शनिवार, 10 दिसंबर 2022

गंगाश्री मैं भी आ रहा हूं श्यामसिंह:पतिपत्नी दोनों का गमन:द्वादशा पर श्रद्धांजलि

 

* करणी दान सिंह राजपूत *

सूरतगढ़  10 दिसंबर 2022.

पत्रकार महेंद्र सिंह जाटव और जितेंद्र के माता-पिता के द्वादशा पर आज 10 दिसंबर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। ईश्वर का नियम संसार चक्र की गति विचित्र और अनोखी होती है। यह प्रमाण सूरतगढ़ में दृश्टान्त रूप में प्रगट हुआ। 27 नवंबर की रात को गंगाश्री का निधन हुआ। 28 नवंबर की शाम को उनका अंतिम संस्कार करना तय हुआ जिसकी तैयारियां हो रही थी। घर पर लोगों का पहुंचना शोक व्यक्त करना चल रहा था। अचानक 28 नवंबर की सुबह करीब 11:00 बजे के आसपास श्याम सिंह ने बड़े पुत्र महेंद्र को बुलाया और कहा कि मैं जा रहा हूं।मुझे चिकित्सालय आदि ले जाने की जरूरत मत समझना। कुछ क्षणों के बाद उनका शरीर  स्थिल होने लगा और उन्होंने भी संसार छोड़ दिया।

 पत्नी गंगाश्री ने  27 नवंबर की रात को करीब 9:30 बजे के आसपास संसार त्यागा था और पति ने तेरह चौदह घंटे के बाद में संसार छोड़ दिया। माने तो यह घटना बहुत बड़ी है और ना माने तो सामान्य है लेकिन पति पत्नी का अटूट संबंध प्रमाणित हुआ। 

श्याम सिंह सूरतगढ़ फार्म से सेवानिवृत्त कर्मचारी थे और उनकी उम्र 75 वर्ष के करीब थी। पत्नी गंगाश्री की उम्र करीब 70 वर्ष थी।

 दोनों की चिताएं सूर्योदय नगरी के श्मशान में 29 नवंबर को  पास पास में जली। 

आज 10 दिसंबर को विधि विधान के साथ द्वादशा कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम के बाद में प्रसाद ग्रहण कराया गया। 

द्वादशा पर परिजन रिश्तेदार पत्रकार वकील राजनीतिक सामाजिक जुड़ाव के गणमान्य एकत्रित हुए और गंगाश्री एवं श्याम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। महेंद्र सिंह जाटव यहां साप्ताहिक ब्लास्ट की आवाज साप्ताहिक समाचार पत्र का संपादन प्रकाशन करते हैं। ०0०






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