ये है संदीप कासनिया और ओपन दरबार
* करणीदानसिंह राजपूत *
पचास हजार की हार को थैली में बंद कर गुलगांठ लगाकर फेंक कर कासनिया ही भाजपा नेता बना लोगों की समस्याओं को सुन रहा है। रामप्रताप कासनिया को सन् 2023 के चुनाव में पचास हजार से अधिक वोटों से हरा दिया गया था। कासनिया ने मुंह से कुछ दिनों तक खुलेआम कहा कि चेताचूक हो गया। लेकिन यह आश्चर्य है कि यह हार भी अब चर्चा नहीं है।
रामप्रताप कासनिया ने लोगों की समस्याओं को सुनना शुरू किया और उन्हीं का अनुगमन करता हुआ पुत्र संदीप कासनिया भी आगे बढा।
कुछ लोगों के मुंह से निकलता है कि कौन है कासनिया। ये है कासनिया! और ये है संदीप कासनिया का ओपन दरबार। कोठी के बाहर गली में ओपन दरबार। कोठी में बैठ कर भी जनसुनवाई होती है जहां भाजपा के नेताओं के चित्र लगे हैं। जहां कमल चित्र भी है। रोजाना सुबह से शाम तक दो सौ से अधिक लोग बात करने पहुंचते हैं। जन सुनवाई में व्यक्ति गत समस्याएं भी होती है और पूरे गांव की समस्याएं भी होती हैं।
* सूरतगढ़ के वार्डों में और ग्रामीण इलाकों में भी कार्यक्रमों में भी संदीप कासनिया लोगों के बीच होते हैं। भाजपा के इस नेता तक पहुंच रहे हैं लोग और यह नेता भी पहुंच रहा है लोगों के बीच।
👌 9 जुलाई 2025.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार ( राजस्थान सरकार से मान्यता आजीवन)
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356.
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