रविवार, 19 मई 2024

मोदीजी के भाषणों की फसल तैयार है:फसल देख पैदावार का अनुमान कर लेता है किसान!

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

मोदीजी के भाषणों की भरपूर सींचित फसल देश भर में तैयार है। चार सौ पार के भाषणों के भरपूर उत्साह के फूटने के बाद भाषण ऊलजलूल हुए ऊपर से इलैक्ट्रोल बांड की जबरदस्त ओलावृष्टि से कहीं अगैती कहीं पछैती लहलहाती खड़ी फसल को नुकसान पर नुकसान हुआ। मीडिया देख रहा है और दूर मौजूद लोगों को हालात बताता रहा है। जहां मोदी फसल नष्ट हुई है वहीं दूसरे किसान अपनी फसलों को खड़ी देख कर अच्छे उत्पादन की आशा में है। अधिक भाव मिलने की आशा में हैं।


खड़ी फसल लेटी फसल को देख कर किसान अनुमान लगा लेता है कि प्रति एकड़ कितना अनुमान होगा। किसान अपने इलाके की दूसरे दूर के इलाके की फसल का अनुमान भी लगा लेते हैं। बर्फबारी ओलावृष्टि की कहां कैसी हवा बही का समाचार तो एक दो मिनट में ही फैलता रहा। मोदीजी के भाषणों का असर हर जगह तक पहुंचा। मतदान रूपी आखिरी कीटनाशक छिड़क कर बची फसल की जितनी सुरक्षा हो सकती थी वह भी हो गई।


* मोदीजी के ऊलजलूल भाषणों और इलेक्ट्रोल बांड की हवा से तैयार हुई फसल का उत्पादन 220 से 230 सीटों तक का अनुमान दिख रहा है। कोई अनुमान 230-250 तक बता रहा है।

400 पार का नारा है मगर फसल में दाने नहीं है।

*खड़ी फसल का अनुमान है कटाई के बाद 4 जून 2024 को जब खलिहान में निकाली जाएगी तब अनुमान कुछ ऊपर नीचे हो सकता है। मगर मोटा मोटा अनुमान तो दिखाई दे रहा है। आवाजें भी आने लगी है। 

* चार चरणों की वोटिंग के बाद से तो खड़ी फसल देख कर निराशा का भाव है।लेकिन जहां अभी वोटिंग होनी है और अंतिम प्रचार हो रहा है वहां पर भी वही भाषण है और वही कीटनाशक है। अब दूसरा नहीं है तो मोदीजी और भाजपा कहां से लाए? अनुमान लगाने वाले खेतों को देख रहे हैं मगर आखिरी वक्त में न नया भाषण है और न नया कीटनाशक बाकी की खड़ी फसल में डाल कर बचा लें। लेटी हुई पड़ी हुई गिरी हुई फसल को खड़ी करना मुश्किल है। जो है जैसी है वही कटेगी। उसमें जैसे जितने दाने होंगे वे निकलेंगे। खलिहान पर देश विदेश के मीडिया के कैमरे लगे होंगे और रिपोर्टर खड़े होंगे।

👍 मोदीजी को अभी जहां जहां भाषण देने हैं वहां ऊलजलूल भाषण ही देंगे या  ईमानदारी से घोषणा करेंगे कि जनता के फैसले में उलटफेर करने की कोशिश नहीं करेंगे।जहां जनता बैठाएगी बैठेंगे। विपक्ष में बैठने को भी तैयार रहेंगे। लेकिन मोदीजी की आदत को बदलना बहुत मुश्किल है। ०0०

19 मई 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकारिता 60 वर्ष,

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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