करणी प्रेस इंडिया

शनिवार, 5 जुलाई 2025

सूरतगढ़:दुकानें डूबे.सड़कें समुद्र बने.तलवा चाटने में मगन नेता.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 5 जुलाई 2025,शनिवार।

अत्यधिक उमस भरी गर्मी एक सप्ताह से परेशान कर रही थी। दिन में तेज धूप थी।

शाम को 4 बजे कुछ बादल दिखाई देने लगे। शाम 4-45 बजे बरसात शुरू हुई। 

* लग रहा है कि सड़कें बरसाती पानी से लबालब होंगी। सड़कें समुद्र बने ऐसा लोग देखते हैं। प्रशासन इसलिए सुखी है कि कोई प्रशासन को कहता नहीं। बरसात तेज हो रही है। सभी समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि राजनैतिक लोग एक से बढ कर एक कि अधिकारी नाराज न हो जाए। दुकानें घर डूबें तो चाहे डूबें। सेठ रामदयाल राठी राजकीय उ.मा.विद्यालय में पिछले दिनों पानी घुस गया था। एक भी नेता के मुंह से आवाज़ ही नहीं निकली। सभी तलवे चाटने वाले। 

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न वसुंधरा न किरोड़ी.फिर कौन?राजस्थान में बदलेगा सीएम.


* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान में मुख्यमंत्री बदले जाने की गंभीरता सामने आने लगी है और अब भजन लाल शर्मा का जाना तय हो चुका है। अब यही चर्चा चहुं ओर है, भाजपा के बाहर और भाजपा के भीतर भी है।

*भजनलाल शर्मा दिसंबर 2023 से राजस्थान के 14 में मुख्यमंत्री बनाए गए जो डेढ़ साल के बाद ही बदल दिए जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के 58 साल के  पहली बार चुनाव जीते हुए नए चेहरे  भजनलाल शर्मा को पर्ची से मुख्यमंत्री बनाए जाने के दिन से ही विवाद चल रहा था। प्रशासन पर पकड़ नहीं होने के कारण अब हालात यह हो चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी में ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की आलोचना होने लगी थी। राजस्थान भर से यह चर्चा होने लगी कि कहीं भी किसी भी स्तर पर काम नहीं हो रहे हैं। यह चर्चा लगातार बढ़ती रही और कुछ बड़े पत्रकारों ने अपने राजनैतिक लेखों में उजागर भी किया। हालांकि बड़े समाचार पत्रों में  भजनलाल सरकार की लोकप्रियता गिरती जाने के समाचार दबाए जाते रहे। बड़े अखबार   इन समाचारों को दबाने में आगे रहे। सरकार के विज्ञापनों का न मिलने का भय लिखने से रोकता रहा या वे रुकते रहे। 

* भजन लाल के बाद कौन?

 यह बड़ा विचारणीय प्रश्न है  कि भजनलाल शर्मा के बाद मुख्यमंत्री के लिए जो नाम आ रहे हैं वे ओल्डएज हो चुके हैं। सोशल मीडिया में लिखने से किसी को मनाई तो है नहीं,सो वे कुछ भी लिखते रहें। 

👌 यहां यह लिखना प्रभावी रहेगा की राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बाद न वसुंधरा राजे है और न किरोड़ी लाल मीणा है। वसुंधरा राजे इस समय बहतर वर्ष की उम्र में चल रही है जिनका जन्म 8 मार्च 1953 को हुआ।

 किरोड़ी लाल मीणा 74 वर्ष की उम्र में चल रहे हैं जिनका जन्म 3 नवंबर 1951 को हुआ।  यानि कि किरोड़ी लाल मीणा वसुंधरा राजे से भी बड़े हैं।

** वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार सीएम बन चुकी अब उनको बनाया जाना पार्टी स्तर पर भी मान्य नहीं है। यह दो नाम सोशल मीडिया में लगाए जा रहे हैं ,अनुमान लगाया जा रहा है, ये उम्र दराज होने के कारण मुख्यमंत्री की सीट पर बिठाए जाने पूरी तरह से है असंभव है। वसुंधरा राजे सारे राजस्थान में लोकप्रिय हैं। किरोड़ी लाल मीणा उस स्तर पर वसुंधरा के मुकाबले में लोकप्रिय भी नहीं हैं।

* पूर्व में पार्टी में किसी ने किसी काम को लेकर अपने पद को लेकर विवादों में रहे किरोड़ी लाल मीणा चर्चित रहे हैं। अब खाद कारखानों पर गोदामों पर छापों से बढी लोकप्रियता के समाचार दूध का उफान है। न वसुंधरा राजे और न किरोड़ीलाल मीणा। दोनों नाम असंभव है। 

👌 राजस्थान में बहुत सालों बाद ब्राह्मण वर्ग से भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इस वर्ग को अभी छोड़ देना संभव नहीं है। इसी वर्ग से राजस्थान का नया मुख्यमंत्री बनाए जाने का अनुमान है।अंदरुनी स्थिति में इसी वर्ग से एक नाम आगे बढ़ रहा है। इस बार भी चयन तो दिल्ली से ही हो रहा है लेकिन पर्ची नहीं निकाली जाएगी। भाजपा के विधायकों की बैठक होगी जिसने विधायक होंगे भाजपा के सांसद होंगे भाजपा के नेता होंगे पर्यवेक्षक होंगे। उसमें एक एक या दो विधायक नाम प्रस्तावित करेंगे दूसरे एक दो विधायक अनुमोदन करेंगे और फिर  करतल ध्वनि के साथ मुख्यमंत्री पद की घोषणा हो जाएगी।

👌 भजनलाल शर्मा के कार्यकाल में पार्टी की योजनाओं पर प्रगति की प्रशंसा होगी।भजनलाल जी बोलेंगे सभी ने साथ निभाया अच्छा काम हुआ लेकिन मैं समय नहीं दे पा रहा हूं। पार्टी उन्हें  संगठन में नया पद दे देगी।

👌 लेकिन एक बार फिर यहां मैं लिख रहा हूं कि राजस्थान में अब मुख्यमंत्री के पद पर न वसुंधरा के लौटाने की उम्मीद है और न किरोड़ी लाल मीणा के मुख्यमंत्री बनाए जाने की। भाजपा में यह राजनैतिक दशा जयपुर एवं दिल्ली में है।०0०

5 जुलाई 2025.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( सूरतगढ़ )

(सन् 1965 से पत्रकारिता.)

94143 81356.

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शुक्रवार, 4 जुलाई 2025

राजस्थान:नगरपालिका अध्यक्ष का चुनाव कैसे होगा?

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

नगरपालिका अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता के मतदान से होगा या पार्षदों के मतदान से होगा? यह प्रश्न काफी समय से उत्तर की प्रतीक्षा में आम जनता के बीच में छाया हुआ है। 

सन् 2009 में अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता के मतदान से हुआ था। उसके बाद 2014 और 2019 में अध्यक्ष का चुनाव पार्षदों के मतदान से हुआ। सन् 2024 में जिन नगरपालिकाओं में चुनाव होने वाले थे वहां उपखंड अधिकारियों को प्रशासक नियुक्त कर दिया गया। एक साथ समस्त चुनाव कराने के लिए यह किया गया। 26 नवंबर 2024 को प्रशासकों ने कार्यग्रहण कर लिया। सरकार ने वार्डों का पुनर्गठन भी करवा लिया।

* पहले अनुमान था कि फरवरी 2025 तक चुनाव कराए जाएंगे। इसके बाद जून 2025 तक अनुमान था। अब जून बीतने के बाद अक्टूबर नवंबर तक चुनाव कराने के अनुमान है। 

👌सरकार भाजपा की है और वह किसी भी हालत में नगरपालिका अध्यक्ष का चुनाव सीधे कराने का खतरा लेना नहीं चाहेगी। पार्षदों के द्वारा अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा पार्षद कम भी हों तो उलट पलट और निर्दलीयों पर दबाव से अपना पार्टी का अध्यक्ष जिताना आसान होता है। यह माना जा रहा है कि अध्यक्ष का चुनाव पार्षदों के द्वारा ही कराया जाएगा। अध्य पद पर आसीन होने के लिए आशा कर रहे कार्यकर्ताओं को इसी तरह से चुनाव लड़ने की तैयारी करनी चाहिए।०0०

4 जुलाई 2025.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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उप निदेशक डॉ. लीलाधर को सेवानिवृत्ति पर भावभीनी विदाई

  


*  विशेष समाचार *

जयपुर, 30 जून 2025.

सूचना एवं जन संपर्क विभाग के उप निदेशक एवं सूचना केंद प्रभारी डॉ. लीलाधर को सोमवार को उनकी सेवानिवृत्ति पर डीआईपीआर परिवार की ओर से भावभीनी विदाई दी गई।

डीआईपीआर मुख्यालय में आयोजित विदाई कार्यक्रम में डॉ. लीलाधर ने अपने राजकीय कार्य के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वर्तमान में जनसंपर्क विधा में आधुनिक परिवर्तन को देखते हुए जनसंपर्क अधिकारियों का कार्य महत्वपूर्ण होने के साथ—साथ अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है। 

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक श्री अरविंद सारस्वत ने  उनके सुखद भविष्य की कामना करते हुए कहा कि डॉ. लीलाधर ने विभिन्न पदों पर रहते हुए अपनी कार्यकुशलता और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है।

कार्यक्रम के आरंभ में डॉ. लीलाधर को माल्यार्पण कर, साफा पहनाकर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। विभाग की समाचार शाखा द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक श्री मनमोहन हर्ष, श्री रजनीश शर्मा, सुश्री क्षिप्रा भटनागर, उप निदेशक डॉ. रवीन्द्र सिंह, श्री हेमंत सिंह एवं श्री विजय खण्डेलवाल, सहायक निदेशक श्रीमती कविता जोशी, श्री आशीष जैन एवं श्री गजाधर भरत सहित अन्य अधिकारी—कर्मचारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी डॉ. सपना शाह एवं सहायक जनसंपर्क अधिकारी श्री शेखर पारीक ने किया। ( रविन्द्र सिंह)०0०

गुरुवार, 3 जुलाई 2025

सूरतगढ़:पानादेवी का पट्टा निरस्त.भूखंड सीज.

 

सूरतगढ़ 3 जुलाई 2025.

नगर पालिका प्रशासन ने आज पाना देवी पत्नी रामचंद्र जाट निवासी वार्ड नंबर 4 /5 सूरतगढ़ का पट्टा संख्या 332 जो 13 मार्च 2024 को अभियान में जारी किया गया था को निरस्त कर दिया और उस भूखंड का कब्जा ले लिया।

*  नगर पालिका अधिशासी अधिकारी पूजा शर्मा ने नगर पालिका अधिनियम धारा 73 (ख) के अनुसार यह पट्टा  30 जून 2025 को निरस्त किया था। इस भूखंड का साइज 40 गुणा 70 फुट था। 

* सूचना यह है कि उक्त भूखंड सं 11 मंडी समिति की आवासीय योजना में था लेकिन पाना देवी को यह कच्ची बस्ती बता कर पट्टा जारी किया गया।

* भाजपा कार्यकर्ता बाबूसिंह खीची ने जिलाकलेक्टर को इसकी शिकायत की थी। खीची ने ईओ पूजा शर्मा, एईएन मेजरसिंह और तत्कालीन पालिकाध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा के विरुद्ध शिकायत की थी।

जिलाकलेक्टर ने अतिरिक्त जिलाकलेक्टर सूरतगढ़ की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया था।शिकायत के चलते ही यह पट्टा निरस्त की कार्रवाई हुई। (सूचना यह है कि पानादेवी पत्नी रामचंद्र जाट ने यह भूखंड  आगे भी बेच दिया था।)

* नगरपालिका अधिशासी अधिकारी ने भूखंड का सीजर नोटिस दीवार पर चिपकवाया। प्रशासन ने वहां नगरपालिका संपत्ति का बोर्ड भी लगा दिया।


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बुधवार, 2 जुलाई 2025

सूरतगढ़ विधानसभा सीट आरक्षित की संभावना बढी.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ विधानसभा सीट  सन् 2028 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने की संभावना बढी है। अभी तक यह सीट सामान्य रही। नगरपालिका अध्यक्ष अनुसूचित जाति के लिए पिछले चुनाव में आरक्षित था। पंचायत समिति प्रधान पद भी वर्तमान से पहले अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित था। बिरमा देवी नायक प्रधान रही। सूरतगढ़ की राजनीति ही बदल जाएगी। अपने को कदावर नेता नेतियां मानने वालों के चेहरों पर हवाईयां उड़ेगी। अभी भीतर भीतर यह चिंता करीब 6 माह से चल रही है।

👌 सूरतगढ़ सीट चार चुनावों 2008,2013,2018 और 2023 में सामान्य सीट रह चुकी है।

👌 भारतीय जनता पार्टी और इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टियों में प्रमुख टक्कर होती रही है इसलिए इन पार्टियों में अभी से तैयारी हो कि कौन प्रत्याशी हो सकता है। इन पार्टियों में अभी कौन जनता के बीच कुछ काम करने वाला है, चर्चित है, तो उसके भाग्य खुल सकेंगे। नये नेता भी जन्म ले सकते हैं।०0०







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सूरतगढ़. आवासन मंडल कालोनी अतिक्रमण.

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 2 जुलाई 2025.

आवासन मंडल पुरानी कालोनी में आवासों के आगे सड़क हक भूमि पर हुए अतिक्रमण हटाने बाबत आज नगरपालिका कार्यालय में अधिशासी अधिकारी पूजा शर्मा से बात हुई। अतिक्रमणों से हर समय दुर्घटना का खतरा बना है जिसमें जानलेवा हालात भी हो सकते हैं।  अधिशाषी अधिकारी से कहा गया कि सभी अतिक्रमण कारियों की सूची बनाई जाए और अतिक्रमण का मलबा सामान जब्त किया जाए व समस्त खर्च भी वसूला जाए। करीब डेढ सौ से अधिक अतिक्रमण हैं। अधिशासी अधिकारी से एक बार फिर कहा गया है कि मौके का निरीक्षण करें देखें कि वहां अतिक्रमण से किसी भी समय दुर्घटना हो सकती है। अधिशासी अधिकारी ने मानसून बाद अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही का कहा लेकिन अधिकारियों को सूचना का कार्य इसी सप्ताह में होगा।

* अधिशाषी अधिकारी को आज मौखिक रूप से याद दिलाया गया है रजिस्ट्री नोटिस प्रशासन को इसी सप्ताह में दिया जाएगा।  मुख्यमंत्री,स्वायत्त शासन निदेशक, उपनिदेशक बीकानेर, कमिश्नर, जिलाकलेक्टर और एडीएम सूरतगढ़ को भी फिर से सूचित किया जाएगा। नगरपालिका प्रशासन अपनी ड्युटी नहीं कर रहा जिसके कारण अतिक्रमण बढते जा रहे हैं। मुख्य शिकायत सीएमओ में की हुई है जिसके उत्तर भी सही नहीं भेजे गए।०0०




 

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हॉस्टल, पीजी, ढाबे,धर्मशालाएं,भट्ठा .पुलिस चरित्र सत्यापन जरूरी हुआ.



श्रीगंगानगर, 2 जुलाई 2025.
जिले में स्थित हॉस्टल, पीजी, ढाबे, सराय, धर्मशाला में बाहर से आकर कुछ असामाजिक तत्व या संदिग्ध व्यक्ति रहने लग जाते हैं। इसी प्रकार घरेलू नौकर, किरायेदार, विभिन्न कारखानों, ईंट भट्टों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों आदि पर ऐसे लोग आकर कार्य करने लग जाते हैं। हॉस्टल, पीजी, ढाबे, धर्मशाला, सराय मालिकों, मकान मालिकों, विभिन्न कारखानों, ईंट भट्टों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों द्वारा इनका पुलिस चरित्र सत्यापन नहीं करवाया जाता है। ऐसे असामाजिक तत्व, संदिग्ध व्यक्तियों द्वारा कानून व्यवस्था, सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। हॉस्टल, पीजी, ढाबे, धर्मशाला, सराय मालिकों, मकान मालिकों द्वारा इनके यहां ठहरने वालों एवं विभिन्न कारखानों, ईंट भट्टों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों को अपने कार्मिकों, मजदूरों का पुलिस चरित्र सत्यापन करवाना अतिआवश्यक है।
जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ. मंजू द्वारा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए समस्त जिला श्रीगंगानगर में तुरन्त प्रभाव से प्रतिबंध लगाया है। इसके अनुसार जिले में स्थित हॉस्टल, पीजी, ढाबे, सराय, धर्मशाला में बाहर से आकर व्यक्ति बिना पुलिस चरित्र सत्यापन के नहीं रह सकेंगे। इसी प्रकार घरेलू नौकर, किरायेदार, विभिन्न कारखानों, ईंट भट्टों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों आदि पर बाहर से ऐसे लोग आकर बिना पुलिस चरित्र सत्यापन के कार्य नहीं कर सकेंगे। समस्त हॉस्टल, पीजी, ढाबे, धर्मशाला, सराय मालिकों, मकान मालिकों, विभिन्न कारखानों, ईंट भट्टों, व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों को अपने कार्मिकों, मजदूरों का पुलिस चरित्र सत्यापन करवाया जाना अनिवार्य होगा।
इस आदेश का उल्लंघन करने पर पुलिस प्रशासन अथवा उपखण्ड अधिकारी द्वारा भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 223 के तहत दण्डित कराने की कार्यवाही की जायेगी।
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मंगलवार, 1 जुलाई 2025

दूसरों के लिए जीता है डॉक्टर





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सूरतगढ़:अपराधियों को 10 वर्ष कैद व 2 लाख रु जुर्माना.

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 1 जुलाई 2025.

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री मोहम्मद आसिफ अंसारी ने दिनांक 26.2.2017 को घटित घटना जिसमें अमरजीत निवासी दो जी एस तहसील सूरतगढ़ को आपसी रंजिश को लेकर कारीत घटना  जब अमरजीत खेत में बनी झोपड़ी में खेत की रखवाली के लिए सोया हुआ था, इस दौरान दयाल प्रकाश उर्फ प्रकाश पुत्र गोपी राम निवासी 4 बी के एस एम,  प्रभु राम पुत्र लालचंद निवासी एक जी एम, चंद्रभान पुत्र भागीरथ निवासी 4 बीकेएसएम , मोहन राम पुत्र बाबूराम निवासी भोजेवाला के द्वारा  लाठी और गड़ासी से की गई गंभीर मारपीट,पालसिंह और जसवीर कौर द्वारा बीच बचाव करने पर उनके साथ भी मारपीट की, उसके बाद में घायल अमरजीत को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया और इलाज चला, उक्त घटना के संबंध में दर्ज मुकदमे में अभियोजन पक्ष की ओर से अपर लोक अभियोजक श्री संजय सोडा ने प्रभावी पैरवी की।

यह मामला करीब 8 वर्षों तक न्यायालय में विचाराधीन रहा, जिसमें अभियोजन ने सभी आवश्यक गवाहों और सबूतों को अदालत में प्रस्तुत किया। अदालत ने धारा  458,447,323,325/34 के अंतर्गत चारों आरोपियों को  दोषी पाते हुए सभी को 10 वर्ष साधारण कारावास व 2 लाख रु अर्थ दंड की सजा  सजा सुनाई। अर्थ दंड में से डेढ़ लाख रुपये पीड़ित अमरजीत सिंह को क्षतिपूर्ति के तौर पर न्यायालय ने दिए जाने का भी फैसला दिया,  सजा सुनाने के साथ ही सभी दोषीयो को तुंरत न्यायिक हिरासत में भेजा गया।०0०




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