रविवार, 30 अप्रैल 2017

सूरतगढ़ का जेईन आशीष मूंदड़ा गिरफ्तार:रिश्वत मांगना भी कानूनी जुर्म है




सूरतगढ़ 30 अप्रैल 2017 सूरतगढ़ निवासी j e n (जोधपुर विद्युत विद्युत वितरण निगम सूरतगढ) को भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने रिश्वत मांगने के आरोप में 29 अप्रैल को गिरफ्तार किया। आशीष मूंदड़ा पुत्र विनोद कुमार मूंदड़ा यहां भगत सिंह चौक में निवासी है।आशीष मूंदड़ा को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश किया गया जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। मामला 2015 का है। इस प्रकरण से सरकारी स्टाफ को मालूम पड़ जाना चाहिए कि अच्छे खासे वेतन के बावजूद उनका पेट नहीं भरता और वे रिश्वत की मांग करते हैं और रिश्वत मांगना भी कानूनी अपराध है। श्रीगंगानगर के एडिशनल SP एंटी करप्शन ब्यूरो राजेंद्र प्रसाद ढिढारिया के अनुसार नंदलाल उपाध्याय की ओर से चक 17 एसटीबी में पालीवाल सुरतगढ़ की फर्म अमिताभ फ्लाई एस ब्रिक्स में तीन फेस विद्युत कनेक्शन को 6 घंटे विद्युत सप्लाई के स्थान पर 24 घंटे सप्लाई करने की एवज में जेईएन आशीष मूंदड़ा ने ₹50 हजार की रिश्वत मांगी थी।नंदलाल उपाध्याय ने यह प्रकरण एंटी करप्शन ब्यूरो की बीकानेर चौकी में शिकायत के रूप में प्रस्तुत किया।एंटी करप्शन ब्यूरो ने जनवरी 2016 में मामले का सत्यापन कराया।आशीष  ने 40 हजार रुपए में मामला तय किया। कनिष्ठ अभियंता ने बाद में कोई भनक पड़ने पर रिश्वत तो नहीं ली लेकिन रिश्वत मांगी थी यह प्रमाणित हो गया था।रिश्वत मांगने के आधार पर निरोधक ब्यूरो की चौकी श्रीगंगानगर में यह मामला दर्ज हुआ। इस मामले के अनुसंधान में आरोप प्रमाणित हुआ।मुकदमा चलाने की मंजूरी मांगी गई जो ब्यूरो मुख्य कार्यालय से प्राप्त हो गई। एंटी करप्शन ब्यूरो ने जेईएन आशीष मूंदड़ा को गिरफ्तार करने के लिए कई बार प्रयास किए व उसके ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह गायब हो गया। 29 अप्रैल को आशीष मूंदड़ा की गिरफ्तारी संभव  हुई। राजस्थान भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में रिश्वत मांगना भी अपराध है।


शुक्रवार, 28 अप्रैल 2017

राष्ट्रीय क्रिकेट में उभरा श्रीगंगानगर का अंकित सोनी





श्रीगंगानगर 28अप्रैल। राष्ट्रीय क्रिकेट में राजस्थान का एक और सितारा उभरा है। अंकित सोनी नाम का यह क्रिकेटर श्रीगंगानगर का बेटा है, जिसने बिना कोई रणजी मैच खेले ही इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी जगह बना ली है। अंकित ने गुरुवार को गुजरात लॉयंस की तरफ से अपना पहला मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ खेला और डेब्यू मैच में ही शानदार प्रदर्शन किया। इस युवा खिलाड़ी का प्रदर्शन देखकर कमेंटेटर चकित थे, वहीं टीम के साथियों व प्रबंधन ने अंकित के प्रदर्शन की खुलकर तारीफ की और उन्हें भविष्य का सितारा बताया। अंकित की इस कामयाबी पर परिवार फूला नहीं समा रहा। उनके घर बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है।

अंकित सोनी श्रीगंगानगर का मूल निवासी है। उसके दादा प्रेम सोनी यहां 3-एफ-36 जवाहरनगर में परिवार सहित रहते हैं। उसके चाचा रमेश सोनी शिक्षा विभाग में लिपिक हैं, जबकि पिता नरेश सोनी सूरतगढ़ में एलआईसी के अतिरिक्त शाखा प्रबंधक हैं। आज यहां पैतृक घर में खुशियां मना रहे परिवारजनों ने बताया कि अंकित ने 15 वर्ष की उम्र में वर्ष 2007 में क्रिकेट का प्रशिक्षण लेना शुरू किया। सूरतगढ़ की शेरवुड एकेडमी के कोच रणजीतसिंह ने उसे कोचिंग दी। इसके बाद वह समय-समय पर श्रीगंगानगर जिला क्रिकेट संघ के सहयोग से संचालित सेठ सुशीलकुमार बिहाणी क्रिकेट एकेडमी में कोच धीरज शर्मा के सान्निध्य में कोचिंग लेता रहा। पिता नरेश सोनी उसे फास्ट बॉलर बनाना चाहते थे, लेकिन अंकित की रुचि स्पिन गेंदबाजी में थी। लेग स्पिनर के रूप में उसका हुनर देखकर कोच ने इसी फील्ड में प्रेक्टिस कराई। साथ-साथ बैटिंग में भी अंकित बढिय़ा कर रहा था।

डीसीए कोच धीरज शर्मा के अनुसार अंकित सोनी जिले की तरफ से अंडर-16, अंडर-19 प्रतियोगिताएं खेल चुके हैं। इसके अलावा सीनियर टीम के साथ खेलते हुए वर्ष 2015 में कॉल्विन शील्ड जीतने में अहम भूमिका निभाई थी। इस दौरान वर्ष 2013 से ही वह जयपुर में आईपीएल की टीम राजस्थान रॉयल्स के प्रेक्टिस सेशन में बॉलिंग करता रहे।  रॉयल्स टीम प्रबंधन से जुड़े मोंटी देसाई ने अंकित सोनी की प्रतिभा को पहचाना और टीम में उसे शामिल करने का प्रस्ताव रखा, लेकिन दुर्भाग्य से अन्य पदाधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। कॉल्विन शील्ड में अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए अंकित को मुम्बई भेजा गया, जहां वह मोंटी देसाई के क्लब से खेलने लगा। अब मोंटी देसाई गुजरात लॉयंस टीम से जुड़े हुए हैं। लॉयंस टीम के ड्वेन ब्रावो तथा शिविल कौशिक के चोटिल होने पर देसाई ने ही अंकित को टीम में लेने का सुझाव दिया। उससे पहले ही कप्तान सुरेश रैना प्रेक्टिस सैशन में अंकित की गेंदबाजी देख चुके थे, इसलिए इरफान पठान के साथ ही अंकित को भी टीम में शामिल कर लिया।

पहले ही मैच में जमाई धाक

अंकित सोनी ने गुजरात लॉयंस की तरफ से आरसीबी के खिलाफ खेलते हुए पहले ही मैच में धाक जमाई। उसने 3 ओवर में 28 रन देकर नेगी का महत्वपूर्ण विकेट तो लिया ही, विध्वंसक बल्लेबाजी एबी डीविलियर्स को रन आउट भी कराया। उनके प्रदर्शन पर कमेंटेटर भी चकित थे कि बिना रणजी मैच खेले ही सीधे आईपीएल में आया यह युवा खिलाड़ी कितना प्रतिभाशाली है।

दो बार आईपीएल नीलामी से चूके

अंकित सोनी दो बार लेग स्पिनर के रूप में आईपीएल नीलामी में भाग ले चुके हैं, लेकिन दुर्भाग्य से किसी टीम ने उन्हें नहीं खरीदा। पहली बार वर्ष 2015 और फिर 2017 की नीलामी में उनका बेस प्राइस 10 लाख रुपए रखा गया था। अब गुजरात लॉयंस ने बेस प्राइस पर ही उन्हें टीम में शामिल किया है। टीम की तरफ से बुधवार को अंकित सोनी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।




सोमवार, 24 अप्रैल 2017

अशोक क्वातड़ा की 1 साल की सजा कायम: अपील खारिज




सूरतगढ़ 24 अप्रैल 2017 अशोक कवातड़ा की 1 साल की सजा कायम रखते हुए अप्पर सेशन न्यायाधीश ने वारंट जारी करने का निर्देश देते हुए कवातड़ा की अपील 20 अप्रैल को खारिज कर दी। अशोक कवातड़ा पुत्र राम दित्ता मल अरोड़ा शारदा बाल निकेतन स्कूल सूरतगढ़ का यह यह प्रकरण रूपए के लेने, भुगतान में चैक देने व चैक के अनादरण होने पर शुरू हुआ।

अशोक कवातड़ा ने ज्योति प्रकाश ठाकराणी से 4 लाख 90 हजार रुपए कर्ज लिए थे।

कवातड़ा ने 18 फरवरी 2014 को चेक दिया जो बैंक में रकम नहीं होने पर  अनादरित हो गया ।
 ज्योति प्रकाश ने अशोक क्वातड़ा को कानूनी नोटिस वकील के मार्फत भेजा। मगर अशोक क्वातड़ा ने रकम नहीं चुकाई।

इस पर अशोक क्वातड़ा के विरुद्ध अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूरतगढ़ के यहां वाद दायर किया गया। पीठासीन अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सूरतगढ़ बलवंत सिंह भारी ने ने17-12-2015 को अशोक कवातड़ा को 1 वर्ष के साधारण कारावास की सजा सुनाई और 5 लाख 65 हजार रुपए परिवादी को क्षति  पूर्ति  देने का निर्णय सुनाया। अशोक ने उक्त निर्णय के विरुद्ध अपर सेशन न्यायाधीश सूरतगढ़ की अदालत में अपील की जो 6 जनवरी 2016 को पंजीबद्ध हुई।
अपर सेशन न्यायाधीश ने दोनों पक्षों को सुना।
 इस अदालत में अपीलार्थी अशोक क्वातड़ा की ओर से वकील ताराचंद स्वामी ने और परिवादी ज्योति प्रकाश ठाक राणी की ओर से वकील दया शंकर शर्मा ने पैरवी की।
अप्पर सेशन न्यायालय पीठासीन अधिकारी ईश्वरी लाल वर्मा ने 20 अप्रैल 2017 को अशोक क्वातड़ा की अपील खारिज कर दी। 

मंगलवार, 18 अप्रैल 2017

12 पी एस रायसिंहनगर में नशा मुक्ति कार्यशाला





श्रीगंगानगर, 18 अप्रेल। पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कोटोकी द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के तहत पुलिस थाना रायसिंहनगर द्वारा मंगलवार को विवेकानंद मेमोरियल पब्लिक स्कूल 12 पीएस रायसिंहनगर में  निशुल्क नशा मुक्ति परामर्श शिविर व कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री भारत राज अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, रायसिंहनगर ने अपने संबोधन में कहा कि नशा मानवता का दुश्मन है। नशे के कारण व्यक्ति मानव को मानव नहीं समझता तथा अत्याचारी बनकर मानवता के विरुद्ध गलत राह पर चलने लग जाता है, जबकि हमें गुरुओं के बताए मार्ग पर चलकर नशों से ना केवल खुद को बचाना चाहिए बल्कि दूसरे लोगों को भी बचाना चाहिए।

कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नशा मुक्ति परामर्श एवं उपचार केंद्र के प्रभारी डॉक्टर रविकांत गोयल ने नशे से मानव जीवन पर पड़ने वाले विभिन्न नुकसानों के बारे में जानकारी दी तथा नशे से बचने बचाने के आसान तरीके बताएं डॉक्टर गोयल ने उपस्थित जनसमूह को जीवन पर निशाना करने की शपथ दिलाई।

इस कार्यक्रम में आनंद स्वामी वृताधिकारी पुलिस  रायसिंहनगर ने कहा कि नशे के कारण व्यक्ति कई बार ना चाहते हुए भी अपराध कर अपना जीवन सलाखों के पीछे बिताने पर मजबूर हो जाता है, इसलिए हर हाल में नशे से दूर रहना चाहिए ।

कार्यक्रम में नशा मुक्ति मुहिम के समाजसेवी श्री बनवारी लाल शर्मा व ( व्याख्याता ) ने अपने संबोधन में कहा कि नशा करना पाप का घर है इससे परिवार बर्बाद हो जाते हैं हमारे गुरुओं ने भी नशा ना करने का उपदेश दिया है जिस पर हमें चलना चाहिए ।

प्रधानाचार्य श्री धर्मेंद्र शर्मा ने पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे इस अभियान की भूरी-भूरी प्रशंसा की उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम युवा व समाज के लिए सार्थक सिद्ध होंगे  ।

कार्यशाला में विवेकानंद मेमोरियल पब्लिक स्कूल के विद्यालय के छात्रा-छात्राओं ने स्टाफ सहित भाग लिया एवं एवं ग्रामीण भी  उपस्थित रहे ।

थाना अधिकारी रायसिंहनगर श्री अरविंद बिश्नोई ने कहा कि जनमानस को इस अभियान में भाग लेकर नशा मुक्त भारत का निर्माण करना चाहिए।

इस कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर गोयल ने शिविर में आए नशा पीड़ित लोगों की जांच व  उचित परामर्श प्रदान किया। मंच संचालन श्री रघुवीर काजला व्याख्याता  ने किया।





शनिवार, 15 अप्रैल 2017

तापघात व लू से बचाव के आवश्यक सुझाव


आम नागरिक इन सुझाव व घरेलू उपचार से गर्मी से बचाव कर सकते है।
लू तापघात के प्रमुख लक्षण
गर्मी व लू लगने पर शरीर पर गर्म जलन का होना, पसीना ज्यादा होना, मुंह का रंग लाल होना, जी मचलना व च€कर आना तथा गंभीर हालत होने पर पसीना आकर बंद हो जाना तथा बेहोश हो जाना इसके लक्षण है।
घरेलू उपचार
लू लगने के लक्षण दिखने पर मरीज को तुरंत ठंडे स्थान, एसी, कूलर के नीचे ले जाये। सिर व अन्य हिस्सों पर गिली पट्टी करें, ओआरएस का घोल पिलाएं तथा बेहोशी आने पर तत्काल अस्पताल लेकर जाये।
तापघात लू से इस प्रकार करें बचाव
भूखे पेट घर से नही निकलना चाहिए। कुछ खाकर तथा पानी पीकर घर से निकले। सूती व ढ़ीले कपड़े पहने। घर से बाहर निकलते समय सिर ढक़ कर निकले। सीधी धूप में लम्बे समय तक पैदल नही चले। बीच में आराम जरूर करें। दोपहर बाहर निकलने में बचने का प्रयास करें। गणतव्य स्थान पर पहुंचते ही सामान्य पानी पीएं। किसी तरह की परेशानी महसूस करने पर तत्काल चिकित्सक के पास ले जाना चाहिए।

16-5-2016
update 15-4-2017.

मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

25 बीबी(पदमपुर) में नशा मुक्ति शिविर




श्रीगंगानगर, 11 अप्रेल। जिला पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कोटोकी के निर्देशानुसार पुलिस प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य व शिक्षा विभाग के सहयोग से जिला स्तर पर चलाये जा रहे नशा मुक्ति अभियान के अन्तर्गत मंगलवार को शिवालिक चिल्ड्रन्स एकेडमी 25. बीबी तहसील पदमपुर जिला श्री गंगानगर में पुलिस थाना पदमपुर के नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि के रुप में एस डी. एम पदमपुर श्री संदीप कुमार ने कहा कि मानव जिवन अनमोल है जिसे नशे की भेंट नही चढाना चाहिए। माहापुरषो से प्ररेणा लेकर जीवन सफल बनाना चाहिए।

कार्यक्रम के अध्यक्ष रुप में डिप्टी एस पी करनपुर श्री सुनिल के पंवार ने कहा कि नशा अपराधो की जड है। समाज में अधिकतर अपराध नशे की वजह से होते है, नशा मिटाकर सुंदर समाज का निर्माण किया जा सकता है।

कार्यक्रम में राजकीय नशा मुक्ति परामर्श एंव उपचार केन्द्र श्री गंगानगर के प्रभारी डॉक्टर रविकान्त गोयल ने मुख्या वक्ता के रुप में उपस्थित विद्यार्थियों परिजनों ग्रामीणो व अध्यापकगणो को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा करने से व्यक्ति की अच्छे व बुरे में भेद करने की समझ समाप्त हो जाती है व्यक्ति नशे की लत को पूरा करने के लिए अपराध करने लगता है जिससे उसका व उसके परिवार का जीवन खतरे में पड जाता है डॉ गोयल ने नषे के दोषो दुष्प्रभावो की जानकारी देते हुए नषो से बचने व नषे के आदी लोगो को नशामुक्त करने के वैज्ञानिक उपायो की जानकारी देते हुए उपस्थित जनसमूह को जीवन भर नशा न करने तथा समाज से नशा मिटाने की शपथ दिलाई।

कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता श्री बनवारी लाल शर्मा ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा विनाश का मार्ग है इससे बचना चाहिए।

कार्यक्रम में पुलिस थाना पदमपुर के श्री सुभाष चन्द्र ए. एस आई में पुलिस जाब्ता के ए. एस आई सुभाष चन्द्र  ने विद्यार्थियों को नषे की बुराईयों से अवगत कराते हुए नशें से दूर रहने तथा पुलिस द्धारा चलाये जा रहे नशा मुक्ति अभियान में नशा मुक्ति दूत के रुप में जुडकर समाज से नशे को मिटाने हेतू प्रेरित किया।


कार्यक्रम में शिवालिक चिल्ड्रन्स एकेडमी 25. बी. बी की प्रधानाचार्य श्रीमती श्वेता गिल ने विद्यार्थियों से संवाद कायम करते हुए कहा कि नशा मानवता का दुश्मन है। नशे के कारण हमारे समाज को बहुत नुकसान हो रहा है। गंगानगर पुलिस द्धारा चलाया जा रहा नशा मुक्ति अभियान वास्तव में एक सराहनीया एंव अनुकरणीय कदम है प्रत्येक को इससे जुडकर नशा मुक्ति का सन्देश घर-घर पंहुचाना चाहिए शिवालिक चिल्ड्रन्स एकेडमी 25. बी. बी की प्रधानाचार्य श्रीमती श्वेता गिल ने नशा मुक्ति पर अपने विचार व्यक्त कर सभी से सहयोग की अपील की।

कार्यक्रम में शिवालिक चिल्ड्रन्स एकेडमी के विद्यार्थियों अध्यापकगणो तथा ग्रामीणो ने भाग लिया चिक्त्सि विभाग की तरफ से कार्यक्रम में नशे के आदि रोगियों की डॉ गोयल द्धारा मोके पर ही जांच कर परामर्श प्रदान किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन अध्यापक पुलकित द्वारा किया गया।


सोमवार, 10 अप्रैल 2017

महावीर जयंती समारोह विधायक राजेंद्र भादू व पालिकाध्यक्ष काजल छाबड़ा के आतिथ्य में हुआ

 - करणीदान सिंह राजपूत - 

सूरतगढ़ 10 अप्रैल 2017.

 भगवान महावीर की जयंती समारोह यहां श्री माहेश्वरी सदन में आयोजित किया गया। जैन आचार्य श्रीमद् विजय आनंद महाराज साहब ने अपने उपदेश में बहुत ही सीख और चेताने वाली बात कही कि कर्मों का फल इसी जीवन में मिलता है​, इसलिए सोच और समझ कर कर्म करें। विजयानंद जी महाराज का यह उपदेश इसलिए महत्वपूर्ण है कि आज राजनेता, पैसे वाले,प्रभाव वाले लोग मंचों पर घोषणाएं कुछ भी करते रहें सच्चे बने रहें लेकिन उनकी नीयत और उनके कर्म भ्रष्टाचार से भरे हुए तथा सामाजिक नीतियों के विरुद्ध होते हैं।आज इस प्रकार का माहौल बना दिया गया है कि लाखों रुपए कमीशन भ्रष्टाचार में खाने वाला 10 मिनट किसी समारोह में जाकर कुछ अंश दान देकर अपने आप को पवित्र मान लेता है। वह सोच लेता है कि उसके सारे पाप  इस दान से और इस कुछ मिनट की समाजसेवा से धुल गए हैं। महावीर जयंती के पर्व पर जैन आचार्य विजय आनंद जी का उपदेश बहुत ही सीख देने वाला है। यह किसी एक को नहीं समाज के हर व्यक्ति को चेताता है कि वह जो कुछ कर रहा है उस पर किसी न किसी की नजर जरूर है और वह सर्वशक्तिमान इसी जन्म में उसके कर्मों का फल भी दे देता है। 9 अप्रैल को मनाए गए समारोह में जैन आचार्य विजय आनंद जी के अलावा मुनिराज  जयकीर्ति विजय और मुनि दिव्यांश विजय का भी सानिध्य रहा।




रविवार, 9 अप्रैल 2017

एटा सिंगरासर माइनर 10 मई तक का समय दिया गया

सूरतगढ 9 अप्रैल 2017. कामरेड हेतराम बेनीवाल,   टिब्बा क्षेत्र  संघर्ष समिति  के संयोजक  संयोजक राकेश बिश्नोई, जिला परिषद डायरेक्टर डूंगरराम गेदर , शयोपत कामरेड ,कामरेड मगेज चौधरी, पूर्व विधायक गंगाजल मील ,अमित कड़वासरा ,ओम राजपुरोहित, सत्यप्रकाश  सियाग, श्रवण सिंगाठिया आदि किसान नेताओं के नेतृत्व में किसान व  मातृशक्ति बड़ी संख्या में थर्मल का घेराव को पहुंचे।  दोपहर 3 बजे प्रशासन के साथ किसान नेताओं ने वार्ता की।  लिखित में समझौता हुआ की पूर्व में गठित कमेटी 10 मई तक अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप देगी व रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया जाएगा। तब तक प्रशासन ने किसानों से समय मांगा । कामरेड हेतराम बेनीवाल ने कहा कि हम 10 मई तक समय देने को तैयार हैं लेकिन 10 मई को पूरे क्षेत्र के किसान एकत्रित होंगे और नहर खुदने तक डटे रहेंगे । और सूरतगढ़ में चल रहा किसानों का महापड़ाव लगातार जारी रहेगा।




शराब से पिशाचों की फौज बढ़ रही है


शराब से पिशाचों की बढ़ रही है फौज -  संत नरसिंह दास जी


संपूर्ण शराब बंदी से ही प्रदेश होगा सुखी - पूनम अंकुर छाबड़ा



जयपुर।

       पिंजरापोल गोशाला टौंक रोड पर आयोजित श्री रामकथा  में व्यास पीठ को सुशोभित करते संतश्री 1008 श्री महामंडलेश्वर सिद्ध श्री बाबा श्री नरसिंह दास जी महाराज (अयोध्या) ने कहा की पूरे देश प्रदेश में धर्म का ह्रास हो रहा है और पिशाचों की संख्या बढ़ रही है। इन सब की गुनहगार शराब है ।

सरकार को आम जन के हित के लिए अपने लालच को त्याग करके शराब रुपी दानव का अंत करना होगा तभी देश प्रदेश में सुखमय वातावरण निर्मित होगा। संत श्री ने आशीर्वाद देते हुए कहा की समाज के हित के लिए निस्वार्थ रूप से जो कार्य पूनम अंकुर छाबड़ा जी कर रही हैं यह अतुलनीय है और ऎसे बिरले ही लोग होते हैं जो अपना सब कुछ समाज हितार्थ कार्यो को समर्पित करते हैं।आपके वंदनीय कार्यो के लिए साधुवाद और संत समाज आम जन के साथ सरकार से आव्हान करता है की शराब रुपी दानव का अंत कर सभ्य समाज की रचना करे ।


   इस अवसर पर आमंत्रित अतिथी जस्टिस फॉर छाबड़ा जी संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष​ पूनम अंकुर छाबड़ा ने कहा की संतों के आशीर्वाद और उनके मार्गदर्शन से ही सम्पूर्ण शराब बंदी होगी।

हम लगातार आम जन के बीच शराब और नशे के दुस्प्रभावों को बता कर जन जागृति का प्रयास कर रहे हैं।  सरकार  तक भी शराब बंदी की अपनी मांग को पंहुचा रहे हैं। आज पूरे प्रदेश का हर वर्ग शराब बंदी आंदोलन के साथ उठ खड़ा हुआ है और जब तक प्रदेश शराब रुपी दानव से मुक्त नहीं होगा तब तक हम आन्दोलनरत रहेंगे।


     कथा आयोजकों ने इस अवसर पर शराब बंदी आन्दोलन की राष्ट्रीय अध्य्क्ष पूनम अंकुर छाबड़ा का दुपट्टा ओढ़ाकर बहुमान किया साथ ही उपस्तिथ जन समहु ने नशा मुक्ति का संकल्प लेकर आन्दोलन में पूरा सहयोग का वादा किया पूरा पण्डाल शराब बंदी के अमर बलिदानी शहिद श्री गुरुशरण जी छाबड़ा और गो माता के जयकारों से गूँज उठा ।

पूनम अंकुर छाबड़ा ने कहा कि शराब व्यापारी द्वारा महिलाओं के साथ जो अभद्रता की,उनके शांति पूर्ण धरने को हिंसा करके महिलाओं के हक़ को छीना वह लोकतन्त्र की हत्या है।



शनिवार, 8 अप्रैल 2017

थर्मल ठप्प करने की घोषणा पर दुबारा सोचे आंदोलनकारी



ऐटा-सिंगरासर मामला संघर्ष समिति करे पुनर्विचार : संभागीय आयुक्त


श्रीगंगानगर/हनुमानगढ, 8 अप्रैल। -

एटा सिंगरासर माइनर आंदोलनकारियों द्वारा 9 अप्रैल को सूरतगढ़ तापीय विद्युत परियोजना स्थापित करने की घोषणा की हुई है और उसके लिए लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रचार किया जा रहा है आंदोलनकारियों के दल गांव गांव घूम रहे हैं ऐसे मौके पर ठीक 1 दिन पहले 8 अप्रैल को बीकानेर के संभागीय आयुक्त श्री सुआलाल और गंगानगर के जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने ऐटा-सिंगरासर मामले में कहा है कि राज्य सरकार द्वारा गठित समिति द्वारा 10 मई-2017 तक रिपोर्ट आनी है। लिहाजा किसान संघर्ष समिति 9 अप्रैल-2017 को सूरतगढ थर्मल ठप्प करने की कार्यवाही पर पुनर्विचार करे, ताकि लोक शान्ति एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे। संघर्ष समिति से जिला पुलिस-प्रशासन को सहयोग की भी अपेक्षा की जाती है।


सूरतगढ में अंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी

- करणी दान सिंह राजपूत-

 सूरतगढ़ 8 अप्रैल 2017.  अंबेडकर भवन में डॉक्टर अंबेडकर जयंती समारोह समिति सूरतगढ़ की बैठक वरिष्ठ अध्यापक मनफूल सिंह बौध  की अध्यक्षता में संपन्न हुई ।


बैठक में निर्णय लिया गया कि भारत रत्न डा. भीमराव अंबेडकर की 126 वीं  जयंती  भव्य रुप से मनाई जाएगी। कार्यक्रम के प्रचार प्रसार के लिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लिए टीमें बनाई गई और कार्यक्रम में अधिक से अधिक लोगों को पहुंचने का आह्वान किया गया ।ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार की कमान जिला परिषद डायरेक्टर डूंगरराम गेदर को सौंपी व शहरी क्षेत्र में प्रचार की कमान पार्षद जगदीश मेघवाल ,पार्षद गोपी नायक ,पार्षद राजा पंवार को सौंपी गई । बैठक में परशराम भाटिया जिलाध्यक्ष मेघवाल समाज व संयोजक अंबेडकर जयंती समारोह,डॉ. जोगासिह  कैंत ,ब स पा नगर अध्यक्ष पवन सोनी, अमित कल्याणा, वेद प्रकाश मेघवाल, कालू राम मेहरडा़, चिमनलाल भाटिया, जगदीश मेघवाल ,भागीरथ ढिल, बाबूलाल पीपल, मामराज नायक, लेखचंद  नायक ,इंद्राज कालवा ,गौतम ,एडवोकेट राम प्रताप जालप, आदि सदस्य शामिल हुए।




जैन संत आचार्य विजयानंद महाराज ने भादू निवास पगफेरी किया





"आप संतों के आशीर्वाद से मेरे सूरतगढ़ इलाके में विकास कार्य अच्छे चल रहे हैं-राजेन्द्र भादू"

-करणीदान सिंह राजपूत-

 सूरतगढ़ 8 अप्रैल 2017. मूर्तिपूजक जैन आचार्य विजय आनंद जी महाराज सूरतगढ़ पधारने पर विधायक राजेंद्र सिंह भादू के निवास पर पग फेरी की। विधायक राजेंद्र सिंह भादू व उनके पुत्र अमित भादू ने अगवानी में स्वागत किया।भादू ने स्वागत करते हुए कहा कि "आप संतो के आशीर्वाद से मेरे सूरतगढ़ क्षेत्र में विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं "। आचार्य विजयानंद जी ने राजेंद्र भादू परिवार को आशीर्वाद प्रदान किया। विजय आनंद जी के साथ मुनि राज जय कीर्ति विजय और मुनि दिव्यांश भी थे। इस अवसर पर शहर के कई गणमान्य  भी उपस्थित थे।

शुक्रवार, 7 अप्रैल 2017

आपातकाल लोकतंत्र सेनानियों की तबाही पर TT निहाला व राम प्रताप बेदर्द क्यों बने हैं

आपातकाल के ओलों से तबाह लोकतंत्र सेनानियों के लिए TT और निराला बेदर्द क्यों बने हैं?


- करणीदान सिंह राजपूत-

 श्रीगंगानगर जिले से राज्यमंत्री सुरेंद्र पाल सिंह टीटी और श्रीगंगानगर से सांसद निहालचंद मेघवाल ओलावृष्टि से नष्ट हुई फसलों से तबाह किसानों को राहत के लिए तुरंत कार्यवाही करने में जुटे हैं। हर तरह की मेहरबानी के लिए भी भाग दौड़ कर रहे हैं।मैं इन कार्यों का विरोध नहीं कर रहा। यह किया जाना चाहिए लेकिन मैं इन दोनों महानुभावों से यह महत्वपूर्ण सवाल उठा रहा हूं और इलाके के भाजपा विधायकों से भी मेरा यह सवाल है कि सन 1975 में आपातकाल लगाए जाने से लोकतंत्र रक्षा करने वाले सेनानियों के लिए किसी के भी दिल में दर्द क्यों नहीं है? 

आज प्रजातंत्र में जो सुविधाएं मंत्री विधायक सांसद भोग रहे हैं,वह लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए उस समय जागरूक कार्यकर्ताओं ने अपनी जवानी अपना व्यवसाय अपने नौकरियां सब कुछ दाव पर लगा दिया था,उन लोगों की कुर्बानियों के कारण है। उनके कारण भारतीय जनता पार्टी सत्ता में बैठी है। श्रीगंगानगर जिले में सूरतगढ़ में राजस्थान में सबसे पहले आपातकाल के विरोध में आवाज उठी और आंदोलन की शुरुआत हुई ।

उस समय की कांग्रेस सरकार ने बदले की भावना से लोकतंत्र प्रहरियों को मीसा रासुका और शांति भंग की विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया था। राजस्थान में जनता पार्टी की सरकार आने पर मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत के कार्यकाल में आपातकाल बंदियों को राजनीतिक बंदी मानते हुए ₹500 प्रतिमाह की राहत प्रदान की थी। उसका रिकार्ड सरकार के पास है। वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की सरकार में सन 2014 से मीसा और रासुका बंदियों को पेंशन शुरू की गई। लेकिन सीआरसीपीे की धाराओं 107/ 151 /116 में बंदी रहे लोकतंत्र सेनानी गिरफ्तार हुए थे उनके लिए पेंशन सुविधा जारी नहीं की। 

वर्तमान स्थिति में जो लोग जीवित बचे हैं उनकी उम्र 70 साल से अधिक और अनेक लोग 80 और 90 वर्ष के करीब की उम्र में है। जीवन के अंतिम पड़ाव में है। अनेक लोग संसार छोड़ चुके हैं।

 लोकतंत्र सेनानियों की पत्नियां वृद्धावस्था में बड़ी कठिनाइयों में अपना वैधव्य जीवन गुजार रही हैं। 

राजस्थान की वर्तमान सरकार मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की ओर से कुछ भी कहा नहीं जा रहा।भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान के अध्यक्ष अशोक परनामी द्वारा  किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया जा रहा।

 ऐसे में सवाल उठता है कि आपातकाल में जिन लोगों ने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था उनके लिए इलाके के जनप्रतिनिधि क्या कर रहे हैं? आज ओलावृष्टि पर नहरी पानी के मामले में भागदौड़ हो रही है, सुविधाएं हो रही है। करोड़ों रुपए जनप्रतिनिधि अपने कोटे से लगा रहे हैं, तो आपातकाल के तबाह हुए लोकतंत्र प्रहरियों के लिए इलाके के यह जनप्रतिनिधि कुछ भी बोल क्यों नहीं रहे, लिख क्यों नहीं रहे? 

एक भी जनप्रतिनिधि वृदावस्था भोग रहे लोकतंत्र सेनानियों से कभी मिलने नहीं गया । कभी उनसे हाल-चाल नहीं पूछें। कभी उनसे नहीं पूछा कि उनका जीवन यापन कैसे चल रहा है।क्या उनके दिल में मामूली सा दर्द नहीं है। कभी उन महिलाओं से दुख दर्द  नहीं जाना।श्रीगंगानगर जिले में कितने लोग किन विपदाओं में  जीवन गुजार रही है। 

वर्तमान जनप्रतिनिधि आपातकाल में जेलों में नहीं गए थे।इन्होंने कोई आंदोलन नहीं किया था, इसलिए इनके दिल में कोई दर्द नहीं है। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी आपातकाल में जेल में नहीं थी न कहीं प्रदर्शन किया हुआ था, इसलिए उनके दिल में भी आपातकाल से तबाह लोगों के प्रति दिल में कोई जगह नहीं है। यह जनप्रतिनिधि जो इलाके के हैं,क्या वे अपनी कुर्सी के लिए वसुंधरा राजे को कह नहीं पाते। लिख नहीं पाते। उनको भय है की उनकी कुर्सी चली जाएगी।भविष्य में चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलेगी। मतलब केवल अपने पद अपने परिवार की ही परवाह है,जिन लोगों ने कुर्बानियां दी उनकी तरफ इनका कोई ध्यान नहीं है। 

मैं यह कहना चाहता हूं कि अगर मामूली सी गैरत है,मामूली सी भी इंसानियत है, तो इस विषय पर गौर करें और  लोगों से मिले तथा वसुंधरा राजे को शांति भंग में गिरफ्तार किए गए जेलों में बंद रहे लोगों को भी पेंशन देने के लिए मजबूर करें। 

ऐसा हो नहीं सकता कि अनेक जनप्रतिनिधि वसुंधरा को कहे और वसुंधरा कहना नहीं माने।जनप्रतिनिधियों के कहने से वसुंधरा को भी कहना मानना पड़ेगा। शांतिभंग 107/ 151/ 116 बटा 3 सीआरपीसी में बंदी रहे लोकतंत्र सेनानियों को पेंशन दिए जाने के लिए एक प्रावधान तैयार किया गया था जो एक  साल अधिक से वसुंधरा के पास पड़ा हुआ है। 

हाल ही में राजस्थान की विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर यह कहा गया की एक समिति बनाई जाएगी। लेकिन समिति बनाने में ही अगर 6 महीने या साल का समय बीत गया तो उसका लाभ नहीं मिल पाएगा ।समिति तत्काल बनाई जाए और उसको रिपोर्ट देने का समय दें तीस  दिन का दिया जाए तो उसका कुछ लाभ मिल सकता है। 

मैं इस विषय में एक और सख्त बात कहना चाहता हूं  जो लोग आपातकाल में शांति भंग की धाराओं में जेलों में बंद रहे, उनकी विधवा औरतें पेंशन मांग रही है तो वह सरकारी खजाने से मांग रखी है। वसुंधरा राजे को अपने निजी खजाने से पैसा नहीं देना है। यह पैसा गुलाबचंद कटारिया राजेंद्र सिंह राठौड़ अरुण चतुर्वेदी की जेब से नहीं लगना है।यह पैसा सुरेंद्र पाल सिंह टीटी सांसद निहालचंद या हनुमानगढ़ से चुने जाने वाले डॉक्टर रामप्रताप की जेब से खर्च होने वाला नहीं है।जब यह पैसा सरकारी खजाने से दिया जाना है तब इन जनप्रतिनिधियों की सोच पर मुझे तरस आता है।

आज ओलावृष्टि पर आप तुरंत सर्वे करवाना चाहते हैं तुरंत राहत भी दिलाना चाहते हैं लेकिन जो लोग 41- 42 साल पहले तबाह हो गए अपनी जवानी और व्यवसाय लोकतंत्र के लिए दांव पर लगा दिया उन लोगों के लिए आपके पास में 1 मिनट नहीं है।

गुरुवार, 6 अप्रैल 2017

रामनवमी पर सूरतगढ़ में अभूतपूर्व शोभायात्रा खंड 4


- करणीदानसिंह राजपूत -

सूरतगढ़ 5 अप्रैल 2017. रामनवमी पर निकाली गई शोभायात्रा का शहर में हर मार्ग पर अभूतपूर्व  स्वागत हुआ। लोगों का मानना है कि यह शोभा यात्रा राम मंदिर निर्माण की घोषणा ही समझी जाए।ऐतिहासिक शोभा यात्रा में हर समुदाय के लोगों ने भाग लिया। विभिन्न राजनीतिक सामाजिक व्यापारिक संगठनों ने इस शोभायात्रा में भाग लिया। युवाओं में अपार जोश ओम लिखा हुआ भगवा झंडा, एक हाथ में तिरंगा।अनेक युवकों के हाथों में तलवारें।हिंदू समुदाय की एकजुटता इस शोभायात्रा में प्रकट हो रही थी। रामनवमी की इस  अभूतपूर्व शोभायात्रा के खंड 4 में कुछ चुने हुए चित्र प्रस्तुत हैं।आपसे अनुरोध है कि अपने परिजन मित्रों जानकार लोगों को इस शोभायात्रा के सभी खंड शेयर करें,ताकि दूर बैठे लोग भी सूरतगढ़ की इस शोभा यात्रा का आनंद ले सकें।

रामनवमी पर सूरतगढ़ में अभूतपूर्व शोभायात्रा खंड 3



- करणी दान सिंह राजपूत-

सूरतगढ 5 अप्रैल 2017.

 रामनवमी पर सूरतगढ़ में निकाली गई शोभायात्रा अभूतपूर्व मानी गई। लोगों का मानना है कि इससे पहले ऐसी शोभायात्रा किसी भी पर्व पर नहीं निकाली गई थी। इस शोभायात्रा में जबरदस्त जोश था। इस शोभायात्रा के चुने हुए कुछ चित्र रामनवमी पर्व के इस खंड 3 में दिए जा रहे हैं। आप से अनुरोध है कि इन चित्रों का आनंद लें और अपने परिचितों मित्रों और परिजनों को शेयर करें,ताकि वे भी इस अभूतपूर्व शोभा यात्रा का आनंद प्राप्त कर सकें।

रामनवमी पर सूरतगढ़ में अभूतपूर्व शोभायात्रा खंड 2


- करणी दान सिंह राजपूत-

सूरतगढ़ 5 अप्रैल 2017.

 राम नवमी के अवसर पर निकाली गई शोभायात्रा अभूतपूर्व की इस शोभायात्रा के दूसरे खंड में कुछ चित्र दिए जा रहे हैं इन चित्रों से इस भव्य शोभायात्रा का आनंद आप ले सके आप से अनुरोध है कि अपने निकटतम परिजनों मित्रों और परिचितों को शोभा यात्रा के प्रत्येक खंड का शेयर करें ताकि वह लोग दूर बैठे हुए इस शोभा यात्रा का आनंद ले सकें।

रामनवमी पर सूरतगढ़ में अभूतपूर्व शोभायात्रा खंड-1


- करणीदानसिंह राजपूत-



बुधवार, 5 अप्रैल 2017

करणी माता मंदिर सूरतगढ़ राजपूत क्षत्रिय संघ में नवरात्रों पर सजी प्रतिमा



सूरतगढ़ 5 अप्रैल। 

राजपूत क्षत्रिय संघ के बाईपास स्थित मंदिर में देशनोक माता की प्रतिमा नवरात्र में भव्य श्रंगारित  की गई। नवरात्र पर इस मंदिर में धोक  लगाने के लिए राजपूत परिवारों के अलावा अन्य समुदायों​ के परिवारों द्वारा भी धोक लगाई गई। पूजा पाठ किए गए। दर्शनों के लिए दूर-दूर से लोग पधारे।

सोमवार, 3 अप्रैल 2017

वसुंधरा बस्तियों में अवैध बूचड़खाने कब बंद करवाएगी



- करणीदान सिंह राजपूत -

उत्तर प्रदेश में सरकार ने अवैध संचालित हो रहे बूचड़खाने बंद करवा दिए हैं और लाइसेंस  शुदा बूचड़खानों के संचालकों पर नियमानुसार चलने वास्ते सख्ती की है। अधिकारियों द्वारा निरीक्षण में तेजी लाई गई है।

उत्तर प्रदेश में बूचड़खानों पर रोक से देश भर में हलचल मची है लेकिन राजस्थान में अवैध चल रहे बूचड़खानों पर सख्तीअभी तक नहीं हुई है। बस्तियों में अवैध बूचड़खाने चल रहे हैं। 

राजस्थान सरकार अवैध बूचड़खानों पर कब रोक लगाएगी? बस्तियों में चल रहे अवैध बूचड़खाने कब रोके जाएंगे? लाइसेंसशुदा बूचड़खाने नियम तोड़ कर चल रहे हैं उन पर सख्ती कब होगी? 

राजस्थान के जागरुक लोग व पशु प्रेमी वसुंधरा के बोलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लोगों को आश्चर्य हो रहा है कि राजस्थान की भाजपा सरकार चुप्पी धारण किए हुए क्यों पड़ी है? क्या राजस्थान सरकार इसके लिए भी मांग की जाने की प्रतीक्षा कर रही है या राजस्थान के मुख्यमंत्री को अवैध बूचड़खानों पर रोक लगाने में कोई डर लग रहा है? अवैध बूचड़खाने ही सबसे अधिक पशु तस्करों को पनपाने में लगे हुए हैं। 

रविवार, 2 अप्रैल 2017

घड़साना में मैराथन​ दौड़



श्रीगंगानगर, 2 अप्रेल। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीगंगानगर के तत्वाधान में 8 अप्रेल को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के लिये व्यापक जनजाग्रति हेतु घडसाना में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया, जिसमें पहली बार न्यायिक अधिकारियों ने भी दौड़ लगाकर जागरूकता का संदेश दिया। मैराथन दौड़ घडसाना न्यायालय परिसर से रवाना होकर सड़क मार्ग से अनूपगढ़ न्यायालय परिसर तक आयोजित हुई। मैराथन दौड़ में न्यायिक अधिकारियों, अधिवक्ताओं, आमजन व युवाओं ने बड़े उत्साह से भाग लिया। 

इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला सैशन न्यायाधिश श्री देवेन्द्र जोशी, जिला विधिक सेवा प्राधीकरण के पूर्ण कालिक सचिव श्री धनपत माली भी उपस्थित थे। 

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