नंदीशाला से कब्जा पिल्लर हटाए:पालिका या जनसहयोग से तुरंत चारदीवारी बनाई जाए
* करणीदानसिंह राजपूत *
नगर पालिका द्वारा संचालित शिव नंदी शाला की भूमि पर अन्य व्यक्ति द्वारा लगाए गये पिल्लरों अतिक्रमण को नगर पालिका प्रशासन ने 19 जून को हटा दिया।
नगरपालिका शिव नंदी शाला की भूमि पर अन्य व्यक्ति द्वारा पिल्लर और तारबंदी करने की कोशिश हो रही थी। इससे नागरिकों में भारी रोष देखा गया।
नंदीशाला में रविवार 18 जून को मीटिंग हुईजिसमें भी रोष प्रकट किया गया था। शिव नंदी शाला नगर पालिका की है और संचालन के लिए नागरिकों की कार्यकारिणी बनी हुई है। नागरिकों की कार्यकारिणी ने भी रोष प्रकट करते हुए सामूहिक रूप से त्यागपत्र देने की घोषणा की थी। समिति ने 7 दिन में नगर पालिका की ओर से शिव नंदी शाला की भूमि पर से अन्य व्यक्ति द्वारा कब्जे के प्रयास पर कार्यवाही करने की चेतावनी दी थी। अध्यक्ष अनिल धानुका सचिव नरेन्द्र चाहर और संपूर्ण कार्यकारिणी एकमत थी।
पूर्व विधायक गंगाजल मील पूर्व विधायक अशोक नागपाल नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा सहित अनेक सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद थे। नरेन्द्र घिंटाला अधिक रोष में थे और कहा कि अभी कब्जे का प्रयास ध्वस्त कर देते हैं।
पूर्व विधायक गंगाजल मील ने आश्वस्त किया कि इस संबंध में कार्रवाई की जाएगी और किसी का भी अतिक्रमण प्रयास शिव नंदी शाला भूमि पर नहीं रहेगा। इसके बाद गंगाजल मील के नेतृत्व में सभी अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरविंद कुमार जाखड़ से भी मिले और संपूर्ण हालात से अवगत कराया। जाखड़ के सामने भी लोगों ने रोष प्रगट किया और प्रशासन को भी समुचित कार्यवाही करने का आग्रह किया।
* नागरिकों के रोष का असर हुआ। नगर पालिका की ओर से अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र गोदारा ने उच्चाधिकारियों से निर्देश लेकर वहां से नंदी शाला की भूमि पर कब्जे के प्रयासों को ध्वस्त करवा दिया। नगरपालिका के कर्मियों ने जेसीबी से कब्जे के प्रयास में खड़े किए जा रहे पिल्लरों को हटा दिया।
* नंदी शाला के मामले में 19 जून को अतिरिक्त जिला कलेक्टर अरविंद जाखड़ की अध्यक्षता में एक बैठक भी हुई जिसमें उपखंड अधिकारी संदीप कुमार काकड़ तहसीलदार तनवीर सिंह संधू नायब तहसीलदार तेजपाल पारीक नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र गोदारा आदि ने भाग लिया। उसमें भी शिव नंदी शाला से संबंधित बातचीत की गई।
* पूर्व विधायक गंगाजल मील और अधिशासी अधिकारी शैलेंद्र गोदारा भी अतिरिक्त जिला कलेक्टर से शाम को मिले और इस संबंध में चर्चा की गई।
👍 शिव नंदी शाला की जमीन पर काफी दूरी तक चारदीवारी है और टिब्बों की तरफ जिधर चारदीवारी नहीं है केवल तारबंदी है वहां पर स्थाई हल यही है कि तुरंत चारदीवारी का निर्माण करवाया जाए ताकि कोई भी कब्जे का प्रयास न कर सके। चार दिवारी नगर पालिका ठेका पद्धति से करवाए चाहे जनसहयोग से धन एकत्रित करके और कार सेवा के रूप में करवाए।
चारदीवारी तुरंत निर्माण की जाए ताकि कोई भी व्यक्ति जबरदस्ती प्रवेश न कर सके और नंदी शाला की जमीन सदा के लिए सुरक्षित रह सके। पिल्लर तारबंदी आदि अस्थाई होते हैं जिनको कोई भी हटा सकता है, इसलिए चारदीवारी ही स्थाई हल है और उसका निर्णय जन सहयोग से या नगरपालिका से तुरंत किया जाना चाहिए।०0०