रविवार, 11 दिसंबर 2022

विधायक रामप्रताप कासनिया के बेटे संदीप का राजनीति में प्रवेश का संकेत

 


* करणीदान सिंह राजपूत *

भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में विधायक रामप्रताप कासनिया के सुपुत्र संदीप कासनिया के प्रवेश की चर्चाएं गर्म हैं।  रामप्रताप कासनिया को संभवत 2023 के विधानसभा चुनाव की टिकट नहीं मिले तब पुत्र संदीप कासनिया को युवा और नए चेहरे के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है। राजनीति में ऐसा होना कोई आश्चर्यजनक भी नहीं है। किसी भी व्यक्ति के राजनीति में आने टिकट मांगने पर प्रतिबंध नहीं है।संदीप कासनिया भी राजनीति में आएं और टिकट मांगे तो कोई प्रतिबंध भी नहीं है। इसके लिए कोई आश्चर्य भी नहीं होना चाहिए।

हाल ही में भारतीय जनता पार्टी की ओर से कांग्रेसी सरकार के विरुद्ध जन आक्रोश यात्रा गांव गांव में निकाली जा रही है। इसके जो प्रचार बैनर साइन बोर्ड सूरतगढ़ में लगे हुए हैं उनमें संदीप कसनिया का फोटो और नाम भी छपा हुआ है। इससे पहले किसी कार्यक्रम के प्रचार में लोगों ने संदीप कासनिया का नाम बैनर आदि पर नहीं देखा था । यह नाम और फोटो लोगों ने पहली बार देखा है इसलिए चर्चाएं हैं कि रामप्रताप कासनिया संदीप कासनिया को अगले चुनाव में आगे कर सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो कोई आश्चर्य वाली बात नहीं है।सभी को टिकट मांगने का हक है।


अभी कुछ समय से चर्चाएं गर्म है। समाचार छप रहे हैं।लेख लिखे जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी 70 वर्ष के आसपास की उम्र के नेताओं को टिकट नहीं देगी। गुजरात के चुनाव 2022 में भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद यह पक्का विश्वास हो रहा है कि 70 वर्ष के आसपास के लोगों में अनेक नेताओं को टिकट  नहीं मिलेंगे। ऐसी स्थिति में सूरतगढ़ से रामप्रताप कासनिया को भी 2023 में टिकट मिलने की कोई संभावना नहीं है। रामप्रताप कासनिया ने 2018 का चुनाव लड़ा था उस समय चुनाव से कुछ समय पहले एक आम सभा बुलाई थी। उसमें कासनिया ने स्पष्ट रूप से जनता को कहा था कि मेरा यह आखिरी चुनाव है और मैं यह लड़ना चाहता हूं। ऐसी स्थिति में 2023 में टिकट मांगने के वक्त यह बात उठेगी। इसलिए भी संभव है कि रामप्रताप कासनिया टिकट नहीं मांगे और संदीप कासनिया टिकट मांग ले।  अभी टिकट मांगने का वक्त 1 साल बाकी है चुनाव से कुछ समय पहले ही टिकट मांगने की प्रक्रिया शुरू होगी।इससे पहले की समय अवधि में संदीप कासनिया भी यत्र तत्र भाजपा के कार्यक्रमों में पहुंचे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। अभी 6 दिसंबर को राजियासर में राजकीय महाविद्यालय की मांग को लेकर छात्रों की ओर से महापंचायत बुलाई गई थी जिसमें संदीप कासनिया उपस्थित हुए और वक्तव्य भी दिया था। उस समय भी यह चर्चा चली और लोगों ने भाषण का एक एक शब्द सुना।

संदीप कासनिया या अन्य नेताओं के परिवार जनों की ओर से भी टिकट मांगा जा सकता है जिनकी उम्र 70 वर्ष के आसपास होने वाली है।


पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू की उम्र भी 70 के पास पहुंच रही है ऐसी स्थिति में उनके परिवार की ओर से भी पुत्र अमित भादू टिकट मांग सकता है।

*भारतीय जनता पार्टी जब 70 वर्ष के नेता को टिकट नहीं दे रही है तो उसमें एक बिंदु और भी शामिल कर रही है कि जिस नेता की टिकट काटी जा रही है उसके परिवार में से भी किसी को टिकट नहीं मिलेगी। 

*सूरतगढ़ में आगामी विधानसभा चुनाव में किसको टिकट मिलेगी?इसके लिए अपनी-अपनी चर्चाएं और समर्थक अपने अपने लोगों के नाम प्रकट कर रहे हैं।०0०

11 दिसंबर 2022.

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