* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 23 दिसंबर 2024.नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा पर सीवरेज कं को पूर्व में रोका हुआ भुगतान कर देने के मुकदमें में पुलिस ने जांच पूरी कर फाईनल रिपोर्ट यहां 3 दिन पहले अदालत में पेश कर दी। ओमप्रकाश कालवा अधिशासी अधिकारी विजयप्रतापसिंह, लेखाकार सुनीलकुमार आदि पर आरोप साबित नहीं हुए।
* नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष बनवारीलाल मेघवाल ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया था। उक्त मुकदमा अदालत में इस्तगासा करने पर अदालत के आदेश से सिटी पुलिस थाने में 396/22 दर्ज हुआ था।
* बनवारीलाल इस मुकदमें में उच्च न्यायालय में गये। उच्च न्यायालय एसपी को जांच के लिए कुछ निर्देश दिए। इसके बाद एसपी ने जांच के कुछ बिंदु तय किए।
इसके बाद ओमप्रकाश कालवा जांच सीआईडी क्राइम ब्रांच में ले गए। यह जांच बाद में सुजानगढ़ के एसपी को सौंपी गई। वहां से बयान आदि के बाद जांच और अंतिम रिपोर्ट लगी।
* यह घोटाला तो हुआ काजल के अध्यक्षता काल में हुआ। उस समय के इंजीनियरों द्वारा कार्य होने और भुगतान के दस्तावेज एमबी में इन्द्राज भी कर दिए गये थे। रामप्रताप कासनिया ने यह घोटाला जुलाई 2019 में विधानसभा में उठाया था। उस समय काजल के अध्यक्षता काल में रूडको के अभियंता ने कुईयां आदि तोड़ने का भुगतान रूकवा दिया था।
कालवा बाद में नवंबर में निर्वाचित हुए और 2 दिसंबर 2019 को पदभार ग्रहण किया।
रूडको के जिस अभियंतां ने भुगतान रूकवाया उसी ने बाद में भुगतान करने का लिखा। तब ओमप्रकाश नगरपालिका अध्यक्ष आ गये थे। वह रूकवाया हुआ भुगतान मार्च 2020 में 1 करोड़ 60 लाख का भुगतान हुआ जो टैक्स काट कर 1 करोड़ 45 लाख का हुआ। यह तकनीकी गलती मानी जा रही थी। इतनी ही राशि को सिक्योरिटी में रोके जाने का हुआ।
सा.नि.वि. की जांच रिपोर्ट में लिखा था कि मौके पर अब कुइयां आदि हटाने का मालुम करना संभव नहीं है क्योंकि सड़क बन गई है।
जिन लोगों ने शिकायत की उनमे से ही कुछ ने लिखा कि गलत फहमी में शिकायत की थी। इन्होंने फिर कलेक्टर की जांच में फिर बयान बदले और भुगतान को गलत बताया।
अब इसमें फाईल बड़ी होती गई थी।
* इसमें राजनीति भी खूब चली। ओमप्रकाश कालवा और गंगाजल मील के बीच अनबन होने से कालवा ने भाजपा जोईन कर ली। इसके बाद ओमप्रकाश कालवा के विरूद्ध मोर्चा खोला गया। धरना प्रदर्शन हुए। ओमप्रकाश कालवा के सस्पेंशन के बाद कांग्रेस के परसराम भाटिया 120 दिन अध्यक्ष बनाए गये।
** यह एफ आर अदालत में पेश हुए तीन चार दिन बीत गये लेकिन किसी बड़े अखबार और सोशल मीडिया आदि ने खबर नहीं दी। * ओमप्रकाश कालवा ने बनवारीलाल पर आरोप लगा रखा है कि उसके कार्यकाल में बनी सीवरेज का कोई अतापता नहीं है। यह आरोप एक प्रेस कान्फ्रेंस में लगाए थे। बनवारीलाल मेघवाल पर भी सीवरेज घोटाले के आरोप में अदालत के धारा 202 के आदेश पर सिटी पुलिस थाने में जांच चल रही है। महेंद्र सिंह जाटव पत्रकार ने अक्टूबर 2024 में अदिलत में इस्तगासा पेश किया था।
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