अरोड़वंश की धर्मशाला का हो रहा गलत निर्माण |
अरोड़वंश धर्मशाला आगे अतिक्रमण करके बनाई जा रही है। पास में मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार संघ की धर्मशाला की चारदीवारी से कितनी आगे है अरोड़वंश धर्मशाला। |
सारस्वत ब्राह्मण धर्मशाला के आगे की ओर दुकानों का निर्माण |
सारस्वत ब्राह्मण धर्मशाला की दुकानों का पिछे का बंद हिस्सा। |
कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा पर शह देने के आरोप:
नगरपालिका बोर्ड की बैठक में पार्षदों ने घेरा व जवाब देना पड़ा:
सूरतगढ़, 22 दिसम्बर,2011. अरोड़ा व सारस्वत कुंडिया ब्राह्मण समाज की धर्मशालाओं के स्वीकृत और आवंटित भूखंडों पर गैर कानूनी रूप से सड़क की ओर दुकानों के निर्माण को लेकर नगरपालिका बोर्ड की बैठक में हंगामा हो गया। पार्षदों ने अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा पर आरोप लगया कि उनकी शह और मिली भगती से ये अवैध निर्माण हो रहे हैं। नगरपालिका शहर में गरीबों के घरों को अतिक्रमण बतला कर तोड़ रही है, मगर धर्मशालाओं में बन रही दुकानों पर ना कोई रिपोर्ट है और ना कोई कार्यवाही है। पार्षदों राजाराम गोदारा,धर्मेन्द्र सोलंकी,परमजीतसिंह पम्मी,सत्यनारायण छींपा,नत्थूराम भाटिया ने आरोप लगाया कि धर्मशालाओं के नाम पर दुकानें बन रही है और अखबारों में समाचार छप रहे हैं। इतना कुछ होने के बावजूद नगरपालिका प्रशासन कोई कार्यवाही क्यों नहीं कर रहा है? गरीबों के मकानों को नगरपालिका अतिक्रमण बता कर तोड़ती रहती है और यहां पर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है?
पार्षदों का यह भी कहना था कि बीकानेर रोड अत्यंत व्यस्त रोड है जिस पर धर्मशालाओं के आगे दुकानों के निर्माण से सड़क पर वाहनों आदि के खड़े होने से यातायात बाधित होगा व दुर्घटनाएं होंगी।
पार्षद इस बात को लेकर अड़ गए कि अधिशाषी अधिकारी साफ साफ जवाब दे और गुमराह करने की कोई बात नहीं कहे। पार्षदों के अड़ जाने पर और अधिशाषी अधिकारी से जवाब तलबी पर मेजों को थप थपाया गया और मांग कर रहे पार्षदों का समर्थन किया गया।
अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा को इसका जवाब देना पड़ा।
अधिशाषी अधिकारी ने कहा कि निर्माण की स्वीकृति आवासीय और चेरिटेबल संस्थाओं को धर्मशाला निर्माण की स्वीकृति दी गई है और वहां पर गलत निर्माण हो रहा है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जावेगी। पार्षदों का कहना था कि गलत निर्माण आगे तुरंत बंद करवाया जाए व जो गलत हुआ है वह तुड़वाया जावे। इस बैठक की अध्यक्षता पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल कर रहे थे।
शहर की अत्यंत व्यस्त प्रमुख बीकानेर रोड पर धर्मशालाओं में सड़क की ओर अवैध रूप में दुकानें बनाने का प्रकरण साप्ताहिक समाचार पत्र ब्लास्ट की आवाज ने 19 दिसम्बर के अंक में सचित्र प्रकाशित किया था जिसमें अधिशाषी अधिकारी पर आरोप लगाया गया था।
नगरपालिका की बैठक के बाद शाम को भी इन धर्मशालाओं में दुकानों का निर्माण चल ही रहा था।
अरोड़वंश धर्मशाला में दुकानों के निर्माण का आरोप तो लगा ही है। यह धर्मशाला सड़क की ओर सेटबैक खाली छोड़े जाने वाले स्थान पर अतिक्रमण करते हुए भी बनाई जा रही है। इससे सड़क के आगे की जगह और संकड़ी हो गई है। इसके पास में ही मेढ़ स्र्वणकारों की धर्मशाला के भूखंड की चारदीवारी बनी हुई है। उससे करीब दस फुट आगे तक लेते हुए अरोड़ वंश धर्मशाला का अवैध निर्माण चल रहा है। इस प्रकार से अरोड़वंश धर्मशाला में सड़क की तरफ की करीब आठ सौ वर्ग फुट भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। नगरपालिका की इस सड़क पर आगे हाल ही में हुई दुकानों की नीलामी की बोली के हिसाब से अतिक्रमण की जगह की कीमत ही करीब 8-10 करोड़ बनती है। आरोप है कि कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा की शह पर ही यह हो रहा है।
इस अतिक्रमण को रूकवाने और जानते हुए भी नगरपालिका को करोड़ों रूपयों का नुकसान पहुंचा रहे कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी को निलंबित कर जांच करने की मांग उठने लगी है। यह मांग इसलिए भी उठने लगी है कि पूर्व में नगरपालिका में भूमि घोटाले करने वाले अधिशाषी अधिकारी को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने 21 दिसम्बर को गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हे न्यायिक हिरासत में जेल भिजवाया गया है। इसके अलावा पूर्व में अधिशाषी अधिकारी रहे भंवरलाल सोनी पर भी भ्रष्टाचार के आरोप में प्रकरण दर्ज हैं। इसी तर्ज पर कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा पर भी कार्यवाही की मांग उठने लग गई है।
पार्षदों का यह भी कहना था कि बीकानेर रोड अत्यंत व्यस्त रोड है जिस पर धर्मशालाओं के आगे दुकानों के निर्माण से सड़क पर वाहनों आदि के खड़े होने से यातायात बाधित होगा व दुर्घटनाएं होंगी।
पार्षद इस बात को लेकर अड़ गए कि अधिशाषी अधिकारी साफ साफ जवाब दे और गुमराह करने की कोई बात नहीं कहे। पार्षदों के अड़ जाने पर और अधिशाषी अधिकारी से जवाब तलबी पर मेजों को थप थपाया गया और मांग कर रहे पार्षदों का समर्थन किया गया।
अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा को इसका जवाब देना पड़ा।
अधिशाषी अधिकारी ने कहा कि निर्माण की स्वीकृति आवासीय और चेरिटेबल संस्थाओं को धर्मशाला निर्माण की स्वीकृति दी गई है और वहां पर गलत निर्माण हो रहा है तो उनके विरूद्ध कार्यवाही की जावेगी। पार्षदों का कहना था कि गलत निर्माण आगे तुरंत बंद करवाया जाए व जो गलत हुआ है वह तुड़वाया जावे। इस बैठक की अध्यक्षता पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल कर रहे थे।
शहर की अत्यंत व्यस्त प्रमुख बीकानेर रोड पर धर्मशालाओं में सड़क की ओर अवैध रूप में दुकानें बनाने का प्रकरण साप्ताहिक समाचार पत्र ब्लास्ट की आवाज ने 19 दिसम्बर के अंक में सचित्र प्रकाशित किया था जिसमें अधिशाषी अधिकारी पर आरोप लगाया गया था।
नगरपालिका की बैठक के बाद शाम को भी इन धर्मशालाओं में दुकानों का निर्माण चल ही रहा था।
अरोड़वंश धर्मशाला में दुकानों के निर्माण का आरोप तो लगा ही है। यह धर्मशाला सड़क की ओर सेटबैक खाली छोड़े जाने वाले स्थान पर अतिक्रमण करते हुए भी बनाई जा रही है। इससे सड़क के आगे की जगह और संकड़ी हो गई है। इसके पास में ही मेढ़ स्र्वणकारों की धर्मशाला के भूखंड की चारदीवारी बनी हुई है। उससे करीब दस फुट आगे तक लेते हुए अरोड़ वंश धर्मशाला का अवैध निर्माण चल रहा है। इस प्रकार से अरोड़वंश धर्मशाला में सड़क की तरफ की करीब आठ सौ वर्ग फुट भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। नगरपालिका की इस सड़क पर आगे हाल ही में हुई दुकानों की नीलामी की बोली के हिसाब से अतिक्रमण की जगह की कीमत ही करीब 8-10 करोड़ बनती है। आरोप है कि कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा की शह पर ही यह हो रहा है।
इस अतिक्रमण को रूकवाने और जानते हुए भी नगरपालिका को करोड़ों रूपयों का नुकसान पहुंचा रहे कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी को निलंबित कर जांच करने की मांग उठने लगी है। यह मांग इसलिए भी उठने लगी है कि पूर्व में नगरपालिका में भूमि घोटाले करने वाले अधिशाषी अधिकारी को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने 21 दिसम्बर को गिरफ्तार न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हे न्यायिक हिरासत में जेल भिजवाया गया है। इसके अलावा पूर्व में अधिशाषी अधिकारी रहे भंवरलाल सोनी पर भी भ्रष्टाचार के आरोप में प्रकरण दर्ज हैं। इसी तर्ज पर कार्यवाहक अधिशाषी अधिकारी राकेश अरोड़ा पर भी कार्यवाही की मांग उठने लग गई है।