सोमवार, 9 जून 2025

गुरूशरण छाबड़ा जयंती: ईमानदार नेता चाहिए.

  





* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 9 जून 2025.

शराबबंदी आमरण अनशन में प्राण त्यागने वाले शहीद गुरूशरण छाबड़ा की जयंती गुरूशरण छाबड़ा अमर रहे नारों से मनाई गई। शहीद गुरूशरण छाबड़ा समिति के आह्वान पर इस जयंती अवसर पर पहुंचे लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। चरणों पर पुष्प अर्पित किए।

* इस अवसर पर कहा गया कि सूरतगढ़ को गुरूशरण जैसा ईमानदार नेता चाहिए। राजनीति नहीं शराबमुक्त कार्य करने का भी कहा गया। 

* गुरूशरण छाबड़ा समिति के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश जनवेजा ने आह्वान किया था। करीब 20-22 लोग ही पहुंच पाए। समिति को और अन्य गुरूशरण के नाम पर काम करने वालों को जनता से जुड़ने में आ रही कमियों को दूर करना चाहिए। छाबड़ा जी जैसा ईमानदार अभी कोई भी सामने नहीं आया है तो यह खोज जारी रखनी चाहिए क्योंकि राजनीति के बिना कुछ भी संभव नहीं और अभी छाबड़ा जैसा कोई राजनीति कर नहीं रहा। अभी जनता पीड़ित है और छाबड़ा की तरह कोई भी काम करना नहीं चाहता। काम और नाम दोनों में छाबड़ा जैसी ईमानदारी नहीं होना जनता का दुर्भाग्य है। स्पष्ट है कि राजनीति में काम करना है तो छाबड़ा की तरह दिनरात जनता के लिए जनता के बीच रहना होगा। ऐसा नेता अभी कोई नहीं है। अभी पदलिप्सा के लिए सूरतगढ़ में राजनीति चल रही है। जनता किसके पीछे लगे।

* शहीद गुरूशरण छाबड़ा समिति ने आज जयंती मनाई। शहीद वाटिका को साफ सुथरा नहीं किया गया। द्वार पर पोस्टर लगे थे। द्वार की पेड़ियां भी क्षतिग्रस्त थी। वाटिका सूखी पड़ी थी। समिति को देखरेख के लिए समय निकालना चाहिए। 







* मैं शहीद गुरूशरण छाबड़ा की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करने शाम को गया था तब यह देख कर ठेस लगी। सभी के आवास व्यापार स्थल शानदार हैं तो यह स्मारक साफसुथरा हरियाला क्यों नहीं रखा जा रहा।०0०






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