शनिवार, 5 अगस्त 2023

साधुवाली में नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला आयोजित




* करणीदानसिंह राजपूत *

श्रीगंगानगर, 4 अगस्त 2023.
नशामुक्त भारत अभियान के अन्तर्गत जिला पुलिस अधीक्षक श्री परिस देशमुख अनिल के निर्देशानुसार नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला श्रीगंगानगर उपखंड के गांव  साधुवाली के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पुलिस थाना जवाहर नगर की ओर से शुक्रवार को आयोजित हुई। कार्यशाला में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय साधुवाली, महात्मा गाँधी राजकीय विद्यालय और खालसा अकादमी के विद्यार्थी, शिक्षक एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
 मुख्य अतिथि के रूप में प्रशिक्षु आई.पी.एस. श्री रमेश कुमार ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि गांव और देश की बेहतर तस्वीर तुम बना सकते हो। तुम्हें अभी से अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारण करना होगा। आज की इस कार्यशाला को सुनने के बाद तुम नशेड़ी नहीं बनोगे, ऐसा मुझे पूरा विश्वास है। तुम जीवन में जो कुछ भी बनना चाहते हो, उस मार्ग पर चलते हुए लक्ष्य तक पहुंचने में तुम्हें अनेकों प्रकार की दिक्कतें आ सकती हैं, परन्तु यदि तुम लक्ष्य के प्रति इमानदार हो तो तुम्हें सफलता जरूर मिलेगी। आज की इस कार्यशाला की तरह मैंने भी जीवन में किसी कार्यक्रम से प्रेरित होकर अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित किया था और आज इस मुकाम तक पहुंचा हूं। हमारे जो परिजन किसी भी कारण से अगर नशे की चपेट में आ चुके हैं तो आज ही उनका नशा छुड़वाने का प्रण लेकर ही इस कार्यशाला से घर लौटे।
मुख्य वक्त्ता के रूप में संबोधित करते हुए राजकीय नशामुक्ति परामर्श एवं उपचार केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रविकांत गोयल ने कहा कि नौजवान पहली बार नशा ऑफर करने वाले को ना करना सीखे। यही पहल नौजवानों को नशे के दल-दल से बचाने में प्रभावी साबित होगी। अभिभावक अपने बच्चो की हर गतिविधि पर अपना ध्यान केंद्रित रखे। ताकि वे गुमराह होकर नशे के दल-दल में नहीं पड़े। डॉ. गोयल ने नशेडियो के लक्षण, नशीले पदार्थो के दुष्परिणाम, नशीले पदार्थो से बचने के उपाय से अवगत करवाते हुए नशामुक्त जीवन जीने का आह्वान किया।
शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी श्री मुनीश कुमार लड्ढा ने कहा कि वर्षो पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा देश भर में चलाए गए परिवार नियोजन के कार्यक्रमों के प्रभाव से एक वातावरण का निर्माण हुआ और आज हर घर में एक या दो बच्चे देखने को मिलते है। इसी तरह हम सब लोगो को युवाओं में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति से निजात दिलाने के लिए नशामुक्ति जनजागृति कार्यशालाओ के माध्यम से सघन वातावरण निर्मित करना होगा और प्रत्येक व्यक्ति को अपनी क्षमताओं के हिसाब से इस में योगदान देना होगा। आज युवाओं की थाली में परंपरागत भोजन के स्थान पर पिज्जा, बर्गर, फास्ट फूड, कोल्ड ड्रिंक और आधुनिक होने की झूठी शान का दिखावा करने के लिए शराब ओर दूसरे नशीले पदार्थो का सेवन करने की लगातार बढ़ रही प्रवृत्ति को भविष्य के लिए लड्ढा ने खतरनाक बताया। बच्चो को नियमित रूप से शारीरिक श्रम करने एवं नशा नहीं करने की सलाह देते हुए श्री लड्ढा ने नियमित रूप से सैर ओर व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यार्थियों, अभिभावकों व कार्यशाला में उपस्थित ग्रामवासियों को नशामुक्त जीवन जीने का संकल्प भी दिलवाया।                                                                        
 कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य रजनी बब्बर ने कहा  कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित जिला होने के नाते यहां के नागरिकों को सीमा पार से ड्रोन के माध्यम से गिराए जाने वाले नशीले पदार्थो की खेप के लिए सावधान रहने की आवश्यकता है। ऐसी कोई भी गतिविधि होते देखे तो तुरंत थानाधिकारी या बड़े अधिकारियों को इसकी सूचना दे। किसी भी प्रकार के लालच में आने से भी बचे। कोई आपके भोलेपन का फायदा भी उठा सकता है। अक्सर लोग समाज में बदनाम होने के डर से नशे के दल-दल में बुरी तरह धंस चुके बच्चो का इलाज करवाने से भी डरते है। ऐसे में बहुत से नौजवानों को जिंदगी से हाथ धोना पड़ता है। नशे की गिरफ्त में बुरी तरह पड़ चुके बच्चो को इलाज के लिए सामने लाने की झिझक समाज को छोड़नी होगी, तभी हम उन बच्चो की जिंदगी बचा सकेंगे।  
कार्यक्रम में  पुलिस थाना जवाहर नगर के मीरा चोकी प्रभारी श्री विजय कुमार,  सिपाही पवन कुमार,  हनुमान सिंह,  भवानी सिंह,  सरपंच श्री श्रीराम बरावड़, उपप्रधानाचार्य रामरत्न, उपप्रधानाचार्य रविंद्रजीत कौर, उपप्रधानाचार्य प्रताप सिंह, पुस्तकालय अध्यक्ष दिनेश कुमार शर्मा, बेसिक सुमन कवर, संदीप कुमार, स्नेहलता, मधुसूदन स्वामी, विकास जांदू, मनसुख राम, राजेश कुमार, कविता गर्ग, रणधीर कौर, रमनकांता, उर्मिला रानी, गीता कुमारी,  सुमन वर्मा, प्रेमसिंह, राजेंद्र कुमार, गुलशन चोपड़ा, गजानंद, विद्यालय के विद्यार्थी, गांव के वरिष्ठ नागरिक उपस्थित थे। मंच संचालन वरिष्ठ अध्यापक मधुसूदन स्वामी ने किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ. रविकांत गोयल ने नशा छोड़ने के इच्छुक लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उन्हें उचित परामर्श भी दिया। ०0०

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