* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 16 मई 2024.
नगर पालिका पंप हाउस की जमीन का फर्जी दस्तावेजों से पट्टा बनाए जाने की फाईल को तालाबंद आलमारी में सुरक्षित रखना ईओ पूजा शर्मा की जिम्मेदारी है ताकि उसे गायब व नष्ट होने से बचाया जा सके। ईओ का शुक्रवार 17 मई को पहला काम हो कि फाईल कागजातों पर हर पेज पर नम्बरिंग हो और उसके साथ ही सुरक्षा के लिए आलमारी में तालाबंद रखी जाए।
फाईल उच्च स्तरीय जांच पर या फिर मुकदमा हो तो अनुसंधान अधिकारी के लिए ताले से बाहर निकाली जाए। सूरतगढ़ नगरपालिका के इतिहास में यह बड़ा भ्रष्टाचार है और वर्तमान ईओ की जिम्मेदारी है।
👍 यह मामला पालिका की जांच कमेटी में पट्टा निरस्तीकरण से खत्म नहीं हो सकता क्योंकि यह त्रुटि नहीं फ्राड है जो मोनिका के आवेदन हस्ताक्षर से शुरू हुआ। इसमें जांच समिति किसी को भी क्लीन चिट नहीं दे सकती।
* मामला गंभीर है नगरपालिका की संपत्ति का है और निकट भविष्य में मुकदमा होने की भी पूरी संभावनाएं हैं।
👍 भाजपा सरकार में उजागर हुए इस मामले में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया पर आरोप है कि उन्होंने पट्टा बनाया इसलिए फाईल को सुरक्षित रखना ईओ की बड़ी जिम्मेदारी है।
* पंप हाउस की जमीन का पट्टा बनाए जाने का भ्रष्टाचार, दस्तावेजों की कूट रचना, नियम विरुद्ध कार्यवाही स्पष्ट हो जाने के बावजूद पालिका के पार्षदों ने मौन धारण कर रखा है। केवल एक महिला भाजपा पार्षद यासमीन सिद्दिकी ने लिखित में शिकायत की है। नगर पालिका की संपत्ति को बचाना रख रखाव करना सब पार्षदों की जिम्मेदारी है मगर यह इसलिए चुप है कि दोस्ताना संबंध निभाए जा सकें और हो सके तो इस भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों कर्मचारियों को लाभ लेने वालों को बचाने की कोशिश हो सके।
* सितंबर 2022 में पंप हाऊस की जमीन पर अतिक्रमण का मामला जोरशोर से उठा, हंगामा हुआ। नगरपालिका संपत्ति के बोर्ड लगे और इतना होने के बावजूद मोनिका पत्नी राजेश अरोड़ा और पालिका स्टाफ का दुस्साहस है कि उन्होंने यह फर्जीवाड़ा कर लिया।
* परसराम भाटिया इस पट्टा प्रकरण में स्वयं को बचाने के लिए राजनीति में ओमप्रकाश कालवा की बहाली को चैलेंज करने में रुख बदल चुप्पी रख सकता है। इस पट्टा प्रकरण में मजबूरी में समझौता होगा या मुकदमा?
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