* करणीदानसिंह राजपूत *
सहपाठी मित्रों से जब भी भेंट होती है तो एक सुखद आनंद की अनुभूति होती है। सेवानिवृत्त ईंजीनियर एम.एल.सिडाना और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती राजेश सिडाना से रविवार 29 अक्टूबर 2023 को सनसिटी रिसोर्ट में मैं मिलने पहुंचा।
श्रीमती राजेश सिडाना नारी उत्थान केंद्र की अध्यक्ष हैं। पति भी सहयोग करते हैं। सूरतगढ़ को इंदिरा गांधी नहर से पीने का पानी दिलाने का श्रेय राजेश सिडाना के आमरण अनशन आंदोलन 1995 को है। यह आंंदोलन गुरूशरण छाबड़ा के नेतृत्व में चलाया गया और मैं सहयोगी रहा तथा जनता साथ थी। जुलाई की गर्मी में नौ दिन आमरण अनशन रहा।प्रशासन से समझौता हुआ।
मेरे सहपाठी दंपती का सनसिटी रिसोर्ट के हिस्से में निवास है जो हरियाली से भरा है। मेरा प्रवेश कक्षा 2 में एंग्लो इंडियन स्कूल ( पुरानी आबादी) में सन् 1953 में हुआ। यह बीकानेर रियासत के समय खोला गया एकमात्र सरकारी स्कूल था। अब गुरूशरण छाबड़ा राजकीय उ.मा.विद्यालय है। इसमें हम तीनों सहपाठी रहे। राजेश का नाम उस समय राजरानी था। राजेश कक्षा 8 तक सहपाठी रही बाल में शिक्षा के लिए पंजाब चली गई। एमःएल.सिडाना और मैं आठवीं के बाल सेठ रामदयाल राठी उ.मा.विद्यालय में कक्षा 11 तक विज्ञान विषय में साथ रहे।
* एम.एल.सिडाना और राजरानी का ब्याह होने के उपरांत पंजाबी रीत अनुसार ससुराल में नया नाम राजेश दिया गया। ख्याति प्राप्त परिवार किशोरीलाल मोदी की पुत्री, भाजपा नेता शयाम मोदी की बहन राजेश ने 1992 में नारी उत्थान केन्द्र शुरू किया।सैंकड़ों महिलाओं को स्वावलंबी बनाया। टूटते परिवारों को बसाया। आज भी यह दंपती इस कार्य में लगभग 77-78 वर्ष की उम्र में भी समाजसेवा के इस कार्य में कुछ न कुछ करते रहते हैं।
एम.एल.सिडाना सिंचाई विभाग राजस्थान नहर जो बाद में इंदिरागांधी नहर नामकरण में सिंचित क्षेत्र विकास और घग्घर बाढ नियंत्रण खंड में इंजीनियर रहे। ये 2006 तक सरकारी सेवा में रहे।
* यह भेंट चायपानी और पुरानी यादों से भरी रही।
* राजेश सिडाना कवियित्री भी है। विशेष अवसरों पर सुनाई पड़ती है।
* कुछ साल़ों पहले तक बागवानी की रूचि बहुत अधिक थी। बाग भी था और उसमें हजारों तितलियां इठलाती जीती थी।
💐 राजस्थान पत्रिका में सन् 2007 के लगभग मेरा लेख छपा था। हजारों तितलियों का पालक बाग।
सहपाठी मेरे मित्र दंपती एम.एल.सिडाना और श्रीमती राजेश सिडाना के एक पुत्र निश्चल सिडाना जयपुर और छोटे पुत्र शीतल सिडाना चंडीगढ़ में निवास कर रहे है।
* समाजसेवा में अनेक परेशानियां मिलती है जो इन्होंने भोगी और आज जनता भोग रही है जिनका वर्णन मेरी जानकारी के अनुसार है।
* नारी उत्थान केन्द्र भवन बनाने के लिए शहर के बीच में त्रिमूर्ति मंदिर के पास नेशनल हाईवे की तरफ खाली पड़ी भूमि पर भूखंड के लिए आवेदन किया गया। राजेश उस समय पार्षद भी थी। राजेंद्र भादू का विधायक राज और श्रीमती काजल छाबड़ा का नगरपालिका अध्यक्ष राज। फाईल को नामंजूर किया गया। ईओ श्रीमती प्रियंका बुडानिया से नामंजूर करवाया गया। फाईल पर लिखवाया गया कि यह कीमती व्यावसायिक भूमि है। इस तरह से एक महत्वपूर्ण संस्था को स्थाई भवन रूप नहीं लेने दिया गया।
** एम.एल.सिडाना की सेवानिवृत्ति के बाद शहर में से निकल रहे नेशनल हाईवे के लिए रामदेव जाल मंदिर हनुमान खेजड़ी मंदिर के पास से माणकसर के पास जुड़ता बाईपास बनाने के लिए सिडाना ने मैटर बनाए,राजेश सिडाना ने मंत्रालय और अधिकारिकारियों को अनेक बार भेजे। मैंने राजस्थान पत्रिका में छापे। काश उस समय अन्य नेता सार लगते। गंगाजल मील का विधायक काल था। बनवारीलाल मेघवाल का नगरपालिका में अध्यक्ष काल था। मील सा. को तो अब याद भी नहीं होगा।
आज इंदिरा सर्कल से आकाशवाणी भवन तक फ्लाईओवर के कारण सभी भवन बाजार कालेज भवन अदृश्य से हो गये हैंं। इंदिरा सर्कल पर आए दिन वाहन पलटते हैं। कीचड़ भी होता है। बाईपास बन जाता तो ये दिन देखने नहीं पड़ते।०0०
* फोटो...योगेंद्र प्रतापसिंह.
30 अक्टूबर 2023
करणीदानसिंह राजपूत,
पत्रकार,
विजयश्री करणी भवन,
मिनी मार्केट,
सूरतगढ़।
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