* करणीदानसिंह राजपूत *
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य परिवहन की बसों में महिलाओं के लिए भाड़े में 50 प्रतिशत की छूट, 125 यूनिट तक बिजली मुफ्त करने और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी बिल खत्म करने की शुक्रवार 15 अप्रैल 2022 को घोषणा की।
* दिल्ली के बाद पंजाब में आप का राज आने के बाद से भाजपा भयभीत है।भाजपा को लग रहा है कि हिमाचल में नवंबर 2022 में होने वाले चुनाव में पंजाब की तरह झटका लग सकता है।
* आम आदमी पार्टी के नेताओं की हिमाचल में एक रैली निकलने के बाद डर अधिक बढ गया है। आप ने हिमाचल में पूरा दबाव डाल दिया है। आप वहां दो रैलियां और निकालेगी।
* भाजपा और संघ समर्थक केजरीवाल और आप की ओर से दिल्ली में कई मुफ्त घोषणाएं और उन पर कार्य होने से आप को कोस रहे थे। दिल्ली में लाभ लेने वालों को मुफ्तखोर कह रहे थे। केजरीवाल को खुजलीवाल कह रहे थे। दिल्ली में भाजपा की आशाओं पर आप ने पानी फेर दिया। आप जीती और बहुत ताकत वर बन गई। भाजपा आप के दिल्ली राज में अड़ंगे लगवाती रही। दिल्ली में पुलिस केंद्र सरकार के अधीन काम करती है। आप सरकार ने पुलिस का नियंत्रण चुनी हुई सरकार को सौंपने का कहा मगर यह मांग स्वीकार नहीं की गई।
उपराज्यपाल ने केजरीवाल को डिगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। दिल्ली की जनता के लिए भी सोशल मीडिया पर बहुत अशोभनीय कहा जाता रहा।
* दिल्ली में आपको गिरा नहीं सके और सोशल मीडिया पर आप पर दिन रात कचरा फेंकते रहने के बावजूद आप पंजाब में जीत गई।
* प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पंजाब जीतने के लिए हाथ जोड़ जोड़ कर सिर झुका कर वंदना की धोक लगाए। इतने बड़े सर्वोच्च पद का आग्रह पश्चिम बंगाल के बाद पंजाब की जनता ने भी ठुकरा दिया।पंजाब की यह जीत भाजपा और संघ समर्थकों को पच नहीं रही।
* ऐसे में जब हिमाचल में आम आदमी पार्टी की ओर लोगों का रूझान बढते देखा तो भाजपा की नींद उड़ गई।
* आप और केजरीवाल की छूट की घोषणाएं जग जाहिर हो गई। हिमाचल में भी आप ने यही तरीकें आजमाने हैं।
भाजपा ने आप की तरह ही तीन घोषणाएं करदी। भाजपा और संघ समर्थक आप को कोसते थे। अब मोदी शाह नड्डा की भाजपा ने आम आदमी पार्टी के कदमों पर चलना शुरू कर दिया। मजबूरी यह है कि मोदी शाह नड्डा की भाजपा को आम आदमी पार्टी का डर खाने लगा है और घोषणाओं के लिए मजबूर कर रहा है।
* राजस्थान में भी आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने की घोषणा ने राजस्थान के नेताओं को भयभीत कर दिया है। राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने अनेक नेताओं और कार्यकर्ताओं को तिरस्कृत कर रखा था। अब भय लग रहा है कि वे आप का दामन थाम सकते हैं। आप को तो जरूरत है। 2022 के जाते और 2023 के आते भाजपा और कांग्रेस में जोरदार खलबली मचेगी। भाजपा राज आने की आशा में है इसलिए इसमें ज्यादा भय है। 2018 में वसुंधरा राजे को हरवाया था और अब वसुंधरा राजे के बिना कुछ भी संभव नहीं। संपूर्ण प्रदेश से आवाज आने लगी है कि वसुंधरा ही भाजपा राज ला सकती है। उसके बराबर ताकत वाला कोई दूसरा चेहरा नहीं। वसुंधरा राजे को ही भावी मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करना ही पड़ेगा।
* गुजरात में भी नवंबर 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आप ने वहां भी दखल देना शुरू कर दिया है।
* भाजपा और संघ समर्थकों से प्रश्न करना उचित है कि वे बताएं कि आम आदमी पार्टी की नीतियां गलत है तो वह भाजपा क्यों अपनाने लगी है?
दि. 19 अप्रैल 2022.
करणीदानसिंह राजपूत
पत्रकार ( राजस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय से अधिस्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356.
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