सूरतगढ़:रेलवे स्टेशन का द्वितीय द्वार. अंधेरे का खतरा.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 6 फरवरी 2025.
रेलवे स्टेशन के द्वितीय द्वार पर रेल सीमा में ही रात को अंधेरे का खतरा हो तो किसी घटना पर किस अधिकारी की जिम्मेदारी होगी? रेल अधिकारी द्वितीय द्वार का निरीक्षण नहीं करते। आरपीएफ जीआरपी की देखरेख भी नहीं होती। टिकट खिड़की पर खुलने बंद होने का समय नहीं और न रेल टाईम टेबल। रेल विकास संघर्ष समितियां 2 हैं लेकिन उनके मांग पत्रों में द्वितीय द्वार के अंधेरे और खतरे को कभी शामिल नहीं किया जाता। इस द्वार के आगे ही रेल कर्मचारियों के पचास के लगभग रेल आवास है और यह अंधेरे का खतरा उनके लिए भी कभी घातक हो सकता है। रेल अधिकारी यहां उचित प्रकाश और गश्त की व्यवस्था करे।०0०