शुक्रवार, 30 सितंबर 2022

गंगाजल मील नगरपालिका अध्यक्ष ओम कालवा और उपाध्यक्ष सलीम कुरैशी को हटाए

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 30 सितंबर 2022.

नगर पालिका कार्यालय और शहर में घटी घटनाओं और बोर्ड की कार्य करने की नीति से जो हालात बने हैं उसे देखते कांग्रेस पार्टी को पालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा और उपाध्यक्ष सलीम कुरेशी से त्यागपत्र मांग लेना चाहिए। नए अध्यक्ष और नए उपाध्यक्ष का चुनाव करवाना चाहिए।

नगर पालिका में राज्य सरकार के निर्देशानुसार अभियान में कार्य करने में जबरदस्त ढील रही। लोग अपने कामों के लिए चक्कर पर चक्कर लगाते रहे हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता ही नाराज हुए और यह नाराजगी किसी भी स्तर पर दूर नहीं हो पाई। 

ओमप्रकाश कालवा और उपाध्यक्ष सलीम कुरैशी ने 2 दिसंबर 2019 को कार्य ग्रहण किया था।उस दिन समारोह में पूर्व विधायक गंगाजल मील और पीसीसी सदस्य हनुमान मील की उपस्थिति में अध्यक्ष ने शहर को चमन बनाने की घोषणा की थी। आज 2 साल और 10 महीने के बाद यह यह प्रश्न शहर के सभी 45 वार्डों में पूछा जा रहा है कि शहर को गंदा बनाने टूटा फूटा बनाने का अभियान ही चमन बनाना है तो ऐसे चमन की कोई आवश्यकता नहीं है।

 2 दिसंबर 2019 को समारोह में पूर्व विधायक गंगाजल मील और हनुमान मील ने भी जनता को विश्वास दिलाया था कि कांग्रेस बहुमत वाले बोर्ड की ओर से शहर को साफ सुथरा रखने का कार्य अच्छे ढंग से हो सकेगा। लेकिन छह-सात महीने के बाद में  ही किसी न किसी रूप में अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा की कार्यप्रणाली पर रोजाना प्रश्न पैदा होने लगे। कांग्रेस पार्टी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया जिससे हालात अधिक बिगड़ते गये। कांग्रेस के पार्षद ही आरोप लगाते रहे। यहां तक की ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया ने भी पार्षद के रूप में अध्यक्ष को सवालों के घेरे में अनेक बार लिया। कांग्रेस के पार्षदों ने जो सवाल  उठाए उनका उत्तर नहीं दिया गया। अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लग गये और मुकदमा भी हो गया।*ओमप्रकाश कालवा और उपाध्यक्ष सलीम कुरैशी पर सार्वजनिक व लिखित रूप में अतिक्रमण के आरोप लगे हैं। सलीम कुरैशी पर अतिक्रमण के आरोप गंभीर है। किसी ने अधिकृत रूप से खंडन नहीं किया और जांच कराने की मांग नहीं की। *इन पर लगे आरोपों की समिति बनाकर और जहां अतिक्रमण बताए हैं वहां मौके पर जांच और वहां कौन रहता है कि जांच बहुत जरूरी है।जांच समिति में उपखंड अधिकारी व राजस्व विभाग के अधिकारी व गिरदावर पटवारी होने चाहिए। 

अध्यक्ष ने तो नगरपालिका एक्ट के तहत बनाई जाने वाली वित्त कमेटी निर्माण कमेटी व अन्य कमेटियां का निर्माण नहीं किया जिनमें पार्षद अध्यक्ष व सदस्य होते हैं। अपने निरंकुश शासन करने के लिए कमेटियों का गठन नहीं किया जो 6 माह में गठन होना चाहिए था।


नगरपालिका के अंदर जो घटनाक्रम चले और मुकदमे बाजी हुई या कराई गई वह आक्रोश एक के बाद एक मुकदमे के बाद बढ़ता रहा। आक्रोश बहुत आगे बढ़ चुका है और यह आक्रोश पूर्व विधायक गंगाजल मील तक किसी भी समय पहुंच सकता है। उन पर भी सवाल दागे जा सकते हैं कि जब नगर पालिका में और शहर में हालात बिगड़ रहे थे तब वे सब कुछ देखते हुए इस पर कोई निर्णय क्यों नहीं कर पाए? 

 मील साहब ने अपने आंख कान मुंह सभी बंद क्यों कर रखे थे? 

अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने गंगाजल मील को ऐसे कौनसे भ्रम में रखा हुआ है जो वे गंभीर हालातों को अनदेखा कर रहे हैं। अध्यक्ष की अपने पास रोजाना की हाजिरी या उपस्थिति से मील सा.के चारों ओर भ्रमजाल बन गया है और वे चश्मा हटा कर देख नहीं रहे।

यह भ्रम अब अधिक समय तक चलने वाला नहीं है। जब यह भ्रम टूटेगा तब तक सूरतगढ़ में कांग्रेस की छवि बहुत अधिक धूमिल हो चुकी होगी। उसके बाद टूटी हुई जनता को कार्यकर्ताओं को वापस जोड़ना बहुत मुश्किल होगा। अभी वक्त है कांग्रेस पार्टी को नगरपालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों से इस्तीफा मांगना चाहिए और उनके इस्तीफा देने के बाद में अच्छे पार्षदों को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पदों पर निर्वाचित करवाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी के पार्षदों का नगर पालिका बोर्ड में बहुमत है और नए अध्यक्ष उपाध्यक्ष के चुनाव कराने में कांग्रेस पार्टी को कोई दिक्कत आने वाली नहीं है। वर्तमान अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से त्यागपत्र लेने के बाद में भारतीय जनता पार्टी का कोई पार्षद अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनने की स्थिति में नहीं है कांग्रेस पार्टी के ही अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बनेंगे इसलिए यह परिवर्तन तुरंत कर लेना चाहिए।  यह समय की और सूरतगढ़ की स्थिति को देखते हुए जरूरी है।

अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ही विवादों के घेरे में रहे हैं। विवादों की अनेक घटनाएं दोनों से सीधा संबंध रखती है उन घटनाओं पर कांग्रेस पार्टी का निर्णय नहीं लेना पार्टी के लिए ही बहुत बड़ी हानि पहुंचाने वाला होगा। 

कांग्रेस पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में सूरतगढ़ शहर से वोट लेने हैं तो यह बदलाव करना ही होगा।०0०






गुरुवार, 29 सितंबर 2022

सूरतगढ़: दुकानों के आगे के चबूतरे (थड़ियां) हटाई जाए: एसडीएम से मांग

 

करणीदानसिंह राजपूत 

सूरतगढ़ 29 सितंबर 2022.

 रेलवे स्टेशन सुभाष चौक से भगत सिंह चौक तक बन रही सीसी रोड के निर्माण पर एक मांग हो गई है कि इसे नगरपालिका के मास्टर प्लान के अनुसार चौड़ाई में बनाया जाए।नगरपालिका का मास्टर प्लान 1997 से 2023 तक का है, उसके अनुरूप सड़क का निर्माण किया जाए। दुकानों के आगे से चबूतरे ( थड़ियां) हटाई जाए इसके बाद में इसका निर्माण हो।

यह मांग पत्र आज उपखंड अधिकारी को नरेंद्र शर्मा और उमेश मुद्गल की ओर से दिया गया। एसडीएम ने नगर पालिका ईओ को मार्क किया है।०0०

******



सूरतगढ़ सीट पर जाट समुदाय से कौन मांग सकते हैं टिकटें.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

 कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बीच में राजस्थान के मुख्यमंत्री पद को लेकर भी विवाद के बीच राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने राजस्थान में जाट मुख्यमंत्री की मांग कर दी है जिसने सभी को चौंका दिया है।

इस मांग के कारण विधानसभा सूरतगढ़ सीट पर   भी जाट समुदाय का दबाव और अधिक बढ सकता है। 2008 में कांग्रेस के गंगाजल मील 2013 में भाजपा के राजेंद्र सिंह भादु और 2018 में भाजपा के रामप्रताप कासनिया विधायक चुने गए। 

अब सूरतगढ़ सीट से राजनीतिक दलों में जाट समुदाय के कौन टिकटें मांग सकते हैं? 


 * भाजपा में वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया,पूर्वविधायक राजेन्द्र सिंह भादु,40 साल से विभिन्न पदों और सक्रिय नरेन्द्र घिंटाला, प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया, पंचायत समिति सूरतगढ़ के डायरेक्टर राहुल लेघा,मोहन पूनिया टिकट की दावेदारी कर सकते हैं। ये सभी इस प्रयास में लगे हुए हैं।


* कांग्रेस पार्टी में  हनुमान मील टिकट मांगेंगे। हनुमान मील 2018 के चुनाव में भाजपा के रामप्रताप कासनिया से करीब 12 हजार वाटों से पराजित हुए। हनुमान मील दूसरे क्रम पर रहे थे इसलिए 2023 के चुनाव में उन्हीं को टिकट मिलने की पक्की संभावनाएं हैं। इस प्रकार की स्थिति में पार्टी टिकट नहीं काटती। पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी और प्रत्याशी मामूली सा जोर लगाते तो भाजपा की जीत खतरे में पड़ जाती।

पिछले चुनाव में मील का प्रेस से दोस्ताना कमजोर रहा और कुछ भीतर घात कि अपनों ने ही साथ नहीं दिया।


* बसपा की ओर से महेंद्र सिंह भादु टिकट की मांग कर सकते हैं। अभी कोई अन्य है नहीं।

सूरतगढ़ जाट बाहुल्य नहीं है लेकिन टिकट मांगते वक्त पूरे और हर प्रकार का दबाव डालते हैं। दूसरे दबाव डालने में हिचकते झिझकते रहते हैं या डरते रहते हैं। 

विधानसभा चुनाव 2023 में जाटों की दावेदारी का ही दबदबा रहने की संभावना लगती है। भाजपा कांग्रेस और बसपा में अन्य कोई समुदाय  अभी तो दबाव डालने वाले सक्रिय नजर नहीं आते,आगे कोई सक्रिय हो जाए तो अलग बात है। ०0०







बुधवार, 28 सितंबर 2022

राजस्थान में जाट मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग: अचानक राजनीति गरमाई

 




 * करणीदानसिंह राजपूत *


राजस्थान  जाट मुख्यमंत्री बनाए जाने की अचानक हुई मांग से बहुत बड़े बदलाव की संभावनाएं है। राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों में भी बहुत बड़ा उलटफेर हो सकता है। राजस्थान में इस समय कांग्रेस पार्टी में बहुत बड़ा घमासान मचा हुआ है और इसी घमासान के बीच राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने 28 सितंबर 2022 को राहुल गांधी को पत्र लिखकर बहुत बड़ा दबाव डाल दिया है।

 इस पत्र की प्रतियां मलिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और अजय माकन को भी भेजी गई है।

 

 जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने राहुल गांधी को भेजे पत्र में स्पष्ट चेतावनी जैसी भाषा इस्तेमाल की है कि जाटों को उपेक्षित रखने के कारण कांग्रेस पार्टी कमजोर होती रही है। 

जाट महासभा के अध्यक्ष में लिखा है कि राजस्थान में जाटों का प्रतिशत 20% के करीब है। राजस्थान के 18 जिलों में जाटों का बाहुल्य है और वहां जनसंख्या 35 से 40% के करीब है। अन्य जिलों में भी जाटों का अच्छी संख्या है। 

👍पत्र में लिखा गया है कि जाटों की उपेक्षा से सरकारें परिवर्तित होती रही है।कांग्रेस ने जाटों को वाजिब हक नहीं दिया  है और 75 वर्ष में राजस्थान के अंदर जाट मुख्यमंत्री नहीं बनाया। इस वजह से दोनों पार्टियों से जाट समुदाय नाराज  है।



अध्यक्ष ने लिखा है कि जाट मुख्यमंत्री बनाने से आगामी विधानसभा चुनाव में 200 में से कांग्रेस को 130 सीटें मिल सकती हैं और राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में से 18 सीटें लोकसभा की जीत सकते हैं। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सत्ता रिपीट हो सकती है।राजस्थान में जाट मुख्यमंत्री बनाए जाने से पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश गुजरात हिमाचल आदि में भी कांग्रेस मजबूत होगी यह दावा भी किया गया है।👍 यह मांग तो कांग्रेस में उठी है लेकिन इसका असर भाजपा पर भी पड़ेगा और उसमें भी आगामी विधानसभा चुनाव में जाट दबाव की प्रक्रिया को अपनाएंगे।


०0०



 




 


मंगलवार, 27 सितंबर 2022

भगतसिंह जयंति पर मधुलिका उज्ज्वल का गायन:सूरतगढ़ में शहीद स्मारक के प्रयास

 


 * करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 27 सितंबर 2022.

शहीद भगत सिंह जयंती पर आयोजित देश गान कार्यक्रम में यह घोषणा हुई कि समाधान समिति की ओर से सूरतगढ़ में शहीद स्मारक बनाने के प्रयास चल रहे हैं।

समाधान समिति की ओर से पिछले कुछ सालों से शहीद भगत सिंह जयंती पर बहुत अच्छे अच्छे कार्यक्रम और शहीद परिवारों के लोगों के वक्तव्य कराए जाने के कार्यक्रम हुए हैं।

आज 27 सितंबर 2022 के कार्यक्रम में राजस्थान की स्वर कोकिला नाम से प्रसिद्ध मधुलिका उज्जवल के देशभक्ति पूर्ण गीत प्रस्तुत किए गए। मधुलिका उज्जवल ने अपने ओजस्वी वाणी से कुछ गीत प्रस्तुत किए जिनका श्रोताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया।

समाधान समिति के अध्यक्ष राजेश चड्ढा में मधुलिका उज्जवल के परिचय में अनेक बातें बताई।

भाटिया आश्रम की छात्रा अनुराधा बुडानिया ने पंजाबी गीत एवं शिक्षक जगरूपसिंह ने कविता प्रस्तुत की।











 इस अवसर पर समाधान समिति के संरक्षक लाजपत राय भाटिया ने बताया कि समिति की ओर से भव्य शहीद स्मारक बनाने की योजना वसुंधरा राजे के सूरतगढ़ आगमन से शुरू हुई और इस योजना के तहत आपसी बातचीत समिति में करके और कुछ कदम आगे बढ़ाए गए। नगर पालिका सूरतगढ़ को करीब ढाई साल पहले एक आवेदन प्रस्तुत किया गया कि शहीद स्मारक बनाने के लिए 4 बीघा जमीन चाहिए। उन्होंने आज कार्यक्रम में उपस्थित नगर पालिका चेयरमैन ओमप्रकाश कालवा से पुनःअनुरोध किया गया कि वह इस स्मारक बनाने के कार्यक्रम में भूमि दिलवाने में  योगदान करें।

अस्सी वर्षीय  लाजपत राय भाटिया ने एक कविता प्रस्तुत की। भगतसिंह को फांसी होने से पूर्व संध्या पर जब उनकी माता मिलने पहुंची और क्या बात हुई। लाजपतराय भाटिया कविता पढते बहुत भावुक हो उठे। उनका गला रुंध गया। वे रो उठे। भाटिया इससे पहले भी सुभाष जयंती आदि व अन्य कार्यक्रमों में बेहद भावुक कविताएं प्रस्तुत कर चुके हैं।


राजेश चड्ढा ने अपने विचार व्यक्त किए।उन्होंने बताया कि शहीद स्मारक में 8 कक्ष बनाए जाएंगे जिनमें शहीदों की प्रतिमाएं उनके जीवन वृतांत और पुस्तकें आदि रखी जाएंगी।


नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा ने अपने वक्तव्य में पहले आयोजन के बारे में विचार रखे की शहीदों के कार्यक्रम के लिए समिति सराहनीय कार्य कर रही है।

 ओमप्रकाश कालवा ने कहा कि जितनी जमीन मांगी गई ह,वह क्षेत्रफल बहुत अधिक है। नगर पालिका आवंटन के अधिकार क्षेत्र में यह नहीं आता। नगरपालिका इतना बड़ा भूखंड दे नहीं सकती। यह कार्य राज्य सरकार कर सकती है और इस काम में वे हर कदम पर साथ देने को तैयार हैं। उन्होंने कुछ सुझाव दिए कि संस्था अन्य संस्थाओं की तरह से भूखंड खरीद कर वहां पर निर्माण कर सकती है।उसमें सहयोग नगर पालिका की ओर से हो सकते हैं। इस पर स्वामित्व संस्था का रहेगा। उन्होंने यह सुझाव भी दिया कि एक और तरीका है कि नगर पालिका भूखंड उपलब्ध करवाए और उसको शहीद स्मारक के रूप में समाधान समिति गोद लेकर विकसित करे।  ऐसी स्थिति में जो भी संपत्ति बनेगी स्मारक बनेगा उसका स्वामित्व नगरपालिका का रहेगा। यह संस्था तय करे कि उन्हें किस प्रकार से शहीद स्मारक बनाना है।


 ओमप्रकाश कालवा ने इस अवसर पर घोषणा की कि वह अपने निजी कोष से संस्था के जमीन खरीदने या स्मारक बनाने के लिए एक लाख रूपये प्रदान करेंगे।

 इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य हनुमान मील ने अपने वक्तव्य में बहुत सी बातें कहीं। इस कार्यक्रम में सर्वाधिक श्रोता भाटिया आश्रम के छात्र-छात्राएं मौजूद थे। हनुमान मील ने कहा कि वे अच्छे तरीके से अपने अध्ययन में ध्यान दें उनके अभिभावक चाहते हैं कि वे शिखर पर पहुंचे और ऐसा ही विचार प्रवीण भाटिया जी का है वह भी चाहते हैं कि भाटिया आश्रम में जो भी कोचिंग लेने आया वह सफल हो और भारत के सरकारी सेवाओं में चयनित हो।

 इस कार्यक्रम में कुछ देर के लिए भाजपा विधायक रामप्रताप कासनिया भी शुरू में मौजूद रहे और किसी बैठक के अंदर पहुंचने के लिए इस कार्यक्रम को छोड़ गए। 



शहर के अनेक गणमान्य इस कार्यक्रम में मौजूद थे। कार्यक्रम की सराहना मधुलिका उज्जवल के गीतों पर तालियों की गड़गड़ाहट के साथ होती रही। 

ओमप्रकाश कालवा ने यह कहा कि भविष्य में भी मधुलिका उज्जवल सूरतगढ़ में कोई अच्छे कार्यक्रम में शामिल होंगी तो बड़ा अच्छा लगेगा।कार्यक्रम में  गायिका मधुलिका उज्जवल,हनुमान मील,ओमप्रकाश कालवा और व्यापार मंडल के अध्यक्ष दर्शन भगत परनामी को स्मृति चिन्ह प्रदान कर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया 0०





दिल्ली के सरकारी स्कूलों की केजरीवाल सरकार ने काया पलट दी:क्या अन्य राज्य ऐसा परिवर्तन करेंगे?देशव्यापी सवाल.

* करणीदानसिंह राजपूत *

भाजपा और कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार पर अनेक आरोप लगा कर घेरने के प्रयास किए।

सरकारी स्कूलों की बात आई तो भाजपा के समर्थकों ने सोशलसाईट पर जोरशोर से कहा कि आपके घर वोट वास्ते आने वालों से सवाल करें।

दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अपने बच्चों को प्रवेश दिलाने वाले 5 परिवारों के नाम बताएं।

दिल्ली के अलावा भाजपा और कांग्रेस जिन राज्यों में सरकार चला रही हैं या पहले कुछ वर्षों में सरकार चला चुकी हैं, वहां के स्कूलों की क्या हालत है? क्या वहां के सरकारी स्कूलों के भवन,खेल मैदान और व्यवस्था दिल्ली जैसी है? क्या उन्हें सुधारने की कभी कोशिश की गई? यदि कोशिश की गई तो उनके सुधार के परिणाम सामने क्यों नहीं आ पाए?

भाजपा कांग्रेस और अन्य दलों की सरकारें वर्तमान में जिन प्रदेशों में हैं, क्या अब वहां दिल्ली जैसे परिवर्तन शुरू करेंगे? यह देशव्यापी सवाल पैदा हो गया है।

दि. 17 फरवरी 2020

अपडेट 27 सितंबर 2022















in

****************





रविवार, 25 सितंबर 2022

जैन तपस्विनियों मोनिका सेठिया एवं भूमिका सेठिया की शोभायात्रा व तप अभिनंदन रिपोर्ट

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 25 सितंबर 2022.


💐 कर्मों के अथाह बन्धन को तोड़ने का तप एक सफल प्रयास है। यह उद्गार गणी श्री जय कीर्ति विजय जी महाराज ने 14 वर्षीय कुमारी भूमिका सेठिया पुत्री माणक सेठिया के 32 दिन और श्रीमती मोनिका सेठिया धर्म पत्नी सुशील सेठिया के 31 दिन के मासखमन उपवास के उपलक्ष में उनके पारणोत्सव एवं तप अभिनंदन समारोह में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि सेठिया परिवार ने एक सौ आठ तप की तुलना में 123 उपवास कर ना केवल अपना बल्कि सकल जैन समाज का मान बढ़ाया है। आचार्य श्री जयानंद सुरीश्वर जी महाराज की आयु 63 वर्ष है और दोनों ने मिलकर 63 उपवास की भेंट दी है।







💐 श्री विजय वल्लभ जैन धर्मशाला में आयोजित इस धर्म सभा का शुभारम्भ आचार्य श्री जयानंद सुरीश्वर जी महाराज के मंगलाचरण के साथ हुआ।मुनि दिव्यांश विजय जी, मुनि चारित्र वल्लभ जी और मुनि चैत्य वल्लभ जी महाराज के सानिध्य में आयोजित इस अभिनंदन कार्यक्रम में श्री संभव जैन, श्री आत्म वल्लभ महिला मंडल, श्री आत्म वल्लभ नवयुवक मंडल,श्री आत्म वल्लभ कन्या मंडल, महिला मंडल अध्यक्ष ज्योति डागा, सेठिया परिवार की महिलाओं, निशा सेठिया, अंजना पटावरी, पूजा नौलखा, वीनू गोलछा, गीतांजली आदि ने अपने भाव व्यक्त किए। 

💐श्री आत्मानंद श्री संघ आगरा और श्री संघ नकोदर पंजाब के प्रतिनिधियों ने भी दोनों तपस्वीयों के तप की अनुमोदना की। दोनों तपस्वीयों द्वारा गुरुओं की केसर के द्वारा बधावना की गई। 

💐 बाल तपस्वी कुमारी भूमिका सेठिया ने इस मास खमण के तप के लिए अपने परिजनों एवं गुरुओं की प्रेरणा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और प्रत्येक माह में एक बार गुरु दर्शन का संकल्प लिया। 

तपस्विनियों का जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक संघ की ओर से टेकचंद हेमंत कुमार डागा परिवार,श्री आत्मानंद जैन सभा आगरा,रमाकांत सोनी, 

पत्रकारों करणीदानसिंह राजपूत व नवलकिशोर भोजक एवं अनेक नागरिकों द्वारा बहुमान किया गया। परिजनों, मीडिया कर्मियों एवं उपस्थित श्रावक समाज द्वारा तपस्वी को अक्षत और वासक्षेप  के साथ बधाया गया। 


💐 गुरुदेव ने दोनों तपस्विनियों का  पारणा करवाया।

💐 इंदौर से पधारे विधि कारक हर्षद भाई, महावीर और उनके साथियों का भी संघ द्वारा बहुमान किया गया। 

💐बीकानेर से पधारे श्री शंकर लाल ने शंख ध्वनि से सबका मन मोह लिया।

💐 श्री संघ अध्यक्ष सुरेंद्र चोपड़ा, उपाध्यक्ष पवन गोलछा द्वारा बाहर से पधारे सभी आगंतुकों का संघ की ओर से बहुमान किया गया। 

💐संघ प्रवक्ता संजय बैद ने बताया कि इससे पूर्व दोनों तपस्वीयों का वरघोड़ा श्री पार्श्वनाथ जैन मंदिर से बैंड बाजे के साथ निकाला गया जो शहर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ श्री विजय वल्लभ जैन धर्मशाला पहुंचा। दोनों तपस्वी पालकी और बग्गी में सवार थी। 

💐आचार्य श्री के मंगल पाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। श्रीमती इंदिरा देवी, मनोज कुमार, सुशील कुमार, माणक सेठिया परिवार द्वारा  सधार्मिक वात्सल्य का आयोजन किया गया और प्रभावना वितरित की गई। दोपहर में 10 दिवसीय दशहानिका पूजन के अंतिम दिन श्री आत्म वल्लभ आराधना भवन में श्री माणक चंद,अशोक कुमार, अरिहंत कुमार डागा परिवार द्वारा अर्हत पूजन एवं महा अभिषेक करवाया गया।































०0०





यह ब्लॉग खोजें