मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

2025 मे सूरतगढ़.भ्रष्टाचारी रंगे हाथों पकड़े जाएंगे.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़। सन् 2025 में सूरतगढ़ कैसा होगा यह शीर्षक से सोच सकते हैं। भ्रष्टाचार घोटालों नशे और सट्टे बुकी के आपराधिक मामलों में सूरतगढ़ की गिनती होती रही है। भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारी की शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होती और शिकायतों का भी मालुम नहीं पड़ता कि राजधानी, जिला और उपखंड स्तर पर किस अधिकारी ने दबा रखी है।  

* किस अधिकारी और किस कर्मचारी ने  आवेदकों की कितनी फाईलें कितने समय से दबा रखी है? 

सूरतगढ़ में एमसीजैन फार्मूला ही वापस लाना होगा। एसीबी ( भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) से ही एबीसीडी पढवाने से ही सूरतगढ़ में सुधार हो सकेगा।

👌 2025 नये साल के पहले दिन से इस पर वर्क शुरू करने में कोई दिक्कत नहीं। एसीबी श्रीगंगानगर 72 किमी,एसीबी हनुमानगढ़ 50 किमी और बीकानेर 175 किमी पर है।

 *अधिकारियों के मन में रहता है कि मैं सीधे लेता नहीं या लूंगा नहीं तो हाथ कैसे रंगे जाएंगे। पहले दलाल के हाथ रंगे गये तब भी अधिकारी पर केस भी और जयपुर कन्फर्म कर गिरफ्तारी भी। अधिकारी भी बच नहीं सकता चाहे वह चतुरता से कोई भी तरीका अपनाकर रिश्वत ले। जब काम किसी फार्मूले पर शुरू होता है तो जनता पीड़ित अपने आप साथ जुट जाते हैं। तो रिश्वतखोर अधिकारी कर्मचारी हो जाएं सावधान और अपने सरकारी वेतन पर करें आनंद। अब वेतन कम नहीं है आदतें सुधारें।०0०






तुमसे धूल भी नहीं उड़ी.2024 बीत गया.

  

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजनैतिक नेताओं कार्यकर्ताओं तुम धूल भी नहीं उड़ा सके और 2024 पूरा बीत गया। कुर्सियां सिस्टम के नाम पर लूटती रही लेकिन तुमसे जरा सा विरोध भी नहीं हो सका। तुम क्या विरोध करते क्योंकि तुम तो सिस्टम की वकालत  करते रहे,गरीबों असहायों को भी कुर्सी को देकर काम करा लेने का कहते रहे या बीच में दलाल तक बन गये। तुम तो सिस्टम के आने जाने पर बुके भेंट कर खुशियां मनाते फोटो विडिओ कराते खुशियां मनाते रहे। किसी सिस्टम से गलबहियां हो गई किसी के साथ पी ली,किसी के साथ एक रूम में ठहर गये तो उसकी सिफारिश में यस सर यस मैडम करते रहे। इसी उपलब्धि पर किसी बोर्ड की अध्यक्षता और मंत्री का दर्जा चाहिए। तुम्हें आने वाले चुनाव में टिकट चाहिए और लुटी पिटी जनता से वोट चाहिए।

👌 यदि यह गलत है और सच्च में तुमने कुछ किया है तो उन कामों का रिपोर्ट कार्ड नये साल की बधाइयां शुभकामना संदेश के साथ जरूर भेज देना। ०0०

31 दिसंबर 2024. सूर्यास्त.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधि स्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान ) 

94143 81356

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सोमवार, 30 दिसंबर 2024

नववर्ष का कोई कार्यक्रम:उपखंड अधिकारी से अनुमति जरूरी

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

नव वर्ष आगमन और 24 की विदाई का कोई भी किसी भी प्रकार का कार्यक्रम कर रहे हों जहां बुलाए लोगों की भीड़ हो,तो क्षेत्र के उप खंड अधिकारी से अनुमति जरूरी है। अपने किसी भी कार्यक्रम को समाजसेवा ,अच्छा कर रहे हैं, न समझें. अनुमति लें। अनुमति नहीं होने पर पुलिस और प्रशासन चलते  कार्यक्रम को रुकवा सकता है।

* भीड़ में कुछ भी घटना होने पर यदि अनुमति नहीं हुई तो संकट में राहत का कोई उपाय नहीं मिल सकता। 

* जिलाकलेक्टर श्रीगंगानगर ने अनुमति जरूरी कर दी है।०0०

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भ्रष्टाचार घोटालेबाजों की बदली नहीं, जांच हो.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान सरकार ने 1 जनवरी 2025 से दस दिनों के लिए स्थानांतरण खोल दिए जिसमें भ्रष्टाचारी घोटाले बाज स्थानांतरण करवा कर निकलेंगे। 

* मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को,मुख्य सचिव  को चाहिए कि जिन अधिकारियों कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के अनियमितताओं नियम विरूद्ध कार्य करने के,अपने रिश्तेदारों आदि को लाभ और सरकारी कोष को हानि पहुंचाने के गंभीर आरोप हैं का स्थानांतरण नहीं किया जाना चाहिए। जिनके विरूद्ध जांच करने की शिकायतें हैं या जांचें चल रही है उनका निर्णय हो ताकि उसी स्थान से सस्पेंड हों बर्खास्त हों या एपीओ हों ताकि आम जन को मालुम होकि यहां खाया और यहां रहते दंडित हुए। हर विभाग में यह कार्यवाही होनी चाहिए। 

* स्थानांतरण प्रशासनिक हो तो जिन पर आरोप हों उनको मूल पदों पर ही भेजा जाना चाहिए।

* होता यह है कि सरकारी विभागों में खूब खाने के बाद स्थानांतरण करवा लेते हैं फिर शिकायतें करने वाले छोड़ देते हैं।०0०

30 दिसंबर 2024.

करणीदानसिंह राजपूत

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधि स्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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राजस्थान: स्थानांतरण खुले: 1 जनवरी से 10 जनवरी 2025 तक होंगे

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

जयपुर 30 दिसंबर 2024.

प्रशासनिक सुधार एवं सामान्य विभाग की ओर से 30 दिसंबर 2024 को जारी आदेश के अनुसार राजस्थान सरकार ने स्थानांतरणों पर से रोक हटाई है। स्कूल कालेज एवं तकनीकी शिक्षा विभागों को छोड़ कर आदेश लागू होंगे।

* राज्य कर्मचारियों के स्थानांतरण  1 जनवरी 2025 से 10 जनवरी तक किये जा सकेंगे। मतदाता सूचियां के पुनरीक्षण के लिए जो कर्मचारी अधिकारी लगे हैं उनके स्थानांतरण 7 जनवरी तक प्रतिबंधित रहेंगे।

* यह आदेश निगम मंडलों बोर्ड और स्वायत्तशासी संस्थानों पर भी लागू होंगे।०0०

* उर्मिला राजोरिया शासन सचिव के हस्ताक्षरों से यह आदेश आज 30 दिसंबर को जारी हुआ है।०0०

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रविवार, 29 दिसंबर 2024

सूरतगढ़.प्रशासक एसडीएम संदीप काकड़ देखे: ईओ नहीं देखती.

  



* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 दिसंबर 2024.

नगर के गंदगी कचरे से बुरे हालात इसलिए हैं कि नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी पूजा शर्मा कभी निरीक्षण को नहीं निकलती तब प्रशासक एसडीएम संदीप काकड़ की ड्युटी और जिम्मेदारी है कि वे निरीक्षण करें और लापरवाही पर कड़ा एक्शन भी लें। 

* राजस्थान पत्रिका ने रविवार 29 दिसंबर 2024  को गंदगी के चित्रों सहित बहुत बड़ी रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसे देखते प्रशासक को सोमवार को ही निरीक्षण और एक्शन लेना चाहिए। 

* ईओ पूजा शर्मा ने यहां  20 फरवरी 2024 को जोईन करने के बाद 10  माह में केवल 4 बार दफ्तर से बाहर निकली है। दफ्तर में भी उपस्थिति कम रहती है जिसके साक्षी सीसीटीवी कैमरे हैं। 

* सवाल यह है कि सफाई व्यवस्था पर बार बार समाचार पत्रों व सोशल मीडिया पर आने के बावजूद ईओ अपनी ड्युटी के प्रति लापरवाह है।  सफाई निरीक्षक जमादार और सफाई कर्मी कहां पर ड्युटी देते हैं। 

*हाऊसिंग बोर्ड के अतिक्रमण सीएमओ को रिपोर्ट भेजने के बाद भी नहीं तुड़वाए। अतिक्रमण सड़क तक करने के बाद अतिक्रमणकारियों ने बची हुई सड़क पर अवैध रूप से स्पीड ब्रेकर सीमेंट कंक्रीट के ऊंट की कूबड़ जैसे बना लिए जो कभी दुर्घटना का कारण बनेंगे। 

* सड़कों पर चिन्हित पैदल पट्टी ( फुटपाथ) पर अतिक्रमण को कौन हटाए? नगरपालिका या ट्रैफिक पुलिस हटवाए? यह निरीक्षण भी प्रशासक अवश्य करें।

राजस्थान पत्रिका का यह समाचार कटिंग यहां दे रहे हैं और उच्चाधिकारियों व डीएलबी को भी।०0०

* करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधि स्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356

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सूरतगढ़:अमरपुरा जाटान में 30 को माता संगीता का आध्यात्मिक कार्यक्रम

 






* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 दिसंबर 2024.

कबीर आश्रम, (बाबा पुरखादास जी कबीर पंथी डेरा) अमरपुरा जाटान में 30 दिसंबर 2024, सोमवार को माता संगीता जी का आगमन होगा। उनका विशेष आध्यात्मिक कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। सूरतगढ़ अनूपगढ़ सड़क मार्ग पर सूरतगढ़ से करीब 15 किलोमीटर पर अमरपुरा जाटान गांव सड़क पर है। इस महत्त्वपूर्ण आयोजन का संयोजन श्री अमर सिंह गोदारा की ओर से हो रहा है।


*कार्यक्रम में सूरतगढ़ के विधायक डूंगरराम गेदर,पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू, परसराम भाटिया, योगेश मेघवाल, अमित कड़वासरा एवं गणमान्य श्रद्धालुओं की गरिमामयी उपस्थिति में दीप प्रज्ज्वलित कर  शुभारंभ किया जाएगा। 

* इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में लोगों को सकारात्मक दिशा देने व नशा मुक्ति का संदेश दिया जाएगा।

* माता संगीता जी, जो अपनी आध्यात्मिक शक्ति और प्रेरणादायक व्यक्तित्व से हजारों लोगों को रोगमुक्त और नशा मुक्त जीवन का मार्ग दिखा चुकी हैं। इस अवसर पर उनका विशेष प्रवचन होगा जो नवजीवन का संचार करेगा।यह कार्यक्रम आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करेगा। स्वास्थ्य, नशा मुक्ति और सामूहिक सद्भाव के प्रति आम जन को जागरूक करने का माध्यम बनेगा। ०0०

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सूरतगढ़ की नयी सूर्या गौशाला: सूर्योदय नगरी में गौवंश बचाव

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 29 दिसंबर 2024.

सूर्योदय नगरी क्षेत्र में असहाय खुले में घूमते निराश्रित गौ वंश को भयानक शीत में मरने से बचाने के लिए सूर्या गौ शाला की स्थापना एक अच्छा सेवा कार्य है। बड़ोपल रोड श्मशान के चिपते यह गौशाला शुरू की गयी। इस गौशाला में छप्पर आदि की व्यवस्था की गई है। चारे पानी की व्यवस्था पर्याप्त है। 





पूर्व पार्षद महेंद्र गोदारा ने बताया था  कि गौ शाला में अभी 70 के लगभग गौ वंश है। 

इस गौ शाला के धूप सेकते गौ वंश के फोटो यहां दे रहे हैं। दीवार चिनाई हो रही है। आने वाले समय में सैकड़ों गौ वंश की क्षमता हो जाएगी।

* लोगों की भावना थी कि सूरतगढ़ में सूर्योदय नगरी क्षेत्र में एक और गौ शाला शुरू हो तो सैंकड़ों गौ वंश को सर्दी में बचाया जा सकता है। पूर्व पार्षद राजाराम गोदारा मुख्य कर्ताधर्ता हैं जो नंदीशाला का अच्छा संचालन कर चुके हैं। ०0०







शनिवार, 28 दिसंबर 2024

राजनैतिक पावर खत्म और अनूपगढ़ जिला खत्म

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

अनूपगढ़ जिला खत्म का निर्णय को राजनैतिक पावर से भी देखें तो लगेगा कि पावर गेम में अनूपगढ़ पिछड़ गया था।

*सीमा क्षेत्र के लोगों के लिए यह दुखदायी है क्योंकि 12 साल तक निरंतर धरने प्रदर्शन जयपुर तक की अनेक दौड़ों के बाद कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने यह जिला बनाया।

👌 अनूपगढ़ जिला बनने के बाद जिले की ताकत को लोग संजोकर रख नहीं पाए। विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव  2024 में भाजपा को नकारना और दुर्गति पर पहुंचाना भी सदा चर्चा में रहे।

* श्री गंगानगर जिले  के अनूपगढ़ जिले में गये विधानसभा अनूपगढ़ और रायसिंहनगर सीटें भाजपा को हराई गई। भाजपा को खुशी नहीं हुई। इसके बाद श्रीगंगानगर लोकसभा सीट पर भी भाजपा को हराया गया। बीकानेर लोकसभा सीट पर अर्जुनराम मेघवाल की जीत तो हुई लेकिन लेखाजोखा समीक्षा में कोई खुशी नहीं हुई। मोदी के नाम पर भी भाजपा का पिछड़ना कलेजे पर चोट कर रहा था। 

भारतीय जनता पार्टी तो जिलों की घोषणा के बाद से ही आरोप लगा रही थी कि कांग्रेस सरकार गहलोत सरकार ने रेवडिय़ां बांटी है और यह सच्च भी रहा था कि कुछ जिले तो किसी भी स्तर पर जिले बनाए जाने के लायक भी नहीं थे।

* भाजपा की भजनलाल शर्मा सरकार ने ललित के. पंवार की अध्यक्षता में समीक्षा समिति गठित कर दी। उस समय से ही यह माना जाने लगा था कि कुछ जिले तो निश्चित ही खत्म कर दिए जाएंगे।

श्रीगंगानगर का जो क्षेत्र अनूपगढ़ जिले में गया वह वापस आ गया।

👌 भजन सरकार का खर्चे का कहना गलत नहीं है। आखिर जिलों को चलाने के लिए प्रशासन भवन और भारी खर्च चाहिए जो किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं होता। कांग्रेस सरकार लौटती तो उसके लिए भी संकट होता। 

* सूरतगढ़ बनाया जाता लेकिन हर समिति ने ठुकराया। सूरतगढ़ में  सन् 1970 से जिले की मांग हो रही थी। सन् 1978 में पहली बार श्रीगंगानगर के भाग किए जाने थे कि जिस तरफ राजस्थान नहर क्षेत्र आबादियों का क्षेत्र का विकास हो रहा है और आगे भी संभावना है। सूरतगढ़ ही उपयुक्त था लेकिन नहीं बनाया गया। अनूपगढ़ बनाया गया तो सूरतगढ़ के लोगों ने एतराज नहीं किया। यही कहा कि उनका संघर्ष और उनका भाग्य जीता।

* अनूपगढ़ के लोग जिला बनने के बाद जागते नहीं रह सके। मेरा एक लेख था कि जागते रहें। लोगों की रूचि जिला बनाए जाने के बाद खत्म हो गई। उस लेख को केवल 50-60 लोगों ने ही पढा। अनूपगढ़ को जागते रहना जरूरी था ऐसा मेरा मानना है।

 👌 सूरतगढ़ जिले की मांग में फिर से पंक्ति में आगे खड़ा है।

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राजस्थान में नौ जिले और तीन संभाग रद्द

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान की भाजपा भजनलाल शर्मा सरकार ने एक साल सफलता से पूरा करने के बाद  सबसे बड़ा निर्णय किया है कि पिछली कांग्रेस अशोक गहलोत सरकार द्वारा घोषित किए नये जिलों और संभागों में से 9 जिले और 3 संभागों को रद्द कर दिया। ये नए जिले दूदू, केकड़ी, जोधपुर ग्रामीण, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण और सांचौर हैं जिनको रद्द कर दिया है। इसके अलावा सीकर, पाली और बांसवाड़ा संभाग को रद्द करने का भी निर्णय किया गया।


 राइजिंग राजस्थान और सरकार की पहली वर्षगांठ के बाद भजनलाल सरकार ने सीएमओ में शनिवार को कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की। इस बैठक में भजनलाल सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। 


कैबिनेट मीटिंग के बाद मंत्री सुमित गोदारा और मंत्री जोगाराम पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फैसलों की जानकारी दी है।


प्रेस वार्ता में बताया कि बजट घोषणा की क्रियान्विति की है, हमने जनघोषणा पत्र के काम भी पचास फ़ीसदी से अधिक पूरे किए और राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम सफल रहा है।


गहलोत राज में बनाए गए 9 नए जिलों को भजनलाल सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए रद्द कर दिया है। ये नए जिले दूदू, केकड़ी, जोधपुर ग्रामीण, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण और सांचौर हैं। इसके बाद राजस्थान में कुल 41 जिले ही रहेंगे। वहीं कैबिनेट बैठक में सीकर, पाली और बांसवाड़ा संभाग को रद्द करने का भी निर्णय लिया गया है। इसके बाद राजस्थान में कुल 7 संभाग ही बचे हैं।


ये जिले बचे, ये जिले निरस्त




अशोक गहलोत सरकार द्वारा घोषित ये जिले रहेंगे: डीग, बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, फलोदी और संलूबर।


क्यों किए जिले रद्द? मंत्री ने दिया जवाब


जिलों को रद्द करने के निर्णय को लेकर मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि चुनाव से पहले नए जिले और संभाग बनाए गए थे। वह व्यावहारिक नहीं थे। वित्तीय संसाधन और जनसंख्या के पहलुओं को अनदेखा किया गया। अनेक जिले ऐसे थे, जिनमें 6-7 तहसीलें नहीं थी। इतने जिलों की आवश्यकता होती तो इसका परीक्षण किया जाता। इन सबको अनदेखा किया, इसमें ना तो पद सृजित किए, ना ऑफिस बिल्डिंग दी और ना ही दूसरी व्यवस्थाएं की, केवल 18 विभागों में पद सृजन की व्यवस्था की गई।


मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि ये जिले राजस्थान पर अनावश्यक भार डाल रहे हैं। रीव्यू के लिए बनी कमेटी ने पाया कि इन जिलों की उपयोगिता नहीं है।


सीईटी की वैद्यता 3 साल की


सीईटी की वैद्यता को लेकर भजनलाल कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है। अब सीईटी की वैद्यता को तीन साल किया गया है। इससे पहले सीईटी की वैद्यता एक साल होती थी, लेकिन भजनलाल कैबिनेट ने अब इसकी वैद्यता को तीन साल किया है।


भजनलाल सरकार की कैबिनेट के बड़े फैसले


-2025 में 1 लाख बेरोजगारों को नौकरी देगी भजनलाल सरकार

-आगामी 4 साल में 3 लाख नौकरियों का रखा गया टारगेट

-31 दिसंबर तक जिन्होंने KYC नहीं कि उनके नाम हटेंगे

-खाद्य सुरक्षा योजना के नए लाभार्थी के नाम जोड़ने का फैसला

-परिनिन्दा दंड समाप्त करने का अनुमोदन

-समान पात्रता परीक्षा की वैधता 3 वर्ष की

-TAD में छात्रावास अधीक्षक के लिए पात्रता बदली

-अब समान पात्रता परीक्षा हर वर्ष देने की नही होगी आवश्यकता

-एक बार हुई परीक्षा का स्कोर कार्ड होगा तीन वर्ष

-पशुधन सहायकों के लिए पदनाम परिवर्तन का अनुमोदन हुआ

-पशुधन सहायक को 3 पदोन्नति मिलेगी

-पशुधन सहायक की पदनाम परिवर्तन पर लगी मुहर

-तीन बार पदोन्नती का भी मिलेगा मौका


कैबिनेट की बैठक में 4 एजेंडों पर निर्णय


भजनलाल सरकार की कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में राजस्थान सिविल सेवा पुनरीक्षित वेतन नियम 2017 की अनुसूची-6 में संशोधन से जुड़ा एजेंडा, राजस्थान अधीनस्थ एवं लिपिक वर्गीय सेवा समान परीक्षा नियम 2022 में संशोधन का एजेंडा, सिद्धमुख, चूरू का राजकीय कॉलेज शकुंतला देवी के नाम पर करने का एजेंडा, विधानसभा का अगला सत्र आहूत करने संबंधी एजेंडों पर निर्णय हुआ है।०0०






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