बुधवार, 17 सितंबर 2025

नेताओं द्वारा सूरतगढ की बलि. भ्रष्ट अधिकारियों के हवाले जनता.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ शहर में आलीशान कोठियों में शानदार पक्के घरों में रहते हैं और सभी अपने आपको किसान नेता कहते हैं। सारे किसान नेता बन गए,तो सूरतगढ़ शहर का नेता कौन बचेगा?

आश्चर्य तो यह है कि ये किसान नेता शहर के विभागों में अधिकारियों को नमस्कार करेंगे बड़ाई करेंगे और जी हजूरी करेंगे ताकि इनके मित्रता संबंध रहें। एक भी भ्रष्टाचार की,घपले की अव्यवस्था की गंदगी की शिकायत नहीं करेंगे। अखबारों में छप जाए चैनलों पर प्रसारित हो जाए तब भी शहर के उस विभाग की अधिकारी की शिकायत नहीं करेंगे। अधिकारी से मिलने जाएंगे तो भेड़ों बकरियों की तरह मिमयाएंगे। धरना प्रदर्शन का नाटक करेंगे और अधिकारी ने कुछ भी कह दिया तो झट से धरना उठा भी लेंगे। जनता के लिए जनता के साथ होने का नाटक करेंगे। ये नेता केवल अपना काम होने की राजनीति करते हैं कि शहरी अधिकारी उनके हितों की रक्षा करे,बाकी शहर की जनता को लूटता रहे, परेशान करता रहे, नेताओं को जनता की परेशानियों से कोई मतलब नहीं। दफ्तरों में 11 बजे से पहले अधिकारी आते नहीं और दो तीन घंटे के बाद लंच में चले गए तो वापस लौटते नहीं। ये जो सूरतगढ़ में निवास करने वाले किसान नेता बने हुए हैं, इनको सभी परेशानियों का लूटखसोट का मालुम है।

👌 भारतीय जनता पार्टी का राजस्थान में राज है तो उसके कथित नेता नेतियों के तो आंख कान मुंह बंद है और वे तीन बंदर बने हुए हैं लेकिन गैर भाजपा कांग्रेस और अन्य पार्टियों के नेताओं को तो विरोध करना चाहिए। लेकिन सबसे बड़ी रोने वाली शोक मनाने वाली बात यह है कि कोई जिंदा होने का सबूत देता कार्वाई नहीं करना चाहता। 

* भाजपा के नेता नेतियां नगर मंडल अध्यक्ष से जिलाध्यक्ष तक अपनी पार्टी में,निदेशालयों, मंत्रालयों में और पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को लिखित तो देकर भ्रष्ट अधिकारी को चलता करवा सकते हैं। राजस्थान सरकार के आदेश भ्रष्ट अधिकारी पालन नहीं करते और यह भाजपा नेताओं नेतियों सभी को मालुम है।

भ्रष्टाचार के सबूतों के होते हुए भी भाजपा कार्यकर्ता और नेता शिकायत जयपुर तक नहीं पहुंचाते। क्या सच्च में भाजपा नेताओं को भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों का मालुम नहीं है? सूरतगढ़ की बागडोर अभी पूर्व राज्य मंत्री रामप्रताप कासनिया के पास है और वे और उनके बेटे संदीप कासनिया को सच्च में भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों का मालुम नहीं है। किन किन भ्रष्ट अधिकारियों को बचाकर सूरतगढ़ में रखना चाहते हैं, कि शहर भर में चर्चाएं हैं। भाजपा के नेताओं ने अपने हितों अपने स्वार्थों अपनी संपत्तियों के लिए गलत कामों के लिए शहर को बलि पर चढा रखा है। इसलिए भ्रष्ट अधिकारी भयमुक्त होकर लूटखसोट कर रहे हैं।

एक लाख की आबादी वाले शहर को एकदम सूना लावारिस जैसा छोड़ रखा है।०0०

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन. 

17 सितंबर 2025.

* करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत लाईफटाइम) सूरतगढ़.

94143 81356.

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