी अथवा महिला अधिकारी द्वारा दर्ज किया जाता है। यदि पीडि़ता मानसिक अथवा शारीरिक रूप से अक्षम हैं तो एफआईआर किसी दुभाषिया/विशेष शिक्षक की उपस्थिति में महिला के निवास स्थान अथवा उसकी पसंद के किसी स्थान पर दर्ज की जाती है।
एफआईआर दर्ज करने से मना नहीं कर सकते
संज्ञेय अपराध की सूचना मिलने पर किसी भी थानाधिकारी को दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 154(1) के प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करनी अनिवार्य है। यदि थानाधिकारी द्वारा एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो एसपी द्वारा धारा 154(3) में ऑर्डर देकर दर्ज करवाई जाती है। यदि एसपी द्वारा भी एफआईआर दर्ज नहीं की जाती है तो 156(3) में न्यायालय द्वारा एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए जाते हैं। यदि किसी भी संज्ञेय अपराध की सूचना मिलने के बावजूद थानाधिकारी एफआईआर दर्ज नहीं करता है तो उसके विरुद्ध आईपीसी की धारा 166(ए) के तहत मुकदमा दर्ज करना पुलिस अधिकारी की कानूनी बाध्यता है।
31 जनवरी 2023.
- अनिल जांदू
सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता, हनुमानगढ़।
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सोमवार, 30 जनवरी 2023
ओमप्रकाश कालवा को बहुत भ्रष्ट अध्यक्ष कहलाते हुए जाना ही होगा
* करणीदानसिंह राजपूत *
भाजपा नेता चुप हो मीडिया सूरदास बना हो मास्टरजी माफियां मांगते रहे तब अनदेखा कर उनके साथ दोस्ती बनाने के बजाय आमजन के बीच खड़े होने का आनन्द मिला और भ्रष्टाचार के तीन साल बेमिसाल लिखने की पावर। नगरपालिका में बैठ प्याज के छिलके उतारने का कार्य हर नया निकलने वाला छिलका और अधिक काला। अनुमान लगाएं कि कितना कितना काला हुआ होगा जो भीतर तक कालापन हो गया। अनुमान नहीं लगा सकते। भ्रष्टाचार का अनुमान लगाया भी नहीं जा सकता। पार्षदों का साथ और मीडिया सूरदास तब मास्टर जी ने यही सोचा कि करते रहो कोई देखने वाला नहीं और भविष्य में कोई देखेगा नहीं। हर फाईल मैच में बल्ले बल्ले। खूब चौके छक्के लगाए और अब गिनती शुरू है। सारा हिसाब। समय बदलता है तो किस्मत बदल जाती है। भूचाल आता है और आलीशान भवन टूट जाता है और आदमी सड़क पर। मास्टर जी के भेद तालों में बंद और ताले टूटने से अब बाकी के दो साल नयी नयी आफतें हर रोज। भ्रष्टाचार की बदनामी के तीन साल। अब मुसीबतों में कौन कौन रहेगा साथ। देखते रहें कि कौन कौन पार्षद लपेट में आता है। कांग्रेस का बहुमत वाला बोर्ड और कालवा अध्यक्ष हैं। चुनावी साल है। कांग्रेस भी सोचे और इस्तीफे के लिए कहे। जो नुकसान पहुंचा है उसकी भरपाई भी तुरंत शुरु कर पाएंगे तो कार्यवाही भी करनी होगी। कालवा ने जड़ें ही खोद डाली जिसका मालुम तो हो गया अब मिट्टी डाल जड़ों को दुरुस्त करना है।
* समाचार यह है कि मास्टर जी ने जो किया वे फाईलें आ रही है सामने। यह भी सच्च होगा कि और भी हैं। अब मास्टर जी सोचेंगे कि अपने आप जाना है या मुकदमों और पुलिस के साथ जाना है। बुरे वक्त में सूरदासों से राय ले लेनी चाहिए। उल्टी गिनती 26 जनवरी 2023 से शुरु हो चुकी है।
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रविवार, 29 जनवरी 2023
सूरतगढ़ टिब्बा क्षेत्र के गांव ठेठार में राजपूतों की बैठक में अनेक निर्णय लिए गए
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 जनवरी 2023.
राजपूत समाज संस्था की एक बैठक आज सूरतगढ तहसील के गांव ठेठार में आयोजित की गई। बैठक में मोकलसर, सांवलसर, रतासर,देईदासपुरा, ठुकराना,रायांवाली,करडु, भोजेवाला, सोमासर, चाडसर, लधेर, सूरतगढ, सरदारगढ, जैसाभट्टी,कानौर, आदि गावों के राजपूतों ने भाग लिया। सर्दी के बावजूद सौ से अधिक राजपूत पहुंच गये।
*बैठक में सत्र 2022-23 में प्रतिभावान 7 छात्रों, 7 छात्राओं को ट्राफी एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कियागया।
*समाज में नशा,दहेज, दिखावा,फिजुलखरची बन्द करने पर विचार रखे गये।
*समाज के प्रतिभावान बच्चों को आर्थिक कमी के कारण पढ़ाई नहीं छूटे इस हेतु ऐसे बच्चों को पढ़ाई के लिए आर्थिक सहयोग का प्रस्ताव पारित किया गया।
*आज की बैठक में पूर्व सरपंच विरेन्द्र सिंह सांवलसर, पूर्व सरपंच फतेह सिंह फरीदसर, पूर्व सरपंच मनोहर सिंह ठुकराना, पूर्व जिला परिषद सदस्य संदीप सिंह राठौड़ पीलीबंगा, पूर्व पार्षद सुरेन्द्र राठौड़ सूरतगढ, बजरंग सिंह चाडसर, सवाई सिंह कानौर,धीर सिंह, महावीर सिंह राजियासर, गुरदयाल सिंह ठेठार, भरत सिंह बन्नासर ने अपने विचार रखे।
*संस्था के मुख्य उद्देश्य शिक्षा,सेवा, संस्कार पर विस्तार से समाज के लोगों को बताया और आज के युग में शिक्षा का महत्व और विकास में शिक्षा का महत्व बताया गया।०0०
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(राजपूत /वधू चाहिए)
अविवाहित बैस राजपूत 48 वर्षीय हैंडसम हनुमानगढ़ में डेकोरेशन व्यवसायी. हनुमानगढ़ गंगानगर जिले में सामान्य परिवार की लड़की को प्राथमिकता।संपर्क 94 143 81356.
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सूरतगढ़ ब्लॉक अध्यक्ष इंद्रजीत रंधावा व राजियासर गिरधारी नाथ स्वामी मनोनीत.
सूरतगढ़ 29 जनवरी 2023.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सूरतगढ़ व राजियासर ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है।
सूरतगढ़ ब्लॉक से श्री इंद्रजीत सिंह रंधावा व राजियासर ब्लॉक से श्री गिरधारी नाथ स्वामी को ब्लॉक अध्यक्ष नियुक्त किया है।
इन नियुक्तियों पर पूर्व विधायक श्री गंगाजल मील व हनुमान मील ने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष श्री गोविंद सिंह डोटासरा का आभार व्यक्त किया है। मील ने नव नियुक्त दोनों ब्लॉक अध्यक्षों से पार्टी को मजबूत करने का आह्वान किया है।
सूरतगढ़ और राजियासर ब्लॉक में नए अध्यक्षों की नियुक्ति पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह का माहौल है। पूर्व विधायक श्री मील ने कहा कि इन ऊर्जावान व्यक्तियों की नियुक्ति से पूरे सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पार्टी को मजबूती ही नहीं मिलेगी बल्कि आने वाली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भारी मतों से विजय हासिल करेगी।०0०
सेवानिवृत्त एसडीएम हर्षवर्धन सिंह राठौड़ का निधन
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 जनवरी 2023.
सेवानिवृत्त एसडीएम हर्षवर्धन सिंह राठौड़ का 26 जनवरी 2023 को पैतृक गांव लीलकी में निधन हो गया। 29 जनवरी 2023 को तीये की बैठक हुई।
सूरतगढ़ में 2005- 6 में राजस्व तहसीलदार पद पर रहे। पदोन्नति के बाद पीलीबंगा में एसडीएम पद पर रहे। वे संगरिया और टिब्बी में भी रहे। सूरतगढ़ में अकाल राहत कार्यों को देखने के लिए मैं टिब्बा क्षेत्र में उनके साथ बहुत बार गया।
वे लोकप्रिय अधिकारियों में रहे। विद्यार्थियों आदि के कागजात जाति मूलनिवास आदि के हस्ताक्षर करने में कभी ना नहीं करते। उनका कहना था' मेरे गुरू ने कहा था कि दस्तखत करने में कभी कंजूसी मत करना।
मेरे सामने एक दिन 8-9 साल का एक लड़का आया। उस दिन रविवार था। उसने कहा आय प्रमाण चाहिए। दस्तखत कराने हैं। फार्म पर कुछ भी लिखा हुआ नहीं था। उन्होंने कहा बेटा इनै भरा तो ला। फिर बोले चल मैं भर देता हूं। मुझसे पेन लिया। उससे पूछा पिताजी का नाम आदि। पिताजी क्या करते हैं। उसने कहा मजदूरी। कौनसा काम करते हैं। यह तो मालुम नहीं। उन्होंने मजदूरी लिखी और प्रचलित मजदूरी के हिसाब से आय लिख दी और हस्ताक्षर कर दिए। लड़के से बोले सामने दफ्तर में जा बठै चपरासी है,बीं सूं मोहर लगवाले। हस्ताक्षर उदारता के कारण केसों में भी उलझे।
वे उदार ह्रदय थे। खुद का पैसा लोगों के सहयोग में दे देते। बैंक की कर्ज वसूली में एकबार 70 हजार से अधिक कमीशन मिला। दो घंटे बाद मुझे बताया कि 10 बचे हैं। लोगों ने मांगे उनको दिए। चपरासी की पुत्री का ब्याह था दस हजार तो उसे दे दिए थे।
सेवानिवृत्त होने के बाद अपने गांव लीलकी में ही रह रहे थे।
परमब्रह्म उन्हें मोक्ष प्रदान करें।
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
सूरतगढ़
94143 81356.
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काठ की हांडियां दुबारा चढी और जीती: दल बदल कर भी जीते
करणीदानसिंह राजपूत
डूंगर राम गेदर का समाचार कांग्रेस टिकट पर आगामी चुनाव पर एक टिप्पणी में आया कि काठ की हांडी एक बार ही चढती है। बसपा से कांग्रेस में आने के बाद टिकट मिलने पर पहला चुनाव होगा। जब एक दल में रहते नहीं जीते तो दूसरे दल में प्रवेश कर भाग्य आजमाया और सफल हो गये।
2003 का पीलीबंगा चुनाव। गंगाजल मील भाजपा की टिकट ले आए। दावा रामप्रताप कासनीया मजबूत था लेकिन टिकट मिली नहीं। कासनीया ने सफेद झंडा उठाया निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। सफेद झंडे वाले कासनिया फिर भाजपा में रहे। सूरतगढ़ से भाजपा टिकट पर 2018 में चुनाव लड़ा विधायक बने।
गंगाजल मील भाजपा टिकट पर पीलीबंगा में हारे। भाजपा में भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर 2008 में कांग्रेस में घुसे। मील ने सूरतगढ़ से 2008 का चुनाव कांग्रेस टिकट पर लड़ा और जीते।
राजेंद्र भादू कांग्रेस निर्दलीय और भाजपा में रहे। कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में घुसे। भादू ने सन 2013 का चुनाव भाजपा टिकट पर सूरतगढ़ से लड़ा और विधायक निर्वाचित हुए।
डूंगर गेदर का 2023 का चुनाव कांग्रेस टिकट पर कैसा रहेगा यह परिस्थितियों और भाग्य पर निर्भर करेगा। ०0०
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शनिवार, 28 जनवरी 2023
सूरतगढ़:भाजपा के नये चेहरे: सर्वे में अपनी पसंद को सपोर्ट करें लोग.
* करणीदानसिंह राजपूत *
भारतीय जनता पार्टी 2003 में अशोक नागपाल को,2013 में राजेंद्र सिंह भादू और 2018 में रामप्रताप कासनिया को विधायक बनाने के बाद इस बार 2023 में जीतने के हडरेंड पर्सेंट नया चेहरा घोषित करेगी। लोकप्रियता और अपनी पसंद के चेहरे को कार्यकर्ता व लोग सर्वे में सपोर्ट करेंगे तो जो सभी क्षेत्रों में पसंदीदा होगा, उसको प्राथमिकता रहेगी। सर्वे कभी भी हो सकता है। चुपचाप हो सकता है। निजी कं के माध्यम से भी होता है।
भाजपा में टिकट मांगने वाले नये चेहरे जो पहली बार टिकट मांगने के लिए तैयार हैं। इनमें
नरेन्द्र घिंटाला,सुभाष गुप्ता,मोहन पूनिया
राहुल लेघा,संदीप कासनिया, श्रीमती काजल छाबड़ा, एवं विजेन्द्र पूनिया हैं।
* भाजपा टिकट के दावे सभी करें लेकिन सर्वे महत्वपूर्ण पावर देने वाला होगा। सर्वे के आधार पर पैनल में नाम दर्ज होगा।०0०
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सूरतगढ़:डुंगरराम गेदर और भाजपा की बड़ी चुनौती वाली टक्कर होगी.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 28 जनवरी 2023.
डूंगरराम गेदर और भाजपा के प्रत्याशी के बीच आगामी चुनाव 2023 में कड़ा मुकाबला होगा। जयपुर सूत्र की यह खबर राजनीति में हलचल मचाने वाली होगी। इंडियन नेशनल कांग्रेस की टिकट बहुत बड़ा वोट बैंक रखने वाले गेदर को प्राथमिकता में माना जा रहा है।
* डूंगरराम गेदर अभी राजस्थान सरकार में शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष हैं जिन्हें राज्यमंत्री का स्तर व सुविधाएं प्राप्त हैं। अपनी कार्यप्रणाली और लोकप्रियता से इस ऊंचाई पर पहुचने वाले पहले नेता हैं। बसपा से उनको कांग्रेस में शामिल किये जाने राज्य मंत्री स्तर किया जाना ही भविष्य की कार्यवाही दर्शाता है।
विधानसभा चुनाव नवम्बर 2023 में होंगे जिसमें केवल 10 माह शेष हैं।
भाजपा वाले इस सीट पर अपनी जीत पक्की मानते हुए बड़प्पन में दावा करते रहते हैं "सीट तो जित्योड़ी पड़ी है।" भाजपा 2013 और 2018 में जीतने के बाद तीसरी बार भी जीत का दावा कर रही है। डूंगरराम गेदर के सामने भाजपा को पसीने छूटेंगे वहीं मुकाबला कड़ा होगा।
विधानसभा की सूरतगढ़ सीट हर चुनाव में बेहद चर्चा में रहती है। कांग्रेस की टिकट मांगने वालों में डूंगरराम गेदर शिखर पर है। आज शाम 7-44 पर जयपुर सूत्र से हुई बात में यह नवीनतम डवलपमेंट है। ०0०
गुरुवार, 26 जनवरी 2023
बींद हेलीकॉप्टर में सवार होकर ससुराल गया और हेलीकॉप्टर में ही बींनणी लेकर लौटेगा.
* करणीदानसिंह राजपूत *
अमरपुरा जाटान ( सूरतगढ़) 26 जनवरी 2023.
भाजपा नेता नरेन्द्र घिंटाला के छोटे पुत्र आदित्य बसंत पंचमी को हेलीकॉप्टर में सवार होकर फेरे लेने ससुराल चक 7 बीकेएम (गुडली) पहुंचे।
नरेश श्योराण की पुत्री शिवानी के संग फेरे लेकर कल हेलीकॉप्टर पर बीनणी संग सवार होकर गांव लौटेंगे। आदित्य की ईच्छा थी हेलीकॉप्टर में बारात जाने और बीनणी लाने की। पिता नरेन्द्र घिंटाला ने यह ईच्छा पूरी की। अमरपुरा जाटान और 7 बीकेएम दोनों में हेलिपेड बनाए गए।
पुलिस दमकल और एम्बुलेंस की सुरक्षा व्यवस्था भी रही।
अमरपुरा जाटान सूरतगढ़ से अनूपगढ़ सड़क पर सूरतगढ़ से करीब 10 किलोमीटर दूरी पर है।
आज करीब साढे तीन बजे हेलीकॉप्टर अमरपुरा जाटान में उतरा। लेकिन देखने के लिए नर नारियों की भीड़ दो बजे ही जुट गई। गांव से बाहर हेलिपेड पर ढोल ढमाके के साथ बींद हेलीकॉप्टर पर सवार हुआ। मित्र परिजन भी कुछ संख्या में सवार हुए।आज फेरे और कल बीनणी सहित हेलीकॉप्टर में लौटेंगे। इस गांव में यह पहली बार होने पर आसपास चर्चित रहा है।
नरेन्द्र घिंटाला के पुत्र आदित्य का विवाह बिना भात और बिना दहेज है। यही व्यवस्था बड़े बेटे के विवाह में थी। ०0०
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