शनिवार, 15 जून 2024

सूरतगढ़ कोचिंग युवाओं में बढ़ता नशा:सावधान

 


* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ में कोचिंग छात्रों में बढ़ते हुए नशे की भयानकता पर समय समय पर अखबारों में और सोशल मीडिया पर हिला देने वाली रिपोर्ट्स प्रकाशित होती रहती है। 

श्री गंंगानगर जिले में 5 दिन में 45 करोड रुपए का नशा विभिन्न स्थानों से पकड़ा गया।

👍 सप्लायर पकड़े गए और पुलिस पूछताछ में जो रहस्य खुला जो बहुत भयानकता प्रकट कर रहा है कि सूरतगढ़ में प्रतियोगी परीक्षा पूर्व कोचिंग लेने आने वाले युवा नशे का सेवन कर रहे हैं। पुलिस की जानकारी से जो रिपोर्ट छपी हुई है उसके अनुसार सूरतगढ़ नशे का बहुत बड़ा केंद्र बन चुका है और सर्वाधिक खपत कोचिंग लेने आ रहे युवाओं में हो रही है। पत्रिका की रिपोर्ट बताती है कि हनुमानगढ़ और बीकानेर तक नशा स्मैक ( चिट्टा) बड़े स्तर पर सप्लाई हो रहा है।

👍 सूरतगढ़ की हालात का वर्णन और विचार करें जहां कोचिंग लेने वाले बिगड़ रहे हैं। कांग्रेस पार्टी की ओर से भी 22 मई 2024 को सूरतगढ़ पुलिस अधिकारियों को एक ज्ञापन 15 दिन में नशे को खत्म करने का दिया गया था। यह अवधि बीत गई।

सूरतगढ़ के बड़े कोचिंग सेंटर का नाम भी जुबान पर आता है मगर अखबारों में उसे बचाते हुए रिपोर्ट छपती रही है। सस्ते कोचिंग और आर ए एस, आईएएस की फैक्ट्री के नाम से प्रसिद्ध हुए कोचिंग सेंटर ( प्रचार से हुआ फैक्ट्री नाम प्रसिद्ध) का नाम चाहे ना छपे मगर आम जनता के बीच में वह नाम प्रचलित है। कोचिंग सेंटरों और पी.जी. हास्टलों की सीधे रूप में कोई जिम्मेदारी नहीं होती।

सूरतगढ़ में सिटी पुलिस द्वारा करीब 1 साल पहले जब दो व्यक्ति गिरफ्तार हुए थे जिसमें एक सिपाही था, तब बयान में उसी दिन स्पष्ट हो गया था कि सूरतगढ़ में कोचिंग छात्रों के बीच में जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आ रहे हैं उनके अंदर नशे का प्रचलन हो रहा है। हालात सूरतगढ़ के बहुत नाजुक हैं। 

*बढ़ते नशे की ओर पुलिस सूरतगढ़ सर्कल थाना राजियासर सूरतगढ़ सिटी सूरतगढ़ सदर और जैतसर पुलिस निरंतर गिरफ्तारियां कर रही है और नशा बरामद कर रही है लेकिन जिस ढंग से नशे का वितरण हो रहा है, नशा बिक रहा है उस हिसाब से तो यह पकड़ धकड़ करीब 5% के करीब ही हो पा रही है क्योंकि आम जनता का इसमें रति भर भी सहयोग नहीं है। सामान्य रूप से जब भी किसी से बात होती है तो वह अपनी निष्क्रिय हालत रख देता है कि नशा विक्रेताओं की गैंग से कौन भिड़े। अपने को खतरे में क्यों डालें। गैंग के लोग कभी भी आक्रमण कर दें तो कोई सहायता करने वाला नहीं होता।

👍👍 लोगों का मानना है कि ऐसी विकट स्थिति में जब सहयोग मिलना मुश्किल हो तो पुलिस बीट कांस्टेबल से हर क्षेत्र की वार्ड की रिपोर्ट प्राप्त करे। कौन नशा बेचता है?कौन थोक में लाता है और किस-किस इलाके में कौन-कौन लोग नशे का सेवन कर रहे हैं?इस तरीके से सूचना मिले उसे पुलिस क्रॉस चेकिंग करवाए। उसके बाद में थाना अधिकारी और पुलिस उपाधीक्षक की बैठक में समीक्षा की जाए और उसके बाद में नशा विक्रेताओं के विरुद्ध बड़े एक्शन में गिरफ्तारी बरामदगी की कार्रवाई हो।

👌काग्रेस द्वारा सूरतगढ़ में नशा व चोरियां रोकने की मांग का ज्ञापन दिया उसमें और वार्ता में क्या परिणाम निकला था।*

सूरतगढ़ में नशा और चोरियां के बढ़ने पर कांग्रेस की ओर से 22 मई 2024 को पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक मील को एक ज्ञापन दिया गया जिसके अंदर मांग की गई थी कि 15 दिन में व्यवस्था सुधारी जाए,नशे चोरियों पर रोक लगाई जाए नहीं तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता आंदोलन करेंगे।

 ब्लॉक अध्यक्ष परसराम भाटिया के आह्वान पर कांंग्रेसी एकत्रित हुए और पुलिस उप अधीक्षक को ज्ञापन दिया। पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू,नगर कांग्रेस अध्यक्ष जे पी गहलोत सहित अनेक कार्यकर्ता इसमें शामिल थे। 

👍 ज्ञापन में आरोप लगाया गया था कि सूरतगढ़ शिक्षा क्षेत्र में उभर रहा है और यहां हजारों विद्यार्थी पढ़ रहे हैं जिनको नशे के व्यापारी असामाजिक तत्व नशा करना सीखा रहे हैं और उनका भविष्य बिगाड़ रहे हैं। हालात शहर के बहुत बिगड़ चुके हैं।शहर की गलियों मोहल्ला आदि में स्मैक  चिट्ठा अफीम हीरोइन मेडिकल नशा बिक रहा है। 

👍ज्ञापन में बताया गया कि भाटिया आश्रम क्षेत्र, त्रिमूर्ति मंदिर क्षेत्र, वार्ड नंबर 4,14, 15,37 42, सांसी मोहल्ला, शिवबाड़ी क्षेत्र, रेलवे डबल स्टोरी के जर्जर क्वार्टर व खेल मैदान नशेड़ियों के अड्डे बन चुके हैं। नशेड़ियों के कारण शहर में चोरियों की घटनाएं तथा महिलाओं से छेड़खानी भी बढ़ रही है।०0०

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पुलिस गस्त बढ़ाने की मांग की। वार्ता लाप में सिटी थाना धिकारी सुरेश कस्वां से परसराम भाटिया उलझे विवाद हुआ। सीआई ने कहा कि पुलिस लोकसभा चुनावों में व्यस्त थी।*पुलिस उप अधीक्षक प्रतीक ने कहा कि इस संबंध में ठोस कार्रवाई की जाएगी।

👍 कोचिंग करने आने वाले युवाओं में बढत नशे पर अभिभावकों परिजनों को अपने बच्चों पर लगातार निगरानी की जरूरत है। क्या कोचिंग लेने वाले अफसर बनेंगे सरकारी नौकरी लगेंगे,या नशे से बिगड़ रहे हैं? सूरतगढ़ की यह हालत गंभीर और नाजुक है। आजकल एक संतान और वह भी नशे का शिकार हो जाए तो फिर होने वाली हालत पर सावधान की चेतावनी काफी है।

हमारी सलाह:कड़ाई हो.

कोचिंग करने वाले के गले में कोचिंग सेंटर और पी.जी.हास्टल का कार्ड हर वक्त हो. रात हो चाहे दिन हो। रात 10 बजे के बाद बाहर किसी खास वजह से ही निकलें। वैसे आधी रात को क्या काम होता है जो बाहर निकलें? पी.जी.हास्टल संचालक की जिम्मेदारी पर सख्ती हो चाहे संचालन स्त्री के नाम चल रहा हो। 

👍 पुलिस न्यूज देते स्पष्ट बताए कि नशे आदि में व अन्य कस्टडी में लिया गया युवा कहां कोचिंग ले रहा और कहां रहता है। उनकी भी जिम्मेदारी कुछ फिक्स हो।

👌 कोचिंग सेंटरों में जनरल नोलेज रटाते हैं। कोई नोट्स नहीं होते। यह रटना तो अपने गांव शहर घर में भी हो सकता है।जहां नशे से युवा को दूर रखा जा सकता है।

👍👍 बात केवल नशे की ही नहीं अन्य अपराध भी हो रहे हैं और उनकी चर्चा भी होती है। सामान्य रूप में रंगरेलियां कहते हैं। मामला सूरतगढ़ की आय का नहीं बल्कि आपराधिक गतिविधियों का है। कुछ लोगों की कमाई का सोच कर सूरतगढ़ को बिगाड़ना है या बचाना है। अभिभावक भी ध्यान करें.


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15 जून 2024.

करणीदानसिंह राजपूत,

पत्रकार,

(राजस्थान सरकार द्वारा अधिस्वीकृत)

सूरतगढ़ ( राजस्थान )

94143 81356

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