शुक्रवार, 3 नवंबर 2023

भाजपा टिकट रामप्रताप कासनिया को मिलने पर शहर का साथ नजर नहीं आया.

 

* करणीदानसिंह राजपूत *

सूरतगढ़ 3 नवंबर 2023.

भाजपा का शहर कहलाने वाले सूरतगढ़ में भाजपा टिकट वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया को घोषित होने के 24 घंटे बाद भी शहर का साथ नजर नहीं आ रहा। टिकट घोषणा पर बाजारों की सड़कें गुलाल उड़ने से लाल नजर आने के बजाय बाजार में उदासी है। 

* रामप्रताप कासनिया ने पिछले चुनाव सन् 2018 में आमसभा में संकल्प से कहा था कि यह आखिरी चुनाव लड़ रहा हूं,मेरा साथ दें,आगे नहीं लडूंगा। नाराज लोग भी मंच पर आ गये थे। कासनिया ने पांच साल में जनता के काम नहीं किए और चुनाव नहीं लड़ने वाला भरोसा तोड़ा और पार्टी नेताओं तक को इस भरोसे बाबत अंधेरे में रखा।

* भाजपा के कार्यकर्ताओं में घोर नाराजगी सामने आई है। अन्य टिकटार्थी कासनिया से मिलने नहीं पहुंचे। विधानसभा क्षेत्र में बदलाव और नये चेहरे की माग थी लेकिन 72 साल के कासनिया को टिकट दिए जाने से कार्यकर्ता पार्टी नेताओं से भी नाराज हैं। 

* कासनिया के साथ भीतरघात के बजाय खुले विरोध की आशंका हो रही है। 

* गांवों की रिपोर्ट में भी कासनिया की हवा मामूली सी चल रही है जो वोट को नहीं खींच पाएगी। नेता कासनिया के साथ नहीं लग रहे।

* भाजपा नेता राजेन्द्र सिंह भादू पूर्व विधायक ने टिकट न मिलने पर रोष प्रगट किया है और 6 नवंबर को लोगों को फैसला करने के लिए बुलाया है कि आगे क्या कदम उठाना है। भादू कासनीया के साथ नहीं है। पूर्व विधायक अशोकनागपाल ने भी कुछ कहा नहीं है। हालात कासनीया को अलगथलग जैसा बनाए हुए हैं। मीडिया से भी कोई संपर्क कर कासनीया ने बताया नहीं है कि क्या करने वाले हैं। मीडिया के तीखे सवाल, काम नहीं करने के सवाल और अधिक उलझन में डाल सकते हैं। नगरपालिका अध्यक्ष ओमप्रकाश कालवा को भाजपा में प्रवेश कराने का आरोप भी है। कालवा बाद में सस्पेंड कर दिए गये। 

* भाजपा प्रत्याशी कासनीया की कमजोर हालात  के कारण लोग कांग्रेस के प्रत्याशी डुंगराम गेदर के साथ लोग जुड़ रहे हैं क्योंकि वह मूल ओबीसी कुम्हार है और यह कांग्रेस को यहाँ मजबूत बना रही है।०0०







यह ब्लॉग खोजें