मंगलवार, 30 नवंबर 2021
सोमवार, 29 नवंबर 2021
आपातकाल के लोकतंत्र सेनानी हिंदू हिंदुस्तानी:सम्मान नहीं देना मोदी सरकार की ऐतिहासिक गलती रहेगी *
* करणीदानसिंह राजपूत *
👌 लोकतंत्र सेनानी हिंदू है हिंदुस्तानी है भारतीय हैं फिर नरेन्द्र मोदी और भाजपा सरकार इनका तिरस्कार करके बहुत बड़ी ऐतिहासिक और राजनैतिक गलती क्यों कर रही है?
👍 हिंदुओं के उत्पीड़न को लेकर भाजपा संघ के लोगों द्वारा गांधी नेहरू परिवारों पर रोजाना लिखने की कोसने की भरमार ग्रुप और फेसबुक सोशल मीडिया में की जाती है।
* जो गलती सैकड़ों सालों से चली जिनके लिए पूर्व सत्ताधारी पार्टी नेता और व्यक्तियों को कांग्रेस को कोसा जा रहा है वर्तमान में वही गलती नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार क्यों कर रही है? लोकतंत्र सेनानी हिंदू हिंदुस्तानी है।
लोकतंत्र सेनानी और सभी के परिवार देश भक्ति में आगे रहे आज नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री काल में भाजपा के राज में भयानक पीड़ाएं भोग रहे हैं।
👌 जब जरूरत थी आपातकाल का विरोध करने की जेलों में जाने की तब यही लोकतंत्र सेनानी हिंदू हिंदुस्तानी आगे आया था। आज इन लोकतंत्र सेनानी हिंदुओं को हिंदुओं के द्वारा ही क्यों तिरस्कृत किया जा रहा है।
* नरेंद्र मोदी सरकार देश की सबसे बड़ी पार्टी जिसका शासन है वह पार्टी और संघ के सर्वमान्य इनका तिरस्कार क्यों कर रहे हैं? जिन गलतियों के लिए गांधी जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी राजीव गांधी अब सोनिया गांधी राहुल गांधी को कोसा जा रहा है वही महान गलती भाजपा और संघ के लोग क्यों कर रहे हैं?
👌 नरेंद्र मोदी जी उनकी सरकार भाजपा की सरकार द्वारा लोकतंत्र सेनानियों का तिरस्कार करने की इस कुनीति पर गलती पर मौन क्यों हैं चुप्पी क्यों है? सोशल मीडिया और लोकतंत्र सेनानियों के ग्रुपों में लिखने से छुप क्यों रहे हैं?
कछ को छोड़ कर सभी पढते हैं लेकिन समर्थन करने से डरते हैं।
हिंदुओं के तिरस्कार पर पिछली कांग्रेसी सरकारों को उनके नेताओं को अभद्र भाषा में कोसा जाता है तो लोकतंत्र सेनानियों हिंदुस्तानियों को तिरस्कार करने वाले वर्तमान सत्ताधारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनकी सरकार और भाजपा को लिख कर और चुप रह कर क्यों बचाया जा रहा है? ये भी तो क्षमा के योग्य नहीं है।
लोकतंत्र सेनानियों का सम्मान भारत सरकार की ओर से करके नरेन्द्र मोदी और भाजपा अपने भविष्य और इतिहास के लिए अपनी बड़ी गलती को शीघ्र ही सुधारे नहीं तो समय काल कभी क्षमा नहीं करता।
यदि सत्ता के अभिमान में ऐसा नहीं किया गया तो मोदी राज की उपल्बधियों के साथ ये गलतियां भी लिखी जाएगी। यह भी लिखा जाएगा कि सत्ता होते बहुमत होते हुए नरेंद्र मोदी की सरकार ने भाजपा सरकार ने लोकतंत्र सेनानियों को हिंदू हिंदुस्तानियों को देशभक्तों को संविधान रक्षकों को सम्मान तक नहीं दिया।०0०
दि. 29 नवंबर 2021.
करणीदानसिंह राजपूत, 76 वर्ष.
पत्रकार,
(आपातकाल विरोध में जेलयात्री)
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
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शनिवार, 27 नवंबर 2021
पंचायती राज चुनाव धारा 144 प्रभावी: जानिए क्या क्या नहीं करना है।
* करणीदानसिंह राजपूत *
श्रीगंगानगर, 27 नवम्बर। पंचायतीराज संस्थाओं में जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्य के आम चुनाव-2021 की घोषणा 24 नवम्बर 2021 को हो जाने के कारण आदर्श अचार संहिता लागू हो गई है। उक्त चुनाव शान्तिपूर्णक, स्वतंत्र निष्पक्ष एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराये जाने व पंचायत क्षेत्रों में सभी मतदाता विशेषकर कमजोर वर्ग के मतदाता बिना किसी आंतक व भय के अपने संवैधानिक मताधिकार का प्रयोग कर सके, इस हेतु शांति एवं कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए धारा 144 प्रभावी कर दी गई है।
राज्य निर्वाचन आयोग से प्राप्त निर्देशों की पालना में जिला मजिस्ट्रेट श्री जाकिर हुसैन ने दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रतिबन्धात्मक आदेश जारी किए है।
आदेशानुसार कोई भी व्यक्ति ग्रामीण क्षेत्र में अपने पास विस्फोटक पदार्थ, आग्नेय शस्त्र जैसे रिवाल्वर, पिस्तौल, राइफल, बन्दूक एवं एम.एल. गन आदि एवं अन्य हथियार जैसे गंडासा, फरसा, तलवार, भाला, कृपाण, चाकू, छुरी, बरछी, गुप्ती, खाखरी, वल्लभ, कटार, धारिया, बघनख (शेरपंजा) जो किसी धातु से शस्त्र के रूप में बना हो आदि एवं मोटे घातक हथियार, लाठी आदि सार्वजनिक स्थलों पर प्रदर्शन नहीं करेगा। परन्तु वे व्यक्ति जो निःशक्त अथवा अतिवृद्ध है जो लाठी के सहारे के बिना नहीं चल सकते है वे लाठी का प्रयोग सहारा लेने हेतु कर सकेगें एवं सिख समुदाय के व्यक्तियों को उनकी धार्मिक परम्परा के अनुसार नियमान्तर्गत निर्धारित कृपाण रखने की छूट रहेगी।
* कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक सद्भावना को ठेस पहुचाने वाले नारे नहीं लगायेगा, न ही इस प्रकार का भाषण, उद्बोधन देगा, न ही ऐसे पेम्पलेट , पोस्टर चुनाव सामग्री छपवायेगा या वितरण करेगा या वितरित करवायेगा, न ही ऐसे ऑडियो, विडियो कैसेट के माध्यम से किसी प्रकार का प्रचार-प्रसार करेगा अथवा करायेगा।
* कोई भी व्यक्ति किसी भी सार्वजनिक स्थान पर, मदिरा का सेवन नही करेगा, न ही अन्य व्यक्ति किसी को सेवन करवायेगा तथा अधिकृत विक्रेताओं को छोडकर कोई भी व्यक्ति निजी उपयोग के कारण छोड़कर किसी अन्य उपयोग हेतु सार्वजनिक स्थलों में से मदिरा लेकर आवागमन नहीं करेगा।
आदेशानुसार यह आदेश पर्वों के दौरान पुलिस स्वीकृति के तहत आयोजित धार्मिक समारोह, जुलूसों व कार्यक्रमों पर लागू नही होगा।
*कोई भी व्यक्ति सम्बन्धित अतिरिक्त जिला कलक्टर (सतर्कता)/उपखण्ड मजिस्ट्रेट की लिखित पूर्व अनुमति के बिना जुलूस, सभा एवं सार्वजनिक मिटिंग का आयोजन नहीं कर सकेगा, परन्तु यह प्रतिबन्ध विवाह समारोह, शवयात्रा पर लागू नहीं होगा।
*कोई भी व्यक्ति सम्बन्धित अतिरिक्त कलक्टर (सतर्कता)/उपखण्ड मजिस्ट्रेट की पूर्व अनुमति के बिना लाउडस्पीकर, एम्पलीफायर, रेडियों, टेप अथवा अन्य ध्वनि प्रसारक यन्त्रों का उपयोग नहीं कर सकेगा।
*यह आदेश उन व्यक्तियों पर जो राजकीय डयूटी के दौरान अपने पास हथियार रखने को अधिकृत है, पर लागू नही होगा। सभा/रैली के दौरान कोई भी व्यक्ति धर्म, जाति सम्प्रदाय, भाषा आदि के आधार वैमनस्य फैलाने, तनाव बढाने या उकसाने का कार्य नही करेगा।
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि सभा/रैली के दौरान कोई भी व्यक्ति किसी व्यक्ति के निजी जीवन या निजता पर कोई लांछन लगाने सम्बन्धी कोई गतिविधियां या कार्य नही करेगा तथा किसी उम्मीदवार एवं राजनैतिक व्यक्ति के घर के आगे किसी प्रकार का प्रदर्शन नही करेगा। कोई भी व्यक्ति किसी वैधानिक स्वीकृत किसी कार्यक्रम या मीटिंग में विध्न, बाधा या किसी प्रकार का अवरोध पैदा नही करेगा। हानि कारित नहीं करेगा। कोई भी व्यक्ति सभा/रैली के दौरान साम्प्रदायिक सद्भावना को ठेस पहुंचाने वाले नारे नही लगायेगा, न ही भाषण उद्बोधन देगा, न ही ऐसे पम्पलेट, पोस्टर चुनाव सामग्री छपवायेगा, छापेगा या वितरण करेगा या वितरित करवायेगा न ही ऐसे ऑडियो, विडियो कैसेट के माध्यम से किसी प्रकार का प्रचार-प्रसार करेगा अथवा करवायेगा।
* उम्मीदवार/राजनैतिक व्यक्ति हेतु सम्बन्धित उपखण्ड मजिस्ट्रेट की लिखित पूर्व अनुमति के बिना जुलूस,सभा/रैली एवं सार्वजनिक मीटिंग का आयोजन नहीं कर सकेगा, परन्तु यह प्रतिबन्ध विवाह समारोह, शवयात्रा पर लागू नहीं होगा। साथ ही इस प्रकार की प्रत्येक सभा/जुलूस एवं सार्वजनिक मीटिंग की अनुमति आदर्श आचार संहिता एवं राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशों की पालना के अन्तर्गत होगी, जिसका स्पष्ट उल्लेख अनुमति देने वाले अधिकारी द्वारा किया जायेगा एवं सक्षम मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी उसकी पालना सुनिश्चित करवायेगें। ऐसे प्रत्येक आयोजन की विडियोग्राफी भी उपखण्ड/तहसील स्तरीय आदर्श आचार संहिता टीम द्वारा करवानी भी प्राधिकृत अधिकारी (उपखण्ड मजिस्ट्रेट) द्वारा सुनिश्चित की जायेगी। यह आदेश 26 नवम्बर 2021 को रात्रि 12 बजे से लागू होगा जो 24 दिसम्बर2021 को रात्रि 12 बजें तक सम्पूर्ण श्रीगंगानगर जिले की ग्रामीण सीमा में प्रभावशील रहेगा। इस आदेश की अवहेलना करने वाले व्यक्ति अथवा व्यक्तियों पर भारतीय दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 188 के अन्तर्गत अभियोग चलाया जा सकेगा।०0०
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बुधवार, 24 नवंबर 2021
शहर में सभी सड़के गढ्ढा मुक्त व मरम्मत की हुई, होनी चाहिए- जिला कलेक्टर जाकिर हुसैन
श्रीगंगानगर, 24 नवम्बर2021.
जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने कहा कि शहर में सभी सड़के गढ्ढा मुक्त व मरम्मत की हुई, होनी चाहिए।
उन्होंनेे कहा कि शहर के बीच व प्रवेश करने वाली सड़के जहां पर भी मरम्मत की आवश्यकता है, की जाए।
जिला कलक्टर बुधवार को कलैक्ट्रेट सभाहॉल में शहर की सड़कों की मरम्मत को लेकर आयोजित बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होने कहा कि जिस क्षेत्र में जिस विभाग की सड़क है, संबंधित विभाग को सड़कों की मरम्मत करनी चाहिए।
नगर परिषद अपने क्षेत्र में, न्यास अपने क्षेत्र में व पीडब्ल्यूडी अपने क्षेत्र में टूटी सड़कों की मरम्मत करे। आरयूआईडीपी अपने कार्य वाले क्षेत्र में इस बात का ध्यान रखे कि सड़कों में गढ्ढे न हो तथा कार्य के बाद तत्काल मरम्मत करे। जिन सड़कों को नया बनाना है, उनके लिए प्रस्ताव तैयार किए जाए।
अतिरिक्त जिला कलक्टर सतर्कता श्रीमती कमला अलारिया ने कहा कि सड़कों से संबंधित कार्यो में सभी विभागों का आपसी समन्वय होना चाहिए। नवीन सड़क निर्माण से पूर्व अन्य विभागों पेयजल, विद्युत व टेलीफोन जैसे कार्य हो जाने चाहिए, जिससे नवीन सड़कों को तोड़ने से मुक्ति मिलेगी।
बैठक में नगर परिषद आयुक्त श्री सचिन यादव ने शहर में जिन सड़कों की मरम्मत की गई है कि जानकारी दी। इसी प्रकार नगर विकास न्यास के अधिशाषी अभियन्ता श्री मंगत सेतिया, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियन्ता श्री पवन कुमार यादव ने विभिन्न सड़कों की स्थिति व निर्माण तथा निविदा प्रक्रिया की जानकारी दी। इसी प्रकार आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियन्ता श्री अशीष गुप्ता ने भी सड़कों से संबंधित जानकारी दी। ०0०
पंचायतीराज चुनाव 2021,आचार संहिता प्रभावी:शहरों गांवों में अभियान स्थगित
* करणीदानसिंह राजपूत *
श्रीगंगानगर, 24 नवम्बर 2021.
अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन व उपजिला निर्वाचन अधिकारी श्री भवानी सिंह पंवार ने बताया कि जिले में पंचायतीराज चुनाव के तहत जिला परिषद व पंचायत समितियों के सदस्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो गई है। जिले में प्रशासन गांवों व शहरों के संग अभियान के दौरान लगने वाले शिविर 25 नवम्बर 2021 से स्थगित रहेंगे। ०0०
मंगलवार, 23 नवंबर 2021
केसरिया बालम पर नृत्य जिसे सभी ने सराहा:राजस्थानी रामलीला कलाकारों का नृत्य
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 23 नवंबर 2021.
राजस्थानी रामलीला के कलाकारों सोनू सोनी (युवती) खुर्शीद (युवक) ने राजस्थानी लोकगीत केसरिया बालम पधारो नी म्हारे देश पर भावनात्मक नृत्य प्रस्तुत किया। सभी ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सराहा।
* यह अवसर था राजस्थानी साहित्यकार मनोज कुमार स्वामी की चार पोथियों का लोकार्पण समारोह जो 21 नवंबर 2021 को माहेश्वरी सदन सूरतगढ़ में आयोजित हुआ।*
राजस्थानी रामलीला खेली जाने के समय मंच पर राजस्थानी गीत संगीत नृत्य भरपूर होते। ये कलाकार स्वयं ही सभी तैयारी करते। कह सकते हैं कि खुद गुरू और खुद ही शिष्य।०0०
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सोमवार, 22 नवंबर 2021
विनोद चौधरी सूरतगढ़ मोटियार परिषद के जिलाध्यक्ष मनोनीत
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 22 नवंबर 2021.
राजस्थानी भाषा मान्यता अभियान के तहत सूरतगढ़ के सांवलसर निवासी विनोद चौधरी को मोट्यार परिषद का श्री गंगानगर जिले का पाटवी (अध्यक्ष ) मनोनीत किया गया है।
यह मनोनयन राजस्थानी भाषा मान्यता अभियान के जिलाध्यक्ष परसराम भाटिया और राजस्थानी के साहित्यकार मनोजकुमार स्वामी की अनुशंसा पर मोट्यार परिषद के प्रदेशाध्यक्ष डॉ शिवदान सिंह जोलावास ने किया।
यह मनोनयन 16 नवंबर 2021 को हुआ।
मनोजकुमार स्वामी की पुस्तकों के 21 नवंबर को आयोजित लोकार्पण समारोह में विनोद चौधरी को यह मनोनयन पत सौंपा गया। विनोद चौधरी को पगड़ी पहना कर सम्मानित किया गया। विनोद चौधरी ने राजस्थानी भाषा मान्यता के लिए कार्य करने का वक्तव्य दिया। समारोह में राजस्थानी भाषा प्रेमी उपस्थित थे।०0०
रविवार, 21 नवंबर 2021
सूरतगढ़: राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलनी ही चाहिए- जिला कलेक्टर जे के सोनी
* करणीदानसिंह राजपूत *
** 4 पुस्तकों के लोकार्पण पर फिर उठी राजस्थानी भाषा की मान्यता की मांग *
एक भाषा के खत्म होने का मतलब है एक पूरी कौम का खत्म होना, इसलिए हमें अपनी मातृभाषा राजस्थानी को कभी भी भूलना नहीं चाहिए। राजस्थानी भाषा बहुत ही समृद्ध भाषा है और ये भाषा मान्यता की पूरी हकदार है। ये उद्गार थे नागौर जिला कलेक्टर जितेन्द्र कुमार सोनी के। राजस्थानी साहित्यकार जितेंद्र कुमार सोनी वर्तमान में नागौर में जिला कलेक्टर हैं।
सोनी ने कहा कि राजस्थानी भाषा के प्रचार प्रसार में नवाचार करते रहने चाहिए। वर्तमान में युवा पीढ़ी राजस्थानी की मान्यता के लिए संघषर्रत है उसके अच्छे परिणाम भी आ रहे हैं।
महेश्वरी धर्मशाला में साहित्यकार मनोज कुमार स्वामी की पुस्तक चूळ,
छावणी और भूपेन्द्र नायक द्वारा अंग्रेजी में अनुवादित द फेल्थी पीपल तथा मोनिका गढ़वाल द्वारा अंग्रेजी में अनुवादित द कासेनोवा के लोकार्पण समारोह का आयोजन किया गया। मनोजकुमार स्वामी राजस्थानी भाषा मान्यता के लिए अभियान चलाने वाले प्रमुखों में हैं। अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त हैं। साप्ताहिक सूरतगढ़ टाईम्स का संपादन व प्रकाशन कर रहे जो राजस्थानी भाषा के लिए अभियान चलाए हुए है।
मुख्य अतिथि जितेन्द्र कुमार सोनी, विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ कवि रूपसिंह राजपुरी, भामाशाह इन्द्र कुमार कोठारी, शिक्षाविद् अनिल चुघ, राजस्थानी व्याख्याता सुरेन्द्र कुमार स्वामी ने माता सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की। इसके बाद पुस्तकों का लोकार्पण किया गया।
वरिष्ठ कवि रूपसिंह राजपुरी ने राजस्थानी भाषा की विशेषताओं को अपने हास्य अंदाज में पिरोया और कहा कि 10 लाख लोगों की भाषा को मान्यता है परंतु 16 करोड़ राजस्थानीयों की भाषा को मान्यता नहीं होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
हरीश हैरी ने राजस्थानी को व्यवहार की भाषा बनाने पर जोर दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भामाशाह इंद्र कुमार कोठारी ने सब का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे तन मन धन से सदा राजस्थानी भाषा की सेवा करते रहेंगे।
व्याख्याता सुरेन्द्र कुमार स्वामी ने मंच संचालन करते हुए स्कूलों और कॉलेजों में राजस्थानी साहित्य विषय शुरू करवाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सूरतगढ़ में 7 विद्यालयों में राजस्थानी भाषा चल रही है परंतु राजकीय महाविद्यालय सूरतगढ़ में राजस्थानी भाषा नहीं होने के कारण हर वर्ष 300 विद्यार्थी राजस्थानी में आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं इसलिए राजकीय महाविद्यालय में राजस्थानी साहित्य जरूर शुरू करवाना चाहिए।
राजस्थानी व्याख्याता सुरेंद्र यादव ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा में राजस्थानी लागू की जाए ताकि इस विषय को रोजगार से जोड़ा जाए।
इस अवसर पर जिला अध्यक्ष परसराम भाटिया ने विनोद चौधरी को मोटियार परिषद का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया। विनोद चौधरी ने कहा कि युवाओं को इस आंदोलन से ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जाए ताकि उनकी आवाज सरकार तक पहुंचे।
इस अवसर पर अनिल धानुका, व्यापार मंडल अध्यक्ष ललित सिडाना, मोहनलाल डेलू, लक्ष्मीनारायण मूंदड़ा, पूर्व पार्षद मुरलीधर उपाध्याय,लेखक साहित्यकार नंदकिशोर सोमानी, एडवोकेट विष्णु शर्मा, इंजीनियर रमेश माथुर, साहित्यिक संस्था विविधा के अध्यक्ष योगेश स्वामी, पी डी शर्मा, अमरनाथ यात्रा लंगर समिति के अध्यक्ष किशन स्वामी, भंवर स्वामी सखी मोहम्मद, अशोक स्वामी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे।०0०
पालिका के पूर्व अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल और उनकी पत्नी पार्षद विमला कांग्रेस में शामिल
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 21 नवंबर 2021.
ब्याह शादियों की हलचल के बीच सूरतगढ़ में आज राजनीतिक हलचल में बड़ी खबर है कि पूर्व पालिका अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल पुन: कांग्रेस में शामिल हो गए। उनकी धर्मपत्नी विमला मेघवाल जो वर्तमान में निर्दलीय पार्षद के रुप में चुनी गई थी वह भी कांग्रेस में शामिल हुई।
पूर्व विधायक गंगाजल मील ने बनवारी लाल को माला पहनाई और श्रीमती विमला मेघवाल को पुष्पगुच्छ भेंट कर कांग्रेस में शामिल किया।
गंगाजल मील के कार्यकाल में बनवारी लाल मेघवाल नगरपालिका अध्यक्ष चुने गए और 2009 से 2014 तक इनका कार्यकाल रहा। नगरपालिका के पिछले चुनाव से कुछ पहले असंतोष उपजा और बनवारी लाल कांग्रेस से अलग हो गए थे।
सूरतगढ़ कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष पार्षद परसराम भाटिया और ब्लॉक संगठन महामंत्री धर्मदास सिंधी पिछले कुछ दिन से बनवारीलाल को कांग्रेस में वापसी की कोशिश कर रहे थे। यह कोशिश शनिवार को पूरी हुई और बनवारीलाल मेघवाल ने अपनी सहमति दी।
बनवारीलाल मेघवाल के पुत्र की इसी सप्ताह शादी होने वाली है इसलिए व्यस्तता में आज का दिन चुना गया।
रविवार 21 नवंबर को दिन के 3 बजे यह कार्यक्रम वसंत विहार स्थित बनवारीलाल मेघवाल के निवास स्थान पर हुआ जिसमें पूर्व विधायक गंगाजल मील ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया धर्मदास सिंधी कुछ पार्षद एडवोकेट श्याम चुघ कांग्रेस नेता गुरदर्शनसिंह सोढ़ी, व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष दीपक भाटिया आदि इस अवसर पर मौजूद थे।
कांग्रेस की नगरिया राजनीति में यह बड़ी हलचल है जिसका असर आने वाले दिनों में दिखाई देना संभावित है।०0०
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