सोमवार, 7 अप्रैल 2025

आयुर्वेद चिकित्सा से रोग जड़ से खत्म होता है!

   


*करणीदानसिंह राजपूत *

आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति जो रोग की जड़ तक पहुंच कर रोग को खत्म कर व्यक्ति को स्वस्थ करने वाली पद्धति है जिसे अब विश्व व्यापी रूप में अपनाया जाने लगा है।

* यह विश्व की प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति है, जब भारत एक विशाल क्षेत्र में फैला हुआ था।

👌 आज हम आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से विभिन्न रोगों का समुचित रूप से जड़ से खत्म करने का उपचार करने वाले डॉक्टर निशांत स्वामी की यहां चर्चा करते हैं जो सूरतगढ़ ( राजस्थान) में 'वैद्य कुंभाराम स्वामी आयुर्वेद हॉस्पिटल'का संचालन कर रहे हैं। वैद्य कुंभाराम स्वामी ने अपने जीवन काल में आयुर्वेद चिकित्सा देकर लाखों लोगों को स्वस्थ किया था। उनके सुपौत्र हैं डॉक्टर निशांत स्वामी।


डॉक्टर निशांत स्वामी भी अभी तक हजारों रोगियों का सफल इलाज कर चुके हैं, जिनमें बच्चों से लेकर वृद्ध तक शामिल हैं। 

** डॉक्टर निशांत का कहना है कि लगभग सभी रोग पेट से शुरू होते हैं।अगर पेट (उदर) साफ सही हो तो रोग हो नहीं पाते।

*डॉ निशांत बड़े धैर्य से रोगी से पूर्ण जानकारी बातचीत कर पता कर उसकी जटिलता का मालुम कर जांच करके फिर इलाज शुरू करते हैं जिससे रोगी को चिकित्सा लाभ तुरंत मिलना शुरू होता है और प्रभावशाली रहता है।

* निशांत प्रमुख रूप से बताते हैं कि वे किस प्रकार के रोगों रोगियों का ईलाज अभी तक कर चुके हैं।

पेट के रोग अल्सर एसिडिटी कब्ज आईबीएस हैं।  

* श्वास रोग, माइग्रेन, तनाव (टेंशन अनेक प्रकार का होता है.)लिवर यानि यकृत के रोग। फैटी लीवर, सिरोसिस, पीलिया, 

*पित्त की पथरी

** बवासीर  (बवासीर बादी हो चाहे खूनी हो.)

फिशर ( कट्स) भगंदर, फिस्ट्युला, बवासीर क्षार सूत्र से ईलाज करते हैं और औषधियों से भी करते हैं। 

 *कमर दर्द, यूरिक एसिड का बढ़ना,वरीकोजेन ( घुटने व पैरों की नसें फूलना)

 ** महिलाओं से संबंधित रोग ल्यूकोरिया. बार-बार गर्भपात होना।

** पुरुषों के रोगों में शुक्राणुओं की कमी,वेरीकोसील आदि है जिनका इलाज आयुर्वेद पद्धति में सफलता से संभव है।

👌  डॉ निशांत का कहना है कि पेट यकृत बवासीर आदि जो रोग हैं, ये सूरतगढ़ क्षेत्र में अधिक फैले हुए हैं।

* डॉक्टर निशांत की शिक्षा और अनुभव छोटी उम्र में भी विशालता रखते हैं। बी ए एम एस,सी आर ए वी (मेडिसिन)में किया हुआ है। आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति अपना रहे हैं।आर्य वैद्यशाला, कोटकल केरल में 2 साल तक कार्य का अनुभव है। पतंजलि योगपीठ हरिद्वार के अंदर भी इन्होंने प्रशिक्षण लिया है। नई दिल्ली के आयुष मंत्रालय से एक अनुसंधान अध्येता के रूप में डेढ़ साल तक कार्य किया है।

* सूरतगढ़ में वैद्य 'कुंभाराम स्वामी आयुर्वेद हॉस्पिटल 'बीकानेर रोड पर स्थित है।

 यहां डॉक्टर निशांत के मोबाइल नंबर दे रहे हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनसे संपर्क करके लाभ उठाया जा सके। निशांत के मोबाइल नंबर 8078634869,7426090869 हैं। 

*यहां एक विशेष जानकारी दे रहे हैं कि इसी आयुर्वेद हास्पिटल में डा. मीना स्वामी भी आयुर्वेद चिकित्सक का कार्य कर रही हैं। डा. मीना बी.ए.एम.एस.,सीआर ए वी ( आयुर्वेद) हैं।

7 अप्रैल 2025.(*सूचना प्रद लेख.चिकित्सा अपनी ईच्छा और संतुष्टि से ही करानी चाहिए)

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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