मंगलवार, 31 दिसंबर 2024
तुमसे धूल भी नहीं उड़ी.2024 बीत गया.
* करणीदानसिंह राजपूत *
राजनैतिक नेताओं कार्यकर्ताओं तुम धूल भी नहीं उड़ा सके और 2024 पूरा बीत गया। कुर्सियां सिस्टम के नाम पर लूटती रही लेकिन तुमसे जरा सा विरोध भी नहीं हो सका। तुम क्या विरोध करते क्योंकि तुम तो सिस्टम की वकालत करते रहे,गरीबों असहायों को भी कुर्सी को देकर काम करा लेने का कहते रहे या बीच में दलाल तक बन गये। तुम तो सिस्टम के आने जाने पर बुके भेंट कर खुशियां मनाते फोटो विडिओ कराते खुशियां मनाते रहे। किसी सिस्टम से गलबहियां हो गई किसी के साथ पी ली,किसी के साथ एक रूम में ठहर गये तो उसकी सिफारिश में यस सर यस मैडम करते रहे। इसी उपलब्धि पर किसी बोर्ड की अध्यक्षता और मंत्री का दर्जा चाहिए। तुम्हें आने वाले चुनाव में टिकट चाहिए और लुटी पिटी जनता से वोट चाहिए।
👌 यदि यह गलत है और सच्च में तुमने कुछ किया है तो उन कामों का रिपोर्ट कार्ड नये साल की बधाइयां शुभकामना संदेश के साथ जरूर भेज देना। ०0०
31 दिसंबर 2024. सूर्यास्त.
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधि स्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान )
94143 81356
*****
सोमवार, 30 दिसंबर 2024
भ्रष्टाचार घोटालेबाजों की बदली नहीं, जांच हो.
* करणीदानसिंह राजपूत *
राजस्थान सरकार ने 1 जनवरी 2025 से दस दिनों के लिए स्थानांतरण खोल दिए जिसमें भ्रष्टाचारी घोटाले बाज स्थानांतरण करवा कर निकलेंगे।
* मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों को,मुख्य सचिव को चाहिए कि जिन अधिकारियों कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के अनियमितताओं नियम विरूद्ध कार्य करने के,अपने रिश्तेदारों आदि को लाभ और सरकारी कोष को हानि पहुंचाने के गंभीर आरोप हैं का स्थानांतरण नहीं किया जाना चाहिए। जिनके विरूद्ध जांच करने की शिकायतें हैं या जांचें चल रही है उनका निर्णय हो ताकि उसी स्थान से सस्पेंड हों बर्खास्त हों या एपीओ हों ताकि आम जन को मालुम होकि यहां खाया और यहां रहते दंडित हुए। हर विभाग में यह कार्यवाही होनी चाहिए।
* स्थानांतरण प्रशासनिक हो तो जिन पर आरोप हों उनको मूल पदों पर ही भेजा जाना चाहिए।
* होता यह है कि सरकारी विभागों में खूब खाने के बाद स्थानांतरण करवा लेते हैं फिर शिकायतें करने वाले छोड़ देते हैं।०0०
30 दिसंबर 2024.
करणीदानसिंह राजपूत
पत्रकार ( राजस्थान सरकार से अधि स्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356
*****
रविवार, 29 दिसंबर 2024
सूरतगढ़.प्रशासक एसडीएम संदीप काकड़ देखे: ईओ नहीं देखती.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 दिसंबर 2024.
नगर के गंदगी कचरे से बुरे हालात इसलिए हैं कि नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी पूजा शर्मा कभी निरीक्षण को नहीं निकलती तब प्रशासक एसडीएम संदीप काकड़ की ड्युटी और जिम्मेदारी है कि वे निरीक्षण करें और लापरवाही पर कड़ा एक्शन भी लें।
* राजस्थान पत्रिका ने रविवार 29 दिसंबर 2024 को गंदगी के चित्रों सहित बहुत बड़ी रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसे देखते प्रशासक को सोमवार को ही निरीक्षण और एक्शन लेना चाहिए।
* ईओ पूजा शर्मा ने यहां 20 फरवरी 2024 को जोईन करने के बाद 10 माह में केवल 4 बार दफ्तर से बाहर निकली है। दफ्तर में भी उपस्थिति कम रहती है जिसके साक्षी सीसीटीवी कैमरे हैं।
* सवाल यह है कि सफाई व्यवस्था पर बार बार समाचार पत्रों व सोशल मीडिया पर आने के बावजूद ईओ अपनी ड्युटी के प्रति लापरवाह है। सफाई निरीक्षक जमादार और सफाई कर्मी कहां पर ड्युटी देते हैं।
*हाऊसिंग बोर्ड के अतिक्रमण सीएमओ को रिपोर्ट भेजने के बाद भी नहीं तुड़वाए। अतिक्रमण सड़क तक करने के बाद अतिक्रमणकारियों ने बची हुई सड़क पर अवैध रूप से स्पीड ब्रेकर सीमेंट कंक्रीट के ऊंट की कूबड़ जैसे बना लिए जो कभी दुर्घटना का कारण बनेंगे।
* सड़कों पर चिन्हित पैदल पट्टी ( फुटपाथ) पर अतिक्रमण को कौन हटाए? नगरपालिका या ट्रैफिक पुलिस हटवाए? यह निरीक्षण भी प्रशासक अवश्य करें।
राजस्थान पत्रिका का यह समाचार कटिंग यहां दे रहे हैं और उच्चाधिकारियों व डीएलबी को भी।०0०
* करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार ( राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क सचिवालय से अधि स्वीकृत)
सूरतगढ़ ( राजस्थान)
94143 81356
******
सूरतगढ़ की नयी सूर्या गौशाला: सूर्योदय नगरी में गौवंश बचाव
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 29 दिसंबर 2024.
सूर्योदय नगरी क्षेत्र में असहाय खुले में घूमते निराश्रित गौ वंश को भयानक शीत में मरने से बचाने के लिए सूर्या गौ शाला की स्थापना एक अच्छा सेवा कार्य है। बड़ोपल रोड श्मशान के चिपते यह गौशाला शुरू की गयी। इस गौशाला में छप्पर आदि की व्यवस्था की गई है। चारे पानी की व्यवस्था पर्याप्त है।
पूर्व पार्षद महेंद्र गोदारा ने बताया था कि गौ शाला में अभी 70 के लगभग गौ वंश है।
इस गौ शाला के धूप सेकते गौ वंश के फोटो यहां दे रहे हैं। दीवार चिनाई हो रही है। आने वाले समय में सैकड़ों गौ वंश की क्षमता हो जाएगी।
* लोगों की भावना थी कि सूरतगढ़ में सूर्योदय नगरी क्षेत्र में एक और गौ शाला शुरू हो तो सैंकड़ों गौ वंश को सर्दी में बचाया जा सकता है। पूर्व पार्षद राजाराम गोदारा मुख्य कर्ताधर्ता हैं जो नंदीशाला का अच्छा संचालन कर चुके हैं। ०0०
शनिवार, 28 दिसंबर 2024
राजस्थान में नौ जिले और तीन संभाग रद्द
* करणीदानसिंह राजपूत *
राजस्थान की भाजपा भजनलाल शर्मा सरकार ने एक साल सफलता से पूरा करने के बाद सबसे बड़ा निर्णय किया है कि पिछली कांग्रेस अशोक गहलोत सरकार द्वारा घोषित किए नये जिलों और संभागों में से 9 जिले और 3 संभागों को रद्द कर दिया। ये नए जिले दूदू, केकड़ी, जोधपुर ग्रामीण, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण और सांचौर हैं जिनको रद्द कर दिया है। इसके अलावा सीकर, पाली और बांसवाड़ा संभाग को रद्द करने का भी निर्णय किया गया।
राइजिंग राजस्थान और सरकार की पहली वर्षगांठ के बाद भजनलाल सरकार ने सीएमओ में शनिवार को कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की। इस बैठक में भजनलाल सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं।
कैबिनेट मीटिंग के बाद मंत्री सुमित गोदारा और मंत्री जोगाराम पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर फैसलों की जानकारी दी है।
प्रेस वार्ता में बताया कि बजट घोषणा की क्रियान्विति की है, हमने जनघोषणा पत्र के काम भी पचास फ़ीसदी से अधिक पूरे किए और राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम सफल रहा है।
गहलोत राज में बनाए गए 9 नए जिलों को भजनलाल सरकार ने बड़ा निर्णय लेते हुए रद्द कर दिया है। ये नए जिले दूदू, केकड़ी, जोधपुर ग्रामीण, शाहपुरा, नीमकाथाना, अनूपगढ़, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण और सांचौर हैं। इसके बाद राजस्थान में कुल 41 जिले ही रहेंगे। वहीं कैबिनेट बैठक में सीकर, पाली और बांसवाड़ा संभाग को रद्द करने का भी निर्णय लिया गया है। इसके बाद राजस्थान में कुल 7 संभाग ही बचे हैं।
ये जिले बचे, ये जिले निरस्त
अशोक गहलोत सरकार द्वारा घोषित ये जिले रहेंगे: डीग, बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, फलोदी और संलूबर।
क्यों किए जिले रद्द? मंत्री ने दिया जवाब
जिलों को रद्द करने के निर्णय को लेकर मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि चुनाव से पहले नए जिले और संभाग बनाए गए थे। वह व्यावहारिक नहीं थे। वित्तीय संसाधन और जनसंख्या के पहलुओं को अनदेखा किया गया। अनेक जिले ऐसे थे, जिनमें 6-7 तहसीलें नहीं थी। इतने जिलों की आवश्यकता होती तो इसका परीक्षण किया जाता। इन सबको अनदेखा किया, इसमें ना तो पद सृजित किए, ना ऑफिस बिल्डिंग दी और ना ही दूसरी व्यवस्थाएं की, केवल 18 विभागों में पद सृजन की व्यवस्था की गई।
मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि ये जिले राजस्थान पर अनावश्यक भार डाल रहे हैं। रीव्यू के लिए बनी कमेटी ने पाया कि इन जिलों की उपयोगिता नहीं है।
सीईटी की वैद्यता 3 साल की
सीईटी की वैद्यता को लेकर भजनलाल कैबिनेट ने बड़ा फैसला लिया है। अब सीईटी की वैद्यता को तीन साल किया गया है। इससे पहले सीईटी की वैद्यता एक साल होती थी, लेकिन भजनलाल कैबिनेट ने अब इसकी वैद्यता को तीन साल किया है।
भजनलाल सरकार की कैबिनेट के बड़े फैसले
-2025 में 1 लाख बेरोजगारों को नौकरी देगी भजनलाल सरकार
-आगामी 4 साल में 3 लाख नौकरियों का रखा गया टारगेट
-31 दिसंबर तक जिन्होंने KYC नहीं कि उनके नाम हटेंगे
-खाद्य सुरक्षा योजना के नए लाभार्थी के नाम जोड़ने का फैसला
-परिनिन्दा दंड समाप्त करने का अनुमोदन
-समान पात्रता परीक्षा की वैधता 3 वर्ष की
-TAD में छात्रावास अधीक्षक के लिए पात्रता बदली
-अब समान पात्रता परीक्षा हर वर्ष देने की नही होगी आवश्यकता
-एक बार हुई परीक्षा का स्कोर कार्ड होगा तीन वर्ष
-पशुधन सहायकों के लिए पदनाम परिवर्तन का अनुमोदन हुआ
-पशुधन सहायक को 3 पदोन्नति मिलेगी
-पशुधन सहायक की पदनाम परिवर्तन पर लगी मुहर
-तीन बार पदोन्नती का भी मिलेगा मौका
कैबिनेट की बैठक में 4 एजेंडों पर निर्णय
भजनलाल सरकार की कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक में राजस्थान सिविल सेवा पुनरीक्षित वेतन नियम 2017 की अनुसूची-6 में संशोधन से जुड़ा एजेंडा, राजस्थान अधीनस्थ एवं लिपिक वर्गीय सेवा समान परीक्षा नियम 2022 में संशोधन का एजेंडा, सिद्धमुख, चूरू का राजकीय कॉलेज शकुंतला देवी के नाम पर करने का एजेंडा, विधानसभा का अगला सत्र आहूत करने संबंधी एजेंडों पर निर्णय हुआ है।०0०
शुक्रवार, 27 दिसंबर 2024
भयानक शीत में कार्य: मजदूर की रोटी कराती काम.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 27 दिसंबर 2024. भयानक सर्दी और बदन चीरती हवा में काम करते मजदूरों को देख रुक गया। फोटो और विडिओ बनाए। क्या इनको सच्च में सर्दी नहीं लगती? मजदूर की रोटी सर्दी हो या गर्मी कराती है काम! इसके आगे सोचने लगा।
* मेरा प्रिय रेलवे स्टेशन है सूरतगढ़।उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर डिवीजन का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन। अमृत स्टेशन योजना के नवनिर्माण में मुख्य द्वार के पोर्च का निर्माण को मैं देखता हुआ समय देखता हूं,27 दिसंबर 2024.अपरान्ह 4:32 बजे.०0०
गुरुवार, 26 दिसंबर 2024
सूरतगढ़ में किसकी पावर:2024 का अंत 2025 का आगमन.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 26 दिसंबर 2024.
विधानसभा लोकसभा चुनावों के बाद बदलते हालात में सन् 2024 के बीतते दिसंबर माह और 2025 के आगमन के समय प्रमुख रूप से पावरगेम को देखा जाए तो राजनैतिक दृश्य पटल पर केवल भाजपा और कांग्रेस ही मौजूद है। भारतीय जनता पार्टी में सूरतगढ़ विधान सभा में पिता की राजनीतिक विरासत के रूप में संदीप कासनिया नाव चला रहे हैं।
रामप्रताप कासनिया जयपुर प्रदेश में पावर रखते हैं और सूरतगढ़ में खास बड़े मुद्दों पर ही फोन करते हैं। संदीप से बात करने का कहते हैं। भाजपा की पावर पर अभी इन्हीं पिता पुत्र का आधिपत्य है।
पूर्व विधायक अशोक नागपाल सीमित नजर आते हैं,सक्रिय नजर नहीं आते। भाजपा में आए मील परिवार पूर्व विधायक गंगाजल मील,प्रधान हजारीराम मील और युवा हनुमान मील की राजनीति शून्य से भी नीचे हो चुकी है। भाजपा वाले कांग्रेस से आने वालों को पूछ नहीं रहे। मील किसी कार्यक्रम तक में नहीं दिखते।
एक और चेहरा है श्रीभगवान सेवटा जो भाजपा में मूल ओबीसी की नाव चलाने के लिए पावरगेम गुप्त रूप से खेल रहे हैं।
* इंडियन नेशनल कांग्रेस में विधायक डुंगरराम गेदर की राजनीति विधायकी के कारण ही चलती हुई कुछ दिखती है।
गेदर से अधिक सक्रिय ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया नजर आते हैं जो सूरतगढ़ में भाजपा की केंद्र व राजस्थान सरकार और विभागों के स्थानीय कार्यालयों पर कुछ धरना प्रदर्शन करने की अगुवाई में दिखते हैं। भाटिया के अलावा एकदम शून्य।
पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू भाजपा छोड़कर चुनाव में हारने के बाद कांग्रेस में घुसे लेकिन पावर में कहीं नजर नहीं आते। धरना प्रदर्शन में राजेंद्र भादू और बलराम वर्मा की उपस्थिति रहती है। कामों के मामलों में कहीं नहीं दिखते।
* भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्स वादी में लक्ष्मण शर्मा और मदन औझा ही जनता की समस्याओं पर आवाज उठाते हुए पावरफुल दिखते हैं।
बसपा में महेंद्र सिंह भादू केवल एक ही हैं लेकिन पावर कुछ नहीं दिखती। जेजेपी नेता पृथ्वीराज मील विधानसभा चुनाव पराजय के बाद ऐसे हो गये कि कुछ भी नहीं रहे। जनता के बीच रहने वाला वादा हार में दब गया। आम आदमी पार्टी में नेता छोड़ पार्टी ही नजर नहीं आती। ०0०
बुधवार, 25 दिसंबर 2024
सूरतगढ़:सूर्या गौशाला शुरू.
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 25 दिसंबर 2024.
सूर्योदय नगरी क्षेत्र में गौ वंश को भयानक शीत में मरने से बचाने के लिए सूर्या गौ शाला शुरू करे की अच्छी सूचना है। पूर्व पार्षद महेंद्र गोदारा ने बताया कि पांच दिन पहले गौ शाला शुरू की गई। अभी 70 के लगभग गौ वंश है। बड़ोपल रोड श्मशान के चिपते यह गौशाला शुरू की गयी है।
* लोगों की भावना थी कि सूरतगढ़ में सूर्योदय नगरी क्षेत्र में एक और गौ शाला शुरू हो तो सैंकड़ों गौ वंश को सर्दी में बचाया जा सकता है। पूर्व पार्षद राजाराम गोदारा मुख्य कर्ता धर्ता हैं जो नंदीशाला का अच्छा संचालन कर चुके हैं। ०0०
मंगलवार, 24 दिसंबर 2024
सूरतगढ़:अवैध निर्माण होते गैस प्लांट को आज ही सील-सीज करे प्रशासन.
* कानून नियम से ऊपर नहीं है निर्माता.अवैध निर्माण ध्वस्त करे प्रशासन।
* करणीदानसिंह राजपूत *
सूरतगढ़ 24 दिसंबर 2024.
नगरपालिका के वार्ड नं 38 में नगरपालिका प्रशासन की स्वीकृति बिना आबादी में अवैध निर्माण हो रहे गैस प्लांट को अतिरिक्त जिलाकलेक्टर, उपखंड अधिकारी और नगरपालिका के सक्षम अधिकारी नागरिकों के हित और सुरक्षा के दृष्टिगत हर हालत 25 या 26 दिसंबर 2024 को प्लांट को रस्सी तार से घेर कर सील मोहर नोटिस चिपकाकर कार्यवाही करते हुए सीज ( जब्त) करे।
👌कानून नियम से ऊपर नहीं है निर्माता।
नगरपालिका अधिनियम 2009 की धाराओं 194(9)(क) और 197(7)एफ के तहत अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाए।ताकि आबादी चैन से रह सके।
* यह गैस प्लांट करीब 10 माह से बनाने का कार्य चल रहा है और निर्माता के पास इसके निर्माण की स्वीकृति नहीं है। अभी तक इस कृषि भूमि का भू ऊपयोग परिवर्तन तक नहीं हुआ। यह निर्माण रेलवे पटरी श्रीगंगानगर के फाटक सं सी 1 ए के बहुत पास है। इसके पास से बहुत घुमावदार हनुमानगढ़ श्रीगंगानगर सड़क बाईपास निकलता है। पास में ही कालोनियां और आबादी है। आश्चर्यजनक और प्रशासनिक लापरवाही यह है कि 10 माह से बिना स्वीकृति के यह निर्माण हो रहा है। यह तो नगर पालिका को मालुम होते ही बंद करवाना था। अधिशासी अधिकारी पूजा शर्मा की घोर लापरवाही रही कि मई में यह अवैध निर्माण समाचार के अनुसार उजागर हो गया था।
* अब नागरिकों के 23 दिसंबर को लिखित शिकायतों के बाद यह मामला जिलाकलेक्टर कन्हैयालाल सोनगरा और उपखंड अधिकारी संदीप काकड़ के सामने आ चुका है इसलिए अब जिम्मेदारी बन जाती है कि यह अवैध निर्माण सील सीज कर दिया जाए। अवैध निर्माणों को सीज करने की कार्यवाहियां पहले कई हो चुकी है।
इसके बाद निर्माता और प्रशासन आगे की कार्यवाही चलाते रहेंगे कि यह आबादी में अवैध क्यों बनाया जा रहा है। इस भूमि का अभी रिकार्ड में मालिक कौन है?
👌 इस गैस प्लांट के कुछ दूरी पर पूर्व विधायक अशोक नागपाल को घनी आबादी इलाका बताते हुए नगरपालिका प्रशासन ने पंप लगाने की स्वीकृति नहीं दी थी। करीब तीन साल पहले यह फाईल रोक दी गई थी।
* एडीएम द्वारा नगरपालिका की अधिशाषी अधिकारी पूजा शर्मा पर भी लापरवाही की जांच कर रिपोर्ट जिलाकलेक्टर के माध्यम से सरकार को भिजवाए।०0०
सदस्यता लें
संदेश (Atom)