* करणीदानसिंह राजपूत *
डुंगरराम राम गेदर जन जन का चेहरा बना सूरतगढ़ के लोगों की पहली पसंद पर है। हर जगह से डुंगर गेदर का नाम चर्चा में छाया है। लोगों का मानना है कि विधानसभा में 2 लाख 55 हजार 915 मतदाता हैं और 80 प्रतिशत मतदान होने की संभावना है। 2 लाख से अधिक मत पड़ेंगे।
लोगों के अपने अपने मत हैं कि किस उम्मीदवार को कितने वोट मिल सकते हैं। गेदर के वोट बैंक की गिनती 50 हजार से शुरू मानी जाती है। गेदर पहली पसंद बने हुए हैं सो लोग मानते हैं कि पिछले चुनावों में गेदर को जो वोट मिलते रहे हैं उससे बहुत आगे रहेंगे। लोगों का अनुमान 80 हजार से शुरू होता है और 1 लाख से ऊपर तक पहुंच रहा है।
भाजपा व कासनिया समर्थक भी अपने को कमतर नहीं मानते और अपनी जीत मानते हैं लेकिन हवा कासनिया के विपरीत है।
लोगों के दावे कितने सच्च निकलेंगे यह 3 दिसंबर 2023 को वोटों की गणना में सामने आएगा।
डुंगरराम गेदर,भाजपा के रामप्रताप कासनिया, भाजपा के बागी हुए निर्दलीय राजेंद्र सिंह भादू,जननायक जनता पार्टी के पृथ्वीराज मील,बसपा के महेंद्र सिंह भादू,आम आदमी पार्टी के लीलाधर स्वामी और अन्य उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
मगर असली तिकोना मुकाबला डुंगरराम गेदर,रामप्रताप कासनिया और राजेंद्र भादू के बीच है।
भाजपा के रामप्रताप कासनिया 2018 में विधायक चुने गये और इस बार 2023 में पुनः भाजपा की टिकट पर चुनाव में हैं। दूसरी बार का चुनाव में राजनीतिक ईज्जत दांव पर लगी है। लोग बदलाव नया चेहरा मांग रहे थे। लेकिन भाजपा ने 72 साल के कासनिया को चुनाव मैदान में उतार कर भी जीत होने का दावा किया है। भाजपा के पास अपना वोट बैंक है और भाजपा के स्थानीय नेता जीत का दावा कर रहे हैं। कासनिया का जनता में विरोध भी रहा है। कांग्रेस की टिकट हनुमान मील को पुनः नहीं मिलने से नाराज पूर्व विधायक गंगाजल मील और उनके टोले ने नाराजगी प्रगट की तथा कासनिया ने इनका समर्थन ले लिया। लोग मील से नाराज थे सो यह नाराजगी कासनिया के चुनाव में भी घुस गई। भाजपा के अनेक लोग कासनिया से दूरी बनाए हुए हैं। कासनिया लगातार दूसरी बार जीतते हैं तो 50 सालों में नया रिकॉर्ड बनाएंगे।
सूरतगढ़ विधानसभा में 2 लाख 55 हजार 915 मतदाता हैं। इनमें 1 लाख 35 हजार 64 पुरूष, 1 लाख 20 हजार 846 महिला तथा 5 अन्य मतदाता हैं।
ये मतदाता कौनसा चेहरा खिलाएंगे यह 25 नवंबर 2023 के मतदान में तय होगा जिसका परिणाम 3 दिसंबर 2023 को सबके सामने होगा।
* फिलहाल सभी लोग और निर्वाचन विभाग शांति से मतदान होने की ईच्छा रखते हैं।
💐 22 नवंबर 2023.
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