शुक्रवार, 28 अगस्त 2015

ईओ राकेश मेंहदीरत्ता की अग्रिम जमानत अर्जी खरिज


सूरतगढ़,28अगस्त।
यौनशोषण के आरोपी अनूपगढ के ईओ राकेश मेंहदीरत्ता की अग्रिम जमानत की अर्जी आज सेशन कोर्ट जयपुर ने खारिज कर दी। मेंहदीरत्त के विरूद्ध जयपुर के सिंधी कैंप पुलिस थाने में मामला दर्ज है।

ईओ राकेश मेंहदीरत्ता गायब :जयपुर पुलिस के सूरतगढ़ में छापे:

सोमवार, 24 अगस्त 2015

सूरतगढ़ भूखंड घोटाला आरोपियों के बयान ना देने पर गिरफ्तारी वारंट होंगे जारी:


ब्यूरो ने दो नोटिस भेजे बाद में व्यक्तिगत तौर पर नोटिस भिजवाए मगर आरोपियों ने बयान दर्ज कर अपना पक्ष नहीं बताया
नगरपालिका सूरतगढ़ के औद्योगिक भूखंड नं 174 और 175 का नीलामी घोटाला
करीब 11 करोड़ का घोटाला:मुकद्दमा नं 78/15
तत्कालीन अध्यक्ष बनवारीलाल ने जवाब दिया है वह भी आरोपियों पर भारी पड़ रहा है।
स्पेशल रिपोर्ट-ब्लास्ट की आवाज दि.24 अगस्त 2015 से साभार
नगरपालिका सूरतगढ़ के औद्योगिक भूखंड नं 174 और 175 की खरीद में घोटाला और उसके बाद गैर कानूनी रूप में टुकड़े कर बेचने में भी घोटाला हुआ जिसमें नगरपालिका के तत्कालीन अध्यक्ष,ईओ,खरीदार व आगे टुकड़े कर खरीदने वाले,हलफनामें देने वाले आरोपित हैं। एसीबी में जयपुर थाने में एफआइआर नं 78/15. दर्ज होकर जांच श्रीगंगानगर चौकी के सुपुर्द की गई । जांच अधिकारी आनन्द स्वामी ने शिकायत कर्ता पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु के बयान लेने के बाद 29-7-2015 को आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
मूल नीलामी की बोली दाता सूची में लिखे आरोपियों को नोटिस मिलने के बाद हलचल मची हुई है। 

रविवार, 16 अगस्त 2015

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के सूरतगढ़ भूखंड घोटाला आरोपियों को नोटिस



नगरपालिका सूरतगढ़ के औद्योगिक भूखंड नं 174 और 175    मुकद्दमा नं 78/15
तत्कालीन अध्यक्ष बनवारीलाल ने जवाब में कहा ईओ की सारी जिम्मेदारी
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत
नगरपालिका सूरतगढ़ के औद्योगिक भूखंड नं 174 और 175 की खरीद में घोटाला और उसके बाद गैर कानूनी रूप में टुकड़े कर बेचने में भी घोटाला हुआ जिसमें नगरपालिका के तत्कालीन अध्यक्ष,ईओ,खरीदार व आगे टुकड़े कर खरीदने वाले,हलफनामें देने वाले आरोपित हैं। एसीबी में जयपुर थाने में एफआइआर नं 78/15. दर्ज होकर जांच श्रीगंगानगर चौकी के सुपुर्द की गई । जांच अधिकारी आनन्द स्वामी ने शिकायत कर्ता पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु के बयान लेने के बाद 29-7-2015 को आरोपियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
आरोपियों को नोटिस मिलने के बाद खलबली मची हुई है तथा नोटिसों का जवाब देने और ना देने के बाद एसीबी द्वारा किसी भी समय गिरफ्तारी की संभावना का भय है। आरोपी कानूनी राय लेने के लिए भागदौड़ में लगे हुए हैं। सूचना है कि कुछ आरोपी इस प्रकरण में जैसे तैसे बचाव का रास्ता खोजने के लिए जोधपुर भी गए हैं।
इस घोटाले में पूर्व विधायक स.हरचंदसिंह सिद्धु ने नगरपालिका से सूचना के अधिकार में अधिकृत दस्तावेज प्राप्त करने के बाद भ्रष्आचार निरोधक ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी। ब्यूरो के द्वारा पहले पी दर्ज हुई व उसकी जाँच में आरोप प्राथमिक दृष्टि से अपराध होना पाए गए। जिस पर मुकद्दमा नं 78/15 दर्ज हुआ।
नगरपालिका में औद्योगिक भूखंड नं 174 व 175 की नीलामी और उनके रिकार्ड में गलत इन्द्राज व बाद में उनके नियम विरूद्ध टुकड़े कर बेचने आदि में भ्रष्टाचार व सरकार को करोड़ों रूपयों का नुकसान पहुंचाने वाले प्रकरण में पूर्व विधायक वरिष्ठ वकील स.हरचंदसिंह सिद्धु के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की श्रीगंगानगर चौकी में बयान हुए और पालिका के कुछ कर्मचारियों को भी ब्यूरो चौकी में बुला कर पूछताछ की गई थी।
वकील स.हरचंदसिंह सिद्धु ने पहले यह प्रकरण मार्च 2013 में भ्रष्टाचार
निवारण अदालत श्रीगंगानगर में दायर किया था। सर्वाच्च न्यायालय के निर्देश पर अदालत में सीधे इस्तगासे पर प्रकरण की सुनवाई होने पर रोक लग जाने के कारण बाद में यह प्रकरण ब्यूरो के जयपुर मुख्यालय में दर्ज कराया गया।

नगरपालिका सूरतगढ़ की मास्टर प्लान के तहत वर्कशॉप टांसपोर्ट योजना वार्ड नं 6 में भूखंड नं 174 और 175 की खरीद और उसके नियम विरूद्ध टुकड़े कर आगे बेचान करने तथा लीज को भी नियम विरूद्ध संशोधित किए जाने से राजकोष को 2 करोड़ रूपए की हानि पहुंचाने का आरोप लगाते हुए महेन्द्र मील पुत्र गंगाजल मील, पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल,अधिशाषी अधिकारी राकेश मेंहदीरत्ता,अधिशाषी अधिकारी पृथ्वीराज जाखड़,संजय धुआ पुत्र फतेहचंद के विरूद्ध पूर्व विधायक वरिष्ठ वकील स.हरचंदसिंह सिद्धु ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं 7-3 ए, बी, सी, डी,भारतीय दंड संहिता की धाराओं 167,218,219,467,468,471,474 व 120 बी के तहत यह वाद दायर किया । इसमें सब रजिस्ट्रार पर भी मिली भगत का आरोप लगाया गया था।
    आरोप लगाया गया है कि वार्ड नं 6 में वर्कशॉप ट्रक ट्रांसपोर्ट योजना के प्लॉट नं 174 व 175 की नीलामी निकाली गई। इनके साईज 120 गुणा 150 फुट थे।
प्लॉट नं 174 की नीलामी में बोलीदाता रिंकलकुमार पुत्र देसराज,राजेन्द्रकुमार पुत्र गिरधारीलाल,नवलकिशोर पुत्र ओमप्रकाश,ओमप्रकाश पुत्र भूरा राम,इन्द्रादेवी पत्नी कृष्णदेव व महेन्द्रकुमार पुत्र गंगाजल मील ने अलग दो बोलियां लगाई। जिसमें अंतिम बोली 40 लाख 50 हजार रूपऐ राजेन्द्रकुमार की थी। अपराधिक षडय़ंत्र के तहत अध्यक्ष बनवारीलाल अधिशाषी अधिकारी राकेश मेंहदीरत्ता,सहायक अभियंता व प्रतिनिधि जिला कलक्टर ने उक्त बोली को संयुक्तरूप से राजेन्द,रिंकलकुमार,महेन्द्रकुमार,नवलकिशोर,ओमप्रकाश व इन्द्रादेवी की मान कर दर्ज की जो कानून विरूद्ध है।
    इसी प्रकार प्लॉट नं 175 की नीलामी में बोलीदाता जगदीश पुत्र सुरजाराम,संजयकुमार पुत्र फतेहचंद,राधेश्याम पुत्र गुरादित्ता,सुरेन्द्रकुमार पुत्र रामकिशन व महेन्द्रकुमार पुत्र गंगाजल मील ने बोली दी। इसमें संजयकुमार व महेन्द्रकुमार मील को एक पक्ष व सुरेन्द्रकुमार को दूसरा पक्ष मानकर बोली लगाई गई। यह अंतिम बोली संजयकुमार की 52 लाख 50 हजार की स्वीकृत हुई।
    प्लॉट नं 174 की लीज तैयार करते समय सफल बोली दाता नवलकिशोर व भूराराम का नाम वापिस ले लिया गया और अवैध रूप से भ्रष्टाचार करके 6 व्यक्तियों की एवजी में 4 की मानकर लीज तैयार की गई। और उक्त प्लॉट नं 174 को उपविभाजित करके 20 दुकानों का साइज बताकर लीज तस्दीक करवाई। जो कानून विरूद्ध थी।
इसी प्रकार प्लॉट नं 175 को अवैध रूप से उपविभाजित कर 20 दुकानों की लीज तस्दीक करवाई। सब रजिस्ट्रार सूरतगढ़ इस भ्रष्टाचार में लिप्त रहा।
इसके बाद दोनों मूल लीज को संशोधित करवाकर 4 भागों में उप विभाजित करवाकर उन 4 हिस्सों का अग्रेतर उपविभाजन कर लीज संशोधित करवाई गई। यही प्रक्रिया प्लॉट नं 175 में अपनाई गई।
उक्त प्लॉटों के उपविभाजन से बनी दुकानों को स्वीकृति देकर आरोपी ईओ  जोने नामांतरण खरीदारान के नाम से किया तथा राजकोष को करोड़ों  का नुकसान पहुंचाया। आरोप है कि इसमें राजकोष को करीब 12 करोड़ का नुकसान पहुंचाया गया।
इसमें विधायक गंगाजल मील पर भी आरोप लगाया गया है कि विधायक गंगाजल मील ने बनवारीलाल मेघवाल को अपना उम्मीदवार बताया जिसने पालिकाध्यक्ष सूरतगढ़ का चुनाव जीता। राकेश मेंहदीरत्ता जो नगरपालिका सूरतगढ़ में लेखाधिकारी पद पर कार्यरत था को विधायक गंगाजल मील और पालिकाध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल ने सूरतगढ़ नगरपालिका में अधिशाषी अधिकारी पद पर नियुक्त करवाया।
तत्कालीन नगरपालिका अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल ने नोटिस का जवाब 8 अगस्त 2015 को दिया है जिसमें कार्य किए जाने की समस्त जिम्मेदारियां ईओ व अधीनस्थ कर्मचारियों की बताई है। 


राकेश मेंहदीरत्ता पर यौनशोषण मुकद्दमा:पीडि़ता के 164 के बयान:वीर्य लगी चुन्नी:

ईओ राकेश मेंहदीरत्ता पर यौनशोषण मुकद्दमें में पीडि़ता के मजिस्टे्रट के समक्ष धारा 164 के बयान हुए
राकेश मेंहदीरत्ता की सुसाईड धमकी में पूर्व विधायक हरचंदसिंह सिद्धु व पीलीबंगा के पार्षद सुरेन्द्र गांधी का भी नाम
पीडि़ता की ओर से पुलिस को एक दुपट्टा सबूत में दिया जाने की सूचना है जिस पर सीमन लगा हुआ है।

सूरतगढ़,
ईओ राकेश मेंहदीरत्ता पर यौनशोषण के मुकद्दमें में पीडि़ता के भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 के बयान मजिस्ट्रेट के समक्ष हो गए हैं। पीडि़ता के बयान 11 अगस्त को हुए हैं जिसमें उसने लगाए हुए आरोपों के बयान दिए हैं। सूचना है कि अनुसंधान अधिकारी ने आयुक्त श्रवण बिश्रोई व पीलीबंगा की नगरपालिका की कार के चालक पुरूषोत्तम के बयान दर्ज किए हैं। सूत्रानुसार श्रवण ने बताया है कि वह महारानी होटल के कमरा नं 404 में रूका था व उक्त महिला व ईओ राकेश मेंहदीरत्ता कमरा नं 406 में रूके थे।
जयपुर के तीन होटलों में ठहरने के सबूत पूर्व में मिल चुके थे कि जयपुर के होटल महादेव,होटल महारानी और होटल हयात मेंं ईओ राकेश मंहदीरत्ता पीडि़ता को साथ लेकर रूका था।
ईओ 25 दिसम्बर 2012 को महिला के साथ जयपुर के होटल महारानी में रूका था। वहां नगर परिषद हनुमानगढ़ के आयुक्त श्रवण की ओर से 2 कमरे बुक कराए गए थे।  पीलीबंगा नगरपालिका की कार में जयपुर गए जिसे चालक पुरूषोत्तम चला रहा था। उसी कार में ईओ उक्त महिला के साथ था। कार चालक ने आयुक्त को कहा तो वे उसी में जयपुर के लिए रवाना हो गए। श्रवण ने ईओ से महिला के बारे में पूछा तो उसने अपनी रिश्तेदार बतला दिया कि जयपुर में यह चली जाएगी। जयपुर में कमरे जब श्रवण के नाम से बुक हुए तो वह मना नहीं कर पाया। श्रवण सूरतगढ़ छतरगढ़ रोड पर एक गांव का रहने वाला बताया जाता है।
पीडि़ता ने जांच  में अपना एक दुपट्टा चुन्नी दी है जिस पर वीर्य लगा हुआ बताया है।
एक होटल में ईओ मेंहदीरत्ता व उक्त महिला की फोटो मिली है जो पुलिस के रिकार्ड में ली जा चुकी है। होटल में काउंटर पर रूकने वाले की फोटो ली जाती है उसमें दोनों की साथ की फोटो मिली है। पुलिस होटल का ठहरने का रजिस्टर आदि का ब्यौरा लेने की कार्यवाही कर चुकी है। होटल महादेव में 22-23 अगस्त 2012 को रूके थे। होटल हयात में 28-29 जून 2013 को रूके थे।
अनुसंधान अधिकारी उप पुलिस अधीक्षक मनोज शर्मा द्वारा महिला के बयान जयपुर में रविवार 2 अगस्त को दर्ज  किए गए व उसके बाद में महिला का मेडिकल मुआयना करवाने के बाद अनुसंधान में तेजी आ गई।
 महिला ने आरोप लगाया था कि शादी का झांसा देकर ईओ राकेश मेंहदीरत्ता ने उसके साथ जयपुर व गंगानगर के होटलों में शारीरिक संबंध बनाए व पीलीबंगा व हनुमानगढ़ में किराए के मकानों में पत्नी के रूप रखा। बाद में शादी करने से इन्कार कर दिया।
ईओ की पत्नी पीडि़ता को जान से मरवा देने की धमकियां देती है। ईओ ने भी धमकी दी थी कि वह सुसाईड नोट में नाम लिख कर आत्म हत्या कर लेगा। पीडि़ता ने ये बातें भी मुकद्दमें में दर्ज करवा दी थी।
आरोपी ईओ वर्तमान में नगरपालिका अनूपगढ़ में कार्यरत है।

पीडि़ता के 164 के बयान में गंभीर खुलासे
राकेश मेंहदीरत्ता की सुसाईड धमकी में पूर्व विधायक हरचंदसिंह सिद्धु का भी नाम
सुसाईड नोट में पीडि़ता के अलावा पूर्व विधायक हरचंदसिंह सिद्धु व पीलीबंगा के पार्षद सुरेन्द्र गांधी का नाम
पीडि़ता के बयान 11 अगस्त को अदालत एसीएमएम सांप्रदायिक व दंगा जयपुर मैट्रो में बयान दिए। शपथ के बाद हुए बयानों में प्रमुख रूप में पीडि़ता ने एफआईआर में लिखाए आरोपों को ही दोहराया है। इस बयान में पीडि़ता ने कहा कि जब वादे के अनुसार शादी करने का राकेश पर दबाव डालने लगी तब उसने कहा कि कई मुकद्दमें बने हुए हैं तथा वह आत्म हत्या कर लेगा। उसने एक सुसाईड नोट लिखा हुआ दिखलाया जिसमें उसका,उसके पुत्र का,परिवार वालों,पूर्व विधायक हरचंदसिंह सिद्धु और पीलीबंगा के पार्षद सुरेन्द्र गांधी के नाम लिखे हुए थे। इस नोट को देख कर वह घबरा गई।
इस बयान में पीडि़ता ने लिखाया है कि वह अपना प्रकरण दर्ज कराने को पहले महिला थाना हनुमानगढ़ गई लेकिन उन्होंने दर्ज नहीं किया व जयपुर में दर्ज कराने का कहा। इसके बाद सिंधी कैंप थाना जयपुर में गई लेकिन उन्होंने भी दर्ज नहीं किया व हनुमानगढ़ में दर्ज कराने का कहा। इसके बाद प्रकरण की 27 जुलाई 2015 को एसपी पश्चिम जयपुर डा.राहुल जैन को रजिस्ट्री करवाई। इसके बाद 3 दिन तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। तब कोर्ट में इस्तगासा किया। इसके बाद फिर एसपी से मिली तब उन्होंने प्रकरण दर्ज करने का आदेश दिया जिस पर 30 जुलाई को मामला दर्ज हुआ। इसी बयान में पीडि़ता ने लिखावाया है कि मुझे मालूम हुआ है कि 28-7-2015 को राकेश मेंहदीरत्ता ने हनुमानगढ़ टाउन में ब्लेकमेलिंग के आरोप में मेरे विरूद्ध प्रकरण दर्ज करवाया है।
बयान में लिखाया है कि मेंहदीरत्ता व उसकी पत्नी जान से मारने की धमकी देते हैं।
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ईओ राकेश मेंहदीरत्ता मेंहदी रचाने का झांसा देकर यौनशोषण करता रहा: जयपुर में मुकद्दमा दर्ज:


शुक्रवार, 14 अगस्त 2015

सूरतगढ़ थाने पर आमरण अनशन पर शीतल सिडाना बैठे:


आमरण अनशन स्थल पर लोगों का तांता:
थानाधिकारी रणवीर साईं को निलंबित करने की मांग ने जोर पकड़ा:
- करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़, 14 अगस्त।
सिटी थानाधिकारी रणवीर सार्इं को निलंबित किए जाने की मांग को लेकर चल रहे आँदोलन में आमरण अनशनकारी भाजपा के वरिष्ठ नेता श्याम मोदी को पुलिस द्वारा उठाकर चिकित्सालय में भर्ती कराए जाने के समाचार के फैलते ही कार्यकर्ता अनशन स्थल पर पहुंचने लगे।
आमरण अनशन को शुरू रखते हुए शीतल सिडाना को बैठा दिया गया है।
लोगों का अनशन स्थल पर तांता लगा है।
थानाधिकारी रणवीर साई की कार्य प्रणाली से लोग नाराज हैं तथा उनकी भीड़ भी बढ़ रही है लोग अपने मामलों के दस्तावेज लिए हुए अनशन स्थल पर पहुंच रहे हैं।

सोमवार, 10 अगस्त 2015

सीएम हाऊस जैसा लुक देगा सूरतगढ़ एसडीएम हाऊस


नगरपालिका ने पीडब्ल्यूडी के एसडीएम आवास का मूल रूप नक्सा ही बदल दिया गया है
नगरपालिका ने उपखंड कार्यालय की चारदीवारी निर्माण का टेंडर निकाला और बनाई गई एसडीएम आवास की चार दीवारी
स्पेशल रिपोर्ट - करणीदानसिंह राजपूत
सूरतगढ़। सीएम हाऊस जैसा लुक देगा एसडीएम हाऊस और उसके लिए नगरपालिका की अध्यक्ष श्रीमती काजल छाबड़ा और ईओ प्रियंका बुडानिया की नजरों में नगरपालिका के धन से यह कार्य करवाया जा रहा है। एकदम सामने नजर आने वाला प्रमाण ही आम जनता के सामने रखा जा रहा है।
नगरपालिका ने 30 अप्रेल 2015 को टेंडर निकाले जो 1 मई को अखबारों में छपे। राजस्थान पत्रिका में छपे टेंडर की फोटो यहां दे रहे हैं। क्रमांक 9 में देखा जा सकता है। उपखंड कार्यालय की चार दीवारी का निर्माण रूपए 8 लाख। यह कार्य क्षेत्र पीडब्ल्यूडी का है और भवन उनके ही अधिकार में है। नगरपालिका वहां पर खर्च ही नहीं कर सकती। लेकिन इसमें भी गोलमाल हुआ कि चारदीवारी कार्यालय की बनाने के लिए टेंडर निकाला गया और चार दीवारी बनाई गई है एसडीएम हाऊस की। दोनों पास में है और एक साथ देखे जा सकते हैं।
उपखंड कार्यालय की चार दीवारी का निर्माण ऊंचा उठाने का कुछ साल पहले करवाया जा चुका था। उसकी आगे और पीछे की फोटो भी देख सकते हैं।
उपखंड कार्यालय व उपखंड अधिकारी का आवास दोनों ही पीडब्ल्यूडी अधिशाषी अभियंता कार्यालय के सामने ही 50 फुट की दूरी पर है। वहां हो रहा यह सारा निर्माण उनकी नजरों में है। आश्चर्य यह है कि एसडीएम आवास का मूल स्वरूप ही बदल दिया गया है जो सरकार की मंजूरी के बिना बदला ही नहीं जा सकता। एसडीएम हाऊस का लुक सीएम हाऊस जैसा दिखलाने के लिए पिछले 9 महीने से निर्माण चल रहा है। इसमें लगने वाला कई लाख रूपए कहां से आ रहा है? लेकिन नगरपालिका इसमें कुछ भी निर्माण नहीं करवा सकती।
नगरपालिका ने टेंडर निकाला उसमें अध्यक्ष काजल छाबड़ा व तत्कालीन ईओ तरसेम अरोड़ा के हस्ताक्षर हुए। लेकिन उसके बाद ईओ पद पर प्रियंका बुडानिया आ गई लेकिन उसने भी यह गलत कार्य रूकवाया नहीं। उसके पद संभालने के बाद भी यह कार्य जारी है। 


चार दीवारी बनाई गई है एसडीएम हाऊस की


उपखंड कार्यालय की चार दीवारी का निर्माण ऊंचा उठाने का कुछ साल पहले करवाया जा चुका था।
उपखंड कार्यालय की चार दीवारी का निर्माण ऊंचा उठाने का कुछ साल पहले करवाया जा चुका था।




पूर्व विधायक व वरिष्ठ वकील स.हरचंदसिंह सिद्धु का कहना है कि एसडीएम आवास पर पालिका किसी भी रूप में धन खर्च नहीं कर सकती क्योंकि यह पीडब्ल्यूडी के अंडर आता है। नगरपालिका द्वारा धन लगाना गलत है। नगरपालिका ने उपखंड कार्यालय की चारदीवारी निर्माण का टेंडर निकाला और उपखंड अधिकारी के आवास की चारदीवारी बनवाई है जिससे साबित होता है कि बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। इस मामले की जाँच जरूरी है।

सीएम हाऊस जैसा लुक देगा सूरतगढ़ एसडीएम हाऊस

शनिवार, 1 अगस्त 2015

आदर्श कल्याण भूमि में सैनी नाम घुसेडऩे पर चल रहा है विवाद:


नगरपालिका ने निर्माण ठेके में घुसेड़ा सैनी नाम।

- करणीदानसिंह राजपूत -
विधायक के कोटे से आदर्श कल्याण भूमि सूरतगढ़ में निर्माण के लिए रूपया दिया गया लेकिन उसमें सैनी नाम घुसेड़ दिए जाने से लोग नाराज हैं और विवाद चल रहा है। इसके बाबत बैठकें हुई हैं मगर अभी तक सुलटारा नहीं हो पाया है। आदर्श कल्याण भूमि की स्थापना से लेकर अब तक उसकी व्यवस्था अरोड़ वंश समुदाय ही करता आ रहा है। वैसे कोई भी जाति का मृतक हो उसकी अंतिम क्रिया में कभी रूकावट नहीं आई। इसके इतिहास को जानना जरूरी है।
देश के विभाजन के वक्त अरोड़ा समुदाय बहुतायत से पाकिस्तान से उजड़ कर पहले पंजाब में आए व बाद में सूरतगढ़ में आकर रहने लगे। इनकी बसावट जहां हुई वहां लोग पहले रिफ्यूजी शरणार्थी कहते थे। तथा कॉलोनी को रिफ्यूजी कॉलोनी कहते थे। पुरूषार्थी लोगों को जो कड़ी मेहनत कर जीवनयापन कर रहे थे,उनको रिफ्यूजी शब्द स्वीकार नहीं हो रहा था। यह सच्च भी था। इसलिए कॉलोनी को आदर्श कॉलोनी नाम दिया गया। उसी तर्ज पर जो श्मशान उसके पास बना उसे आदर्श कल्याण भूमि नाम दिया गया। अरोड़वंश कल्याण समिति ही इसकी देख रेख करती रही है। किसी को कोई अड़चन भी नहीं रही है।
लेकिन अब अड़चन शुरू हुई है। विधायक राजेन्द्रसिंह भादू ने इसमें शैड निर्माण व सोलिंग कराने के लिए अपने विधायक कोटे से 11 लाख रूपए दिए। नगरपालिका की अध्यक्ष श्रीमती काजल छाबड़ा व अधिशाषी अधिकारी तरसेम कुमार के हस्ताक्षरों से इसकी निविदा जारी हुई जो 30 अप्रेल को जारी हुई तथा 1 मई 2015 के अखबारों में छपी। इस निविदा में आदर्श सैनी कल्याण भूमि लिखा गया। इससे विवाद उत्पन्न हो गया व जागरूक लोगों ने यह प्रकरण उठाया। लोगों को आश्चर्य यह है कि श्रीमती काजल छाबड़ा और उनके पति सुनील छाबड़ा दोनों ही इसी अरोड़वंश समुदाय के हैं तथा उनको इस कल्याण भूमि की हर बात का मालूम है फिर इसमें सैनी नाम क्यों और कैसे जोड़ दिया गया? इसमें जो निर्माण चल रहा है उसका भुगतान आदि कैसे हो पाएगा। वर्तमान में जब इसमें निर्माण चल रहा है तब अधिशाषी अधिकारी पद पर प्रियंका बुडानिया आ चुकी है।

ईओ राकेश मेंहदीरत्ता मेंहदी रचाने का झांसा देकर यौनशोषण करता रहा: जयपुर में मुकद्दमा दर्ज:


जयपुर गंगानगर के होटलों में यौन शोषण:पीलीबंगा व हनुमानगढ़ में किराए के मकानों में पत्नी बना कर रखा:
ईओ कहता कि उसकी पत्नी के किसी दूसरे से अवैध संबंध है सो वह उससे तलाक लेगा व फिर शादी कर लेगा।
ईओ की पत्नी को मार डालने की धमकियां देने के आरोप में अपराध में सहयोगी बताया:
स्पेशल रिपोर्ट- करणीदानसिंह राजपूत -

सूरतगढ़,पीलीबंगा हनुमानगढ़ व वर्तमान में अनूपगढ़ नगरपालिका में ईओ राकेश मेंहदीरत्ता पर एक परित्यक्त महिला ने आरोप लगाया है कि ईओ राकेश मेंहदीरत्ता शादी का झांसा देकर उसका यौन शोषण करता रहा। उसने नौकरी लगवाने के बहाने जयपुर के होटलों में पत्नी के रूप में रखा। किराए के मकानों में पत्नी बना कर रखा। इतने समय बाद शादी करने से मुकर गया। उसकी पत्नी  मोबाइल फोन पर जान से मरवाने की धमकियां देती है। ईओ भी धमकियां देता है कि वह आत्महत्या कर लेगा व सुसाईड नोट में नाम देकर मरेगा। पुलिस कमिश्रर जयपुर पश्चिम को दिए प्रार्थनापत्र पर जयपुर के सिंधी कैंप थाने में बलात्कार व अप्राकृतिक मैथुन के आरोप में 30 जुलाई को मुकद्दमा नं 114/2015 भारतीय दंड संहिता की धाराओं 376 व 377 में दर्ज हुआ है तथा जाँच मनोज शर्मा पुलिस उप अधीक्षक को सौंप दी गई है। 

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