शनिवार, 30 सितंबर 2023

सूरतगढ भाजपा नेता और पार्टी का रिपोर्ट कार्ड शून्य:नया चेहरा लोगों की मांग.

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

भाजपा के टिकटार्थी विधायक पूर्व विधायक और अन्य ने गरीब आम लोगों के लिए एक दिन भी काम नहीं किया। यही कड़वा सच्च है। सभी की डायरियां और रिपोर्ट कार्ड कोरे कागज बने हुए हैं। पार्टी के निर्देश पर जो प्रदर्शन धरने कांंग्रेस सरकार के विरूद्ध किए गये वे मजबूरी थे। कांग्रेस के नेताओं ने जो गड़बड़ियां की उनके विरुद्ध विधायक रामप्रताप कासनिया, पूर्व विधायकों राजेंद्र सिंह भादू अशोक नागपाल की ठोस कार्यवाहियां नहीं हुई यहां तक हालत रही कि मुंह सिले हुए रहे। नगरपालिका,राजस्व प्रशासनिक कार्यालयों, पुलिस व्यवस्था पर कोई नेता आम लोगों गरीबों के साथ खड़ा नजर नहीं आया। नगरपालिका में तो बड़े नेता अपने निजी हितों और जमीनों कालोनियों के कारण सरेंडर जैसी हालत में रहे। कालोनियों के फर्जीवाड़े उठते रहे लेकिन अपनी औलादों की पार्टनरशिप के कारण भ्रष्टाचार में सहयोगी रहे। बड़े नेताओं की औलादों की कालोनियों के भ्रष्टाचार में सहयोग हो,नेता चुप हों,मंडल भी दड़बे में घुसा रहे कांग्रेस से डर रहा हो तब ऐसे हालात में डायरियां और रिपोर्ट कार्ड में शून्य नहीं होगा तो क्या ?

👍 विधायक रामप्रताप कासनिया की मनमानी से भाजपा की सत्ता नगरपालिका और पंचायत समिति से खत्म हो गई। राजेंद्र सिंह भादू और अशोकनागपाल भी चुप रहे। मंडल मोर्चे भी चुप रहे। अब ये बड़े नेता और चुप पड़े रहे कार्यकर्ता विधानसभा चुनाव 2023 में टिकट मांग रहे हैं की भाजपा को जिताएंगे कमल खिलाएंगे। सर्वे में साफ हुआ की जनता विधायक रामप्रताप कासनिया से बेहद नाराज हैं। भादू नागपाल से भी खुशी नहीं झलक रही। सालों से सोये रहे कुछ पुराने कार्यकर्ता घरों से निकले और टिकटार्थी बन गये। ये बताएं तो सही कि लोगों के साथ कब कब खड़े हुए। 

किसी गरीब के साथ काम कराने साथ में गये। आम लोगों को परेशानियों में भ्रष्टाचार से काम कराने पड़े तब अपने स्वार्थों के कारण मौन रहे। नगरपालिका में तो हालत बदतर  रही। सफाई,सड़कें,रोशनी सब पर मौन। मोदी जी का स्वच्छता मिशन!

* लापरवाही ना लायकी मनमानियों से नगरपालिका और पंचायत हाथ से निकल गयी तो भी उनको संभालना तो था। उन पर नजर भी नहीं रखी। 

* पूर्व जिलाध्यक्ष आत्माराम तरड़ को सभी सूचनाएं मिलती रही मगर मौन रहे। वर्तमान जिलाध्यक्ष स.शरणपालसिंह मान भी सूरतगढ के हैं उनका रिपोर्ट कार्ड डायरी खाली ही है।

* जिले से पार्टी पदाधिकारी रहे,सत्ता में मंत्री रहे सुरेन्द्रपालसिंह टीटी,सांसद निहाल चंद मेघवाल खाली हैं और सूखे भाषण हैं। ये भी चाहते हैं कि टिकट मिल जाए। 

👍 सूरतगढ में सभा सम्मेलनों पर लाख़ों रूपये लगाए गये अपने अपने शक्ति परीक्षण दिखाए गये। धार्मिक कार्यक्रमों से छाने की कोशिशें हुई लेकिन जनता ने टिकटार्थियों का जयकारा नहीं लगाया।

* लोग चाहते हैं बदलाव। लोग चाहते हैं

नया चेहरा। चाहे जाति कोई भी हो। भाजपा को सूरतगढ में कमल खिलाना है तो लोगों की आवाज के साथ ही रहना होगा।

० श्रीगंगानगर जिले की अन्य सीटों गंगानगर, करणपुर रायसिंहनगर में नये चेहरों की चाहत है। पुराने नहीं चाहिए।


30 सितंबर 2023.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

सूरतगढ

94143 81356

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