रविवार, 9 अप्रैल 2023

नारी शक्ति पूजा छाबड़ा के साथ:नारी उत्थान केंद्र अध्यक्ष राजेश सिडाना.

 







* राजेश सिडाना ने सूरतगढ जिला बनाओ अभियान में पूजा छाबड़ा को सफलता का आशीर्वाद दिया*

*गुरूशरण छाबड़ा के नेतृत्व में 1995 में सूरतगढ में पानी आंदोलन हुआ. राजेश सिडाना 10 दिन आमरण अनशन पर रही और सफलता मिली. नारी उत्थान केंद्र ने हजारों घरों को बसाया.नारी शक्ति पूजा छाबड़ा के साथ.


👍 शराबबंदी नशा मुक्ति आंदोलन की राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान में मरण व्रत करने वाली पूजा छाबड़ा को नारी उत्थान केंद्र की अध्यक्ष श्रीमती राजेश सिडाना ने आशीर्वाद दिया श्रीमती राजेश सिडाना और उनके पति समाजसेवी एम.एल.सिडाना सेवानिवृत्त अभियंता शनिवार 8 अप्रैल 2023 को पूजा छाबड़ा के निवास पर पहुंचे थे।

 * राजेश सिडाना ने सूरतगढ़ को जिला बनाने के अभियान में  पूजा छाबड़ा को सफलता का आशीर्वाद दिया और कहा कि नारी शक्ति उनके साथ खड़ी है और उसके हर कदम पर सहयोग प्रदान करेगी। राजेश ने कहा कि वह सूरतगढ़ के विकास के लिए निरंतर आगे बढ़ती रहें।


* विदित रहे कि पूजा छाबड़ा के ससुर सूरतगढ़ के पूर्व विधायक गुरुशरण छाबड़ा के नेतृत्व में एक पानी आंदोलन 1995 की गर्मी की ऋतु में चलाया गया था जिसमें राजेश सिडाना ने आमरण अनशन किया था दसवें दिन जाकर प्रशासन से समझौता हुआ कि इंदिरा गांधी नहर से पानी की सप्लाई दे दी जाएगी। तब दसवें दिन राजेश सिडाना का आमरण अनशन खत्म हुआ था। (मैं भी उस आंदोलन में सहयोगी था- करणीदानसिंह राजपूत )

भयानक गर्मी में वहआमरण अनशन हुआ था महिलाओं ने बहुत बड़ा सहयोग दिया था। मैं उस समय राजस्थान पत्रिका में संवाददाता था। आदर्श कॉलोनी से महिलाओं का जुलूस नारे लगाता हुआ सुभाष चौक तक पहुंचा था। उसमें जब गणना की गई तो 1003 महिलाएं मौजूद थी। नारी शक्ति पर और पानी आंदोलन पर वहां सुभाष चौक पर मेरा भाषण हुआ था। सूरतगढ़ में पानी की समस्या थी। भाखड़ा की पीबीएन से  पानी कम मिलता था और भूमिगत जल स्रोतों से जो पानी मिलता था नलकूपों से वह खारा था। सूरतगढ़ की जनता ने 12 साल तक खारा पानी पिया था। राजेश सिडाना का  आंदोलन गुरूशरण छाबड़ा  के नेतृत्व में सफल हुआ था।

 उस महान राजेश सिडाना ने पूजा छाबड़ा को आशीर्वाद प्रदान किया है।

 राजेश सिडाना ने अपनी उम्र के 40 में वर्षों से नारी उत्थान और समाजसेवी कार्यों में योगदान देना शुरू किया और अभी 77 वर्ष की उम्र में भी वे नारी उत्थान के कार्यक्रमों में लगी हुई है। 1992 में नारी उत्थान केंद्र का रजिस्ट्रेशन करवाया गया था। नारी उत्थान केंद्र ने नारियों को संबल प्रदान करने के लिए सिलाई बुनाई आदि के प्रशिक्षण केंद्र भी चलाए थे।

* हजारों परिवारों को जो किसी न किसी बात से झगड़ करके अलग हो गए उन लोगों को प्रेरणा दे करके पुनः बसाने में भी बहुत बड़ा योगदान दिया। अभी भी नारियों के ऊपर होने वाले अत्याचारों को रोकने के लिए और परिवारों को बसाने के लिए नारी उत्थान केंद्र कार्यरत है।


* राजेश सिडाना से बात हुई तो उन्होंने कहा कि पूजा छाबड़ा ने गुरुशरण छाबड़ा को सूरतगढ़ में फिर से जिंदा कर दिया है और वह सूरतगढ़ के विकास में सूरतगढ़ को जिला बनाने में सफल रहेगी। नारी उत्थान केंद्र साथ रहेगा। नारी शक्ति साथ रहेगी।०0० 








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