रविवार, 6 अगस्त 2023

देश की आजादी का उद्देश्य आज भी पूरा नहीं हो पाया: सुरेंद्र जलंधरा हनुमानगढ़ से बातचीत.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दिवस से दस दिन पहले और विधानसभा चुनाव 2023 से लगभग तीन महीने पहले भय और भ्रष्टाचार मुक्त वातावरण चाहने वाले एडवोकेट से बातचीत हुई जिसमें प्रश्न पर प्रश्न पैदा होते गए।

* एडवोकेट सुरेन्द्र जलंधरा बातचीत तो मुझसे कर रहे थे। मगर जो प्रश्न पैदा हो रहे थे वे तो हनुमानगढ़ की सीमा तक सीमित रहने वाले नहीं थे। हर नेता, राजनेता हर राजनीतिक सामाजिक और हर संगठन से पूछा गया प्रश्न बोल रहा था कि हम स्वतंत्रता मिलने से लेकर आजकल कुछ भी नहीं कर पाए और जो अब तक किया वह पर्याप्त है और क्या हम उससे संतुष्ट हैं?

* आजादी सोते सोते तो नहीं मिली मतलब नींद में तो नहीं मिली थी। बहुत आंदोलन और लाखों कुर्बानियों के बाद मिली थी आजादी। 

* आजादी प्राप्त करने का उद्देश्य रहा था। क्या वह पूरा हो गया? क्या आजतक हमने या जो सत्ता में रहे उन्होंने देश में जो किया उससे हम संतुष्ट हैं? 

सामने तो मैं था और मैं बोल पड़ा कि नहीं। आजादी का उद्देश्य पूरा नहीं हुआ जिसके लिए लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी। अब तक देश में जो भी विकास के नाम पर हुआ वह भी पर्याप्त नहीं हुआ। बहुत कुछ करना बाकी है।

* जलंधरा बोले बस यही वह बिंदु है। अब आगे जो विकास करना होगा उसके लिए कैसे राजनीतिक हालात पैदा किए जाएं और हर क्षेत्र में वह हालात पैदा हों। कदम दर कदम। इस बातचीत से एक बात तो साफ हुई कि जलंधरा कुछ करने के ईच्छुक हैं। 

* भय और भ्रष्टाचार मुक्त समाज हो देश हो तो देश में विकास का हर सपना पूरा हो सकता है। 

मैं बातचीत पूरी कर आवास के आगे लगे बोर्ड को देखता हूं। सुरेंद्र जलंधरा की इस सोच के विशाल पोस्टर पर मोदी की तस्वीर पर दृष्टि पड़ती है। नरेन्द्र मोदी। जलंधरा के ही प्रश्न और जलंधरा का ही सभी प्रश्नों का एक ही उत्तर। नरेन्द्र मोदी।



* आवास के बाहर मेरे पास ही खड़े होते हैं नरेंद्र घिंटाला। जलंधरा एक बार फिर कहते हैं- अभी आजादी का असली उद्देश्य पूरा करना है, अभी तो बहुत कुछ करना है।०0०

5 अगस्त 2023.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

(राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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