मंगलवार, 15 अप्रैल 2025

भाजपा नेताओं और संगठन की वफादारी क्या है?


* करणीदानसिंह राजपूत *

कांग्रेस ब्लॉक सूरतगढ़ के अध्यक्ष परसराम भाटिया जिन पर भ्रष्टाचार के सबूतों सहित आरोप हैं ने राजस्थान की भाजपा सरकार को  पर्ची सरकार बताया है। परसराम भाटिया भाजपा सरकार, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और अन्य भाजपा स्थानीय नेताओं पर जहर उगलते आरोप लगाते रहे हैं।

यहां सोचने वाली बात यह है कि परसराम के भ्रष्टाचारों पर सरकार से कार्रवाई कराने के बजाय नगर मंडल से लेकर जिलाध्यक्ष तक दोस्ताना दिखा रहे हैं। 

* सवाल यह है कि भाजपा के इन चेहरों की चुप्पी क्यों हैं।

* परसराम भाटिया का कार्यकाल 24 जुलाई 2023 से 25 नवंबर 2023 रहा। भाटिया ने 29 जुलाई 2023 को कार्यभार ग्रहण किया और 120 दिन के कार्यकाल में अनेक भ्रष्टाचार किए जिससे नगरपालिका कोष को भारी वित्तीय हानि पहुंचाई। अनेक पट्टे गलत दिए। पंप हाऊस का पट्टा बिना भूमि कीमत के जारी कर दिया। जो लोग सूरतगढ़ में नहीं रहते उनको भी पट्टे दे दिए। तूड़ी का टेंडर 810 रू.क्विंटल हुआ और भुगतान 840 के हिसाब से हुआ। बातचीत रेट नीचे करने कम करने के लिए होती है लेकिन यहां तूड़ी के भाव अधिक कर दिए गये। लाईट खरीद घोटाला भी हुआ।

👌 ये घोटाले मीडिया दबाता रहा मगर यहां के एक साप्ताहिक 'ब्लास्ट की आवाज' में सबूतों सहित छपते रहे। भाजपा के ये पदाधिकारी शरणपालसिंह मान व अन्य सभी पढते रहे हैं। 

👍इनमें बड़े चेहरों में भाजपा के पुनः जिलाध्यक्ष बने शरणपालसिंह मान और पूर्व राज्यमंत्री पिछले 2018 से 2023 तक विधायक रहे रामप्रताप कासनिया,जोकि एक मिनट में परसराम भाटिया के भ्रष्टाचारों की जांच करवा सकते हैं। सूरतगढ़ पुलिस में जो मुकदमें हैं उनकी जांच में तेजी करवा सकते हैं। *पूर्व विधायक अशोक नागपाल भी परसराम भाटिया के दोस्त बने हैं।

👍 सबसे बड़ा सवाल है कि परसराम भाटिया कांग्रेस के हैं और भाजपा के विरुद्ध कांग्रेस राज में सरकार ने उनको नगरपालिका अध्यक्ष मनोनीत किया। परसराम भाटिया ने अनेक भ्रष्टाचार किए लेकिन भाजपा संगठन के द्वारा परसराम भाटिया के विरुद्ध कभी शिकायत क्यों नहीं की गई? 

* भाजपा के ये नेता जनता के साथ खड़े होते और कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर बोलते लिखित में शिकायत करते और परसराम भाटिया को दंडित करवाते लेकिन आश्चर्यजनक रूप से चुप रहे।

👌 परसराम भाटिया के विरुद्ध नगरपालिका भ्रष्टाचार के कितने मुकदमें पुलिस थाने सिटी में हैं और उनकी जांच की गति क्या है? कितने मामले एसीबी में हैं और उनकी जांच गति क्या है? इन पर भाजपा के नेता नेतियां कौनसी रोटियां पका रहे हैं। इस पूरी सूची को पढ लें।

भाजपा जिलाध्यक्ष स.शरणपालसिंह मान,

पूर्व विधायक रामप्रताप कासनिया, 

पूर्व विधायक अशोक नागपाल,

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा,

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष काजल छाबड़ा,

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल,

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष आरती शर्मा, 

पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष जगदीश मेघवाल।

पूर्व प्रधान बिरमादेवी नायक,

शराबबंदी नशामुक्ति की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूजा छाबड़ा जो अब भाजपा में हैं।  

* राकेश बिश्नोई 

*भाजपा नगरमंडल पूर्व अध्यक्ष सुरेश मिश्रा व पूर्वमहामंत्री लालचंद शर्मा.

* भाजपा नगरमंडल अध्यक्ष गौरव बलाना.

* ये नेता हैं जिन्होंने परसराम भाटिया के किसी एक भ्रष्टाचार पर भी आवाज नहीं उठाई।शिकायत नहीं की। ये भाजपा के हैं तो शिकायत क्यों नहीं करते? जनता के बीच ये बताएं कि ये भाजपा के मुख्यमंत्री भाजपा की सरकार के हितैषी हैं या पर्ची सरकार बताने वाले कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया के हितैषी हैं और उसको बचा रहे हैं?

👌 मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के श्रीगंगानगर दौरे में ये नेता नेतियां मिले मगर एक ने भी कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर लिखित मौखिक कोई शिकायत नहीं की। ये भाजपा के हैं या केवल अपने लाभ के लिए सदस्य हैं। ये चेहरे भी साफ मालुम होने चाहिए। परसराम भाटिया से इनका क्या दोस्ताना है? भाजपा को अपने इन नेताओं की वफादारी को भी टटोल लेना चाहिए कि ये कितने खरे खोटे हैं।

परसराम भाटिया पर लगे भ्रष्टाचारों सरकारी कोष को हानि पहुंचाने के आरोपों की राज्य स्तरीय जांच करानी चाहिए। दि.15 अप्रैल 2025.

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