करणी प्रेस इंडिया

सोमवार, 18 मार्च 2024

ओम कालवा की बहाली के विरुद्ध HC में रिट:4 पार्षदों की रिट

 


* सूरतगढ़ 18 मार्च 2024.

नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा की बहाली को उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है।

न्यायिक जांच पूरी नहीं होने के बावजूद बहाली को बताया गलत। 

पार्षद परसराम भाटिया,श्रीमती तुलसी असवानी, फारूक मोहम्मद और बसंत कुमार बोहरा ने दायर की याचिका। उच्च न्यायालय के कोर्ट नं 5 में कल 19 मार्च को होगी सुनवाई।

* अध्यक्ष ओम कालवा ने लगाई केवियट।

कालवा स्वयं कोर्ट में उपस्थित हुए।

* विदित रहे कि कालवा को 24 जुलाई 2023 को न्यायिक जांच के लिए सस्पैंड किया गया। 28 जुलाई को परसराम भाटिया को कार्यवाहक नियुक्त किया। लगातार 120 दिन तक वे पद पर रहे। 25 नवंबर को भाटिया का कार्यकाल रहा। उसके बाद पद खाली रहा। 19 फरवरी 2024 को डीएलबी ने दौराने  जांच बहाल किया। यह जांच किस स्टेज पर है यह मालुम नहीं हो रहा।

👍 ओमप्रकाश कालवा की बहाली के बाद से सूरतगढ़ में राजनीति गर्माई हुई है। ०0०

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भाजपा में आने से पूजा छाबड़ा और पार्टी दोनों को क्या लाभ:सूरतगढ़ में क्या प्रभाव.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

शराबबंदी और नशामुक्ति आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा के भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश को इलाके की राजनीति के दृष्टिकोण से एक शक्तिशाली नारी नेता मिला है। जिसकी सूरतगढ़ से जयपुर तक मंत्रियों बड़े नेताओं अधिकारियों तक पहुंच है।

* सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र ही नहीं बल्कि श्रीगंगानगर अनूपगढ़ और हनुमानगढ़ जिलों में लोकसभा चुनाव में पूजा छाबड़ा की लोकप्रियता आंदोलनकारी छवि व जनता को प्रेरित करने का प्रभावशाली गुण भाजपा को लोकसभा चुनाव में

बड़ा लाभ पहुंचाएगा। पूजा के लिए भी लोकसभा चुनाव एक मार्ग दर्शक होंगे।

* पूजा छाबड़ा का भाजपा में आने का निर्णय देरी से हुआ। यह कार्य सन् 2018 के आसपास होता तो संभवतः सूरतगढ़ से 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उतार देती। पूजा को निश्चित रूप से टिकट की दावेदारी में प्राथमिकता मिलती। 

* सूरतगढ़ में वर्तमान में सशक्त नेतृत्व की आवश्यकता महसूस हो रही थी जो कुछ हद तक  पूजा छाबड़ा पूरा करेगी।  सन् 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के रामप्रताप कासनिया के 50 हजार से अधिक वोटों से पराजित होने के बाद से लोगों का मन उचाट होने लगा कि पावर किसके पास रहेगी। कासनिया जी ने अपने बेटे संदीप कासनिया को राजनीति में आगे कर दिया लेकिन लोगों को स्वीकार नहीं हो रहा। संदीप कासनिया सर्वमान्य नहीं माने जा रहे।वैसे भी हर क्षेत्र की तरह सूरतगढ़ में भी भाजपा के खेमे हैं। जनता को कासनिया ही स्वीकार होते तो 2018 में विधायक चुनने वाली जनता 2023 में पुनः चुन लेती और बुरी तरह से नहीं हराती। भाजपा के गुटों ने भी इसमें भूमिका निभाई।इस स्थिति में संदीप कासनिया को नेता थरपना भी लोगों को जंच नहीं रहा।

पूजा छाबड़ा ने भाजपा में प्रवेश लिया है तो निश्चित है कि वह घर में बैठने के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक भविष्य के लिए लिया है। पूजा भी सन् 2028 के विधानसभा चुनाव में सूरतगढ़ से शक्तिशाली दावेदार होगी। सूरतगढ़ जिला नहीं बना लेकिन पूजा छाबड़ा का संघर्ष आमरण अनशन और फिर अन्न त्याग को सभी ने देखा परखा।





* इस छाबड़ा परिवार की भाजपा में करीब 35-37 साल बाद वापसी हुई है। पूजा छाबड़ा के ससुर स्व.गुरूशरण छाबड़ा का जीवन ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ,जनसंघ जनता पार्टी और भारतीय जनता पार्टियों में बीता। गुरूशरण छाबड़ा  आपातकाल 1975-77 के बाद सन्1977 में सूरतगढ़ से विधायक चुने गये। उस समय सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र अनूपगढ़ अंतर राष्ट्रीय सीमा तक विशाल था। सूरतगढ़ का राजकीय महाविद्यालय उन्हीं के कार्यकाल में 1977 में शुरू हुआ। सन् 2019 में अशोक गहलोत सरकार ने इसका नाम स्व.गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महाविद्यालय कर दिया।यह बहुत बड़ी उपलब्धि रही है।

* पूजा छाबड़ा भाजपा में आने के बाद किस तरह से अपने कदम रखती है। यह बड़ा विचारणीय है। अपना स्वतंत्र निर्णय और घोषणाएं नहीं कर सकती। पार्टी के अनुशासन में ही रहना होगा। भाजपा में प्रवेश से पहले यह सब सोचा होगा।छाबड़ा जी के मित्र किरोड़ी लाल मीणा और अरूण चतुर्वेदी आदि से भी कुछ मार्गदर्शन लिया होगा।

18 मार्च 2024.

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करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

सूरतगढ़

94143 81356.

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श्रीगंगानगर भाजपा टिकट बदलाव पर: नये चेहरे को टिकट.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *


श्रीगंगानगर लोकसभा सीट पर भाजपा बड़ा बदलाव करते हुए नारी सशक्तिकरण को प्राथमिकता देते हुए नारी को टिकट देकर इस सीट को जीत के लिए सुरक्षित कर सकती है। सन् 1952 से 2019 चुनाव में पुरूष ही सांसद चुने जाते रहे हैं। वर्तमान सांसद निहालचंद मेघवाल के अलावा कैलाश मेघवाल भी  दावेदारी में हैं।

श्रीगंगानगर सीट पर बदलाव की मांग दिल्ली मुख्यालय तक प्रबल है और टिकट बदलना सोचा जा चुका है। * इसबार बदलाव की मांग पर बड़ा  निर्णय होगा जो नारी पक्ष में जा सकता है।

सूत्रानुसार ममता नायक का नाम अंतिम सूची में प्रभावी है जो श्रीगंगानगर लोकसभा क्षेत्र में रायसिंहनगर विधानसभा की मूलतः निवासी है। 

* वर्तमान में भाजपा सांसद निहाल चंद मेघवाल 5 बार चुने जा चुके हैं जो रायसिंहनगर के ही निवासी हैं। निहाल के पिता स्व.बेगाराम भी आपातकाल के बाद 2 बार सांसद रह चुके हैं। निहालचंद एक बार विधायक भी रह चुके हैं। नये को मौका देने की मांग प्रबल है।

भाजपा श्रीगंगानगर सीट पर जीत की पकायत के साथ नया प्रयोग करती है तो यह मान कर ही चलती है कि वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर मिलते है तब नये चेहरे में नारी सशक्तिकरण के तहत ममता नायक को टिकट मिल सकता है। 

* भाजपा की पहली सूची में 15 प्रत्याशियों में केवल एक  नारी प्रत्याशी घोषित हुई इसलिए माना जा रहा है कि दूसरी सूची जो पूर्ण होगी में तीन से चार नारियों को प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। इनमें श्रीगंगानगर का नाम भी है जहां बदलाव होना तय है।


* ममता नायक को टिकट के लिए प्राथमिकता देने के लिए ये विशेषताएं हैं।


* ममता नायक के टिकट के नजदीक होने की एक प्रमुख योग्यता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जलजीवन और वातावरण मिशन पर प्रभावी कार्य करना है जिसके कारण उच्च स्तर पर सपोर्ट है जिसमें अमित शाह तक हैं।

ममता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जलजीवन मिशन परियोजना की प्रोजेक्ट डिजाइनर टीम में यूनिसेफ की ओर से सलाहकार शामिल रही हैं।

*अभी जल और वातावरण बदलाव पर कार्य कर रही हैं। इनका कार्य क्षेत्र गुजरात राजस्थान महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में व्यवस्थित चल रहा है।यूनिसेफ द्वारा गुजरात राज्य के लिए एसडीजी 6 रोड मैप का मसौदा तैयार किया था।

* संयुक्तराष्ट्र की ओर से पब्लिक पॉलिसी स्ट्रेटेजिक लीड 'जल एवं वातावरण बदलाव व्यवसाय से जुड़ी हैं।

 ** ममता नायक एलएलबी की हुई है। एमएससी जल और वातावरण बदलाव पर कार्डिफ यूनिवर्सिटी (यूके) से की हुई है।

*  2021 में वेल्स (ब्रिटेन)में अंबेडकर युवक संघ की सचिव रहीं। 

*2018 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रहितों पर कार्य किया।

** भारतीय जनता पार्टी में पूर्व महामंत्री (प्रखंड अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद) श्री सत्यपाल कौशिक के साथ भी कार्यक्रमों में हिस्सा लेती रही। 

* 36 वर्षीय ममता नायक के पिता भूपेंद्र कुमार माता कौशल्या देवी रायसिंहनगर नगरपालिका के पार्षद रहे हैं। 

*** इनके दादा स्वर्गीय दुलाराम नायक कांग्रेस के प्रसिद्ध नेता विधायक मंत्री रहे। दुलाराम नायक सन् 1977 और सन् 1980 में रायसिंहनगर से दो बार विधायक चुने गए तथा 1980 में कैबिनेट मंत्री बने।*1987 में राजस्थान की 20 सूत्री कार्यक्रम सलाहकार समिति में अध्यक्ष रहे।*

18 मार्च 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकारिता 60 वर्ष का अनुभव एवं राजनीतिक लेखक व समीक्षक.

( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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शनिवार, 16 मार्च 2024

पूजा छाबड़ा शहीद गुरूशरण छाबड़ा की पुत्रवधु का भाजपा में प्रवेश.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

*16 मार्च 2024.

शराबबंदी नशामुक्ति आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा भारती छाबड़ा ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

भाजपा प्रदेश कार्यालय जयपुर में माननीय राजस्थान भाजपा  प्रदेशाध्यक्ष श्री सी.पी.जोशी, जॉइनिंग कमेटी के संयोजक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीअरुण चतुर्वेदी जी, सहसंयोजक श्री कुलदीप धनकड़, भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्वमंत्री श्री राजेंद्र राठौड़ जी, श्री नारायण पंचारिया के सानिध्य में पूजा छाबड़ा ने भाजपा की सदस्यता ली।

* पूजा छाबड़ा ने कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी भेंट की थी।










पूजा ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में डबल इंजन की भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों से प्रभावित होते हुए भाजपा परिवार की सदस्यता ग्रहण की।

इस अवसर पर सूरतगढ़ के बद्री प्रसाद बिनानी रेवंतराम सोनगरा रमेश आसवानी ओमप्रकाश सोनगरा प्रेम राज गहरा अशोक मखीजा राम प्रकाश गजरा गोपाल दास सिंधी चंद्र प्रकाश जनवेजा कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

* सूरतगढ़ जिला बनाओ आंदोलन में आमरण अनशन पर और अन्न त्याग पर रही। सूरतगढ़ व सीमा क्षेत्र में शराब बंदी नशामुक्ति आंदोलन के तहत रथ यात्रा पर गांवों में पहुंच कर संदेश दिया। सूरतगढ़ से राजनीति करने की इच्छुक है। ०0०

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शुक्रवार, 15 मार्च 2024

सूरतगढ़:पट्टों का छुपा सच्च!भाजपा का खेल और कांग्रेस का मौन

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 15 मार्च 2024.

पचास हजार वोटों से विधानसभा (2023)की सीट हारने के बाद भी भाजपा अपने वर्किंग रवैये को लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सुधार नहीं पाई जिसमें नगरपालिका की भ्रष्ट व्यवस्था ज्यों की त्यों रही और लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता 16 मार्च को लगने से एक दिन पहले तक  वर्किंग का कच्चा चिट्ठा पट्टे बनाने और वितरण में सामने आया। भाजपा के नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा के सस्पेंशन से बहाल होने के बाद शहर की व्यवस्था खासकर गरीब अल्प आय कच्ची बस्ती पट्टे व भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस ने पूरी तरह से मौन धारण कर रखा है।आखिर यह कौनसा राज है जिसके कारण विधायक डूंगरराम गेदर और उनकी टीम चुप है? पीसीसी सदस्य पार्षद परसराम भाटिया भी पट्टों के मामले और भ्रष्टाचार पर चुप हैं जो भाटिया स्वयं 120 दिन नगरपालिका के कार्यवाहक अध्यक्ष रह चुके हैं।

* उम्मीद से बहुत कम पट्टे 15 मार्च को बांटे गये और अध्यक्ष जितने पट्टे बांटने की घोषणा बयान में कर रहे,क्या वह घोषणा सही थी?

* ओमप्रकाश कालवा ने बहाली के बाद 20 फरवरी को कार्यभार ग्रहण किया और उसी दिन अधिशासी अधिकारी पद पर पूजा शर्मा ने कार्यभार ग्रहण किया। दोनों की वर्किंग सही होती तो सारी पट्टा फाईलें निपटा दी जाती जिनके कागजात सही और पूरे हो चुके थे। पूर्व विधायक कासनिया और कालवा की घोषणा एकदम खोखली साबित हुई है कि न अतिक्रमण हटा पाए और न सही संख्या में पट्टे वितरित कर पाए।

* अध्यक्ष का बयान कि लोगों ने पैसे जमा नहीं कराए इसलिए पट्टों की संख्या कम रही, लोगों को मोबाइल पर पैसे जमा कराने की सूचना दे रहे हैं।

👍 कितने पट्टों के लिए पैसे जमा नहीं हुए? यह संख्या छुपाने या बयान नहीं करने का कारण? इस संख्या से मालुम पड़ता कि कितने पट्टे तैयारी पर थे? पैसे जमा कराने से वंचित रहे लोगों को अब फोन करना है तो पहले उनको किस तरह से सूचना दी या बिल्कुल ही नहीं दी? दो तीन दिनों से तो नगरपालिका में भाजपा व पार्षदों का पहुंचना बहुत रहा था और वह पट्टों के लिए था। ऐसे में यह कहना कि लोगों ने पैसे जमा नहीं कराए। जिन लोगों ने सारे दस्तावेज दे दिए जो पट्टों के लिए पैसे जमा नहीं कराए। यह अध्यक्षीय बयान जंचता नहीं है।बोलने को चाहे जो बोलें। पट्टों में कोई रिश्वत का पैसा नहीं लिया गया। कोई मागे तो बताया जाए। ऐसा कोई मामला हो तो पत्रकार सामने लाए। यह बार बार कहने की आवश्यकता क्यों पड़ रही है? कितनी बार कह चुके। जिन पत्रकारों के सामने कहा जा रहा है वे बयान छापने प्रसारित करने वाले हैं। न वे खोज करने वाले हैं न बयान पर सवाल उठाने वाले हैं। वे सवाल भी क्यों करें? जो वर्किंग है उसका नफा नुकसान तो भाजपा को होगा तो उसके पदाधिकारी सोचें। भ्रष्टाचार खोजा नहीं जाता वह वातावरण बनाता है जो जनता में बताने की जरूरत नहीं होती।

* एक भ्रष्टाचार चौड़े धाड़े हो रहा है। ईओ के साथ अध्यक्ष भी जिम्मेदार है लिप्त है। सरकार का आदेश है कि सफाई कर्मी को किसी अन्य काम पर लगा कर वेतन नहीं दे सकते। नगरपालिका में यह भ्रष्टाचार चल रहा है और नगरपालिका में लगे सीसीटीवी कैमरे शक्तिशाली गवाह हैं।अचानक छापा जांच में अध्यक्ष बच जाए मगर ईओ तो नहीं बच सकती जो वर्तमान में है।

* बयान दिया गया कि सरकार से पूछ कर पट्टे बांटने का काम करेंगे। वाह! आदर्श आचार संहिता में यह होगा। इस बयान से कोई भी भ्रमित होने वाला नहीं।

👍 आचार संहिता 16 मार्च को 3 बजे बाद लगना माने तो पहले के 6 घंटों में कितने पट्टे बांट पाएंगे? 👍👍क्या सफाई कर्मचारी ड्यूटी में सही व्यवस्था कर पाएंगे? भाजपा और कांग्रेस दोनों ही इस व्यवस्था पर एक ही रवैये की है। लेकिन इसी व्यवस्था पर ही दूसरे की गलत ड्यूटी लगाने में प्रमाणित करने में अधिकारी अपनी नौकरी खतरे में डालता है। पहले किसी की नौकरी हथियाएं और फिर उस पद पर काम नहीं करें। ऐसे कर्मचारियों की फर्जी हाजिरी लगाएं।०0०

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गुरुवार, 14 मार्च 2024

श्रीगंगानगर नारीशक्ति को टिकट पूरी संभावना: ममता नायक को संभव.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर लोकसभा सीट पर भाजपा सांसद निहालचंद मेघवाल और ममता नायक में से 5 बार सांसद निर्वाचित निहालचंद मेघवाल को 6ठी बार टिकट मिलना लगभग शून्य जैसी स्थिति में है।सूत्रानुसार ममता नायक का नाम अंतिम सूची में प्रभावी है। श्रीगंगानगर सीट पर बदलाव की मांग दिल्ली मुख्यालय तक प्रबल है और टिकट बदलना सोचा जा चुका है।

भाजपा श्रीगंगानगर सीट पर जीत की पकायत के साथ नया प्रयोग करती है तो यह मान कर ही चलती है कि वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर मिलते है तब नये चेहरे में नारी सशक्तिकरण के तहत ममता नायक को टिकट मिल सकता है। 

* भाजपा की पहली सूची में 15 प्रत्याशियों में केवल एक  नारी प्रत्याशी घोषित हुई इसलिए माना जा रहा है कि दूसरी सूची जो पूर्ण होगी में तीन से चार नारियों को प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। इसमें श्रीगंगानगर सीट है जहां बदलाव होना तय है।

* ममता नायक के टिकट के नजदीक होने की एक प्रमुख योग्यता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जलजीवन और वातावरण मिशन पर प्रभावी कार्य करना है जिसके कारण उच्च स्तर पर सपोर्ट है जिसमें अमित शाह तक हैं।

ममता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जलजीवन मिशन परियोजना की प्रोजेक्ट डिजाइनर टीम में यूनिसेफ की ओर से सलाहकार शामिल रही हैं।

*अभी जल और वातावरण बदलाव पर कार्य कर रही हैं। इनका कार्य क्षेत्र गुजरात राजस्थान महाराष्ट्र उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में व्यवस्थित चल रहा है।यूनिसेफ द्वारा गुजरात राज्य के लिए एसडीजी 6 रोड मैप का मसौदा तैयार किया था।

* संयुक्तराष्ट्र की ओर से पब्लिक पॉलिसी स्ट्रेटेजिक लीड 'जल एवं वातावरण बदलाव व्यवसाय से जुड़ी हैं।

 ** ममता नायक एलएलबी की हुई है। एमएससी जल और वातावरण बदलाव पर कार्डिफ यूनिवर्सिटी (यूके) से की हुई है।

*  2021 में वेल्स (ब्रिटेन)में अंबेडकर युवक संघ की सचिव रहीं। 

*2018 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रहितों पर कार्य किया।

** भारतीय जनता पार्टी में पूर्व महामंत्री (प्रखंड अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद) श्री सत्यपाल कौशिक के साथ भी कार्यक्रमों में हिस्सा लेती रही। 

* 36 वर्षीय ममता नायक के पिता भूपेंद्र कुमार माता कौशल्या देवी रायसिंहनगर नगरपालिका के पार्षद रहे हैं। 

*** इनके दादा स्वर्गीय दुलाराम नायक कांग्रेस के प्रसिद्ध नेता विधायक मंत्री रहे। दुलाराम नायक सन् 1977 और सन् 1980 में रायसिंहनगर से दो बार विधायक चुने गए तथा 1980 में कैबिनेट मंत्री बने।*1987 में राजस्थान की 20 सूत्री कार्यक्रम सलाहकार समिति में अध्यक्ष रहे।*

**रायसिंहनगर की मूल निवासी अभी जयपुर और दिल्ली में सक्रिय हैं और भाजपा के उच्च नेताओं से लगातार संपर्क में है। ०0०

14 मार्च 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकारिता 60 वर्ष का अनुभव एवं राजनीतिक लेखक व समीक्षक.

( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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मंगलवार, 12 मार्च 2024

बड़ों के अतिक्रमण तोड़ने की चैलैंजिग घोषणा और प्रशासन का ठंडा मूड

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 12 मार्च 2024.

पूर्व विधायक रामप्रताप कासनिया और नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने 20 फरवरी 2024 को बड़े लोगों के अतिक्रमण तोड़ने की घोषणा की थी उसके जल्दी ही शुरू होने की कोई उम्मीद नहीं है। बड़ों के अतिक्रमण मतलब बिजली पानी और सुविधाओं से पूर्ण बड़े मकान, बड़े नोहरे हैं जो बड़े राजनेताओं की शह पर निर्मित हैं और उनका राज चलते नगरपालिका प्रशासन ने उधर देखा तक नहीं।

* नगरपालिका प्रशासन ईओ पूजा शर्मा का मूड तो अभी बाजारों में सड़कों पर सामान के अतिक्रमण को हटाने का भी नहीं है। ईओ सूरतगढ़ निवासी है। सूरतगढ़ में अत्यधिक सक्रिय ईओ चाहिए। ईओ का ढीला प्रशासन रहा तो लोकसभा चुनाव के बाद राज वाले ही बदली करवा देंगे। ईओ पूजा शर्मा ने 20 फरवरी 2024 को कार्यभार ग्रहण किया था। उसके बाद शहर में साफ सफाई बाबत कोई परिवर्तन नजर नहीं आया है। बाजारों में दुकानों के निर्माण में धांधली चल रही है।

* अतिक्रमण हटाने का मूड बने या नहीं बने लेकिन  अतिक्रमणों की सूची तो तैयार की जानी चाहिए लेकिन अभी तो वह भी तैयार नहीं है। पुलिस जाब्ता मिलने पर अतिक्रमण हटाने की एकदम से कार्यवाही होती है। 

** पूर्व विधायक रामप्रताप कासनिया और नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने 20 फरवरी को बड़ों के अतिक्रमण तोड़ने का बयान दिया तब उनके अनुसार नगरपालिका प्रशासन ईओ इंजीनियर व स्टाफ को पक्की तैयारी करनी चाहिए।

*** बाजारों के अतिक्रमण हटाने से पहले सुबह ही पालिका कर्मचारियों की टीमें हों जो दुकानों के बाहर सामान रखने ही नहीं दे। लेकिन सख्ती के बिना अतिक्रमी मानते नहीं।

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सोमवार, 11 मार्च 2024

शराब में टुल धूप में मर न जाए :कहानी करणीदानसिंह राजपूत.

 

सूरतगढ़ के रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के ठीक सामने दोपहर धूप में एक जवान शराब में टुल हुआ दुकानों के आगे पड़ा था। मुंह से लार गिरती और मखियां होठों पर भिनभिनाती हुई। नशेड़ी को मालुम ही नहीं। लोगों को तेज धूप लग रही थी ।  मगर उसको सुध ही नहीं थी।

लोगों ने देखा धूप में मर जाएगा।

* एक दुकान का नौकर एवं कुछ टैंपो वालों ने नशेड़ी के हाथ पांव पकड़ कर उठाया और पास मे लगे अस्थाई  रैनबसेरे के तंबू की छाया में लिटा दिया। कम से कम धूप में मरेगा तो नहीं। नशेड़ी बेसुध था। इंसानियत जिंदा है सो लोगों ने उसे  छाया में ले जाकर धीरे से सुला दिया, पटका नहीं।०0०


11 मार्च 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार द्वारा अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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सूरतगढ़ में बवासीर अर्श भगन्दर का निशुल्क चिकित्सा शिविर

 






* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 11 मार्च 2024.

आयुर्वेद विभाग राजस्थान सरकार, उपखण्ड प्रशासन व महावीर इन्टरनेशनल, सूरतगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में विशिष्ट संघटक योजना के अन्तर्गत चौपड़ा धर्मशाला, सूरतगढ़ में आज दिनांक 10 मार्च 2024 रविवार से संस्था के सातवें दस दिवसीय आवासीय निःशुल्क बवासीर (अर्श, भगन्दर) शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा भगवान धनवन्तरि के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित व पूजा अर्चना कर किया गया। अतिथि के रूप में उपस्थित नगर पालिका सूरतगढ़ के अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने आयुर्वेद विभाग द्वारा आयोजित इस शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील करते हुए महावीर इंटरनेशनल के सेवा कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि डॉक्टर भगवान का रूप होता है, और रोग के बारे में बताने में किसी तरह की शर्म शंका नहीं करनी चाहिए। पुलिस थाना सूरतगढ़ सिटी के थानाधिकारी सुरेश कस्वां ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज हर कोई रोग से तुरन्त निदान चाहता है,  जबकि हमारी पुरानी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से रोग जड़ से समाप्त होता है। 


आयुर्वेद विभाग के बीकानेर संभाग के अतिरिक्त निदेशक डॉ घनश्याम रामावत ने कहा कि मनुष्य के जन्म के साथ ही प्रकृति ने उसके लिए आवश्यक औषधियां भी पैदा की हैं और हमारे रसोई घर में बहुत सारी औषधियां मौजूद हैं। उचित आहार-विहार, विचार से हम पूर्णतया स्वस्थ रह सकते हैं। कार्यवाहक ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुभाष महर्षि ने रोग निवारण में आयुर्वेद पद्धति की सराहना करते हुए आयुर्वेद विभाग व संस्था का आभार व्यक्त किया। पूर्व पालिका अध्यक्ष परसराम भटिया ने महावीर इंटरनेशनल सूरतगढ़ केन्द्र द्वारा समाज हित में किये जा रहे सेवा कार्यों की प्रशंसा की। शिविर संयोजक चन्द्र सिंह चौधरी ने क्षार सूत्र द्वारा शल्य चिकित्सा के बारे में बताते हुए कहा कि जांच में जितने भी रोगी ऑपरेशन योग्य पाये जाएंगे, उन सभी के ऑपरेशन किए जाएंगे।

 महावीर इंटरनेशनल के बीकानेर सम्भाग  के सम्भागीय अध्यक्ष वीर संजय बैद ने संस्था एवं शिविर के बारे में अन्य जानकारियां दी। अध्यक्ष वीर दिलीप मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया। 

अतिथि के रूप में आयुर्वेद विभाग श्रीगंगानगर के कार्यवाहक उप निदेशक चरणजीत सिंह भाटी, महावीर इंटरनेशनल के गवर्निंग काउंसिल सदस्य वीर सत्यनारायण झंवर भी उपस्थित रहे। मंच संचालन वीर विकास पारीक ने किया।

 परियोजना निदेशक रमेश कुमार शर्मा, विजय सावनसुखा व धनराज नौलखा के अनुसार शिविर के प्रथम दिन 84 रोगियों का पंजीयन किया गया। शिविर प्रभारी डॉ जितेन्द्र सिंह राठौड़ के अनुसार रोगियों के भर्ती का कार्य सोमवार को भी जारी रहेगा। सोमवार शाम से ऑपरेशन आरंभ हो जाएंगे। शिविर में चिकित्सकीय स्टाफ में डॉक्टर राजेश कनवाड़िया, डॉक्टर जय किशन, डॉ रेणु बाला, डॉक्टर रेणु वर्मा, नर्सिंग स्टाफ सोहनलाल ढ़ाका, सोहनलाल सिंवर, सुमित्रा कंवर, सरोज रानी, सुभाष चंद्र थोरी, कुलविन्द्र कौर एवं परिचारक गोविंद सिंह, विजय कुमार, ओम प्रकाश, पंकज कुमार अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

सचिव वीर राजेश वर्मा के अनुसार शिविर में सिंग्ल यूज प्लास्टिक पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। समाजसेवी रमेश चन्द्र माथुर, सरदार तारा सिंह, शेरसिंह, रिड़मल सिंह सिंह चौहान, राजकीय महाविद्यालय सूरतगढ़ के रोवर, रेंजर व संस्था के सभी सदस्य भी शिविर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।०0०

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