मील सा.और कालवा का सूरतगढ़ का सौंदर्यीकरण:मेल नहीं बैठता:नीति देखें।
* करणीदानसिंह राजपूत *
नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा पूर्व विधायक गंगाजल मील सा.को साथ लेकर रविवार को शहर में घूमे।
बस,न्यूज बन गई कि नगरपालिका के आगामी बजट में खास होगा। मील सा.क्या कहीं बाहर से आए हुए थे? ओमप्रकाश कालवा जी का कार्यकाल दो साल बीत गया। मील कालवा दोनों यहीं। कितना सुंदर बनाया शहर को,सभी ने देखा ही नहीं भुगता है रोजाना। कालवा जी की मजबूरी है मील बचाए रखेंगे। लेकिन मील को क्या रोजाना सुनने को मिलेगा और उसका लाभ हानि क्या होगी? यह मील को बारीकी से समझना होगा। दस साल विधायकी से दूरी कम नहीं होती। सुंदर बनाओ इससे पहले इतना करो कि सफाई करवाओ। हर जगह कचरे के ढेर।नाले भरे हुए।
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मील और कालवा या कालवा और मील शहर को सुंदर बनाना चाहते तो अब तक क्या कर रहे थे?
कुछ नाक के सवाल या स्थान जनता जानती है और मांग भी उठती रही है मांग पत्र भी दिए जाते रहे हैं। सबसे बड़ी बात की कालवा मील और पार्षद सभी देखते रहे हैं।रोजाना देखते हैं।
1-नगरपालिका कार्यालय के साथ का पार्क। लाखों लगाने के बाद उसे कचरा पात्र बना दिया। जनता की जगह और कब्जा कर लिया। उसकी दीवारें तक खुर गई। कितने समाचार लगे। दिखता है या नहीं। पार्षदों का तो रोजाना बीस बार आना जाना। चुपी इसलिए कि अध्यक्ष से बिगाड़ें तो ठेकेदारी का साथ कैसे दें? एक दो को छोड़ दें।वे भी नहीं बोलते। शहर को सुंदर बनाना है तो इसे आज ही खाली करो। आज नहीं कर सकते तो 15 फरवरी तक करदो लेकिन निर्णय आज ही प्रेस को देदो।
2- बाजार मुख्य में सारे नालों पर आरसीसी पक्का निर्माण। और उससे भी आगे लोहे एंगलों से अतिक्रमण। दो साल हो गए। ये निर्माण रोके नहीं। तुड़वाते क्यों नहीं? सफाई नहीं होती। सड़ांध और मच्छर। बीमारी। जो दुकान दार नियम माने उसकी दुकान छह फीट से आठ फीट पीछे दब गई। करो सुंदरता और तुड़वाने की वसूली भी करो। सफाई कर्मचारी क्यों हाथ डाले बंद नालों में और कोई घायल हुआ तब?
वर्षा में पानी बहता नहीं। हर सड़क भरी हुई।
3- रेलवे स्टेशन आते जाते सुभाष चौक और स्टेशन का मुख्य द्वार तक ठोकरें। किसने रोका सुंदर बनाने से? कितनी बार मांग उठी। शहरवासी ही नहीं बाहर से आने वाले पूछते हैं। चैयरमेन कौन है? विधायक जी को तो जानते हैं मील सा. है लेकिन अब भूतपूर्व हो गए। आजकल उनकी चलती है या नहीं?
4- नगरपालिका जिन जमीनों के या जो भी केस जीत गई। वे फैसले फाईलों में क्यों हैं? दबाए रखने में कौनसा लाभ लिया जा रहा है?
करो सुंदरता। किसने किसको रोक रखा है?
5- रेलवे अंडर पास वर्षा में अनेक दिन लबालब। क्यों नहीं होती पानी निकासी?
6- सार्वजनिक टायलेट। सड़ांध मारते। फिनायल की गोलियां क्यों नहीं? किसी की टोंटी नहीं। बाजार 10 बजे तक और टायलेट सात आठ बजे तक। इसके बाद कहीं भी मूतें।
7- रविवार मतलब सब सड़कों पर कचरा। मुख्य बाजार में दुकानदार फेंकते हैं,रोके कौन?
8- दुकानों के गलत निर्माण। सुंदरता में बाधा। नक्शा अनुरूप निर्माण कौन देखे?
9- आवासन मंडल घरों से आगे 10-15 फुट तक सड़क के हक पर अतिक्रमण और पक्का अतिक्रमण। बनाओ सुंदर। गरीबों के निवास रोजाना त़ोड़ कर बहादुरी की खबरें छपवाते हो। एक एक आवास के आगे का माप लो और स्लाप भी करा़ओ साफ बनाओ सुंदर। अतिक्रमण हटाओ दस्ता बनाया हुआ है। तुरन्त लगाओ इस काम पर।
10- नगरपालिका का नया कार्यालय बनाओ। मील सा.ने 2013 में शिलान्यास किया था।
बातें करना और काम करना। इनमें अंतर होता है।
अभी इतना ही। बाकी बहुत कुछ है। सीवरेज, तालाब,राठी स्कूल के पास से निकला हुआ गंदा नाला।०0०
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