शनिवार, 30 सितंबर 2023

सूरतगढ: आप की ताकत:फिलहाल भाजपा कांंग्रेस बसपा से बहुत कम


* करणीदानसिंह राजपूत *

आम आदमी पार्टी की ताकत 2018 से 5 साल में 2023 तक बढी हुई और मजबूत नजर नहीं आ रही। आप को 2018 के चुनाव में सत्य प्रकाश को 747 वोट ही मिले थे। एक हजार वोट भी नहीं मिले थे। उस समय भाजपा ने 69,032

इंडियन नेशनल कांंग्रेस ने 58,797 और 

बसपा 55,543 वोट प्राप्त किए थे। पांच साल में  स्थिति कोई बहुत बदली नहीं है। प्रदेश स्तरीय नेता पदाधिकारी हैं लेकिन उनका संपर्क नहीं और कांंग्रेस राज के विभागों में फैले भ्रष्टाचार के विरुद्ध कोई काम नहीं है। परमजीत सिंह बेदी पहले भी विधानसभा का चुनाव समाजवादी पार्टी से लड़ चुके हैं। आप में वे कितने ताकतवर हुए हैं वह एक अक्टूबर की आम सभा की उपस्थिति से मालुम होगा। फिलहाल उनको रिलेशन बैंक में खाता खोलना चाहिए। निजी संपर्क भी बढाने चाहिए।०0०






















सूरतगढ:शहीद उधमसिंह की प्रतिमा का अनावरण एक अक्टूबर को.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 30 सितंबर 2023.

 शहीद उधम सिंह मार्ग सूरतगढ़ पर शिरोमणि शहीद उधम सिंह की प्रतिमा स्थापित की गई।

प्रतिमा का अनावरण 1 अक्टूबर 2023 को 10:00 बजे बाबा ब्रह्मदास जी डेरा बाबा भूमणशाह संघर सादा द्वारा किया जाएगा।

    कार्यक्रम में गंगाजल मील पूर्व विधायक, परसराम भाटिया अध्यक्ष नगर पालिका सूरतगढ़,हनुमान मील, बनवारी लाल मेघवाल पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष विशिष्ट अतिथि होंगे।

शिरोमणि शहीद उधम सिंह मंच के अध्यक्ष सरदार त्रिलोचन सिंह चंदी के  उद्बोधन से कार्यक्रम का शुभारंभ होगा। मूर्ति अनावरण के बाद प्रसाद वितरण किया जाएगा।

               (सुरजीत सिंह संधा)

*******










सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जातिगत मतदाता अनुमानित संख्या.

 





 * करणीदान सिंह राजपूत *


सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विभिन्न जातियों के मतदाताओं की संख्या का अनुमानित आंकड़ा यहां दिया जा रहा है। अनुमानित आंकड़े अधिकृत नहीं होते इसलिए जरूरत हो तो अपने सूत्रों से सूचना एकत्रित की जानी चाहिए।

चुनाव के इच्छुक राजनीति नेताओं,टिकटार्थियों, चुनाव में के रखने वालों और पार्टियों को अपने हिसाब से आकलन करना चाहिए क्योंकि अनुमानित संख्या ऊपर नीचे हो सकती है। 

कुम्हार(प्रजापति),मेघवाल,जाट,ब्रह्मण,स्वामी आदि की संख्या अधिक है।


* सूरतगढ़ क्षेत्र में निम्न अनुमान है।*


1- कुम्हार प्रजापति 39,500.

2- मेघवाल 28,500.

3- जाट 22,500.

4- ब्राह्मण 22,000.

5- स्वामी गोस्वामी 19,000.

6- पंजाबी अरोड़ा खत्री जट सिख कंबोज रामगढिया 18,000.

7- बिश्नोई 14,300.

8- नायक 17,500.

9- राजपूत 10,500.

10- मुसलमान 10,000.

11- मोची,सांसी,वाल्मीकि 6,000.

12- सुथार 4,500.

13-बावरी 4,500.

14- नाथ 4,500.

15- सेन समाज 3,800.

16- भाट 3,800.

17- ओड 3,000.

18- छिंपा 3,000.

19- सोनी 1,800.

20- धाणक  1,800.

21- यादव 1,500.

22. पूर्वांचल समाज 1,900.

 24- मजहबी सिख 4,000.

25- बाजीगर 1,100.

 26- मिरासी 1,200.

27- रेगर खटीक 1,400.

28- लोहार 750.

29- भोपा ढोली 600.

30- धोबी 450.

31-भार्गव 300.

32. पुरोहित राजपुरोहित 400.

33- मीणा 100.

34- गुर्जर  50

35- वैश्य समाज 1,400.

कुल संख्या 2,52,850.

( नये मतदाताओं के जोड़ने की प्रक्रिया चालू है इसलिए अनुमान में परिवर्तन होगा।)

०0०

30 सितंबर 2023.

****







सूरतगढ भाजपा नेता और पार्टी का रिपोर्ट कार्ड शून्य:नया चेहरा लोगों की मांग.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

भाजपा के टिकटार्थी विधायक पूर्व विधायक और अन्य ने गरीब आम लोगों के लिए एक दिन भी काम नहीं किया। यही कड़वा सच्च है। सभी की डायरियां और रिपोर्ट कार्ड कोरे कागज बने हुए हैं। पार्टी के निर्देश पर जो प्रदर्शन धरने कांंग्रेस सरकार के विरूद्ध किए गये वे मजबूरी थे। कांग्रेस के नेताओं ने जो गड़बड़ियां की उनके विरुद्ध विधायक रामप्रताप कासनिया, पूर्व विधायकों राजेंद्र सिंह भादू अशोक नागपाल की ठोस कार्यवाहियां नहीं हुई यहां तक हालत रही कि मुंह सिले हुए रहे। नगरपालिका,राजस्व प्रशासनिक कार्यालयों, पुलिस व्यवस्था पर कोई नेता आम लोगों गरीबों के साथ खड़ा नजर नहीं आया। नगरपालिका में तो बड़े नेता अपने निजी हितों और जमीनों कालोनियों के कारण सरेंडर जैसी हालत में रहे। कालोनियों के फर्जीवाड़े उठते रहे लेकिन अपनी औलादों की पार्टनरशिप के कारण भ्रष्टाचार में सहयोगी रहे। बड़े नेताओं की औलादों की कालोनियों के भ्रष्टाचार में सहयोग हो,नेता चुप हों,मंडल भी दड़बे में घुसा रहे कांग्रेस से डर रहा हो तब ऐसे हालात में डायरियां और रिपोर्ट कार्ड में शून्य नहीं होगा तो क्या ?

👍 विधायक रामप्रताप कासनिया की मनमानी से भाजपा की सत्ता नगरपालिका और पंचायत समिति से खत्म हो गई। राजेंद्र सिंह भादू और अशोकनागपाल भी चुप रहे। मंडल मोर्चे भी चुप रहे। अब ये बड़े नेता और चुप पड़े रहे कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट मांग रहे हैं की भाजपा को जिताएंगे कमल खिलाएंगे। सर्वे में साफ हुआ की जनता विधायक रामप्रताप कासनिया से बेहद नाराज हैं। भादू नागपाल से भी खुशी नहीं झलक रही। सालों से सोये रहे कुछ पुराने कार्यकर्ता घरों से निकले और टिकटार्थी बन गये। ये बताएं तो सही कि लोगों के साथ कब कब खड़े हुए। 

किसी गरीब के साथ काम कराने साथ में गये। आम लोगों को परेशानियों में भ्रष्टाचार से काम कराने पड़े तब अपने स्वार्थों के कारण मौन रहे। नगरपालिका में तो हालत बदतर  रही। सफाई,सड़कें,रोशनी सब पर मौन। मोदी जी का स्वच्छता मिशन!

* लापरवाही ना लायकी मनमानियों से नगरपालिका और पंचायत हाथ से निकल गयी तो भी उनको संभालना तो था। उन पर नजर भी नहीं रखी। 

* पूर्व जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़ को सभी सूचनाएं मिलती रही मगर मौन रहे। वर्तमान जिलाध्यक्ष स.शरणपालसिंह मान भी सूरतगढ के हैं उनका रिपोर्ट कार्ड डायरी खाली ही है।

* जिले से पार्टी पदाधिकारी रहे,सत्ता में मंत्री रहे सुरेन्द्रपालसिंह टीटी,सांसद निहाल चंद मेघवाल खाली हैं और सूखे भाषण हैं। ये भी चाहते हैं कि टिकट मिल जाए। 

👍 सूरतगढ में सभा सम्मेलनों पर लाख़ों रूपये लगाए गये अपने अपने शक्ति परीक्षण दिखाए गये। धार्मिक कार्यक्रमों से छाने की कोशिशें हुई लेकिन जनता ने टिकटार्थियों का जयकारा नहीं लगाया।

* लोग चाहते हैं बदलाव। लोग चाहते हैं

नया चेहरा। चाहे जाति कोई भी हो। भाजपा को सूरतगढ में कमल खिलाना है तो लोगों की आवाज के साथ ही रहना होगा।

० श्रीगंगानगर जिले की अन्य सीटों गंगानगर, करणपुर रायसिंहनगर में नये चेहरों की चाहत है। पुराने नहीं चाहिए।


30 सितंबर 2023.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

सूरतगढ

94143 81356

*******

















शुक्रवार, 29 सितंबर 2023

सूरतगढ: रमेशचंद्र छाबड़ा और राजेश चड्ढा को साहित्यकार सम्मान घोषित. रिपोर्ट.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 29 सितंबर 2023.

राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर से प्राप्त सूचना के अनुसार सूरतगढ के 2 साहित्यकारों रमेशचंद्र छाबड़ा और राजेश चड्ढा को सम्मानित किया जाएगा। छाबड़ा को अमृत साहित्यकार सम्मान और चड्ढा को विशिष्ट साहित्यकार सम्मान प्रदान किया जाएगा।

प्रदेश के कुल  51 वरिष्ठ साहित्यकारों को  चूरू में आयोजित होने वाले अकादमी समारोह में सम्मानित किया जाएगा। 

 विशिष्ठ साहित्यकार के रूप में सम्मानित साहित्यकार को सम्मान स्वरूप 51 हजार रुपए की राशि भेंट की जाएगी। 


अकादमी द्वारा जारी  विज्ञप्ति -

        "राजस्थान के इक्कावन साहित्यकारों के नाम घोषित हुए अमृत एवं विशिष्ट साहित्यकार सम्मान

पंद्रह को अमृत सम्मान एवं छत्तीस को विशिष्ट साहित्यकार सम्मान

राजस्थान साहित्य अकादमी ने की 2023-24 के वार्षिक सम्मानों की घोषणा


उदयपुर। 27 सितंबर। राजस्थान साहित्य अकादमी इस बार राजस्थान के इक्कावन साहित्यकारों को वार्षिक अमृत सम्मान एवं विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से अलंकृत करेगी। राजस्थान साहित्य अकादमी की मंगलवार को अकादमी में अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण की अध्यक्षता में हुई संचालिका एवं सरस्वती सभा की बैठक में यह सर्वसम्मत निर्णय किया गया। उल्लेखनीय है कि अकादमिक इतिहास में यह अधिकतम श्रेष्ठ को सम्मानित करने का निर्णय है।


इनको मिलेगा अमृत सम्मान:

सम्मानों की जानकारी देते हुए अकादमी सचिव डॉ. बसंत सिंह सोलंकी ने बताया संचालिका-सरस्वती सभा के निर्णय के अनुसार वर्ष 2023-24 के अमृत सम्मान से भागीरथ परिहार कोटा, शंकरलाल स्वामी बीकानेर, देवदत्त शर्मा जयपुर, लक्ष्मी रूपल उदयपुर, शिवनारायण वर्मा कोटा, भवानीशंकर गौड़ उदयपुर, रामप्रसाद शर्मा किशनगढ़, खुर्शीद अहमद शेख उदयुपर, नवल किशोर भाभड़ा अजमेर, संतोष कुमार पंछी सादुलपुर, विनोद सोमानी हंस अजमेर, लक्ष्मण लाल योगी बूंदी, आनंदकौर व्यास बीकानेर, प्रफुल्ल प्रभाकर अजमेर एवं रमेश छाबड़ा सूरतगढ़ को सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अकादमी का अमृत सम्मान पचहतर वर्ष से अधिक की उम्र के उन साहित्यकारों को दिया जाता है जिनको अभी तक अकादमी का कोई भी पुरस्कार नहीं मिला हो। इस सम्मान के तहत इक्कतीस हजार रुपये की राशि दी जाती है। इस बार कुल पंद्रह साहित्यकारों को अमृत सम्मान घोषित हुआ है।


इनको मिलेगा विशिष्ट साहित्यकार सम्मान:

सचिव डॉ. सोलंकी ने बताया कि संचालिका-सरस्वती सभा के निर्णयानुसार वर्ष 2023-24 के विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से बीकानेर मूल के अरुण माहेश्वरी, सरदारशहर के अशोक अनुराग, करौली के असद जैदी, जैसलमेर के ओम प्रकाश भाटिया, जयपुर के कृष्ण कुमार रत्तू, कोटा के किशनलाल वर्मा, जोधपुर के कौशलनाथ उपाध्याय, गुलाबचंद बारासा, ताराराम मेघवाल, संगरिया के गोविंद शर्मा, बीकानेर के प्रमोद चमोली, जयपुर के प्रेमचंद गांधी, बीकानेर के मधु आचार्य आशावादी, चूरू के बनवारी शर्मा खामोश, बाड़मेर के बंशीधर तातेड़, डीग के बृजेंद्र कौशिक, जयपुर के बीएल माली अशांत, बीकानेर के बुलाकी शर्मा, जयपुर के नंद भारद्वाज, कोटा के नरेंद्रनाथ चतुर्वेदी, पीलीबंगा के निशांत, बीकानेर के नीरज दइया, बांसवाड़ा के रमेश चंद्र वडेरा, सूरतगढ के राजेश चड्ढा, बीकानेर की रेणुका व्यास नीलम, भरतपुर के वेद प्रकाश शर्मा वेद, श्रीडूंगरढ के श्याम महर्षि, कोटा के शकूर अहमद, अलवर के शंभू गुप्त, जोधपुर के श्रवण कुमार मीणा, श्रीडूंगरगढ के सत्यदीप भोजक, जयपुर के सूरज पालीवाल, बीकानेर मूल की सरला माहेश्वरी, कोटा के सीएल सांखला, जयपुर के हरदान हर्ष एवं जोधपुर के हरिप्रकाश राठी समादृत किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अकादमी के इक्कावन हजार रुपये के इस सम्मान से प्रांत में दस साल से अधिक साहित्य सेवा कर रहे साहित्यकारों को सम्मानित किया जाता है। इस साल विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से छत्तीस साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा।


अब तक तीन सौ से अधिक साहित्यकारों हो चुके हैं इन सम्मानों से समादृत:

उल्लेखनीय है कि अकादमी द्वारा वर्ष 1968-69 से प्रांरभ विशिष्ट साहित्यकार सम्मान से अबतक 193 साहित्यकार अलंकृत हो चुके हैं। इस वर्ष के और मिलाकर यह संख्या 229 हो जाएगी। वहीं 2002-03 से प्रारंभ अमृत सम्मान से अबतक 75 साहित्यकारों को अलंकृत किया गया है। इस बार के पंद्रह मिलाकर 90 संख्या हो जाएगी। उल्लेखनीय है कि अकादमिक इतिहास में अधिकतम योग्य को समादृत करने का यह बड़ा निर्णय है।


इसी सप्ताह चूरू में होगा समारोह:

अकादमी सचिव डॉ. सोलंकी ने बताया कि वर्ष 2023-24 का पुरस्कार एवं सम्मान समारोह इसी सप्ताह चूरू में प्रस्तावित है। इस समारोह में इन सभी समादृत साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा।०0०

.....................................

सूरतगढ:श्रीभगवान भाजपा में मूल ओबीसी से शक्तिशाली दावेदार.संघ सेवक.( लेटेस्ट)

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 में सूरतगढ़ की पॉपुलर सीट पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से संघ से जुड़े मूल ओबीसी के सक्रिय कार्यकर्ता  श्रीभगवान सेवटा की टिकट दावेदारी से सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में हलचल मची है।

श्रीभगवान सेवटा सन 2016 से जिला कार्य समिति भाजपा के सदस्य हैं। 


👍 10 नवंबर 1982 को जन्मे सेवटा स्नातक तक शिक्षित हैं और छात्र जीवन में भी बहुत सक्रिय रहे हैं। 


👍 सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र से मूल ओबीसी कार्यकर्ता के रूप में टिकट दिया जाता है तो निश्चित दावे से यह सीट भारतीय जनता पार्टी की लगातार तीसरी बार बड़ी जीत हो सकती है। 


* श्रीभगवान सेवटा मूल रूप से सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बीरमाणा गांव के निवासी हैं और वर्तमान में सूरतगढ़ की नंदी शाला के पास किशनपुरा आबादी में बस गए हैं। 


 मूल ओबीसी के लोग सूरतगढ सीट पर काफी हैं जो हर चुनाव को प्रभावित करते रहे हैं। भाजपा में मूल ओबीसी से पहली बार शक्ति रूप में टिकट मांगी गई है। सेवटा का लोकसभा चुनाव सन् 2019 में गुजरात में 2017 से 2019 तक प्रभावशाली रूप से काम किया हुआ है।


श्रीभगवान सेवटा का 26 वर्षों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक रूप में सक्रिय रहना बड़ी उपलब्धि है। इन्हें जो कार्य सौंपा जाता रहा है वह हर समय पूरा करते रहे हैं और यह स्थिति अभी भी है।*भारतीय जनता पार्टी में सामाजिक शैक्षिक संगठनात्मक जुड़ाव जानकारियां 25 वर्षों से अच्छा अनुभव रखते हैं।


👍 सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में गांव गांव में और सूरतगढ के शहर के वार्डों में फैले संघ के स्वयंसेवकों से अच्छा खासा जुड़ाव है। *भाजपा कार्यकर्ताओं में और जनता में अच्छी जानकारी और जुड़ाव रखने के कारण लोग नजदीकी से जानते हैं। 

 

** सेवटा का दावा है कि वे एक अच्छे राजनेता और जनता के हितैषी काम करने वाले व्यक्ति के रूप में भाजपा को और अधिक विकसित करने के लिए आगे भी काम करते रहेंगे। 


* सेवटा की जीवनी में भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करने की राजस्थान से बाहर भी काम करने की अनेक उपलब्धियां है। हरियाणा पंचायत चुनाव 2011 में ऐलनाबाद में चौटाला पंचायत में प्रभारी के रूप में कार्य करने और भाजपा को मजबूत करने में आगे रहे।    राजस्थान विधानसभा चुनाव 2013 में कांग्रेस

 कार्यकर्ताओं को भारतीय जनता पार्टी से जोड़ने का विशेष प्रयास श्रीगंगानगर जिला और जयपुर के झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के निर्देश के अनुसार किया।  दोनों स्थानों पर पार्टी को मजबूती मिली। फतेहपुर सिकरी विधानसभा के प्रभारी के रूप में विधानसभा चुनाव में पार्टी के पक्ष में प्रचार प्रसार करते हुए भाजपा उम्मीदवार को विजयश्री दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 


सेवटा कांग्रेस की नीति रीति से बहुत पहले से नाराज है।  उनका दावा है कि वे राष्ट्र को समर्पित संघ के शिविर में स्वयं और 10 अन्य बाल सेवकों को लेकर गए थे। सन 2001 में उनके विरुद्ध कार्यवाही हुई। स्कूल से 11 बालकों का निष्कासन हुआ और उस पर सक्रिय विरोध किया तब संबंधित प्रधानाचार्य को क्षमा मांगनी पड़ी थी। 


* कॉलेज शिक्षा के समय भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को सक्रिय करने में विशेष योगदान दिया जिसमें सूरतगढ़ के राजकीय महाविद्यालय में किया हुआ कार्य भी प्रमुख रहा है।  

* श्री भगवान सेवटा वर्तमान में अखिल भारतीय प्रजापति ( कुंभकार) संघ राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं जिसके तहत  श्रीगंगानगर की लगभग सभी विधानसभाओं में हजारों कार्यकर्ताओं को आजीवन सदस्य बनाया गया है और भारतीय जनता पार्टी से विशेष रूप से जोड़ा गया है। सेवटा को कुम्हार समाज का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मूल ओबीसी का भरपूर  समर्थन प्राप्त है। 


* सेवटा कहते हैं कि वह भारतीय जनता पार्टी के अनुशासित सिपाही हैं और भारतीय जनता पार्टी के राज्य और राष्ट्रीय स्तर के द्वारा सौंपे गए कार्यों में आगे रहे हैं तथा बढचढ कर हिस्सा लिया है। पार्टी के प्रति विश्वास और उत्साह है।


👍 उनका दावा है कि सूरतगढ़ से उनको आगामी चुनाव 2023 में प्रत्याशी बनाया जाता है तो भाजपा बहुत अधिक मतों से जीत सकती है। भारतीय जनता पार्टी सूरतगढ़ से 2013 और  2018 में जीती हुई है। इससे पहले 2003 में भाजपा जीती हुई है। केवल 2008 में ही कांंग्रेस एक बार जीती थी।

* श्रीभगवान सेवटा और भारतीय जनता पार्टी 2023 में भी सूरतगढ़ सीट जीतने का दावा करते हैं। ०0०


29 सितंबर 2023.


करणीदानसिंह राजपूत,


पत्रकार,


( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)


सूरतगढ ( राजस्थान )


94143 81356.


********













गुरुवार, 28 सितंबर 2023

शहीद भगतसिंह की पूरी प्रतिमा लगाने की घोषणा पालिकाध्यक्ष भाटिया ने की:सूरतगढ.

 








* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 28 सितंबर 2023.

शहीद भगतसिंह की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में नगरपालिका अध्यक्ष परसराम भाटिया ने भगतसिंह चौक पर पूरी प्रतिमा लगाने की घोषणा की। भाटिया ने कहा कि चुनाव की आचार संहिता के बाद में वे नगरपालिका बजट से प्रतिमा लगाने का प्रयास करेंगे। यदि पालिका में बजट उपलब्ध नहीं होगा तो अपने निजी राशि से प्रतिमा लगवाएंगे। वरिष्ठ पत्रकार करणीदानसिंह राजपूत ने सभी क्रांतिकारियों महापुरुषों पूरी प्रतिमा लगाने का आग्रह अपने भाषण में किया। उन्होंने कहा कि सभी चौकों पर जब भी लगे पूरी प्रतिमा लगे और जहां आधी प्रतिमाएं लगी है और हाथ नहीं है, उनके पुनरूद्धार में पूरी प्रतिमा लगाई जाए। सूरतगढ में भगतसिंह की आधी प्रतिमा है। भगतसिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया और पुष्प चढाए गये। चौक पर आयोजित कार्यक्रम में शहीद भगतसिंह के चित्र पर माल्यार्पण पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया। भगतसिंह और भारतमाता जिंदाबाद के नारे लगाए गए।

इस अवसर पर पूर्व विधायक अशोकनागपाल,महावीर प्रसाद भोजक,मदन ओझा, बलराम वर्मा ने भी वक्तव्य दिए। शहीद भगतसिंह के जीवन पर बोला गया।

कार्यक्रम में अनेक लोगों ने भाग लिया।

पूर्व संध्या 27 सितंबर को भगतसिंह चौक पर दीप प्रज्ज्वलित किए गये। महावीर भोजक,मदन औझा,सुमन मील,मकसूद पठान, पूर्विका भोजक,सतीष सैनी,जगमोहन शर्मा, गौरवी औझा,केदार औझा ने दीप जलाए।०0









सूरतगढ स्टेशन का अमृत योजना में नया रूप देने को पुराना हटाना, नया बनाना शुरू

 






* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 28 सितंबर 2023.

 सूरतगढ रेलवे स्टेशन अमृत योजना के तहत नया रूप देने के लिए पुराना बहुत हटाया जा रहा है। नया निर्माण भी किया जा रहा है।







 रेल जिला संयुक्त रेल विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ललित किशोर शर्मा ने बताया कि मुख्य द्वार,भवन,प्लेटफार्म आदि सभी को नया रूप प्रदान किया जाएगा। यात्री सुविधाओं का भी विस्तार होगा। समिति समय समय पर यात्रियों की सुविधाओं और रेलों के विस्तार की मांग करती रही है।०0०

 करणीदानसिंह राजपूत

पत्रकार, सूरतगढ.

94143 81356.

*******






बुधवार, 27 सितंबर 2023

सूरतगढ:भाजपा:अशोक नागपाल को टिकट का भरोसा:2003 से 8 तक रहे विधायक.

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

अरोड़वंश और पंजाबी बिरादरी में श्री गंगानगर जिले में प्रसिद्ध कांंग्रेस राज में संसदीय सचिव रही विजयलक्ष्मी बिश्नोई को 2003 में रिकॉर्ड मतों से हराकर 2008 तक विधायक रहे अशोक नागपाल को भरोसा है कि 2023 में पार्टी उन्हें टिकट देकर सूरतगढ से चुनाव में खड़ा करेगी।

नागपाल पार्टी के इशारे पर शांत रहे।2008,2013 और 2018 में टिकट मांगी, लेकिन पार्टी के निर्देशों का पालन करते रहे। जिलाध्यक्ष पद पर रहे। वर्तमान में भाजपा की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य हैं। 

* इस बार संपूर्ण क्षेत्र में नयी आवाज़ उठी है नये चेहरे की। नागपाल को भरोसा है कि बदलाव होता है तो उनको टिकट मिलेगी। 

* नागपाल को यह भी भरोसा है कि वे कांग्रेस प्रत्याशी से 20 हजार अधिक वोटों से जीत सकते हैं। 

* सन् 2003 में जब विधायक बने तब अपने कार्यकाल में अनेक काम करवाए। सूरतगढ तहसील क्षेत्र में करीब एक हजार किसानों को जमीन का पुख्ता आवंटन कराया। भाजपा सरकार की योजनानुसार बारानी कृषि भूमि का निशुल्क आवंटन कराया। 

* 2018 में अमित शाह ने विडिओ वार्ता कर तीन विधानसभा क्षेत्रों सूरतगढ रायसिंहनगर अनूपगढ़ में अरोड़ा बिरादरी से संपर्क कर आम लोगों से जुड़कर सीटें जिताने की ड्युटी लगाई। नागपाल ने काम किया और समय बहुत कम मिला फिर भी काम किया। तीनों सीटें भाजपा ने जीती।

* नागपाल को विश्वास है की पार्टी के निर्देश पर हर कार्य किया और आम लोगों से सभी बिरादरियों में अच्छा संपर्क है इसलिए वे सूरतगढ में कमल खिलाने में सफल होंगे।०0०

27 सितंबर 2023

*******










मील कालवा की लड़ाई निजी दुश्मनी की ओर बढ रही





* करणीदानसिंह राजपूत *

अतिक्रमण तोड़ो अब अभियान नहीं रहा और सैंकड़ों अतिक्रमणों बड़े बड़े नोहरों के होते एक दो पर नगरपालिका के मारफत कार्यवाही हो तब उसकी चर्चा होती है। डिग्री कालेज के पीछे अतिक्रमण का तोड़ा जाना ओमप्रकाश कालवा का होना बताया जाना से लगता है कि मनमर्जी से कुछ तोड़ो अधिक छोड़ो। नगरपालिका से जो कार्यवाहियां करवाई जा रही है उससे लगता है कि अब ये मील और कालवा की निजी दुशमनी की ओर बढ रही है जो दोनों ओर समझदार लोगों के बीच नहीं होनी चाहिए। अब नवम्बर 2023 में चुनाव है और मील को चुनाव लड़ना है तो अच्छे तरीके से लाभ हानि का सोच कर ही हर कदम आगे बढाना चाहिए। चुनाव आचार संहिता 7 या 10 अक्टूबर 2023 को लगने की संभावना है। यानि कि मील इस 10 दिन तक चाहे जो करवालें लेकिन इससे चुनाव के ठीक पहले लोगों को नाराज करना है। मील से इस तरह की कार्यवाहियां कराने वाले मील को उलझा रहे है। मील के मारफत अपनी रड़क निकलो। 

13 एसडी सरपंच श्रीमती पपली से उलझन बढ रही थी कि यह नयी उलझन कालवा से हो गयी। 

* मील का पैट्रोल पंप क्या एकदम सही जगह पर बना है? अब इसकी खुसरफुसर शुरु है। कालवा का तोड़ दिया मील अपने को संभाले। कालवा चुप रहेगा? मील को पहले अपने चुनाव की राजनीति पर ध्यान रखना था क्या कोई भटका रहे हैं? कुए में छलांग लगाने का काम। कालवा तो सीवरेज मामलों में फंसा सस्पैंड हो गया। एक केस ही बहुत था।

* मील और नगरपालिका चैयरमैन को एक अतिक्रमण दिखाई दिया। लेकिन रेलवे रोड पर सड़क के ठीक बीच में लगने वाली दुकानों के अतिक्रमण नही दिख रहे। नवंबर 2022 से अनेक बार लिखा गया। 13 जुलाई को वाट्सएप और 20 जुलाई को नगरपालिका में कालूसेन को ओरिजनल पत्र दिया गया। एस आई को मार्क हो गया। ढाई महीने और बीत गये। दुकानों के आगे सामान नहीं रखने का सहमति पत्र संस्थाओं के पदाधिकारियों ने 21 सितंबर 2022 को दिया। ये अतिक्रमण मील और भाटिया को हटाने चाहिए या नहीं? परसराम भाटिया कौ लिखित और सहमति पत्र की फोटो स्टेट दी गई लेकिन इस पर काम नहीं हुआ। सड़क के बीच में सब्जी दुकानों के कारण सड़क 8 फुट की रहती है जहां से निकलना महिलाओं के लिए मुश्किल होता है। सड़क जाम हालत में रहती है। कांग्रेसी पार्षदों को वहाँ शाम को पहुंच कर मौका देखने के लिए छापा गया लेकिन एक भी देखने नहीं पहुंचा। अब मील हनुमान स्वयं ही देखलें। अध्यक्ष भाटिया के लिए सफाई आदि केवल चार पांच दिन का ही काम था। काम तो स्टाफ को ईओ को करना था। आखिर ये अतिक्रमण नहीं हटाने के पीछे क्या गड़बड़ है? सड़क का किराया ऊचंती कौन ले रहा है जिस पर मील और भाटिया की पकड़ नहीं हो रही। बाजार सड़कें नाले साफ सुथरे रखना नगरपालिका की पहली जिम्मेदारी है। अध्यक्ष के पद पर परसराम भाटिया को 2 माह पूरे हो रहे हैं। आदेश ईओ को देने और खुद को कैवल निरीक्षण ही करना है। 

* अब मील खुद देखें की सुधार करना है या ऐसे ही हालात रखने हैं। सड़क सुरक्षा की केवल बातें करनी है।

 नगरपालिका में सड़क पर सड़क सीमेंट कंक्रीट, डामर रोड पर इंटरलॉकिंग टाईल्स की बिना लेवल की सड़कें बंद करवाएं जो खुला भ्रष्टाचार है। मील खुद मानते हैं कि इंटरलॉकिंग भ्रष्टाचार है। निर्माण कार्यों पर इंजीनियर, सुपरवाइजर निशान देने, निरीक्षण करने नही रहते। ठेकेदार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं कि निर्माण कैसे करना है

👍 आखिर में फिर वही बात कि मील और कालवा की लड़ाई निजी दुशमनी की ओर बढ रही है। मील चुनाव में नये नये फ्रंट नहीं खोलने की समझदारी करें। 

०0०

27 सितंबर 2023.

*** 














सोमवार, 25 सितंबर 2023

भ्रष्टाचार और क्या होता है? अच्छी डामर सड़क पर इंटरलॉकिंग सड़क: कांंग्रेस की कब्र.

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 25 सितंबर 2023.

नगरपालिका में कांग्रेस का बोर्ड। परसराम भाटिया अध्यक्ष हैं। सड़क पर सड़क बनाई जा रही है। डामर रोड अच्छी दशा। जहां क्षतिग्रस्त वहां मरम्मत होती और रिकारपेट होता। सड़क की ऊंचाई नहीं बढ़ती। डामर रोड पर इंटरलॉकिंग टाईल्स लगाकर नयी सड़क का निर्माण और वह भी कोई लेवल नहीं। ऊंचाई अधिक होने और कुछ घर हड़क से नीचे होंगे जिनमें बरसात में गंदगी गंदा पानी घरों में घुसेगा। पीड़ा तो उनको जिनका घर नीचे होगा। सड़क पर सड़क बनाई जाए तो फिर और भ्रष्टाचार क्या होता है? नगरपालिका प्रशासन में कौन कौन लिप्त हैं जो डामर रोड पर इंटरलॉकिंग सड़क बना रहे हैं। कांंग्रेस के आका यह करवा रहे हैं। देख चुके। अध्यक्ष को इस घोटाले पर रोका नहीं। आखिर इसकी भी कभी तो जांच होगी, सीवरेज पेमेंट घोटाले की तरह। फिर कौन कौन भागते फिरेंगे। मुकदमा चाहे एसीबी में बने चाहे पुलिस में।चाहे प्रशासनिक जांच में आफत आए। 

अध्यक्ष, ईओ जिसने सूचना पर भी रोका नहीं, इंजीनियर, भुगतान करेंगे वो और जो भुगतान लेंगे। यह केवल एक वार्ड नं 32 का ही मामला है। और वार्डों में भी हो रहा है। राजनीतिक दल उनके नेता पदाधिकारी यह भ्रष्टाचार देख रहे हैं। ऐसे काम और भ्रष्टाचार ही तो यहां कांंग्रेस की कब्र खोद रहे हैं। इसमें जाएंगे वे भी देख रहे हैं। 

* ऊंचे मकानों वालों के तो सड़कों को ऊंचा उठाने से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन जिनके घर नीचे होते हैं ऊनके फर्क पड़ता है। घरों को ऊंचा उठाना नया निर्माण आसान नहीं होता। 25 -30 लाख रू लगते हैं। वे कहाँ से लाएं इतनी बड़ी रकम। हर बार सड़क ऊंची उठेगी। न्यायालय के आदेश हैं कि नयी बनाने से पहले पुरानी को उखाड़ो ताकि लेवल ऊंचा और ऊंचा नहीं होता जाए।

* वार्ड नं 32 के मामले में शुरू होते ही 1 सितंबर को शनिवार को ईओ जगमोहन हर्ष को वाट्सएप मैसेज किया गया। अगले दिन 2 सितंबर को जिलाकलेक्टर को मेल किया गया। बाद में कलेक्टर के यहां वह कापी पहुंचादी गयी। इनके क्या निर्देश रहे। या निर्देश माने नहीं गये?


🎂* नगरपालिका में मील के निर्देश पर काम होते व नहीं होते,अतिक्रमण हटते हैं।नगरपालिका के अधिकारी कर्मचारी अभी तो किसी की भी सुन नहीं रहे।लेकिन बाद में बहुत परेशान होंगे। 

*इंटरलॉकिंग के भ्रष्टाचार में मील ही बदनाम हो रहे हैं, मील इस सीधे नुकसान को भी देख नहीं रहे हैं। चुनाव भी लड़ने की ऐसी तैयारी नजदीकी लोग करवा रहे हैं। आचार संहिता लगने से पहले का गंभीर काल चल रहा है। लोगों के नुकसान को बचाएंगे तो ही मील का नुकसान बच पाएगा ०0०

*****







रविवार, 24 सितंबर 2023

पालिकाध्यक्ष परसराम भाटिया से पूछे गये तीखे सवाल पर सवाल: जानिए जवाब क्या मिले?

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 24 सितंबर 2023.

नगरपालिका अध्यक्ष परसराम भाटिया से लोगों ने सवाल पर सवाल किए जिनमें तीखापन भी था लेकिन हर सवाल का जवाब दिया। सभी सवालों का जवाब हंसते हुए सहज भाव में दिया लेकिन एक सवाल पर उत्तेजित भी हुए। शहर के अनेक सवाल लोग पूछ नहीं पाए,समय की कमी रही।

नगरपालिका के काम काज व्यवस्था को लेकर लोगों में गुस्सा और असंतोष भरा है लेकिन भाटिया को फिलहाल 60 दिन के लिए ही अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया है। इस काल अवधि में जो किया वो बताया। 

* रेलवे रोड पर सड़क के बीच में दो तीन दुकानदारों और स्टर से बाहर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों पर सवाल हुए और सख्त कार्यवाही की मांग हुई। इंजीनियर रमेश चंद्र माथुर ने रेलवे रोड के बीच मे सब्जी दुकाने और सड़क पर अतिक्रमण का सवाल किया कि सड़कों पर से निकलना मुश्किल होता है।

* अध्यक्ष ने कहा कि अतिक्रमण पर सख्त कार्यवाही होगी। सामान भी जब्त होगा। सामान उठाते वक्त खराबी भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि सख्त कार्यवाही होगी लेकिन कोई भी सिफारिश लेकर मत आना।

* सफाई नालों नालियां और करणी माता मंदिर के पास का नाला जो अधूरा पड़ा है पर सवाल हुए। समुचित उत्तर दिए। नाले निर्माण वाला ठेकेदार काम छोड़ गया। किसी दूसरे से काम शुरू  करवाने का कहा गया।

* टायलेट्स की साफ सफाई,महिलाओं के लिए सुविधा न होने की बात भी उठी। नये टायलेट्स बनाने का आग्रह भी हुआ। स्थल चुनने की बात हुई। 

* पार्किंग स्थल,बडोपल रोड ओवरब्रिज की हालत पर भी सवाल हुए। स्पीड ब्रेकर, गड्ढों,पर सवाल हुए। स्पीड ब्रेकर पहले के निर्मित बताए। लाईट सुधार का सवाल भी उठा। 

* इंदिरा सर्कल, एपेक्स हास्पिटल के आगे की सड़क क्षतिग्रस्त होने के सवाल भी उठे। भाटिया ने कहा कि सीवरेज के गड्ढे,चैम्बरों के ऊंचे नीचे ढक्कन सही करवाए हैं और यह कार्य चल रहा है। 

* सीवरेज घोटाले और ओमप्रकाश कालवा के निलंबन का विस्तृत ब्यौरा दिया। कालवा पर इस मामले में दर्ज पुलिस मुकदमे का भी वर्णन किया। यह भी बताया कि यह घोटाला श्रीमती काजल छाबड़ा के अध्यक्ष काल में हुआ। एकदम खुलासा किया।*(काजल छाबड़ा 2014 से 2019 तक अध्यक्ष रही। भाजपा का बोर्ड था। )

* सड़कों नालियों के निर्माण का ब्यौरा भी दिया। किसी ने भी बिना लेवल और इंटरलॉकिंग भ्रष्टाचार पर सवाल नहीं किए।

* पशुमुक्त शहर का मामला उठा कि सड़कों पर घूम रहे गौवंश से दुर्घटनाएं हो रही है। अध्यक्ष ने बताया कि इनको नंदीशाला और गौशालाओं में भिजवाने के लिए ठेका देंगे। 

* पट्टों बाबत भी सवाल हुए। बताया गया कि 791 पट्टे उनके कार्यकाल में जारी हो चुके हैं। कार्यालय की व्यवस्था सुधारने की बात भी उठी।  कितने पार्षद ठेकेदारी में कर रहे हैं। 

* शहर में गंदा पानी वितरित होने का सवाल सुमन मील ने रखा। बताया गया की पीएचईडी अधिकारी को भी बुलाएंगे और यह बात रखी जाएगी। मेडिकल स्टोर वालों के लिए कालोनी की मांग पवन तावणिया ने की,कहा पत्रकार कालोनी की तरह उनकी भी कालोनी दी जाए।( उनको मालुम नहीं की पत्रकार कालोनी नहीं बनी है। पत्र लिखने के बावजूद जयपुर से नियम ही नहीं मंगवाए।) 

* हरिमोहन ने पूछा कि कबूतर फंड या सिस्टम का पैसा कमीशन चालू है क्या? आपने कितना लिया? परसराम भाटिया ने हंसते हुए जवाब दिया कि अभी तक तो नहीं लिया।






* प्रेस क्लब अध्यक्ष हरिमोहन सारस्वत ने बताया कि जिला कलेक्टर तक के स्तरीय अधिकारियों को भी संवाद कार्यक्रम में आमंत्रित किया जाएगा। 

* शहर के गणमान्य नागरिक आए। विभिन्न संस्थाओं से संबंधित आए। विशेषकर चार महिलाएं भी आईं और उन्होंने अपनी बात भी रखी। एडवोकेट श्रीमती पूनमशर्मा, श्रीमती रजनी मोदी,श्रीमती सुमन मील ( जेजेपी के राजस्थान अध्यक्ष पृथ्वीराज मील की पत्नी),प्रेस क्लब की आशा शर्मा। इन सबके सवालों का जवाब भी दिया गया।

प्रेस क्लब की ओर से नगरपालिका अध्यक्ष परसराम भाटिया को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रेस क्लब के सचिव राजेंद्र जैन (पटावरी ) ने सभी भाग लेने वाले गणमान्य को धन्यवाद दिया। ०0०

*****















यह ब्लॉग खोजें