* करणीदानसिंह राजपूत *
राजस्थान में मुख्यमंत्री बदले जाने की गंभीरता सामने आने लगी है और अब भजन लाल शर्मा का जाना तय हो चुका है। अब यही चर्चा चहुं ओर है, भाजपा के बाहर और भाजपा के भीतर भी है।
*भजनलाल शर्मा दिसंबर 2023 से राजस्थान के 14 में मुख्यमंत्री बनाए गए जो डेढ़ साल के बाद ही बदल दिए जाएंगे। भारतीय जनता पार्टी के 58 साल के पहली बार चुनाव जीते हुए नए चेहरे भजनलाल शर्मा को पर्ची से मुख्यमंत्री बनाए जाने के दिन से ही विवाद चल रहा था। प्रशासन पर पकड़ नहीं होने के कारण अब हालात यह हो चुके हैं कि भारतीय जनता पार्टी में ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की आलोचना होने लगी थी। राजस्थान भर से यह चर्चा होने लगी कि कहीं भी किसी भी स्तर पर काम नहीं हो रहे हैं। यह चर्चा लगातार बढ़ती रही और कुछ बड़े पत्रकारों ने अपने राजनैतिक लेखों में उजागर भी किया। हालांकि बड़े समाचार पत्रों में भजनलाल सरकार की लोकप्रियता गिरती जाने के समाचार दबाए जाते रहे। बड़े अखबार इन समाचारों को दबाने में आगे रहे। सरकार के विज्ञापनों का न मिलने का भय लिखने से रोकता रहा या वे रुकते रहे।
* भजन लाल के बाद कौन?
यह बड़ा विचारणीय प्रश्न है कि भजनलाल शर्मा के बाद मुख्यमंत्री के लिए जो नाम आ रहे हैं वे ओल्डएज हो चुके हैं। सोशल मीडिया में लिखने से किसी को मनाई तो है नहीं,सो वे कुछ भी लिखते रहें।
👌 यहां यह लिखना प्रभावी रहेगा की राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बाद न वसुंधरा राजे है और न किरोड़ी लाल मीणा है। वसुंधरा राजे इस समय बहतर वर्ष की उम्र में चल रही है जिनका जन्म 8 मार्च 1953 को हुआ।
किरोड़ी लाल मीणा 74 वर्ष की उम्र में चल रहे हैं जिनका जन्म 3 नवंबर 1951 को हुआ। यानि कि किरोड़ी लाल मीणा वसुंधरा राजे से भी बड़े हैं।
** वसुंधरा राजे राजस्थान की दो बार सीएम बन चुकी अब उनको बनाया जाना पार्टी स्तर पर भी मान्य नहीं है। यह दो नाम सोशल मीडिया में लगाए जा रहे हैं ,अनुमान लगाया जा रहा है, ये उम्र दराज होने के कारण मुख्यमंत्री की सीट पर बिठाए जाने पूरी तरह से है असंभव है। वसुंधरा राजे सारे राजस्थान में लोकप्रिय हैं। किरोड़ी लाल मीणा उस स्तर पर वसुंधरा के मुकाबले में लोकप्रिय भी नहीं हैं।
* पूर्व में पार्टी में किसी ने किसी काम को लेकर अपने पद को लेकर विवादों में रहे किरोड़ी लाल मीणा चर्चित रहे हैं। अब खाद कारखानों पर गोदामों पर छापों से बढी लोकप्रियता के समाचार दूध का उफान है। न वसुंधरा राजे और न किरोड़ीलाल मीणा। दोनों नाम असंभव है।
👌 राजस्थान में बहुत सालों बाद ब्राह्मण वर्ग से भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया गया था। इस वर्ग को अभी छोड़ देना संभव नहीं है। इसी वर्ग से राजस्थान का नया मुख्यमंत्री बनाए जाने का अनुमान है।अंदरुनी स्थिति में इसी वर्ग से एक नाम आगे बढ़ रहा है। इस बार भी चयन तो दिल्ली से ही हो रहा है लेकिन पर्ची नहीं निकाली जाएगी। भाजपा के विधायकों की बैठक होगी जिसने विधायक होंगे भाजपा के सांसद होंगे भाजपा के नेता होंगे पर्यवेक्षक होंगे। उसमें एक एक या दो विधायक नाम प्रस्तावित करेंगे दूसरे एक दो विधायक अनुमोदन करेंगे और फिर करतल ध्वनि के साथ मुख्यमंत्री पद की घोषणा हो जाएगी।
👌 भजनलाल शर्मा के कार्यकाल में पार्टी की योजनाओं पर प्रगति की प्रशंसा होगी।भजनलाल जी बोलेंगे सभी ने साथ निभाया अच्छा काम हुआ लेकिन मैं समय नहीं दे पा रहा हूं। पार्टी उन्हें संगठन में नया पद दे देगी।
👌 लेकिन एक बार फिर यहां मैं लिख रहा हूं कि राजस्थान में अब मुख्यमंत्री के पद पर न वसुंधरा के लौटाने की उम्मीद है और न किरोड़ी लाल मीणा के मुख्यमंत्री बनाए जाने की। भाजपा में यह राजनैतिक दशा जयपुर एवं दिल्ली में है।०0०
5 जुलाई 2025.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार ( सूरतगढ़ )
(सन् 1965 से पत्रकारिता.)
94143 81356.
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