शुक्रवार, 21 नवंबर 2025

बहुओं के वोट व 1 फार्म की बड़ी परेशानी.भाजपा सोचे.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

राजस्थान में वोट पुनरीक्षण कार्य 4 नवंबर 2025 से शुरू हुआ है तबसे परेशानियों के प्रमुख समाचारों में यह मिल रहा है कि बहुओं के वोटों पर परेशानी अधिक है और एक प्रकार से संकट कि वोट रहेंगे या कटेंगे। बड़ा झंझट यह है कि 2002 के बाद बहुएं वोट देती रही है तो भी पीहर से परीक्षण मिलान सत्यापन होगा। लोगों को इसमें बहुत परेशानी हो रही है। यदि किसी वजह से केवल 2002 में वोट नहीं रहे। आगे पीछे रहे तो भी संकट हो रहा है। 2002 से पहले वोट देते रहे और 2002 की सूची में नहीं है तो परेशानी। भाजपा के नेता नेतियां कार्यकर्ता इस परेशानी से रूबरू नहीं हो रहे और  अनेक लोगों को कहते हैं  सरकार ने लागू कर दिया है तो मानना तो पड़ेगा। सवाल यह है कि बहुओं ने क्या बिगाड़ा है कि उनके वोट परीक्षण पर ही अधिक परेशानी हो रही है। भाजपा के कट्टर समर्थक हर बात स्वीकार करें लेकिन जो समर्थक हैं वे नाराज हो रहे हैं और अपनी नाराजगी बातचीत में उजागर भी कर रहे हैं। नाराजगी का एक कारण यह है कि इसमें जानकारी उपलब्ध कराने का भार दायित्व बहुओं/ परिवार मुखिया पर ही डाला जा रहा है। अनेक बीएलओ इस पर गंभीर नहीं है इसलिए लोग परेशान हो रहे हैं कि बहु के पीहर की मतदाता सूची कहाँ से देखें और बीएलओ के आगे रखें। 

* राजस्थान के अनेक भागों से बड़ी शिकायत यह भी है कि बीएलओ ने केवल एक ही फार्म दिया और अब मतदाता/ परिवार मुखिया के पास सबूत में कुछ भी नहीं है। अगर बीएलओ लापरवाही कर दे वोट नहीं रहे तो फार्म भर कर देने का कोई सबूत नहीं। भाजपा के लोग नेता कार्यकर्ता इसे भी गंभीर नहीं मान रहे। यह बड़ी गलती है जिसमें बीएलओ की शिकायत पर निश्चित ही कार्वाई होगी और वह दंडित भी होगा। निर्वाचन विभाग ने जब 2 फार्म देना नियम बनाया और उसकी पूरी नीति भी बनाई तो बीएलओ ने उस नीति का पालन क्यों नहीं किया? बीएलओ द्वारा जानते समझते हुए आदेश की अवहेलना करना है। अनेक बीएलओ घरों पर गये ही नहीं और केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ही पहुंची। बीएलओ ने फार्म 2 दिए या नहीं दिये कि जांच निरीक्षण जिम्मेदार अधिकारियों को करना चाहिए।०0०21 नवंबर 2025.

करणीदानसिंह राजपूत.

स्वतंत्र पत्रकार.

94143 81356.

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