मंगलवार, 10 जून 2025

भाजपा टिकट नागपाल को या नये प्रवेश को.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सन् 2028 में सूरतगढ़ विधानसभा सीट से भाजपा की टिकट पूर्व विधायक अशोक नागपाल को मिलेगी या फिर भाजपा में आने की  कोशिश में लगे नेता को मिलेगी? साढे तीन साल पहले यह अनुमान लगाना बहुत कठिन हो सकता है लेकिन भाजपा में सन् 2023 के विधानसभा चुनाव और उसके बाद चल रही शांत सुनामी से अप्रत्याशित स्थिति होगी जो अपनी टिकट मानकर चल रहे नेताओं को चौंकाएगी। 

👍 अभी 6 जून 2025 को एक नेता से बात हुई तो वह चौंकाने वाली रही। सवाल था आजकल क्या कर रहे हो? आगे क्या करने वाले हो? सीधा उत्तर मिला कि अगला चुनाव भाजपा से लड़ूंगा। ऊंची पारीवारिक और रिश्तेदारी की दिल्ली तक की पहुंच का होने के कारण भाजपा की टिकट ले आना तो कठिन नहीं लगा। भाजपा में प्रवेश और टिकट एक साथ होना अचंभे वाली बात नहीं। 

👌 अशोक नागपाल की सुनामी की संभावना को बहुत गंभीरता से लेने समझने की जरूरत है। अशोक नागपाल शांत बैठे क्या कर रहे हैं? यह समझ अभी खुल नहीं रही। किसी से पूछो तो सामान्य उत्तर मिलेगा कि कुछ नहीं कर रहे। लेकिन असल में ऐसा है नहीं। 

 👍सन् 2003 में अशोक नागपाल ने कांग्रेस की संसदीय सचिव रही विजय लक्ष्मी बिश्नोई को  भारी बहुमत 36 हजार वोटों के करीब से हराया था। बिश्नोई दूसरी बार चुनाव में खड़ी हुई थी और नागपाल संघ के चेहरे के रूप में पहली बार चुनाव में उतरे थे। जब सूरतगढ़ विधानसभा सीट राजियासर से अनूपगढ़ अंतरराष्ट्रीय सीमा तक थी। तीन विधानसभा क्षेत्रों जितना विशाल क्षेत्र सूरतगढ़ का था। सन् 2008,2013,2018 और 2023 में भाजपा की टिकट अन्य को मिलती रही और नागपाल चुपचाप पार्टी को विजयी बनाने में लगते रहे। 2018 के चुनाव में जब रामप्रताप कासनिया को सूरतगढ़ से भाजपा की टिकट मिली तब नागपाल को टिकट नहीं दी लेकिन बड़ा दायित्व सौंप दिया। नागपाल को कहा गया कि सूरतगढ़ रायसिंहनगर और अनूपगढ़ सीटें जितानी है। ये तीनों सीटें भाजपा ने जीती। श्रीगंगानगर के भाजपा जिलाध्यक्ष और भाजपा राष्ट्रीय परिषद के सदस्य रहे  हैं अशोक नागपाल!

 (आज की स्थिति-10 जून 2025.)

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत लाईफटाईम)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356.

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