नगरपालिका सूरतगढ़ जुगाड़ से बना निकम्मा प्रशासन.शहर को क्या संभालेगा?
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 6 जुलाई 2025.
नगरपालिका सूरतगढ़ का प्रशासन जुगाड़ से बनाया हुआ निकम्मा प्रशासन है जो शहर को क्या संभालेगा? प्रदेश में भाजपा का राज है। नगरपालिका प्रशासन में सुधार नहीं है।
👌 रामप्रताप कासनिया पूर्व राज्य मंत्री की क्या मजबूरी है जो निकम्मे प्रशासन को चलता करने के बजाय सारे शहर पर थोप रखा है और यह आगे कितने दिन और थोपे हुए रखना है? पूर्व विधायक अशोक नागपाल भी शहर की दुर्दशा पर चुप हैं।
👌 भाजपा के जिलाध्यक्ष स.शरणपालसिंह मान तो कासनिया से ऊपर हैं तो वे अधिक जुम्मेवार हैं। नगरपालिका का यह जुगाड़ प्रशासन शहर को विकास में आगे बढाने के बजाय क्षत विक्षत कर रहा है। जिला बनाने की मांग है और नगरपालिका ही नहीं संभल रही। क्या कासनिया, नागपाल शरणपालसिंह के कोई व्यक्तिगत काम हो जाएंगे तो जुगाड़ प्रशासन को शहर नष्ट करने दिया जाता रहेगा। यहां स्पष्ट चेतावनी है कि कासनिया जी अब बहुत हो गया है और अब शहर इस जुगाड़ प्रशासन को आगे सहन नहीं करेगा।
👌रामप्रताप कासनिया, अशोक नागपाल और शरणपालसिंह मान शहर के हालात दुर्दशा और जुगाड़ प्रशासन का निकम्मापन अपने घरों से बाहर निकल कर देखें। यह जुगाड़ प्रशासन तो एक दिन भी चलने वाला नहीं है।
* नगरपालिका में जुगाड़ प्रशासन का मतलब कोई भी अधिकारी कर्मचारी अपनी ड्युटी नहीं कर रहा जिसका वेतन ले रहा है।
** नगरपालिका कार्यालय में दमकल और सफाई शाखा के कर्मचारियों को लगाया हुआ है जो मंत्रालयिक कार्य,लेखा कार्य के जानकार ही नहीं है। नगरपालिका से सेवा निवृत्त हुए कर्मचारियों को पेंशन नहीं दी जा रही।
इसमें वाल्मीकि सेवा निवृत्त सफाई कर्मचारी परिवार भी हैं। लेखाविभाग के कर्मचारी पेंशन के कागजात तैयार करना ही नहीं जानते तब पेंशन किसी को कैसे मिले।
* स्वायत्त शासन निदेशालय के आदेश हैं कि सफाई दमकल के कर्मचारियों को किसी अन्य कार्य पर नहीं लगाया जाए, लेकिन सूरतगढ़ में यह फर्जीवाड़े में चल रहा है और इस पर सभी भाजपा नेता नेतियां चुप हैं वे उच्च अधिकारियों व निदेशालय तक लिखित में अवगत नहीं कराते और भाजपा प्रदेश कार्यालय में शिकायत नहीं करते। डिजायर यानि सिफारिश कासनिया की चलती है और वे जुगाड़ खत्म नहीं करना चाहते तब अशोक नागपाल और शरणपालसिंह मान की ड्युटी बनती है कि वे कड़ा रुख अपनाते हुए शहर को सुधारने के लिए आगे कार्वाई करें। बिना किसी किंतु परंतु के नगरपालिका प्रशासन के समस्त जुगाड़ को यहां से स्थानांतरित करवाएं। अभी स्थानांतरण संभव नहीं तो सस्पेंड या एपीओ कराएं ०0०
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