मंगलवार, 29 नवंबर 2022

गंगाश्री और श्यामसिंह की चिताएं जली एक साथ.अटूट रिश्ते की चर्चा चहुंओर.




 * करणी दान सिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 नवंबर 2022.

पति पत्नी के एक साथ संसार छोड़ने की घटनाओं में सूरतगढ़ के दंपति गंगाश्री और श्यामसिंह की घटना भी जुड़ कर चर्चा बन गई है।

भगवान के घर से बना अटूट रिश्ता एक और प्रमाण वार्ड नंबर 23 सूर्योदयनगरी के निवासी श्याम सिंह और पत्नी गंगाश्री का है। 

श्यामसिंह सूरतगढ़ केंद्रीय फार्म से सेवानिवृत्त शांत जीवन उम्र 75 वर्ष और पत्नी गंगाश्री धर्म परायणा उम्र 70 वर्ष।

गंगाश्री दिनरात धार्मिक जीवन व्यतीत करने वाली महिला। 3 वर्ष पहले गाय को गुड़ खिलाते वक्त उसी गाय से घायल हुई। गाय ने उछाला लेकिन धर्म की परंपराएं नहीं छूटी। गंगाश्री हिंदू व्रत त्योहारों पर धर्म-कर्म में अपना समय व्यतीत करती। पति सेवानिवृत्त कर्मचारी सामान्य जीवन शांतिपूर्ण जीवन दोनों का संबंध जिसे कहते हैं अटूट संबंध। इस धर्म प्रिय परिवार में दोनों का वृद्धावस्था जीवन सामान्य सा चल रहा था। 

अटूट रिशते की घटना बड़ी शांति से इस प्रकार चली।

गंगाश्री ने 27 नवंबर 2022 की रात करीब साढे नौ बजे यह संसार छोड़ दिया। रात को ही यह सूचना शहर और दूर रिश्तेदारों तक पहुंचाई गई।

रात बीती।  28 नवंबर दोपहर बाद अपरान्ह में चार बजे अंतिम संस्कार की तैयारियां चल रही थी। काफी रिश्तेदार पहुंच चुके थे।

28 नवंबर को सुबह करीब 11 बजे अटूट रिश्ते की घटना ने इस तरह से प्रवेश किया।

श्याम सिंह ने अपने बड़े पुत्र महेंद्र सिंह जाटव को कहा कि मेरा भी संसार से मोह छूट गया है। मैं भी जा रहा हूं। मुझे चिकित्सालय आदि ले जाने की आवश्यकता नहीं है।  कुछ समय व्यतीत होने के बाद में उनकी देह शिथिल होने लगी। पिता के प्रति मोह। मां की निर्जीव देह घर में पड़ी और पिता ने अचानक यह बात कह दी। 


पुत्र महेंद्र सिंह और मित्र श्यामसिंह  को हॉस्पिटल में ले गए।  चिकित्सकों ने कहा कि देह में प्राण नहीं है। 

अचानक यह समाचार सूरतगढ़ के कोने कोने में पहुंच गया। सोशल मीडिया में प्रसारित हो गया। पति और पत्नी का यह रिश्ता अमर हो गया। कुछ रिश्तेदार जो आनेवाले थे वे भी तुरंत पहुंचे। 

घर में नर नारियों की भीड़ जुटने लगी। 


 29 नवंबर को गंगाश्री और श्याम सिंह की अंतिम यात्रा एक साथ रवाना हुई। राम नाम सत् है सत् बोलो गत् है के स्वर गूजते दोनों अर्थियां

सूर्योदयनगरी की कल्याण भूमि में ले जाई गई। सर्वमान्य मनोरम स्थान जहां ईहलोक परलोक की धर्म कर्म की चर्चाएं होती है। कल्याण भूमि में दोनों के अटूट रिश्ते और धर्म कर्म की ही चर्चा होने लगी।

दोनों की चिताएं पास पास जली। बड़े पुत्र महेंद्र सिंह ने अग्नि संस्कार पूर्ण किया । मुखाग्नि दी कपाल क्रिया की । यह दृश्य देखकर लोग भावव्हिल हो रहे थे। धर्म परायण परिवार से जुड़े पति और पत्नी गंगा श्री और श्याम सिंह एक साथ ही पंचतत्व में विलीन हो गए। 

इस अंतिम संस्कार में शहर के गणमान्य राजनीतिक कार्यकर्ता पत्रकार वकील चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े लोग सामाजिक कार्यकर्ता आदि साक्षी बने। 

* गंगाश्री और श्याम सिंह के बड़े सुपुत्र महेंद्र सिंह जाटव यहां पत्रकारिता करते हैं और साप्ताहिक ब्लास्ट की आवाज समाचार पत्र का प्रकाशन करते हैं। छोटे पुत्र जीतेंद्र हैं। एक पुत्री मिथिला उत्तर प्रदेश में विवाहित है। 

29 नवंबर 2022.

करणीदानसिंह राजपूत,

स्वतंत्र पत्रकार,(राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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