शनिवार, 15 फ़रवरी 2025

कोटा:गैस रिसाव से 17 छात्राओं की तबीयत खराब:

 




* करणीदानसिंह राजपूत *

15 फरवरी 2025.

सीमलिया थाना क्षेत्र के गड़ेपान स्थित चंबल फर्टिलाइजर्स केमिकल लिमिटेड (सीएफसीएल प्लांट) से अमोनिया गैस रिसाव से नजदीकी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की 17 छात्राएं और एक बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ गई। 9 छात्राओं व महिला को कोटा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। आठ छात्र-छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी कर दी।

गैस रिसाव हुआ उस समय स्कूल में

प्रार्थना सभा हो रही थी। स्कूल में गैस की दुर्गंध फैली और छात्राओं को सांस लेने में तकलीफ होने लगी और कई छात्राएं बेहोश हो गईं। कुछ को उल्टियां होने लगी। अचानक हुई ऐसी घटना से  स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। 


सूचना पर जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी, ग्रामीण एसपी सुजीत शंकर, कोटा सीएमएचओ डॉ. नरेंद्र नागर ने मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव के लिए पहुंची। 

* ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, व शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जिला कलक्टर से बातचीत कर मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी प्रशासन से घटनाक्रम की जानकारी ली और प्रभावित बच्चों के उचित उपचार के निर्देश दिए। 


गैस रिसाव के बाद स्कूल स्टाफ और अन्य छात्रों ने प्रभावित बच्चों को पास ही गड़ेपान डिस्पेंसरी पहुंचाया। एम्बुलेंस आने में देर हुई तो स्कूल स्टाफ व अन्य बच्चों ने कुछ बच्चों को कंधे पर लेकर डिस्पेंसरी पहुंचे। गैस रिसाव के बाद सुरक्षा की दृष्टि से स्कूल की छुट्टी कर दी गई।

घटना की सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी को मौके पर भेजा। अभिभावकों से बात कर बच्चों की तबीयत की जानकारी ली गई है। तीन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई। वो आगामी तीन दिन तक बच्चों के स्वास्थ्य का अपडेट लेते रहेंगे। जेके लोन अस्पताल में भी दो अध्यापक तैनात किए गए, जो भर्ती बच्चों की सार-संभाल करेंगे। जांच में कंपनी की लापरवाही सामने आई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

स्कूली बच्चों के गैस रिसाव के चपेट में आने की सूचना मौके पर पहुंचा। एम्बुलेंस प्रभावित बच्चों को मेडिकल कॉलेज लेकर चली गई थी। वहां से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जेके लोन अस्पताल भर्ती कराया गया। लक्षण गैस रिसाव की चपेट में आने की आशंका हैं।

प्रदूषण नियंत्रण मंडल मामले की जांच कर रहा है। सीएफसीएल से भी आंतरिक जांच रिपोर्ट और सेफ्टी ऑडिट मांगी गई है। रिपोर्ट के बाद ही घटना की पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। 


जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने मीडिया से कहा कि घटना की जांच की जा रही है और पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को मौके पर बुलाया गया है। वहीं, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने भी हादसे की पूरी जानकारी ली है। CFCL हॉस्पिटल के डॉ. आरके शर्मा के मुताबिक, 14 बच्चों और एक स्टाफ मेंबर को हॉस्पिटल लाया गया था। इनमें से 6 बच्चों की हालत गंभीर थी, जिन्हें कोटा जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

चंबल फर्टिलाइजर्स का कारखाना उच्चतम सुरक्षा और पर्यावरणीय अनुपालन मानकों से संचालित है। आधुनिक उपकरण गैस रिसाव का तुरंत पता लगाते हैं।  घटना की संबंधित अधिकारियों से जांच करवाई जाएगी। चंबल फर्टिलाइजर्स केमिकल लिमिटेड (सीएफसीएल प्लांट) के प्रबंधन ने गैस रिसाव होने से इनकार किया है। अब सरकारी जांच के बाद ही सही स्थिति का मालुम हो सकेगा।

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