मंगलवार, 7 नवंबर 2023

सूरतगढ़: पूर्व विधायक राजेंद्र भादू चुनाव युद्ध में कूदे. तीसरी बड़ी ताकत हैं भादू.

 



* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान में भाजपा की दिल्ली हाईकमान ने जो हालात जानते बूझते पैदा कर दिए उन से पैदा हुए हालात में टिकट नहीं मिलने पर पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू ने सूरतगढ़ से निर्दली नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के बाद निकाली गई रैली युद्ध में लड़ने की रवानगी थी।

भाजपा और कांंग्रेस के बीच में तीसरी बड़ी ताकत हैं राजेंद्र भादू। निर्दली चुनाव में ताकत दिखाते रहने पर भाजपा में लिए जाने के बाद 2013 में भादू को चुनाव में उतारा गया। भादू ने 1,67,531 वोटों में से 66766 वोट लेकर जीत प्राप्त किए। बसपा के डुंगराम गेदर  39987 वोट लेकर दूसरे क्रम पर रहे। कांंग्रेस के गंगाजल मील लगातार दूसरी बार विधायक बनने के लिए चुनाव में उतरे। कांंग्रेस की टिकट होते हुए भी 34173 वोट लेकर तीसरे क्रम पर रहे।

भादू 2013 में जीत के बाद ताकत बढाते हुए इतने सक्षम हो गये कि आज तीसरी बड़ी ताकत बन गये। भादू के व्यक्तिगत वोटों की गणना 20 हजार से शुरू मानी जाती है इसलिए चुनाव में जोशखरोश नजर आएगा। 

* राजेन्द्र भादू ने चुनाव मैदान में उतरने से पहले कहा कि वसुंधरा राजे गुट का मान कर उन्हें टिकट नहीं दी गई। भादू ने वसुंधरा के ईशारे पर  या स्वयं की ईच्छा से चुनाव लड़ना तय किया है? यह कुछ भी हो सकता है लेकिन राजस्थान की भावी राजनीति में और सूरतगढ़ सीट पर भादू एक बड़ी ताकत के रूप में देखे जाएंगे।

7 नवंबर 2023.

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* करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,( राजस्थान सरकार से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान)

94143 81356.

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