सोमवार, 30 जनवरी 2023

ओमप्रकाश कालवा को बहुत भ्रष्ट अध्यक्ष कहलाते हुए जाना ही होगा

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

भाजपा नेता चुप हो मीडिया सूरदास बना हो मास्टरजी माफियां मांगते रहे तब अनदेखा कर उनके साथ दोस्ती बनाने  के बजाय आमजन के बीच खड़े होने का आनन्द मिला और भ्रष्टाचार के तीन साल बेमिसाल लिखने की पावर। नगरपालिका में बैठ प्याज के छिलके उतारने का कार्य हर नया निकलने वाला छिलका और अधिक काला। अनुमान लगाएं कि कितना कितना काला हुआ होगा जो भीतर तक कालापन हो गया। अनुमान नहीं लगा सकते। भ्रष्टाचार का अनुमान लगाया भी नहीं जा सकता। पार्षदों का साथ और मीडिया सूरदास तब मास्टर जी ने यही सोचा कि करते रहो कोई देखने वाला नहीं और भविष्य में कोई देखेगा नहीं। हर फाईल मैच में बल्ले बल्ले। खूब चौके छक्के लगाए और अब गिनती शुरू है। सारा हिसाब। समय बदलता है तो किस्मत बदल जाती है। भूचाल आता है और आलीशान भवन टूट जाता है और आदमी सड़क पर। मास्टर जी के भेद तालों में बंद और ताले टूटने से अब बाकी के दो साल नयी नयी आफतें हर रोज। भ्रष्टाचार की बदनामी के तीन साल। अब मुसीबतों में कौन कौन रहेगा साथ। देखते रहें कि कौन कौन पार्षद लपेट में आता है। कांग्रेस का बहुमत वाला बोर्ड और कालवा अध्यक्ष हैं। चुनावी साल है। कांग्रेस भी सोचे और इस्तीफे के लिए कहे। जो नुकसान पहुंचा है उसकी भरपाई भी तुरंत शुरु कर पाएंगे तो कार्यवाही भी करनी होगी। कालवा ने जड़ें ही खोद डाली जिसका मालुम तो हो गया अब मिट्टी डाल जड़ों को दुरुस्त करना है।

* समाचार यह है कि मास्टर जी ने जो किया वे फाईलें आ रही है सामने। यह भी सच्च होगा कि और भी हैं। अब मास्टर जी सोचेंगे कि अपने आप जाना है या मुकदमों और पुलिस के साथ जाना है। बुरे वक्त में सूरदासों से राय ले लेनी चाहिए। उल्टी गिनती 26 जनवरी 2023 से शुरु हो चुकी है। 

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