बुधवार, 30 अगस्त 2017

मुख्यमंत्री हैल्प लाईन 181 के प्रकरणों का निपटारा टाईमलाईन अनुसार करना होगा: अन्यथा कार्यवाही होगी

के अनुसार निर्धारित अवधि में समस्या का हल श्रीगंगानगर, 30 अगस्त। जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा 15 अगस्त 2017 को प्रारम्भ की गई 181 हैल्पलाईन से प्राप्त होने वाले प्रकरणों को निर्धारित अवधि में टाईमलाईन के अनुसार निस्तारित करने होंगे। समय पर निस्तारण नही होने पर प्रकरण एल वन से एल टू इसी प्रकार एल टू से एल थ्री के पास स्वतः ही पहुंच जायेगा। इसका अर्थ यह होगा कि संबंधित अधिकारी ने समय पर प्रकरण निस्पादित नही किया। प्रकरण निस्पादित नही करने वाले संबंधित अधिकारी के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही भी की जायेगी। 

जिला कलक्टर बुधवार को कलैक्ट्रेट सभा हॉल में जिला स्तरीय बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई 181 हैल्पलाईन से 5 प्रकरण प्राप्त हुए है, जिनमें से 4 समाज कल्याण विभाग से तथा 1 चिकित्सा विभाग से संबंधित है। इन प्रकरणों का 1 सितम्बर तक आवश्यक रूप से निपटारा करना होगा। 


सरकारी ड्यूटी पर Facebook चलाना संकट में डाल देगा: सरकारी वेतन लेना काम नहीं करना हरामखोरी है

- करणीदानसिंह राजपूत-

 सरकारी नौकरी में ड्यूटी समय में फेसबुक पर पोस्ट डालना अपने कमेंट्स डालना पूर्ण रुप से हरामखोरी है। पोस्ट और कमेंट पर डालते हैं तब उसका समय भी नोट होता है। किसी भी शिकायत पर ऐसे सरकारी कर्मचारी और अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही हो सकती है और वह पोस्ट और कमेंट को लेकर संकट में भी पड़ सकते हैं। मनमाने पोस्ट डालने और कमेंट डालने पर कोई भी ऐसे हरामखोरी करने वालों की शिकायत कर सकता है।

 सरकार से वेतन लेते हैं तो अपनी ड्यूटी भी पूरी सरकार के पक्ष में करनी चाहिए। ऐसे कर्मचारी भी है जो सरकारी ड्यूटी काल में किसी अन्य स्थान पर किसी आयोजन में समारोह में कार्यक्रमों में उपस्थित रहते हैं। ऐसे नेता गिरी करने  वाले सरकार से वेतन लेने वाले और काम नहीं करने वालों की यह नीति हरामखोरी कहलाती है और ऐसा कार्य करने वाला खुद हरामखोर कहलाता है।  कुछ दिन पहले एक समाचार आया था कि राजस्थान सरकार द्वाराअपने दफ्तरों में स्मार्टफोन का इस्तेमाल रोका जाएगा क्योंकि सरकारी कर्मचारी मोबाइल फोन पर सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने कमेंट करने या फिल्में आदि देखने में अपना समय बर्बाद करते हैं और सरकारी कार्य में उनकी रुचि नहीं होती जिससे कार्य पेंडिंग चलते रहते हैं।

इस संकट में फंसने के बजाय अपनी आदत में सुधार कर लेना बेहतर है।

यह उनसे कहा जा रहा है, जो सरकारी ड्यूटी समय में फेसबुक पर लगे रहते हैं या गैर सरकारी संगठनों के कार्यक्रमों में हाजिर रहते हैं। यह खबर न भ्रामक है और न झूठी है।

 सावधान रहें।

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सेठिया परिवार में वैशाली और भूमिका का पर्यूषण माह में आठ दिवसीय तप


- करणीदानसिंह राजपूत -
सूरतगढ़। स्वर्गीय छगनमल सेठिया परिवार में उनकी पौत्रियों वैशाली और भूमिका के अठाई तप पर परिजनों रिश्तेदारों सहित जैन समुदाय व अन्य समुदाय के अनेक लोगों ने शुभकामनाओं आशीर्वाद के साथ अभिनन्दन किया। जैन समुदाय में तप का बड़ा महत्व है तथा तप करने को आत्म शुिद्ध माना जाता है। बड़े ही नहीं छोटे छोटे बच्चे बच्चियां भी तप करने में आगे रहते हैं। तप के इस महत्व के लिए तप करने वालों का अभिनन्दन किया जाने की परंपरा है।
सुशीलकुमार सेठिया की पुत्री वैशाली /16 वर्ष/और माणकचंद सेठिया की पुत्री भूमिका / 9 वर्ष/के अठाई तप पूर्ण होने पर उनका अभिनन्दन किया गया। 


गुरुवार, 24 अगस्त 2017

निजता का अधिकार मौलिक अधिकार-सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय: आधार कार्ड योजना पर फैसला



नई दिल्ली 24अगस्त 2017.सर्वोच्च न्यायालय ने आज गुरुवार को महत्वपूर्ण फैसले में कहा कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार है और यह जीवन एवं स्वतंत्रता के अधिकार का अभिन्न हिस्सा है। सर्वोच्च न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जे.एस. खेहर की अध्यक्षता वाली नौ सदस्यीय पीठ ने एक राय  से यह फैसला दिया।

नौ जजों की संविधान पीठ ने सर्वसम्मती से निजता के अधिकार पर यह फैसला दिया है। पीठ ने कहा कि निजता एक मौलिक अधिकार है। निजता राइट टू लाइफ का हिस्‍सा है। निजता के हनन करने वाले कानून गलत हैं। शीर्ष अदालत में एक याचिका दायर कर आधार योजना को चुनौती दी गई थी और कहा गया था कि यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है।

याचिकाकर्ता और मशहूर वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि कोर्ट ने निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार माना है और कहा है कि ये अनुच्छेद 21 के तहत आता है। 


2 अगस्त को कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था

आठ दिनों की सुनवाई के बाद 2 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध निजी सूचना के संभावित गलत इस्तेमाल को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि टेक्नोलॉजी के इस दौर में प्राइवेसी की सुरक्षा 'हारी हुई बाजी' है।


SC की 9 सदस्यीय पीठ का फैसला 

इस मामले में करीब आठ दिनों तक सुनवाई चली थी। चीफ जस्टिस जेएस खेहर की अध्यक्षता वाली नौ सदस्यीय बेंच में जस्टिस जे चेलमेश्वर, जस्टिस एसए बोब्डे, जस्टिस आरके अग्रवाल, जस्टिस आरएफ नरीमन, जस्टिस अभय मनोहर सप्रे, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस एस अब्दुल नजीर शामिल हैं। 


कौन हैं याचिकाकर्ता?

सुप्रीम कोर्ट में कुल 21 याचिकाएं हैं। इस मामले में याचिकाकर्ता कर्नाटक हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस केएस पुट्टस्वामी, नेशनल कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स के पहले चेयरपर्सन रहे मैग्सेसे पुरस्कार सम्मानित शांता सिन्हा और रिसर्चर कल्याणी सेन मेनन शामिल हैं।


आधार का पक्ष

यूआईडीएआई ने कहा था कि निजता एक महत्वपूर्ण अधिकार है और इसे आधार एक्ट में भी सरंक्षण दिया गया है। आधार के जरिए नागरिक को ट्रैक नहीं किया जा सकता है। यहां तक कि अगर कोर्ट अनुमति दे तो भी सरकार इसे सर्विलांस के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकती।


केंद्र ने सुनवाई के दौरान क्या तर्क रखा?

सुनवाई के दौरान केंद्र ने दलील दी थी कि निजता को पूरी तरह से मौलिक अधिकार नहीं माना जा सकता। केंद्र की ओर से अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा था कि निजता को पूरी तरह से मौलिक अधिकार नहीं माना जा सकता। सरकार का ये भी कहना था कि निजता के अधिकार के कुछ हिस्सों को मौलिक अधिकारों के तरह संरक्षण दिया जा सकता है। तब कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा था कि आपके हिसाब से किस हिस्से को मौलिक अधिकार माना जा सकता है?


महाराष्ट्र सरकार ने क्या कहा था 

महाराष्ट्र सरकार ने कहा था कि कोर्ट निजता के अधिकार को संविधान के तहत मौलिक अधिकार के रूप में शामिल नहीं कर सकती है, सिर्फ संसद ही ऐसा कर सकती है। निजता के अधिकार विधायी अधिकार है और ये मौलिक अधिकार नहीं हैं। संसद चाहे तो संविधान में इसके लिए बदलाव कर सकती है। उन्होंने कहा था कि निजता धारा 21 के तहत संरक्षण मिला हुआ है।


गुजरात सरकार का क्या था विरोध 

गुजरात सरकार ने निजता को मौलिक अधिकार में शामिल करने का विरोध करते हुए कहा था कि इसे मौलिक अधिकार में शामिल करने से पहले इसकी अलग से पड़ताल करनी चाहिए। गुजरात ने कहा था कि जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार बढ़ जाते हैं जब सूचना सार्वजनिक की जाती है। हर सार्वजनिक की गई सूचना निजता का उल्लंघन नहीं है।


राज्यों का क्या रुख है?

चार राज्यों कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पंजाब और पुडुचेरी ने कहा था 1954 और 1962 के सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट में उस तरह कभी विचार नहीं किया जा सकता था जैसी तकनीक आज 21वीं सदी में मौजूद है। निजता का अधिकार संपूर्ण अधिकार नहीं है और ना ही हो सकता है, लेकिन कोर्ट को इसमें संतुलन बनाना है। 


याचिकाकर्ताओं की दलील

जबकि याचिकाकर्ताओं ने दलीलें पेश करते हुए कहा था कि निजता का अधिकार मौलिक अधिकार है। अरविंद दातार ने कहा कि निजता तीन हिस्सों में बंटी हुई है। शारीरिक निजता, सूचना की निजता और निर्णय संबंधी निजता। सज्जन पोवैय्या ने कहा कि जिस प्रकार भारतीय ज्योतिष प्रणाली में ग्रह हैं, वैसे ही निजता का अधिकार किसी केस में किसी घर में होता है। निजता की अस्वीकृति किसी मामले में स्वतंत्र अभिव्यक्ति की अस्वीकृति हो सकती है। 


'...तो अधिकारों को खत्म मत कीजिए'

मीनाक्षी अरोड़ा ने बहस शुरू करते हुए कहा था कि 2017 में अधिकारों का अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। उन्होंने कहा कि धारा 14, 19 और 21 में दिए गए अधिकारों को खत्म मत कीजिए। ये सब जगह मौजूद है। उन्होंने कहा कि धारा 17, 24 और 25 में किसी को अपनी जाति बताने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता है। स्वतंत्रता और गरिमा के साथ-साथ बराबरी और गैर विभेद के तत्व मौजूद हैं।

(आधार कार्ड पर सुनवाई अलग से होगी)



आधार कार्ड पर फैसला छोटी बैंच करेगी

आधार कार्ड वैध है या अवैध है, इस पर अभी कोर्ट ने कुछ नहीं बोला है। आधार कार्ड के संबंध में मामला छोटी खंडपीठ के पास जाएगा। प्रशांत भूषण ने बताया कि इस फैसले का मतलब ये है कि अगर सरकार रेलवे, एयरलाइन रिजर्वेशन के लिए भी जानकारी मांगी जाती है, तो ऐसी स्थिति में नागरिक की निजता का अधिकार माना जाएगा।

सोमवार, 21 अगस्त 2017

हास्य कलाकार नगेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थानी रामलीला कलाकारों को अभिनय के गुर सिखाए



सूरतगढ़ 19 अगस्त- राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए जूझ रहे राजस्थान के लोगों की आवाज को बुलंद करने की कड़ी में प्रयासरत मायड़ भाषा राजस्थानी लोककला रंगमच के कलाकारों द्वारा राजस्थानी भाषा में रामलीला के मंचन की रिर्हसल करणी माता मंदिर परिसर में जोरशोर से जारी है। रिर्हसल के दौरान हास्य कलाकार नगेन्द्रसिंह शेखावत ने पहुंचकर राजस्थानी रामलीला में अभियन कर रहे कलाकारों को अभिनय के गुर बताए। शेखावत ने कहा कि मंच पर अपना अभिनय प्रदर्शित करने से पहले कलाकार को दिए गए पात्र को पूरी तरह से आत्मशात कर लेना चाहिए। शेखावत ने कला के 9 रसों के प्रदर्शन कर उपस्थित जनों का मनमोहा। गौरतलब है कि नगेन्द्रसिंह शेखावत सूरतगढ़ की राजनीति में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए राजस्थानी फिल्मों में भी अपने अभिनय के जौहर दिखा चुके हैं। उन्होंने गौरी व राजू राठौड़ राजस्थानी फिल्मों में अभिनय किया है। रिर्हसल के दौरान राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति छात्र मोर्चा संयोजक डां. गौरीशंकर निमिवाल ने अपने उदबोधन में कहा कि राजस्थानी भाषा को संवैधानिक मान्यता मिलने पर ही राजस्थान के नौजवानों की बेरोजगारी दूर होगी। उन्होंने राजस्थानी रामलीला के मंचन को स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाने वाला कार्य बताया।  इसी अवसर पर नोहर से पधारी जननेता चौधरी शांति देवी ने कलाकारों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि वे अपना प्रयास जारी रखें। वह दिन शीघ्र​ ही आएगा जब राजस्थानी भाषा भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूचि में शामिल होगी। कार्यक्रम में देवीलाल ने भी अपने विचार रखे। संस्था अध्यक्ष ओमसाबणियां ने सबका आभार व्यक्त किया। इस मौके पर ईमिलाल प्रजापत, धन्नाराम स्वामी, निदेशक अमरिश जबरियां, रमेश सिंह, मोहनी शर्मा, रविना, मनोजकुमार स्वामी आदि सहित रामलीला के कलाकारों ने शिरकत की व रामलीला की रिर्हसल का भी प्रदर्शन किया तथा आहवान किया कि राजस्थानी भाषा साहित्य और संस्कृति को आगे बढाने के लिए हमें निरन्तर प्रयासरत रहना चाहिए। नगेन्द्र सिंह शेखावत की सूरतगढ़ में शीघ्र प्रर्दशित होने वाली राजस्थानी फिल्म राजू राठौड़ को सपरिवार देखने का आहवान किया गया।

ओम साबणिया राजस्थानी​ भाषा मान्यता संघर्ष समिति के सूरतगढ तहसील अध्यक्ष मनोनीत


  सूरतगढ़ 21 अगस्त-अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष डा. राजेन्द्र बारहठ ने सूरतगढ़ के ओम साबणियां को संघर्ष समिति का तहसील अध्यक्ष नियुक्त किया है।  साबणियां को अपनी 20 सदस्यीय कार्यकारिणी गठित करने को अधिकृत किया है।  साबणियां काफी समय से राजस्थानी भाषा की मान्यता के लिए चल रहे आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभा रहे है और पिछले दो वर्षो से मायड़ भाषा राजस्थानी लोककला रंगमच के अध्यक्ष पद का दायित्व सभालते हुए राजस्थानी भाषा में रामलीला का मचन करवा रहे हैं, जो कि देश में एक मात्र पहला अकेला कार्य है। 

हंसवाहिनी संस्था नें रामलीला कलाकारों को करवाया अभ्यास

स्थानीय हंसवाहिनी संगीत कला संस्थान की संचालिका उमा स्वामी, श्रवण कुमार, गणेश कुमार नें मायड़ भाषा राजस्थानी लोककला रंगमच द्वारा खेली जाने वाली राजस्थानी रामलीला की रिर्हसल में पहुचकर कलाकारों को रामलीला के गीतो का रियाज करवाया व उन्होंने संगीत की बांरिकियों की जानकारी दी। संस्थाध्यक्ष ओम साबणियां, उपाध्यक्ष सुभाष सैन, निदेशक अमरिश जबरियां, ईमिलाल प्रजापत व नवरंगलाल उपाध्याय नें संगीत कला संस्थान का आभार व्यक्त किया।



रविवार, 20 अगस्त 2017

रामप्रताप कासनिया की सूरतगढ़ से चुनाव लड़ने की तैयारी





- करणीदानसिंह राजपूत -

सूरतगढ़। पूर्व राज्य मंत्री रामप्रताप कासनिया सूरतगढ़ सीट से सन 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ने को तैयार हैं।

 कासनिया ने चुनाव संबंधी वार्तालाप में 19 अगस्त को स्पष्ट संकेत दिया की वह आगामी विधानसभा चुनाव 2018 लड़ने को तैयार है।

सवाल- अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे?

कासनिया- राजनीति में तो हर वक्त जी करता है। चुनाव जनता लड़ाती है।  जनता कहेगी तो चुनाव लड़ने को एकदम तैयार हैं।

सवाल- कैसे लड़ेंगे?

कासनिया- पार्टी टिकट देगी तो चुनाव लड़ेंगे।

सवाल-चुनाव लड़ने की घोषणा कब करेंगे? पत्रकार वार्ता बुला कर घोषणा करदें।एक साथ सभी को मालूम हो जाएगा।

कासनिया-ब्याह के गीत तो ब्याह पर ही गाए जाते हैं। अभी नहीं।चुनाव के वक्त ही चुनाव की बात करना अच्छा रहेगा।

कासनिया घोषणा चाहे चुनाव के वक्त करें लेकिन हमारा मानना है कि उनकी तैयारी शुरू है। कासनिया सार्वजनिक कार्यक्रमों में भाग लेने के जिस तरीके का इस्तेमाल कर रहे हैं वह चुनाव लड़ने की तैयारी का संकेत करता है।

कासनिया का शहरी व ग्रामीण कार्यकर्ताओं से लोगों से मिलना-जुलना चुनावी तैयारी के अनुरूप होने लगा है।


शनिवार, 19 अगस्त 2017

पं.आध्यात्मिक परामर्शदाता नात्थू लाल शर्मा का परलोक गमन


- करणीदानसिंह राजपूत-

सूरतगढ़ 19 अगस्त 2017.

 इलाके के जाने माने पंडित नाथू लाल जी शर्मा का 89 वर्ष की आयु में 18 अगस्त की शाम को परलोक गमन हो गया। उनका अंतिम संस्कार 19 अगस्त को मुख्य कल्याण भूमि में किया गया। इलाके के गणमान्य सामाजिक,राजनैतिक व व्यापारी संगठनों के नेताओं,कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, परिवार जनों  व समाज के लोगों ने भाग लिया। विराटनगर जयपुर के निवासी पंडित नाथूलाल जी शर्मा ने सूरतगढ़ को अपनी कर्मभूमि बनाया और करीब पांच दशक तक सेवा भाव से पांडित्य की सेवाएं दी और आध्यात्मिक रूप से लोगों को परामर्श देने में भी आगे रहे। पंडित नाथूलाल जी अपने पीछे पुत्र और पुत्रियां पोतों पोतियों का भरा पूरा परिवार छोड़ कर गए हैं। 

उनके पुत्र भी  अपने अपने कार्य क्षेत्र में अच्छे व्यक्तित्व के माने जाते हैं।उनके पुत्रों में भवानी शंकर शर्मा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पद से सेवानिवृत्त होने के बाद विराटनगर में बसे हैं।राजेंद्र प्रसाद रेलवे से सेवानिवृत्ति के बाद सूरतगढ़ में बसे हैं।सूरतगढ़  निवासी सुरेंद्र कुमार शर्मा वर्तमान में दूरदर्शन केंद्र श्रीगंगानगर में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हैं। रामगोपाल शर्मा सूरतगढ़ में आकाशवाणी केंद्र में सीनियर टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं। ब्रहम प्रकाश शर्मा दैनिक भास्कर के सूरतगढ़ कार्यालय में संपादकीय ब्यूरो प्रमुख हैं।वीरेंद्र शर्मा सामान्य पंडिताई सेवा में कार्यरत हैं। नरेंद्र शर्मा दूरदर्शन केंद्र सूरतगढ़ में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं। महेंद्र शर्मा नगर पालिका सूरतगढ़ में फायर ब्रिगेड में कार्यरत हैं। दो  विवाहित पुत्रियां तारामणि  व सावित्री हैं।

शुक्रवार, 18 अगस्त 2017

डेराप्रमुख राम-रहीम पर साध्वी यौन-शोषण मुकदमा: 25 अगस्त को फैसला


पंचकुला 17 अगस्त 2017.

 डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख बाबा राम रहीम से जुड़े साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में आज 17 अगस्त को सुनवाई हुई. इस मामले में सीबीआई अदालत ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया.

अब डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर यौन शोषण आरोप मामले में 25 अगस्त को आएगा फैसला. साथ ही 25 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को व्यक्तिगत रूप से सीबीआई कोर्ट में पेश होने के दिए निर्देश दिया गया है.डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पर यौन शोषण आरोप मामले में गुरुवार 17अगस्त को सुनवाई पूरी हो गई. बता दें कि इस मामले में बुधवार 16 अगस्त को भी करीब दो घंटे तक सुनवाई हुई थी.

बुधवार को सीबीआई के वकील ने चार्जशीट के आधार पर गुरमीत राम रहीम पर लगाए गये आरोपों को लेकर बहस की थी. वहीं बचाव पक्ष की ओर से इन आरोपों का जवाब दिया गया.

बता दें कि 15 अगस्त को गुरमीत राम रहीम ने अपना 50 वां जन्मदिन मनाया. इस दौरान सिरसा में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया और करीब 15 लाख लोगों की मौजूदगी में उन्होंने अपना  जन्मदिन मनाया था.


क्या है साध्वी यौन शोषण मामला


- पंचकूला विशेष सीबीआई कोर्ट में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर साध्वी के यौन शोषण समेत 2 हत्या के मामले चल रहे हैं।

- दरअसल एक गुमनाम पत्र के जरिए एक साध्वी ने गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे।

- तब उच्च न्यायालय ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सितम्बर 2002 को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।

- सीबीआई ने जांच में आरोप सही पाए और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के सामने 31 जुलाई, 2007 में आरोप पत्र दाखिल किया।

- डेरा प्रमुख को इस मामले में अदालत से जमानत तो मिल गई, लेकिन काफी समय से मामला पंचकूला की सीबीआई अदालत में चल रहा है।

पत्रकार की हत्या का भी चल रहा मामला

 यौनशोषण मामले की सुनवाई के अलावा राम रहीम पर हत्याओं के 2 केस भी चल रहे हैं।

- पहला मामला सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का है। आरोप है कि छत्रपति ने साध्वी बलात्कार मामले को अपने अखबार में छापा तो नवंबर 2002 में उसकी गोली मार कर हत्या कर दी गई।

- बाबा राम रहीम पर ये भी आरोप है कि उन्होंने डेरे के पूर्व प्रबंधक रंजीत सिंह की भी हत्या करवाई, क्योंकि वो डेरे के कई राज जान चुका था।

- रंजीत सिंह की 10 जुलाई 2003 को हत्या कर दी गई थी और तब इन दोनों हत्याओं में डेरा सच्चा सौदा का नाम सामने आया था।

पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों में हाई अलर्ट

डेरा प्रमुख के खिलाफ यौन शोषण मामले में जल्द फैसला आने की उम्मीदों के बीच हरियाणा के साथ साथ पंजाब की सरकार भी अलर्ट पर है। सूबे की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दोनों राज्यों के पुलिस महानिदेशकों ने केंद्रीय गृह सचिव के साथ बैठक की और हालातों पर चर्चा भी की। पंजाब में कानून व्यवस्था बिगड़ने के डर से पंजाब सरकार ने केंद्र से 250 कंपनियां पैरामिलट्री फोर्स भी मांगीं हैं। साथ ही भारी संख्या में पुलिस बलों की भी तैनाती की गई है।

राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में भी पुलिस व प्रशासन सतर्क

 है। इन दोनों जिलों में डेरे के अनुयायियों की संख्या बहुत है। श्री गंगानगर जिले की सूरतगढ़ तहसील के गुरुसर मोडिया गांव में डेरामुखी का पैतृक निवास है।


शुक्रवार, 11 अगस्त 2017

आपातकाल 1975 के बंदियों को पेंशन सुविधा देने की मांग: मुख्यमंत्री को ज्ञापन

सूरतगढ 11 अगस्त।आपातकाल लोकतंत्र सेनानी महावीर प्रसाद तिवाड़ी ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मांग की है कि आपातकाल 1975-77 में बंदी रहे जिन लोगों को पेंशन नहीं मिली है, उनकी पेंशन शुरू करवाई जाए।तिवाड़ी ने उपखंड अधिकारी के मार्फत यह ज्ञापन 10 अगस्त को भिजवाया है। इसमें सूरतगढ़ के शांति भंग में बंदी रहे लोगों के नाम है । इन को पेंशन नहीं मिल रतहसीलदार व चालक को रिश्वत लेने में एसीबी ने गिरफ्तार किया: तहसीलदार व चालक को रिश्वत लेने में एसीबी ने गिरफ्तार किया: 

गुरुवार, 10 अगस्त 2017

विधायक राजेंद्र भादू की ललकार- भ्रष्टाचार सहन नहीं होगा(क्या हुआ?)


- करणीदानसिंह राजपूत -

सूरतगढ़ - पहली बार 15-12-2013.,

अपडेट 10-8-2017.

भाजपा के नव निर्वाचित विधायक राजेन्द्रसिंह भादू ने अपनी जीत के समस्त आभार संबोधनों में बड़ी ताकत के साथ कहा है कि भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बरदास्त नहीं किया जाएगा। माननीय मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी यही घोषणा है और प्रदेश के लिए स्पष्ट रूप में यही नीति लागू रहेगी। कांग्रेस के मील राज में सूरतगढ़ में हर विभाग में और खासकर नगरपालिका,पुलिस व राजस्व विभागों में जो बुरा हाल रहा है वो जग जाहिर है। इलाके की जनता को पीड़ाओं से मुक्ति दिला कर ही यहां वास्तव में भाजपा का राज स्थापित किया जा सकता है। विधायक चुने जाते ही राजेन्द्र भादू के संबोधनों की सराहना की जानी चाहिए कि वे भ्रष्टाचार को हटाने में आगे रहेंगे।

असल में जनता का कोई भी प्रतिनिधि आए,जो भ्रष्टाचारी अधिकारी व कर्मचारी होते हैं वे कोई ना कोई रास्ता रूपए हजम करने का निकाल लेते हैं। इस प्रकार के अधिकारी व कर्मचारी काम को लटकाते रहते हैं। निर्माण कार्यों आदि में भी घटिया कार्य करते रहते हैं। जब विभागों के अधिकारियों को शिकायत की जाती है तो उन पर कोई कार्यवाही नहीं होती। लोग मुख्यमंत्री व राज्यपाल आदि को शिकायतें करते हैं जिनके सुने जाने में समय लग जाता है। 

सूरतगढ़ की शिकायत अगर सूरतगढ़ में ही की जाए तो उसका असर तुरंत होगा यह समझा जाना चाहिए। अब विधायक राजेन्द्रसिंह भादू ने जो घोषणा की है,उसका लाभ जनता को तभी मिल सकता है कि जनता सरकारी अधिकारी को व जयपुर में शिकायत भेजने के बजाय सीधे राजेन्द्रसिंह भादू को दे। चाहे उस पर एक व्यक्ति के हस्ताक्षर हो या समूह के हस्ताक्षर हों। इस प्रकिया से विधायक को मालूम पड़ेगा कि कौनसे विभाग में कौनसा अधिकारी भ्रष्ट है तथा जनता का कार्य सही ढ़ंग से नहीं कर रहा है। इस पर विधायक तत्काल ही कार्यवाही भी कर सकेंगे।

इससे एक बड़ा लाभ यह होगा कि भ्रष्ठ अधिकारी हो चाहे कार्यकर्ता हो वह विधायक से नजदीकियां नहीं बना सकेगा। विधायक उनको फटकार कर दूर भी कर सकेगा।

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 विधायक राजेंद्र सिंह भादू ने अपने विधायक काल के करीब साढ़े 3 साल बाद कहा है कि उनके सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में किसी को किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो वह व्यक्ति उनसे व्यक्तिगत रूप से मिल सकता है। इसके अलावा उनके विधायक सेवा केंद्र पर सूचना दे सकता है लिखित में और उनके मेल एड्रेस पर शिकायत भेज सकता है। 

कितने लोगों ने विधायक से अपनी बात कही है, और इस संदेश के उपरांत कितने लोगों ने अपनी पीड़ा व्यक्त की है? विधायक ने अपने चुने जाने के बाद जो वक्तव्य दिया भ्रष्टाचार मिटाने का वह पहली बार 15 दिसंबर 2013 को हमने प्रकाशित किया था ।इलाके में क्या हाल है!इसके बारे में जनता अधिक जानती होगी!!  साढ़े 3 साल बाद विधायक जी ने अपील की है। इन  साढ़े 3 साल में विधायक जी को इलाके की समस्याओं के बारे में जरूर मालूम हो चुका होगा और यह भी मालूम हो गया होगा की समस्याएं दूर हुई है या नहीं हुई है? भ्रष्टाचार मिटा है या नहीं मिटा है और मिटा है तो कितना मिटा  है और बढ़ गया है तो कितना बढ गया है? 

बडा हुआ भ्रष्टाचार इलाके के अंदर उनकी खुद की छवि को प्रभावित कर रहा है नुकसान पहुंचा रहा है तो कितना? फिर भी जो समय बाकी बचा है उसमें क्या कुछ किया जा सकता है? जनता को एक बार फिर प्रयास कर लेना चाहिए। उस प्रयास का परिणाम दो तीन माह में तो जरूर ही मिल जाना चाहिए। अगर अब भी अच्छा परिणाम  नहीं मिलता है तो भगवान मालिक है  कहने के बजाय मैं यह कहूंगा कि आगे जनता मालिक है।

( विधायक जी को इतना तो जरूर मालूम होगा कि आगामी चुनाव 2018  में जीत पक्की करने के लिए पार्टी मौजूदा विधायकों की कड़ी समीक्षा करेगी। करीब 40 प्रतिशत को पुनः टिकट नहीं मिलेंगी। सूरतगढ में अच्छे दिनों की मीठी मधुर सुगंध की हवा बह रही है या लोग भ्रष्टाचार महंगाई बेरोजगारी पानी मांग व अन्य समस्याओं की उमस में तड़प रहे हैं?)

मंगलवार, 8 अगस्त 2017

सूरतगढ के लालगढ़िया गांव की इंदुबाला जाट प्रेमी की हत्या में गिरफ्तार

श्रीगंगानगर 8-8-2017. नए प्रेमी के सहयोग से पुराने प्रेमी की हत्या के मामले में सूरतगढ़ के लालगढ़िया गांव की इंदूबाला जाट को गिरफ्तार किया गया है। 

एक सप्ताह पहले सूरतगढ़ रोड पर नेतेवाला बाइपास पर हुई कंपाडर विनोद बेनीवाल की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस हत्याकांड में नर्सिग महिला टयूटर को गिरफ्तार किया है। पुलिस उप अधीक्षक शहर तुलसीदास पुरोहित ने सदर थाने में प्रेस वार्ता में इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए बताया कि 31 जुलाई की रात को एेलनाबाद निवासी विनोद बेनीवाल को उसकी प्रेमिका इंदुबाला और इंदुबाला के दूसरे प्रेमी दीपक मलिक ने पूरी वारदात को अंजाम दिया था। इंदुबाला जब नर्सिग कोर्स कर रही थी तब राजकीय जिला चिकित्सालय में लैब टैक्नीशियन विनोद बेनीवाल के साथ दोस्ती हो गई और यह बात रिश्ते पर जा पहुंची। इंदुबाला के परिजनों ने जब विनोद के घर पर जाकर हालात देखे तो उसकी गरीबी को देखते हुए रिश्ता करने से इनकार कर दिया। इस बीच इंदुबाला देहरादून में नर्सिग कोर्स करने चली गई। वहां उसकी मुलाकात हरियाणा के चरखी दादरी निवासी दीपक मलिक से हो गई और दोनों में प्यार पनप गया। इधर, विनोद ने इंदुबाला के पास फोन पर वार्ता करने का सिलसिला जारी रखा। यह बात दीपक को पता चली तो इंदुबाला से नाराज हुआ लेकिन फिर आपस में सुलह हो गई। इस प्रेमी कहानी में रास्ता का कांटा बनते जा रहे विनोद को हटाने के लिए दीपक ने विनोद से दोस्ती की और उसे सूरतगढ़ रोड पर स्थित होमलैण्ड सिटी के किराये के मकान में बुलाया। वहां इंदुबाला भी मौजूद थी। विनोद ने जमकर शराब पी तो दीपक ने उसके सिर पर बोतलें मारी और उसे अपनी कार में बिठाकर नेतेवाला बाइपास सूनसान इलाके में ले गए। वहां विनोद को कार से उतारा और उसके सिर पर गोली मार दी। इंदुबाला ने इस हत्या का राज छुपाने के लिए खुद ड्राइविंग कर कार से तीन चार बार चक्कर लगाकर विनोद का सिर कुचल डाला। पुलिस ने आरोपित इंदुबाला को गिरफ्तार कर लिया जबकि आरोपित दीपक भूमिगत हो गया है। फिल्मी स्टाइल से मारी गोली हरियाणा के भिवानी जिले के चरखी दादरी तहसील गांव नौरंगबास निवासी दीपक कुमार मलिक (30) पुत्र सुरेश कुमार जाट शराब तस्करी से जुड़ा हुआ है। यह दीपक अजमेर जिले के गांधीनगर थाने में एक हिस्ट्रीशीटर की हत्या मामले में नामजद आरोपित है और गिरफ्तारी से बचने के लिए भूमिगत है। अब इस विनोद बेनीवाल की हत्या के मामले में उसकी सक्रिय भूमिका सामने आई है। गिरफ्तार आरोपित इंदुबाला जाट ने पुलिस पूछताछ में बताया कि दीपक के पास तीन चार नाजायज हथियार भी है। दिमाग से सनकी इस आरोपित ने ही इंदुबाला को फेसबुक और मोबाइल वट्सअप के माध्यम से विनोद को होमलैण्ड सिटी के किराये के मकान में बुलाया था। जांच अधिकारी ने बताया कि शराब अधिक पीने के बाद विनोद को अपनी कार में डालकर दीपक और इंदुबाला दोनों नेतेवाला के पास सूनसान इलाके में पहुंचे और वहां विनोद को कार से नीचे उतारा। विनोद ने माफी मांगने का प्रयास भी किया लेकिन खून पर सवार दीपक ने फिल्मी स्टाइल से विनोद के सिर पर गोली मारने में देर नहीं की। एेसे हुई विनोद से दोस्ती और दीपक से प्यार सदर सीआई कुलदीप वालिया ने बताया कि सूरतगढ़ क्षेत्र गांव लालगढि़या निवासी 24 वर्षीय इंदुबाला जाट पुत्री भादरराम कुलडि़या पहले गोधूवाली ढाणी में अपने ताऊ के मकान में रहती थी लेकिन अब गांव 4 एमएल में किराये का मकान लेकर रहने लगी। इंदुबाला वर्ष 2011से 2014 तक यहां श्री गंगानगर के एसएन नर्सिग कॉलेज में नर्सिग का कोर्स कर रही थी तब कुछ दिनों के लिए कॉलेज प्रशासन के आदेश पर इंदुबाला को राजकीय जिला चिकित्सालय में नर्स के रूप में तीन महीने के लिए भेजा गया। वहां कार्यरत लैब टैक्निशीयन विनोद बेनीवाल से दोस्ती हो गई। इस विनोद के साथ इंदुबाला शादी कराने को राजी हो गई लेकिन उसके पिता ने जब एेलनाबाद क्षेत्र गांव रानियां जाकर विनोद की माली हालत ठीक नहीं थी, उनके परिवार के अनुरुप यह रिश्ता नहीं होने पर इनकार कर दिया। इस बीच बीएससी कोर्स के लिए इंदुबाला देहरादून चली गई। वहां दीपक के पिता किसी बीमारी के लिए भर्ती हुए तो वहां फिमेल नर्स के रूप में इंदुबाला सार संभाल करती मिली तो दीपक की मां की बातें मोबाइल पर होने लगी। दीपक की मां के साथ साथ दीपक खुद भी इंदुबाला से मिलने लगा। शादी कराए बिना रहने लगे होमलैण्ड सिटी इस बीच इंदुबाला अपना कोर्स पूरा करने के बाद यहां एसएन नर्सिग कॉलेज में महिला टयूटर के रूप में नौकरी करने लगी।

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शनिवार, 5 अगस्त 2017

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का सपूत लड़की छेड़ने के आरोप में गिरफ्तार

चंडीगढ़ 5-8-2017.

 हरियाणा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला को चंडीगढ़ पुलिस ने IAS अधिकारी की बेटी से छेड़छाड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। 

 सेक्टर 26 पुलिस थाने में विकास के खिलाफ छेड़छाड़, पीछा करने और शराब पीकर गाड़ी चलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। घटना बीती देर रात करीब साढ़े 12 बजे की है।  विकास और उसके साथी ने चंडीगढ़ सेक्टर 7 पेट्रोल पंप से लड़की का पीछा करना शुरू किया। शराब के नशे में चूर आरोपियों ने अपनी कार लड़की की कार के पीछे लगा ली। लड़की की कार पर हाथ मारकर रोकने का प्रयास भी किया और काफी दूर तक उसका पीछा करते रहे।  विकास बराला कुरुक्षेत्र में एल.एल.बी. का स्टूडेंट है और उसका साथी एल.एल.बी. पास कर चुका है। 


मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी ईस्ट सतीष कुमार के अनुसार पीड़िता ने 100 नंबर पर छेड़छाड़ की शिकायत की थी। कंट्रोल रूम पर शिकायत मिलने पर तुरंत पुलिस हरकत में आ गई और दोनों आरोपियों को 26 सेक्टर ट्रांसपोर्ट चौक से पीछा करने के दौरान ही घेर कर गिरफ्तार कर लिया। सुभाष बराला के बेटे विकास बराला और उसके साथी शराब के नशे में चूर थे। पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले गई और छेड़छाड़ करने सहित शराब पीकर गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया।

बुधवार, 2 अगस्त 2017

भाजपा विधायक राजेंद्र भादू की कोठी से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया जाए-मील



- करणीदानसिंह राजपूत -

 सूरतगढ़ 2 अगस्त 2017.

 राजनीतिक संगठनों विभिन्न संगठनों की आमसभा में भाजपा विधायक राजेंद्र सिंह भादू की सड़क पर बनी कोठी से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू करने की ललकार दी गई। महाराणा प्रताप चौक पर जनसभा में नगर पालिका प्रशासन को चेतावनी दी गई कि अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत दुकानदारों व आम नागरिकों पर जुल्म बर्दाश्त नहीं होगा। सूरतगढ़ के भाजपा विधायक राजेंद्र सिंह भादू व भाजपा की नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती काजल छाबड़ा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। अधिशासी अधिकारी की कथित ईमानदारी को भी चुनौती दी गई कि उसके राज में निर्माण कार्यों में भयानक घोटाले हो रहे हैं। जनसभा में पूर्व विधायक कांग्रेसी नेता गंगाजल मील, पूर्व पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल, पूर्व जिला प्रमुख पृथ्वीराज मील, प्रभु दान गेदर, पूर्व उप प्रधान कृष्ण गोदारा व स.गुरूदर्शनसिंह सोढी आदि ने भारतीय जनता पार्टी के राज में प्रदेश भर में फैले भ्रष्टाचार पर जमकर आरोप लगाए। 


कांग्रेस पार्टी के नेता गंगाजल मील, जिला उपाध्यक्ष बलराम वर्मा,पूर्व पालिकाध्यक्ष बनवारी लाल मेघवाल ने नगरपालिका को चेताया कि अतिक्रमण हटाओ अभियान विधायक राजेंद्र भादू की कोठी से किया जाए जो सड़क के बीच में बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जनता के साथ अत्याचार बर्दास्त नहीं किया जा सकता। कांग्रेस के विधायक पूर्व विधायक गंगाजल मील ने कहा कि राजस्थान उच्च न्यायालय के निर्देश का हम सभी सम्मान करते हैं लेकिन उस निर्देश की पालना में नगर पालिका गरीबों व छोटे दुकानदारों पर कड़ाई कर उनके निर्माणों को अतिक्रमण बताते हुए तोड़े और प्रभावशाली लोगों व सत्ताधारी लोगों के कोठियों कटलों पर कार्यवाही नहीं करे तो यह भेदभाव बर्दाश्त नहीं होगा। वक्ताओं ने कहा कि जनता में और दुकानदारों में पालिका प्रशासन ने डर पैदा किया है। पालिका प्रशासन सही रुप से यह नहीं बता रहा कि किस सीमा से अतिक्रमण हटाए जाएंगे कहीं तीन तो कहीं 3.50 फुट चौकी रखने की चर्चाएं है। नगरपालिका को स्पष्ट आदेश देना चाहिए और स्वायत्त शासन निदेशालय के आदेश को सार्वजनिक करके आमजन को बताया जाना चाहिए।बनवारी लाल मेघवाल ने आरोप लगाया कि सीवरेज के नाम पर भयानक भ्रष्टाचार विधायक की देखरेख में हो रहा है। बनवारी लाल ने कहा कि मानसून के वक्त खुदाई आदि के कार्य पर रोक होती है​ लेकिन यहां मानसून के चलते बीच में सीवरेज की खुदाई चल रही है। यहां भारी वर्षा हो जाती है तब मकानों के नींवों को नुकसान होगा और वह नुकसान बहुत बड़ा होगा।

माकपा नेता सखी मोहम्मद ने कहा कि कहीं भी जुल्म बर्दास्त नहीं हो सकता।हम अत्याचार के खिलाफ लड़ने को हर वक्त तैयार हैं। आम आदमी पार्टी के सतपाल सिहाग ने भी भ्रष्टाचार के विरुद्ध पालिका प्रशासन को ललकारा।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष जेठ नाथ तंवर, पार्षद लक्ष्मण शर्मा,पार्षद विनोद पाटनी, कांग्रेस के नेता सहदेव जोशी, धन्नाराम स्वामी, आकाशदीप बंसल ने भी नगर पालिका की अतिक्रमण हटाओ कार्यवाही में भेदभाव बरते जाने का आरोप लगाया। नेताओं ने कहा कि यह भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। प्रभावशाली लोगों के अतिक्रमण सबसे पहले हटाए जाने चाहिए।

 वक्ताओं ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के राज्य में चारों और लूट मची हुई है आम जनता बुरी तरह से परेशान है। भाजपा शासन प्रशासन जनता की पीड़ाओं को अनदेखी कर रहा है।

 







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