शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

नगरपालिका के गोपनीय कागजात कौनसे चोरी हुए और छपे? कौन जिम्मेदार!

  





* करणीदानसिंह राजपूत *

किसी दस्तावेज पर स्पष्ट रूप से लिखा जाए गोपनीय /कान्फिडेंशियल तभी वह इस श्रेणी का माना जाता है। हरेक रिकॉर्ड इस श्रेणी का नहीं माना जा सकता। गोपनीय रिकॉर्ड का संधारण भी खास तरीके से होगा। उसके आने जाने का प्राप्ति और प्रेषण पंजिकाएं अलग होंगी जिनमें उनका इन्दराज होगा। अधिकारी के अधिकार में रहेंगे। खास अधिकारी की देखरेख में रहेगा और खास अधिकारी को ही दिखाया जाएगा। हरेक को दिखाया भी नहीं जाएगा।

यदि कर्मचारी के पास होगा तो आफिशियल घोषित होगा और उसी की देखरेख में रहेगा। यदि कोई कर्मचारी घोषित नहीं किया हुआ है तो कार्यालय का प्रधान अधिकारी ही जिम्मेदार होगा यदि ऐसा रिकॉर्ड होतो। नगरपालिका में गोपनीय /कान्फिडेंसियल लिखा रिकॉर्ड कौनसा है? शायद नहीं है। यदि कर्मचारी के पास है तो उसे भी मालुम होना चाहिए। नगरपालिका में गोपनीय रिकॉर्ड है तो उसकी देखरेख और संधारण ईओ पूजा शर्मा की आलमारी में ही हो,कर्मचारी के पास रखने की गलती की जिम्मेदारी पूजा शर्मा की है।



* कांंग्रेस के नेता पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादु को इतना ध्यान तो होना ही चाहिए। परसराम भाटिया राजकीय कार्यालयों में अच्छी पोस्ट पर वर्षों तक रहे हैं,पार्षद हैं,120 दिन अध्यक्ष नगरपालिका रहे हैं,उन्हें अच्छी तरह से गोपनीय रिकॉर्ड कौनसा होता है कि जानकारी है कि नगरपालिका में कोई भी ऐसा रिकॉर्ड नहीं है जिस पर गोपनीय लिखा है और उसी तरह से उसका संधारण होता है। 

  पूजा शर्मा भी वर्षों से अधिशासी अधिकारी पद पर विभिन्न स्थानों पर रही है। सूरतगढ़ नगरपालिका में कौनसे दस्तावेजों पर गोपनीय/ कान्फिडेंशियल लिखा है जो चोरी हो गये हैं और छप गये हैं? गोपनीय लिखे कौनसे रिकॉर्ड पत्रकार  महेंद्र जाटव के अखबार में छप गये?

👍 नगरपालिका में भ्रष्टाचार होगा तो पत्रकार छापेगा ही और सूरतगढ़ नगरपालिका में लगातार भ्रष्टाचार हो रहा है। परसराम भाटिया के अध्यक्ष काल में 120 दिन में रिकॉर्ड ही टूटा है जो अभी तक बहुत कम ही उजागर हुआ है। ज्यों ज्यों मालुम होगा पत्रकार जनता के सामने सरकार के सामने छाप कर ही रखेंगे। पंप हाउस की जमीन का पट्टा बना दिया और उस जमीन की कीमत तक नहीं ली। उसका मुकदमा सिटी पुलिस थाने में 19 जुलाई 2024 को दर्ज हुआ है जिसमें परसराम भाटिया आरोपियों की सूची में मुख्य हैं। परसराम दबाव बनाना चाहते हैं कि उनके घोटालों की रिपोर्ट कोई पत्रकार उजागर नहीं करे।

राजनैतिक नेता व्यक्ति और  राजनीतिक पार्टी कार्यकर्ता ऐसा कार्य करें जिससे भविष्य में पार्टी नेता और पार्टी को नुकसान हो छवि धूमिल हो तो बचना और संभलना चाहिए। मौजूदा हालात में कांग्रेस से सूरतगढ़ के विधायक डुंगरराम गेदर को ध्यान कर लेना चाहिए कि भविष्य क्या है?उनकी कार्यप्रणाली और अन्य पदाधिकारियों की कार्यप्रणाली क्या है? वर्तमान विधायक गेदर को पूर्व विधायक राजेंद्रसिंह भादु व परसराम भाटिया की कार्यप्रणाली से लाभ हो रहा है या हानि? 26 जुलाई 2024.

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करणीदानसिंह राजपूत,

 पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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