शनिवार, 30 नवंबर 2024

भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष दबंग होगा तो पालिका में जीत संभव होगी.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 30 नवंबर 2024.

भारतीय जनता पार्टी का नया नगर मंडल अध्यक्ष दबंग निडर और कांग्रेसियों से दोस्ती दूर होगा तो भाजपा का जीत का डंका बजना संभव हो सकेगा। भाजपा के संगठनात्मक चुनाव यानि की पदाधिकारी चयन की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा का वर्तमान नगरमंडल अध्यक्ष कांग्रेसियों के भ्रष्टाचार पर शिकायत करना तो दूर रहा बल्कि दोस्ती निभाता रहा और पार्टी को सूचना नहीं देकर धोखा देता रहा। नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने और जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान तक नगरपालिका में काग्रेस के परसराम भाटिया के बोर्ड अध्यक्षता काल में ऊजागर हुए भ्रष्टाचार के एक भी मामले पर न बोले न कहीं शिकायत की। परसराम भाटिया के भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद दोस्ताना निभाते रहे। असल में तो इन दोनों पदाधिकारियों से जवाब तलब होना चाहिए कि वे ऐसा क्यों करते रहे?

👌 परसराम भाटिया के कार्यकाल में अनेक पट्टे फर्जी बने,पंप हाऊस की जमीन का पट्टा बना दिया। शिक्षा अधिकारी और शिक्षक के पट्टे बना दिए। जानकीदासवाला निवासी विधायक के नजदीकी एक कांग्रेस नेता  के नाम पट्टा बना दिया जिनमें प्रमाण के लिए तीन वोटर लीस्ट में सूरतगढ़ का निवासी बनाए दस्तावेज लगे। सीमेंट कंक्रीट अच्छी हालत सड़क पर इंटरलोकिंग सड़क वार्ड नं 32 में बनी और एक गली में तो बालू रेत पर टाईलें लगा दी,नंदी शाला में तूड़ी खरीद का न्यूनतम टेंडर 810 था जिसका भुगतान 840 से किया जो पकड़ा गया। ईओ पूजा शर्मा ने अपनी भाभी बबीता शर्मा का गैरकानूनी पदोन्नति कर सफाईकर्मी से जमादार बनाया। ये सभी मामले प्रसारित हो गये। शिकायतें हो गई। कुछ मुकदमें भी हो गये लेकिन नगरमंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा महामंत्री लालचंद शर्मा ने एक भी मामले में परसराम भाटिया का विरोध नहीं किया।

* कुए में ही भांग पड़ी होना चरितार्थ हुआ। कोई मोर्चा पदाधिकारी भी नहीं बोला। पूर्व विधायक अशोक नागपाल को भी सब मालुम था। नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने कुछ नहीं किया। जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह क्या करते रहे? क्या ऐसा सच्च हो सकता है कि उनको सच्च में कुछ भी मालुम नहीं हुआ?

 * सुरेश मिश्रा और शरणपालसिंह की सूरतगढ़ में राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर एक कालोनी शिप्रा कालोनी बनी है। उसमें अनेक गड़बड़ी होने के समाचार छपे। परसराम भाटिया ने जांच की मांग उपखंड अधिकारी से की। उन्होंने एक कमेटी तहसीलदार की अध्यक्षता में बनाई और यह समाचार भी छपा। उसके बाद भाटिया चुप हो गये। यह तो भाजपा वाले मालुम करें कि यह सब कैसे हुआ? सुरेश मिश्रा और शरणपालसिंह मान परसराम भाटिया के घोटालों पर चुप रहे तो क्या कारण रहे? भाजपा के श्रीगंगानगर जिले के इतिहास में सर्वाधिक कमजोर और नि- कम्में सूरतगढ़ नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा और जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान रहे। जिलाध्यक्ष जिनके कार्यकाल में विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में भाजपा की दुर्गति में भी रिकार्ड बना। विधानसभा चुनाव की हार की कमजोरियां सामने आने के बाद लोकसभा चुनाव में प्रियंका बेलान को हार मिली। पहली बार नारी को भाजपा से टिकट मिली और उसे जानते बूझते संसद में नहीं भिजवाया। ये सारे तथ्य बहुत कम हैं,जनता तो बहुत ज्यादा जानती है?

* सूरतगढ़ में पार्टी की जो गत सुरेश मिश्रा के नगर मंडल काल में हुई है वैसी तो कभी नहीं हुई। 

* 2005 में केशव उद्यान बनाया। उसमें नगरपालिका टट्टी मूत गंदगी का पानी डालती रही। नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा नहीं बोले। 

बात शर्मनाक यह भी रही है कि संघ के सुभाष गुप्ता, संघ के अशोक वशिष्ठ और भी नहीं बोले। 




* नगरपालिका भवन का नाम पं दीनदयाल उपाध्याय भवन से पंडित जी का नाम हटा दिया गया लेकिन फिर भी नहीं बोले। अनेक बार करणी प्रेस इंडिया में ये दोनों समाचार छपे। भवन का नाम दबाव से पुनः लिख दिया गया लेकिन वह दबाव सुरेश मिश्रा और सभाष गुप्ता का नहीं था। नरेंद्र घिंटाला के शोर मचाने पर ईओ विजय प्रताप सिंह ने तुरंत नया बोर्ड लगवाया। ऐसे कमजोर लोग और इनकी कमजोरियों को ध्यान में रखना होगा तब कोई नया दबंग नगर मंडल अध्यक्ष चुना जा सकेगा।

* नगरपालिका चुनाव 2019 की स्थिति पर गौर कर लिया जाना चाहिए। कुल वार्ड 45 हैं। चुनाव में कांग्रेस 22 (बहुमत से एक कम) भाजपा 12,बसपा 1 माकपा 1 और 9 निर्दलीय जीते थे। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार और मील गंगाजल का दबदबा था सो बोर्ड कांग्रेस का बना अधिक निर्दलीय कांग्रेस के साथ हो लिए। 

अब प्रदेश में भाजपा सरकार है और नगर मंडल अध्यक्ष नया दबंग हुआ तो भाजपा का नगरपालिका बोर्ड बनना संभव हो सकेगा।०0०


   

शुक्रवार, 29 नवंबर 2024

2 हजार लोग दीवारों पर और झाड़ियों में मूतने को मजबूर. राजस्थान में शर्मनाक हालात.


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 नवंबर 2024.

भारत का रंगीला राजस्थान और उसमें एक शर्मनाक स्थान जहां रोजाना 2000 के लगभग लोग दीवारों पर या फिर झाड़ियां में मूतने को मजबूर हैं।  औरतों की क्या हालत होगी यह अनुमान लगाया जा सकता है? 

* प्रधानमंत्री की स्वच्छ भारत योजना को यहां अधिकारियों ने पलीता लगा दिया है। किसी को कोई परवाह नहीं है। यह शर्मनाक हालत राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की सूरतगढ़ मंडी यार्ड की है। जहां अनाज व्यापारियों की 200 के लगभग दुकानें हैं। रोजाना हजारों किसानों का यहां आना-जाना होता है।सैकड़ो मजदूर स्त्री और पुरुष यहां काम करते हैं। लेकिन टॉयलेट की सुविधा नहीं है। मजबूरी में हजारों लोग मंडी की दीवारों पर गर्दन नीचे करके मूतते हैं या फिर झाड़ियों में जाकर के मूतते हैं।समझलें कि झाड़ियां यहां वरदान है। 









👌 प्रधानमंत्री का स्वच्छ भारत अभियान योजना के तहत हर व्यक्ति को घर में टॉयलेट बनवाने के लिए मजबूर किया गया था कि अगर टॉयलेट नहीं बनाया तो उसको सरकारी सुविधा नहीं मिलेगी। एक प्रकार से उसे दंडित किया गया और गरीब से गरीब व्यक्ति को भी घर में टॉयलेट बनाने के लिए मजबूर किया गया। लेकिन आश्चर्य यह है कि सूरतगढ़ की कृषि उपज मंडी समिति यार्ड में टॉयलेट की सुविधा पर उचित व्यवस्था नहीं होने से सफाई नहीं होने से बरसों पहले ताला लगा दिया गया। पहले पुरुषों के लिए पेशाब घर के स्थान को खुला रखा गया लेकिन वहां भी भयानक गंदगी हो गई। यहां पर हजारों व्यापारी मजदूर और किसान रोजाना सरकार की अधिकारियों की लापरवाही से शर्मनाक हालत में शंका और लघु शंका दीवारों पर और झाड़ियों में करते हैं। स्थानीय अधिकारियों को कोई परवाह नहीं है। जिला स्तर के अधिकारी केवल बैठकों में भाषण देते हैं निर्देश देते हैं लेकिन किसी को भी कोई परवाह सफाई की नहीं है। 

👌सवाल यह है कि योजनाओं की दुर्गति करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही कौन करेगा? जब अधिकारी निरीक्षण ही नहीं करते तब बुरे हालात का मालूम भी कैसे हो? जहां टॉयलेट भयानक दुर्गंध मार रहा है, वहीं पास में किसानों का कलेवा घर है। कुछ ही दूरी पर आस्था का केंद्र मंदिर बनाया हुआ है। पूरी धान मंडी के अंदर सफाई व्यवस्था चौपट है। जगह-जगह झाड़ झंखाड़ खड़े हैं। 












* व्यापार मंडल को कोई परवाह नहीं है। किसी व्यापारी को कोई परवाह नहीं है। समाज सेवा में लगे हुए जो दुकानदार हैं उन्होंने भी कभी इस और ध्यान नहीं दिया है। आश्चर्य तो यह है कि राजनीतिक दलों के नेताओं की दुकानें और व्यापार भी यहां पर है। किसी ने भी कभी सरकार को ध्यान दिलाने की कोशिश नहीं की अधिकारियों को दंडित करने की मांग नहीं की। फसल के मौसम में हालत बहुत बुरे होते हैं जब लोगों की संख्या बहुत होती है। 

* सबसे बड़ा सवाल यह है कि अव्यवस्था फैलाने वाले जितने भी अधिकारी यहां आए और गए और वर्तमान में है उन पर क्या जिले की सरकार यानि जिलाकलेक्टर की ओर से कार्यवाही होगी? यहां पर कितने दिनों में धान मंडी के अंदर सफाई हो जाएगी? टॉयलेट की सुविधा कब तक हो जाएगी? क्या कोई जिला अधिकारी यहां पर तुरंत पहुंचकर निरीक्षण करेगा? 

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गुरुवार, 28 नवंबर 2024

नशा उनका उतरता है जो पीते हैं.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

 नशा उनका उतरता है टूटता है जो पीते हैं लेकिन उनका नशा कभी नहीं उतरता जो पीते नहीं हैं। उनको नशा शराब से नहीं मिलता जो नशा या शक्ति पत्रकारिता से जनता से मिलती है

उसका नशा तो अटूट कभी खत्म न होने वाला होता है। यह शक्ति मिलती रहे तो इसके लिए जनता का होना पड़ता है। जनता सच्च तथा तथ्य चाहती है। नशेड़ियों को शराबियों को जनता समझती है कि उनका लेवल उच्च जलाशय का नहीं बल्कि गंदे पानी के तालाब का है जिसे गिन्नाणी ( घिन आणी) बोलते हैं। जो सच्च लिखता है उसे लोग "दारूड़िया"नहीं कहते। कुछ दारूड़िये छुपकर कहीं खोखों में तो कोई झाड़ियों के पीछे अंधेरे में पीते हैं। खुशी या जीत हो तो बोतल मांग भी लेते हैं। मंगते कहलो या लिगते कह लो। ऐसों का नशा मांगी हुई शराब का घंटे दो घंटे का होता है। मतलब रोजाना ही उतरता है।

* नशे में बहकते हैं। नशे में लिखते हैं। समझते हैं कि सामने वाले सच्च लिखने वाले को दो वाक्य लिख कर मार डाला है। लेकिन जो जनता की भावना से जुड़ा होकर लिखता है उसका नशा कभी नहीं टूटता। क्योंकि यह नशा शराब का नहीं होता।०0०

28 नवंबर 2024.

करणीदानसिंह राजपूत.

पत्रकारिता 61 वां वर्ष.

( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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👌 अच्छा लगे तो शेयर करें। अखबार में प्रकाशित करें। 
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गंगाश्री और श्यामसिंह की चिताएं जली एक साथ.अटूट रिश्ते की चर्चा चहुंओर.




 * करणी दान सिंह राजपूत *


सूरतगढ़ 29 नवंबर 2022. पुन: प्रकाशन 28 नवंबर 2024.


पति पत्नी के एक साथ संसार छोड़ने की घटनाओं में सूरतगढ़ के दंपति गंगाश्री और श्यामसिंह की घटना भी चर्चा बन गई है। पत्रकार महेंद्र सिंह जाटव के माता पिता का भगवान के घर से बना अटूट रिश्ता एक और प्रमाण वार्ड नंबर 23 सूर्योदयनगरी के निवासी श्याम सिंह और पत्नी गंगाश्री का है। 

संसार से जाने के समय श्यामसिंह (सूरतगढ़ केंद्रीय फार्म से सेवानिवृत्त शांत जीवन) उम्र 75 वर्ष और पत्नी गंगाश्री धर्म परायणा उम्र 70 वर्ष थी।

गंगाश्री दिनरात धार्मिक जीवन व्यतीत करने वाली महिला थी। मृत्यु से करीब 3 वर्ष पहले गाय को गुड़ खिलाते वक्त उसी गाय से घायल हुई। गाय ने उछाला लेकिन धर्म की परंपराएं नहीं छूटी। गंगाश्री हिंदू व्रत त्योहारों पर धर्म-कर्म में अपना समय व्यतीत करती। पति सेवानिवृत्त कर्मचारी सामान्य जीवन शांतिपूर्ण जीवन दोनों का संबंध जिसे कहते हैं अटूट संबंध। इस धर्म प्रिय परिवार में दोनों का वृद्धावस्था जीवन सामान्य सा चल रहा था। 

अटूट रिशते की घटना बड़ी शांति से इस प्रकार चली।

गंगाश्री ने 27 नवंबर 2022 की रात करीब साढे नौ बजे यह संसार छोड़ दिया। रात को ही यह सूचना शहर और दूर रिश्तेदारों तक पहुंचाई गई।

रात बीती। अगले दिन 28 नवंबर दोपहर बाद अपरान्ह में चार बजे अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी। काफी रिश्तेदार पहुंच चुके थे।

28 नवंबर को सुबह करीब 11 बजे अटूट रिश्ते की घटना ने इस तरह से प्रवेश किया।

श्याम सिंह ने अपने बड़े पुत्र महेंद्र सिंह जाटव को कहा कि मेरा भी संसार से मोह छूट गया है। मैं भी जा रहा हूं। मुझे चिकित्सालय आदि ले जाने की आवश्यकता नहीं है।  कुछ समय व्यतीत होने के बाद में उनकी देह शिथिल होने लगी। पिता के प्रति मोह। मां की निर्जीव देह घर में पड़ी और पिता ने अचानक यह बात कह दी। महेंद्र सिंह अपने मित्रों के साथ अपने पिता  श्यामसिंह  को हॉस्पिटल में ले गए।  चिकित्सकों ने कहा कि देह में प्राण नहीं है। 

अचानक यह समाचार सूरतगढ़ के कोने कोने में पहुंच गया। सोशल साइट्स ग्रुपों में प्रसारित हो गया। पति और पत्नी का यह रिश्ता अमर हो गया। कुछ रिश्तेदार जो आनेवाले थे वे भी तुरंत पहुंचे। घर में नर नारियों की भीड़ जुटने लगी। 


 29 नवंबर को गंगाश्री और श्याम सिंह की अंतिम यात्रा एक साथ रवाना हुई। राम नाम सत् है सत् बोलो गत् है के स्वर गूंजते दोनों अर्थियां सूर्योदयनगरी की कल्याण भूमि में ले जाई गई। 

सर्वमान्य मनोरम स्थान जहां ईहलोक परलोक की धर्म कर्म की चर्चाएं होती है। कल्याण भूमि में दोनों के अटूट रिश्ते और धर्म कर्म की ही चर्चा होने लगी।

दोनों की चिताएं पास पास जली। बड़े पुत्र महेंद्र सिंह ने अग्नि संस्कार पूर्ण किया । मुखाग्नि दी कपाल क्रिया की । यह दृश्य देखकर लोग भावव्हिल हो रहे थे। धर्म परायण परिवार से जुड़े पति और पत्नी गंगा श्री और श्याम सिंह एक साथ ही पंचतत्व में विलीन हो गए। 

इस अंतिम संस्कार में शहर के गणमान्य राजनीतिक कार्यकर्ता पत्रकार वकील चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग सामाजिक कार्यकर्ता आदि साक्षी बने। 

* गंगाश्री और श्याम सिंह के बड़े सुपुत्र महेंद्र सिंह जाटव सूरतगढ़ में पत्रकारिता करते हैं और साप्ताहिक 'ब्लास्ट की आवाज'समाचार पत्र का प्रकाशन करते हैं। छोटे पुत्र जीतेंद्र हैं जो ठेकेदारी करते हैं। एक पुत्री मिथिला विवाहित हैं जो उत्तरप्रदेश में रहती हैं। नमन!

29 नवंबर 2022. 

पुनः स्मार्ट 28 नवंबर 2024.

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करणीदानसिंह राजपूत,

स्वतंत्र पत्रकार,(राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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बुधवार, 27 नवंबर 2024

बुद्धि और हथियार चलाने वाला युद्ध जीतता है!

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

युद्ध जीतने के लिए खुद हथियार उठाए और चलाए तभी सफल होता है। दूसरों के पास चाहे बहुत पावरफुल हथियार हों लेकिन उसके सही समय पर चलाने का भरोसा नहीं किया जा सकता। जिसके पास हथियार है वह ऐन मौके पर इन्कार कर सकता है। साथ छोड़ सकता है। कोई बहाना बनाकर मझधार में भी छोड़ सकता है।

* खुद के पास हथियार हो और हथियार चलाने के सारे तरीके होते हुए भी सही समय पर वार नहीं करता है तो वह स्वयं अपनी जीत में बाधक बनता है। 

* कोई दूसरा युद्ध करे और पराजित करे। ऐसा सोचने वाले भी सफल नहीं होते।

* युद्ध में नाम नहीं आए। ऐसा सोचने वाले तो बहुत ही कमजोर होते हैं। 

* प्रश्न यह है कि आपके देश आपकी संपत्ति आपके रुतबे के लिए कोई दूसरा देश या दूसरा व्यक्ति क्यों लड़ेगा जब आप लड़ना न चाहें। 

👌 कमजोर देश हो चाहे कमजोर पार्टी हो चाहे कमजोर व्यक्ति हो उसकी कमजोरी को देख समझ कर दूसरे आक्रमण करते हैं।

👌 हथियार हो चाहे बुद्धि हो उसके जंग लगे,तो अच्छा होता है कि उनका उपयोग कर लिया जाए। इनका उपयोग समय पर नहीं करने वाले देश हो चाहे व्यक्ति हो उसे बाद में पछतावा ही मिलता है।०0०

27 नवंबर 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,( राजस्थान सरकार द्वारा अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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मंगलवार, 26 नवंबर 2024

भाजपा संगठन चुनाव में श्रीगंगानगर जिलाध्यक्ष नया हो.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

भारतीय जनत पार्टी के संगठनात्मक चुनाव में जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान और नगरमंडल सूरतगढ़ के अध्यक्ष सुरेश मिश्रा के बजाय नये पदाधिकारी चुने जाएं जो पार्टी को मजबूत कर सकें। जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान के कार्यकाल की समीक्षा की जाए तो श्रीगंगानगर के फेलियर जिलाध्यक्ष रहे हैं जिनके कार्यकाल में विधानसभा चुनावों और लोकसभा चुनाव में भाजपा को शर्मनाक परिणाम मिले। सर्वाधिक बुरे चुनाव परिणामों के बाद नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए स्वयं ही पद का त्याग कर देना चाहिए था चाहे पार्टी कुछ भी कहती। शरणपालसिंह मान पद से चिपके रहने के लिए अभी भी आगे के लिए भी हट जाने के ईच्छुक नजर नहीं आ रहे। भाजपा के राज्य स्तरीय संगठन पदाधिकारियों में पार्टी को श्री गंगानगर जिले में मजबूत बनाने की सोच रहेगी तो जिलाध्यक्ष नया ऊर्जावान लाना ही होगा। यदि पार्टी छोटे चुनाव नगरपालिका नगर परिषद, पंचायतों में शक्तिशाली परिणाम दिखाना चाहती है तो नया जिलाध्यक्ष जरूरी है। यदि श्रीगंगानगर मुख्यालय का हो तो सबसे अच्छा होगा कि जिला मुख्यालय पर उपलब्ध रहेगा।

नगर मंडल सूरतगढ़ का भी कार्यकाल निष्क्रिय रहा। सूरतगढ़ में कांग्रेस के व्यक्ति नगरपालिका में घोटाले करते रहे। अखबारों में छपते रहे। सोशल साईटों पर उजागर होते रहे लेकिन नगर मंडल अध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने प्रदेश कार्यालय को अवगत नहीं कराया और हर घोटाले में चुप रहे। घोटाले और करने वालों के विरुद्ध कभी आवाज नहीं उठाई। एकेले नगर मंडल ही नहीं सभी मोर्चा और सूरतगढ़ में निवासी जिला पदाधिकारी भी चुप रहे। पद सभी को चाहिए लेकिन भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध एक शिकायत कभी नहीं की। पार्टी को अवगत कराना और घोटालों के जिम्मेदारों आरोपियों पर कार्यवाही कराने के बजाय उनसे घुले मिले रहे। इस प्रकार के व्यवहार से सूरतगढ़ में भाजपा कमजोर होती रही। सूरतगढ़ नगर मंडल अध्यक्ष नये का चुनाव हो जो यहां नये सिरे से सभी को साथ लेकर चले जिससे पार्टी मजबूत हो सके। नगरपालिका में भाजपा का बोर्ड बनाने की दृढ़ ईच्छा रखते हुए यहां भी बदलाव होना चाहिए। 

* जिलाध्यक्ष शरणपालसिंह मान मंडलों की नियुक्तियां करवाए और वे अध्यक्ष मंडल फिर शरणपालसिंह को जिलाध्यक्ष बनाने में आगे रहें तो पार्टी का मजबूत होना सपना ही रहेगा।०0०

26 नवंबर 2024.

करणीदानसिंह राजपूत

पत्रकार, सूरतगढ़ (राजस्थान)

94143 81356

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सम्मानित बच्चों की देशभक्ति गीतों पर रैली:पूनम फाउंडेशन.

 


* करणीदानसिंह राजपूत*

सूरतगढ़। पूनम फाउंडेशन ट्रस्ट के सदस्यों ने गांव लोंगवाला (पीलीबंगा) में डीजे पर देशभक्ति गीतों पर जागरूकता रैली निकाली। संस्थापक अध्यक्ष रामकरण पूनम प्रजापति ने बताया पिछले दिनों फाउंडेशन द्वारा जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं आयोजित हुई थी और बच्चों का चयन राष्ट्रपति भवन संग्रहालय भ्रमण हेतु किया था। इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स फाउंडेशन हॉप आशा की एक किरण संस्था द्वारा चौदह सदस्यों का सम्मान हुआ और युवा जागृति मंच अर्जुनसर द्वारा मेधावी बालिका सम्मान के तहत पूनम फाउंडेशन ट्रस्ट की सत्ताईस प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया था। सदस्यों ने खेलों के प्रति जागरूक करने हेतु देशभक्ति गीतों पर डीजे रैली निकाली।



 बच्चों के साथ कार्यक्रम संयोजक डॉ पूनम प्रजापति भारतीय, माया वर्मा और रोशनी नायक के नेतृत्व में बच्चों का जगह जगह फूल मालाओं से स्वागत हुआ। संस्थापक अध्यक्ष रामकरण पूनम प्रजापति ने सदस्यों और उनके परिजनों को संविधान दिवस की बधाई दी।०0०





राजस्थान: 49 नगर निकायों में प्रशासक नियुक्त.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

जयपुर/सूरतगढ़  25 नवंबर 2024.

राजस्थान सरकार स्वायत्त शासन विभाग ने 49 नगर निकायों में आज प्रशासक नियुक्त कर दिए जहां चैयरपर्सन व बोर्ड के कार्यकाल का आज अंतिम दिन था। निगम में जिलाकलेक्टर, नगर परिषद में अतिरिक्त जिला कलेक्टर और नगरपालिका में उपखंड अधिकारी को प्रशासक नियुक्त किया गया है। प्रशासक 26 नवंबर 24 से नये बोर्ड के गठन तक नियुक्त रहेंगे।

निदेशक कुमार पाल गौतम ने राज्यपाल की आज्ञा से यह आदेश जारी किया।


०0०








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