परसराम भाटिया कांग्रेस का अंतिम नाटक
* करणीदानसिंह राजपूत *
कांग्रेस की ओर से विवेकानंद पब्लिक स्कूल जाखड़ावाली को सूरतगढ़ में नगरपालिका द्वारा भूमि आवंटन किए जाने पर नगरपालिका प्रशासक एसडीएम के विरूद्ध 23 दिसंबर 2025 को धरना प्रदर्शन कर अतिरिक्त जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्य मंत्री को एक ज्ञापन दिया जाएगा।
सूरतगढ़ के ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया ने इसके लिए जनप्रतिनिधियों व कांग्रेस जनों को बुलाया है।
परसराम भाटिया ने बुलावे में लिखा है कि राज्य सरकार की अनुमति के बिना 9824 वर्गगज वाणिज्यिक भूमि महज 4 करोड़ 65 लाख में शिक्षा प्रयोजनार्थ 1 दिसंबर 2025 को आवंटित कर दी गई।
* कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया ने इस भूमि आवंटन के विरोध में राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर में एक रिट लगाई और फिर रिट वापस ले ली। अब दुबारा रिट नहीं लगा रहे हैं और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री किनका है और सरकार किनकी है? भाटिया ने बुलावे में एक बात और लिखी है कि नगरपालिका ने सरकार की बिना मंजूरी के ही जमीन आवंटित कर दी है। * भूमि का आवंटन तो सन् 1997 में मंडी विकास समिति की ओर से हुआ और अनेक समस्याओं विवादों से वक्त बीतता गया। * क्या यह संभव है कि सरकार की मंजूरी के बिना ही नगरपालिका प्रशासन ने अपनी मर्जी से 4 करोड़ 65 लाख रूपये जमा करा लिए और जमीन देदी। नगरपालिका में भूमि आवंटन का प्रस्ताव अगस्त 2024 में बहुमत से पारित होने के बाद राज्य सरकार डीएलबी को भिजवाया गया था। सरकार के निर्देशन पर ही पूर्व में जमा कीमत के अलावा अब यह करोड़ों की राशि डिफरेंस ऋके रूप में जमा करवाई गयी। अब भाटिया जी लोगों के बीऋच अपनी सफाई देना चाहते हैं जबकि नगरपालिका की बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ तब भाटिया सहित कांग्रेस पार्षदों का रोल सभी ने देखा था। वहां सशक्त विरोध नहीं था और अनेक कांग्रेस पार्षद बैठक में आए नहीं। कांग्रेस की व्हिप के बावजूद जो पार्षद बैठक में नहीं गये थे,उनसे जवाब मांगा गया। पार्षदों ने जवाब नहीं दिया और उन पर अनुशासन की कार्वाई करने की घोषणा करके फिर कोई कार्वाई ही नहीं की गई। लोगों ने कांग्रेस पार्षदों पर कार्वाई नहीं करने और उच्च न्यायालय में दायर रिट वापस लिए जाने पर बार बार सवाल उठाए लेकिन ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया और विधायक डुंगरराम गेदर ने कोई जवाब नहीं दिया। आश्चर्य तो यह है कि राजाराम गोदारा को कांग्रेस ने श्रीगंगानगर का ओबीसी का जिलाध्यक्ष बनाकर प्रसाद दिया। अब यह नाटक कितनी बार होगा?
👍 यहां सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि विवेकानंद स्कूल को जमीन दी गई है उससे कई गुणा अधिक कीमत की जमीनों के परसराम भाटिया ने अपने नगरपालिका अध्यक्ष काल में नियम विरुद्ध पट्टे जारी कर दिए थे जिनकी शिकायतें हैं और कुछ पुलिस मुकदमे भी हो चुके हैं। परसराम भाटिया अपने पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर चुप हैं। बड़ा आश्चर्य यह है कि परसराम भाटिया पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर विधायक डुंगरराम गेदर भी चुप हैं। विवेकानंद स्कूल ने जमीन के रूपये भरे हैं लेकिन परसराम भाटिया ने तो नगरपालिका के पंप हाऊस की जमीन मुफ्त में ही एक महिला को पट्टा बना कर दे दी। परसराम भाटिया नगरपालिका के नुकसान का आरोप लगा रहा है जबकि स्वयं नगरपालिका अध्यक्ष रहते पट्टों में सैकड़ों करोड़ का नुकसान पहुंचाने का भ्रष्टाचार कर चुके हैं। अब फाईनली चुप होने से पहले का यह अंतिम नाटक होगा। भाटिया अपने पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों मुकदमों से ध्यान हटाने के लिए यह कर रहा है लेकिन इससे न ध्यान बंटेगा न आरोप धुलेंगे।०0०