गुरुवार, 29 सितंबर 2022

सूरतगढ़ सीट पर जाट समुदाय से कौन मांग सकते हैं टिकटें.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

 कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बीच में राजस्थान के मुख्यमंत्री पद को लेकर भी विवाद के बीच राजस्थान जाट महासभा के अध्यक्ष राजाराम मील ने राजस्थान में जाट मुख्यमंत्री की मांग कर दी है जिसने सभी को चौंका दिया है।

इस मांग के कारण विधानसभा सूरतगढ़ सीट पर   भी जाट समुदाय का दबाव और अधिक बढ सकता है। 2008 में कांग्रेस के गंगाजल मील 2013 में भाजपा के राजेंद्र सिंह भादु और 2018 में भाजपा के रामप्रताप कासनिया विधायक चुने गए। 

अब सूरतगढ़ सीट से राजनीतिक दलों में जाट समुदाय के कौन टिकटें मांग सकते हैं? 


 * भाजपा में वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया,पूर्वविधायक राजेन्द्र सिंह भादु,40 साल से विभिन्न पदों और सक्रिय नरेन्द्र घिंटाला, प्रदेश मंत्री विजेंद्र पूनिया, पंचायत समिति सूरतगढ़ के डायरेक्टर राहुल लेघा,मोहन पूनिया टिकट की दावेदारी कर सकते हैं। ये सभी इस प्रयास में लगे हुए हैं।


* कांग्रेस पार्टी में  हनुमान मील टिकट मांगेंगे। हनुमान मील 2018 के चुनाव में भाजपा के रामप्रताप कासनिया से करीब 12 हजार वाटों से पराजित हुए। हनुमान मील दूसरे क्रम पर रहे थे इसलिए 2023 के चुनाव में उन्हीं को टिकट मिलने की पक्की संभावनाएं हैं। इस प्रकार की स्थिति में पार्टी टिकट नहीं काटती। पिछले चुनाव में कांग्रेस पार्टी और प्रत्याशी मामूली सा जोर लगाते तो भाजपा की जीत खतरे में पड़ जाती।

पिछले चुनाव में मील का प्रेस से दोस्ताना कमजोर रहा और कुछ भीतर घात कि अपनों ने ही साथ नहीं दिया।


* बसपा की ओर से महेंद्र सिंह भादु टिकट की मांग कर सकते हैं। अभी कोई अन्य है नहीं।

सूरतगढ़ जाट बाहुल्य नहीं है लेकिन टिकट मांगते वक्त पूरे और हर प्रकार का दबाव डालते हैं। दूसरे दबाव डालने में हिचकते झिझकते रहते हैं या डरते रहते हैं। 

विधानसभा चुनाव 2023 में जाटों की दावेदारी का ही दबदबा रहने की संभावना लगती है। भाजपा कांग्रेस और बसपा में अन्य कोई समुदाय  अभी तो दबाव डालने वाले सक्रिय नजर नहीं आते,आगे कोई सक्रिय हो जाए तो अलग बात है। ०0०







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