गुरुवार, 24 अगस्त 2023

सूरतगढ थर्मल पर अशांति:जिलाकलेक्टर और एसपी तुरंत पहुंच कर कार्यवाही करें.

  

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 24 अगस्त 2023.

सूरतगढ़ सुपर तापीय परियोजना मुख्य द्वार के घेराव और किसानों के प्रदर्शन में उग्र वातावरण और अधिशासी अभियंता के साथ धक्का व्यवहार से उत्पन्न और बिगड़ रहे हालात को मध्य नजर रखते हुए जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचना चाहिए।

* जब पूर्व घोषणा घेराव की थी तब सुरक्षा व्यवस्था में इतनी खामी क्यों रही? अधिशासी अभियंता के साथ धक्का मुक्की और अशांति

 जिले में होने वाली घटनाओं के लिए जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक की संपूर्ण जिम्मेदारी है। *इसलिए हालात को तुरंत कंट्रोल में करने के लिए दोनों अधिकारियों का थर्मल स्टेशन पर पहुंचाना बहुत जरूरी है। 

अभी जो हालात सामने आ रहे हैं उससे लग रहा है कि कल तक हालात और बिगड़ जाएंगे। इसलिए दोनों अधिकारियों को अभी घटनास्थल के लिए रवाना होना चाहिए।

👍  अधिशासी अभियंता के साथ आक्रोशित किसानों ने दुर्व्यवहार किया।  किसान गुस्से में थे लेकिन संख्या इतनी अधिक भी नहीं थी कि उसे कंट्रोल में नहीं किया जा सके और रोका नहीं जा सके।

* यह जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है इसलिए कंट्रोल के लिए जो कदम उठाने हैं उसके लिए जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को थर्मल पर पहुंचना जरूरी है और सुरक्षा के लिए फोर्स संबंधित अधिक बंदोबस्त भी करने जरूरी है। यह प्रबंध सारे तुरंत होने जरूरी है। 

*किसानों से संबंधित नेता अभी मौजूद अधिकारियों से बात नहीं करना चाहते।  वे बड़े सक्षम अधिकारियों से बात करना चाहते हैं ऐसी स्थिति में जब सक्षम अधिकारी नहीं थे तब अधिशासी अभियंता जैसे अधिकारी के साथ धक्का क्यों किया गया?

* उधर इस घटना को लेकर विद्युत वितरण निगम के कर्मचारियों में बहुत आक्रोश पैदा हो गया है और बिजली व्यवस्था ठप कर दी गई तो बहुत बुरी हालत हो जाएगी।

** इसलिए उनकी मांग पर भी तुरंत कार्रवाई करनी जरूरी होगी अन्यथा कर्मचारी भी भड़क सकते हैं।  जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक को सोच और समझ कर हर कदम उठाना चाहिए।

विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियंता के साथ दुर्व्यवहार के मामले पर

विद्युत निगम के आक्रोशित कर्मचारियों ने एडीएम अर्पिता सोनी के समक्ष रोष जताया है।

एडीएम को ज्ञापन देकर प्रकरण में किसान नेता राकेश बिश्नोई, मनोज जांगू की गिरफ्तारी की मांग भी की है। इनके साथ और कौन थे? 

आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर सूरतगढ़ शहर, ग्रामीण, बीरमाना, श्रीबिजयनगर व जैतसर के अधिकारियों व कर्मियों ने टूल डाउन कर कार्य बहिष्कार की  चेतावनी दी है ऐसे समाचार हैं। 

* इस घेराव प्रदर्शन में भाजपा के नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने वातावरण को अशांत बनाया। आक्रोशित प्रदर्शन में पूर्व विधायक भी रहे। चुनाव में तीन महीने बाकी होने के कारण भी नेतागिरी के लिए वातावरण ऐसा बनाया जाने की आशंका है। चार साल तक ऐसी स्थिति नहीं हुई तब अब ऐसे हालात होने का कारण चुनाव समय है। ०0०







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