शुक्रवार, 25 अगस्त 2023

विद्युत अभियंता अजय शर्मा को दंड देने का अधिकार किसने दिया?

  

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ 25 अगस्त 2023.

डिस्कॉम के अधिशासी अभियंता अजय शर्मा के साथ कुछ नेताओं की ओर से थर्मल गेट के आगे 24 अगस्त को जो घटना हुई उसका वायरल वीडियो और सोशल मीडिया साइटों पर चले वीडियो को देखने के बाद  बहुत बड़ा प्रश्न पैदा हुआ है कि अजय शर्मा के साथ कुछ अनहोनी  हो जाती तो उसका जिम्मेदार कौन-कौन होता? 


 55 साल के अजय शर्मा  जिस ढंग से धकेले गये थे,भयानक गर्मी उमस के बीच उनका सांस उखड़ जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता?जिस निर्दयता से धकियाते घसीटते ठुकराना ले जाया जा रहा था,वह ठुकराना ले जाए जाने से पहले ही धराशायी हो जाते। अच्छा स्वस्थ जवान भी ऐसे धक्के सहन नहीं कर पाता। अजय शर्मा को इस बुरी हालत से नेताओं की पकड़ से छुड़ाते हूए सूरतगढ के थानाधिकारी सीआई कृष्ण कुमार दखाई पड़ते हैं।


 अधिशासी अभियंता के विद्युत वितरण में त्रुटियां रही खामियां रही तो इसकी जांच करने विभागीय तरीके से दंड देने सस्पेंड करने नौकरी से बर्खास्त करने तक का अधिकार केवल विभाग को है।


 विद्युत वितरण की जिम्मेदारी किसी अकेले एक अधिकारी के ऊपर डालना कानून अपने हाथ में लेकर उसके साथ में मारपीट करना यह अधिकार कुछ नेताओं को किसने दिया?


अधिशासी अभियंता जिनकी उम्र 55 साल है। उनके साथ इस मारपीट धकेले जाने से शारीरिक क्षति पहुंचती या और बड़ी घटना हो जाती तब क्या होता? कानून अपने हाथ में लेने वाले नेता लोग अपनी स्थिति पर गौर करें कि उनकी क्या हालत होती? वे किस कानूनी स्थिति में होते?


* यह सवाल बहुत बड़ा है और इसमें जिला प्रशासन घेरे में है कि जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक कानून के दायरे में रहते हुए निर्णय करें के अधिशासी अभियंता को दंड देने वाले कानून हाथ में लेने वाले आंदोलनकारी कौन होते हैं?

* जिला प्रशासन यह भी जांच करे कि विद्युत वितरण में अव्यवस्था का दोषी क्या यह अकेला अधिशासी अभियंता है? 

** क्या अधिशासी अभियंता वितरण नहीं कर अपने पास स्टोर कर रहा था? क्या बिजली स्टोर करने की कोई विधि है और अभियंता वह कर रहा था? यदि बिजली स्टोर नहीं होती तो वह कहीं तो वितरित हुई। बिजली वितरण में अव्यवस्था होने की खबरें थर्मल को घेरने की खबरें चेतावनियां प्रकाशित प्रसारित हो रही थी तब उसी समय जिलाप्रशासन ने बिजली अधिकारियों से असलियत पता करने की कोशिश क्यों नहीं की। थर्मल के घेराव का इंतजार क्यों किया गया? थर्मल की सुरक्षा पुलिस की व्यवस्था में लापरवाही कैसे रही? पूर्व सूचनाएं कमजोर क्यों रही? यदि पुलिस व्यवस्था अधिक रहती तो कौनसा भार पड़ रहा था?

* अधिशासी अभियंता अजय शर्मा की ड्युटी की जांच विभाग करे और दोषी हो तो नियमानुसार दंडित भी करे।

** लेकिन कानून हाथ में लेने वालों पर भी मुकदमें और विडिओ शामिल कर बिना देरी कानूनी कार्यवाही पूरी कर न्यायालय को सौंपे। 

*** जिलाकलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक शांति कायम करने के लिए भी कार्यवाही में शीघ्रता करे।

**** यह धरना प्रदर्शन करने का आह्वान करने और अधिशासी अभियंता को दंडित करने वाले नेतागण भाजपा के हैं और इनसे यह उम्मीद नहीं की जाती है कि ये कानून हाथ में लेंगे। चुनावी साल है तो अपने को दिखाने या सरकार पर दबाव बनाने के लिज वे चाहे जो करेंगे? कानून हाथ में लेंगे। शांति व्यवस्था को बिगाड़ेंगे।

 कानून नियमों का पालन करने का दावा करने वाले अपने इस कार्य की समीक्षा करें ताकि भविष्य में पुनः ऐसा कार्य न हो सके। फिलहाल इस मामले को पहले ठंडा करने की आवश्यकता है और इसमें जिलाप्रशासन कोई हल निकाले।०0०








 

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